मैं शाम के समय गली में टहल रहा था और नजारा बड़ा ही सुंदर लग रहा था. वहां पर टिमटिमाते हुए लाइट जैसे एक अलग ही नजारा पैदा कर रहे थे और सब कुछ बहुत अच्छा सा लग रहा था. अचानक मन में फेसबुक पर चैटिंग करने का इरादा दिमाग में आया. मैंने मोबाइल निकाला और फेसबुक ओपन किया. एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई हुई थी. मैंने जैसे ही एक्सेप्ट किया तो देखा कि वो भी ऑनलाइन थी.
मैंने उसे हाय! लिखकर भेजा. उसने भी तुरंत हेल्लो लिखकर रिप्लाई किया. फिर काफी देर तक मैं उससे चैटिंग करता रहा. उसने मुझे बताया कि वो भी मेरे ही मोहल्ले में रहती है और मुझे पसंद भी करती है लेकिन यह कहने की हिम्मत नहीं कर पाई. उसने अपना नाम सुमोना बताया. मैंने उससे अभी मिलने को कहा तो उसने मुझे पार्क में बुला लिया. तब तक काफी रात भी हो चुकी थी. मैंने कहा अब तो पार्क में कोई नहीं होगा. उसने कहा ये तो और भी अच्छी बात है हम दोनों एक दुसरे से खुलकर बात करेंगें और कोई हमारी बात सुन भी नहीं पाएगा.
मैं सुमोना का इरादा समझ गया. कुछ देर में ही मैं पार्क में पहुँच गया और सुमोना भी वहां आ गई. हम दोनों एक बगीचे में बैठ गए. सुमोना ने मुझसे पूछा कि तुम्हारी शादी को कितने वर्ष हो चुके हैं तो मैंने उसे बताया कि अब तक मेरी शादी नहीं हुई है. ये सुनकर वो खुश हुई.