Mosi ki ladki ko Garam Karke Choda

कहानी : मौसी की लड़की को गर्म करके चोदा

प्रेषक : रवि

हाय मेरा नाम रवि शर्मा है और में लखनऊ मे रहता हूँ मेरी इस साइट पर पहली स्टोरी है ये मेरी रियल स्टोरी है बाकी जिसे जो समझना हो समझे रियल ओर फेक वैसे में आजकल बहुत चुदसा हो गया हूँ और एक कोई गर्ल या आंटी ढूँढ रहा हूँ जो मेरी गर्मी को कम कर सके और जो लखनऊ की हो अब में स्टोरी शुरू करता हूँ ये स्टोरी पिछले साल की है मेरी मम्मी मेरी मौसी की लड़की काजल को गावं से लेकर आई थी उनके घरेलू काम की हेल्प के लिये पहले तो वो इतनी सुंदर नही थी लेकिन 2 महीने शहर मे और घर के अंदर रहने से वो गोरी और सुंदर हो गयी थी शुरू मे तो मैने उस पर ध्यान नही दिया लेकिन 2 महीने बाद जब वो सुंदर दिखने लगी तो मेरा ध्यान उस पर गया लेकिन फिर भी मेरे मन मे सेक्स की उतनी फीलिंग्स नहीं आई थी उसके लिये लेकिन 15 अगस्त को जब हम शाम को कार से घूमने निकले.

तब एक ऐसा कुछ हो गया जिससे में और वो एक दूसरे की तरफ आकर्षित हो गये हुआ ये की पीछे की सीट पर लेफ्ट विंडो पर मेरे पापा फिर में और मम्मी और राइट विंडो पर काजल बैठी थी कार मेरे चाचा ड्राइव कर रहे थे और उनके बगल मे दूसरा चाचा और मेरा भाई बैठा था तो में इस तरह से बैठा था की मेरा राइट हैण्ड सीट के उपर से जाकर काजल के सिर के पीछे रखा हुआ था मेरी उंगलियां उसके कान के पीछे टच हो रही थी और ये जगह लड़कियों को गर्म करने के लिये बहुत ही अच्छी है तो फर्स्ट में मैने ध्यान नही दिया.

फिर जब मुझे एहसास हुआ की मेरा हाथ उसके कान के पीछे टच हो रहा है तो मैने सोचा की ये तो बहुत देर से ऐसे ही रखा हुआ है तो इसने (काजल) कुछ किया क्यों नही जैसे सिर आगे की तरफ करना या साइड मे होना आदि तो अब मेरा ध्यान केवल काजल पर था की वो क्या कर रही है मैने देखा की वो जानबुझ कर मेरे हाथ से अपना सिर नही हटा रही थी तब मैने सोचा की क्यों ना इसको गर्म किया जाये तो मैने बहुत हिम्मत करके हल्के से अपनी उंगलियों से उसके कान के जस्ट पीछे सहलाया इससे वो और रिलेक्स हो कर पीछे सीट पर सहारा लगा कर मेरी उंगलियों पर अपने सिर का बल दे कर बैठ गयी.

इससे मुझे यकीन हो गया की ये मज़ा ले रही है जिससे मेरी भी हिम्मत बड़ गयी और में उसे सहला कर गर्म करने लगा अब में उसके कान के पीछे के पूरे हिस्से पर गर्दन पर और गाल पर सहलाने लगा अब क्योकी ये सब पीछे की साइड हो रहा था और बहुत धीरे हो रहा था तो किसी को कुछ पता भी नही था में उसे कभी गर्दन पर सहलाता कभी कान के नीचे सहलाता इस तरह से हम दोनो ही बहुत ज़्यादा ही गर्म हो चुके थे ये मैं 1 घंटे से भी ज्यादा समय तक करता रहा और फिर हम डिनर करके रात मे 11.30 बजे पर घर वापस आ गये और फिर सोने की तैयारी करने लगे मैं मेरी मम्मी और काजल एक ही कमरे मे सोते थे हम डबल बेड पर सोते थे और मेरे और काजल के बीच मे मम्मी सोती थी लेकिन अभी तक मेरी और काजल की कोई बात नही हुई थी.

हम केवल एक दूसरे को देख ही रहे थे और मुस्कुरा रहे थे इससे में समझ गया की यार आज तो कुछ हो सकता है हम सब लेट गये और में सब के सोने का इंतज़ार करने लगा रात मे करीब 2  बजे मैने मम्मी को हिला के चेक किया की मम्मी सोई की नही तो मम्मी उस समय  गहरी नींद मे थी तब में धीरे से उठा और काजल के पास गया तो देखा की वो सीधी लेट के  सो रही है तो मैने फिर से उसके कान के पीछे सहलाना शुरू करना ही बेहतर समझा मैने उसके कान के पीछे से उसके बाल हटा कर धीरे से सहलाना शुरू किया तो उसने कोई हलचल नही की मुझे लगा की वो सो रही है पहले तो मैने हाथ से सहलाया और फिर मेंने जीभ से टच किया मेरे टच करते ही उसे एक करंट लगा और वो हल्की सी हिली में समझ गया की वो जाग रही है.

फिर में अपनी जुबान और होठों से कभी उसके कान के पीछे तो कभी गर्दन पर और गालो पर जीभ से सहलाता जिससे उसकी धड़कन और सांसे बडती जा रही थी जो की मुझे फील हो रही थी फिर मैने उसके होठों पर अपने होठ रख दिये जिससे वो हिल गयी और उसकी आँखें खुल गयी और मेरी आँखों से मिल गयी उसे किस करना आता नही था तो में जैसे–जैसे करता वो भी वैसा ही करती में अपनी जुबान उसके मुँह के अंदर डालता और उसकी जुबान को टच करता और उसके होठों को अपने दातों से काटता फिर में धीरे-धीरे अपना हाथ उसकी चूची पर ले गया और उसे दबाने लगा उसकी चूचियां ज़्यादा तो नही लेकिन हाँ मतलब भर की थी जो मेरे हाथ मे आ रही थी और अब में उसे धीरे धीरे दबाता और उसे फ्रेंच किस भी करता जाता.
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अब में धीरे से उसके उपर लेट गया और मेरा तना हुआ 6 इंच का लंड उसकी चूत के उपर आ गया जो उसे फील हो रहा था अब उसके मुँह से सीसी की आवाज़ आने लगी लेकिन में उसे किस कर रहा था तो उससे आवाज़ नहीं आ रही थी अब उसने मुझे अपनी बाहों मे जकड़ लिया और मेरी पीठ पर और सिर पर हाथ फेरने लगी इसका मतलब था की अब उसको भी मस्ती चड़ने लगी थी उसने चेन वाला टॉप पहन रखा था जो नीचे तक खुलता था और उसने टॉप के नीचे कुछ भी नही पहन रखा था शायद जानबुझ कर तो मैने उसकी चेन खोल दी और उसकी चूची को हल्के से उजाले (नाइट बल्ब) मे देखने का मज़ा ही कुछ अलग था उसका निपल भी एकदम हार्ड और 1 सेंटीमीटर का हो चुका था चूची देखते ही मैने उसे चाटना शुरू कर दिया उसका निपल चूसने लगा जिससे उसका निपल और बड़ गया और उसकी पकड़ और टाइट हो गयी.

अब में उसे कभी उसकी चूची चाटता तो कभी निपल पर जुबान फेरता इससे उसकी आवाज़ बडती जा रही थी तो मैने अपने एक हाथ से उसका मुँह बंद किया अब वो भी इतने जोश मे आ गयी की उसने मेरा लंड पकड़ लिया मेरी शॉर्ट्स मे हाथ डाल कर उसे हिलाने लगी हम इस समय पूरे जोश मे थे की अचानक मम्मी ने अंगड़ाई ली इससे हम दोनो की तो गांड ही फट गयी और हम जल्दी से अलग हुये और में अपनी जगह पर लेट गया अभी लेटे हुये 5 मिनिट ही हुये होंगे की मम्मी उठी और बाथरूम चली गयी हमने एक दूसरे की तरफ देखा और मैने धीरे से कहा की बच गये वरना आज तो गये थे और फिर हमें कब नींद आ गयी हमें पता ही नही चला.

सुबह जब में उठा तो 9.30 बज रहे थे और सभी लोग कहीं जाने के लिये तैयार हो रहे थे तो मैने मम्मी से पूछा की आप लोग कहा जा रहे हो तो उन्होने कहा की हम ताऊ जी के यहाँ जा रहे है उनके यहा कथा है और मुझसे कहा की तुम काजल को बाइक से ले आना इस पर में मन ही मन खुश हो गया की चलो अब मुझे कुछ देर अकेले मे काजल के साथ टाइम बिताने का मौका मिलेगा तो मैने पूछा की काजल है कहाँ. तो मम्मी ने कहा की वो नहा रही है और फिर मम्मी पापा चले गये और चाचा लोग भी ऑफीस जा चुके थे फिर में जल्दी से फ्रेश होने चला गया ताकि हमें टाइम ज़्यादा मिल सके हमारे घर मे 2 फ्लोर है तो काजल नीचे के बाथरूम मे नहा रही थी और में उपर के बाथरूम मे चला गया में तो जल्दी ही निकल आया था.

तब तक काजल भी निकल आई थी उसने यलो और वाइट मिक्स कलर का सूट पहना हुआ था और आज उसने बाल भी धोये थे गीले बालों मे और उस सूट मे वो और भी सुन्दर लग रही थी में गया और झट से उसे पीछे से पकड़ लिया तो वो पहले तो डर गयी फिर जब उसने मुझे देखा तो मुस्कुरा दी मैने उससे कहा की आज तुम बहुत ही खूबसूरत लग रही हो और फ्रेंड्स  आप जानते ही है की लेडीस की कमज़ोरी उनकी ब्यूटी की तारीफ होती है तो वो मुस्कुराई और कहा की सच मे तो मैने कहा हाँ सच्ची मे और फिर में अपने होठ उसके कान के पीछे गर्दन पर फेरने लगा और चूमने लगा जिससे उसकी आँखें बंद होने लगी और धड़कने बडने लगी और फिर मैने अपना हाथ धीरे से उसकी चूची पर रखा और धीरे-धीरे दबाने लगा उसकी चूची थोड़ी हार्ड थी और निपल भी अब खड़ा होने लगा था.

फिर मैने उसको अपनी तरफ घुमाया तो उसकी नज़रे नीचे की ओर थी उसके होठ बिल्कुल गुलाबी रंग के थे मैने धीरे से उन पर अपने होठ रखे तो उसने भी मुझे रेस्पोन्स दिया और वो मेरे होठ चूसने लगी में उसका नीचे का होठ चूस रहा था और वो मेरा उपर का होठ चूस रही थी क्या बताऊँ फेंड्स क्या मज़ा आ रहा था में कभी उसके होठ चूसता तो कभी उसकी जबान इतना मज़ा मुझे जिंदगी मे कभी नही आया था करीब 15 मिनिट तक किस करने के बाद मैने उसको उठाया और बेड पर लेटा दिया और फिर उसे क़िस करने लगा और फिर किस करते हुये मैने उसका कुर्ता उतारा वाउ क्या चूचीयां थी उसकी दिन के उजाले मे मैने ब्रा के अंदर चूचीयां पहली बार देखी थी और फिर मैने उसकी ब्रा भी उतार दी उसका पिंक कलर का 1.5 सेंटीमीटर का निपल खड़ा हुआ निपल देखकर तो में पागल हो गया और मुँह मे लेकर उसे चूसने लगा.

इससे वो भी जोश मे आ गयी और आहह आहह की आवाज़ें निकालने लगी अब हमे किसी का डर नही था चाहे हम कितनी भी आवाज़ें निकाले क्योकी घर पर तो कोई था नही अब में उठा और उसका सलवार का नाडा खोला और उसे उतार दिया वाउ क्या जांघे थी उसकी एकदम गोरी चिकनी भरी हुई में तो उसकी जांघे ही चाटने लगा इससे वो और भी गर्म हो गयी और मेरा सिर कस के पकड़ लिया में धीरे-धीरे जांघो से किस करता हुआ उसकी चूत तक पहुँचा उसकी चूत की खुशबू इतनी मादक थी की क्या कहना मैने जैसे ही अपनी नाक उसकी चूत पर टच की तो उसके मुँह से ज़ोर से आअहह की आवाज़ निकल पड़ी उसकी पेंटी पूरी गीली हो चुकी थी मैने अपनी जीभ निकाली और उसके चूत रस को चाटने लगा पेंटी के उपर से इससे वो आउट ऑफ कंट्रोल हो गयी और कहने लगी की रवि प्लीज सताओ नही बस अब डाल दो.

फिर मैने कहा की इतनी जल्दी कहाँ अभी तो शुरुआत है उसने कहा की हमें पूजा मे भी जाना है टाइम कम है हमारे पास तो मैने कहा की वो बाद मे देखा जायेगा और में फिर से शुरू हो गया और फिर मैने उसकी पेंटी भी निकाल दी वाउ क्या चूत थी उसकी एकदम गोरी और लिप्स के अंदर गुलाबी और हल्की-हल्की झांटे वाउ पहली बार मैने अपनी लाइफ मे चूत देखी थी मैं तो पागल ही हो गया और झट से उसे मुँह मे ले लिया और चूसने लगा ऐसा करते ही काजल के मुँह से ज़ोर से आहह की आवाज़ आई और फिर वो लगातार तेज तेज आवाज़ें निकालती ही रही और साथ मे कहती भी रहती की चूसो और चूसो मेरी चूत को उसका चूत रस का तो जवाब ही नही था में अपनी जुबान से उसकी चूत को कभी नीचे से उपर और कभी अंदर तक चाटता और वो भी मेरे सिर को पकड़ कर अपनी चूत पर दबाती और कमर उठा-उठा कर मेरा साथ देती.
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अब वो पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी और मेरे लंड का तो हाल ही बुरा था अंडरवेयर मे वो तन कर एकदम अकड़ चुका था मेरी अंडरवेयर भी मेरे वीर्य से गीली हो चुकी थी और मेरा लंड मेरे वीर्य से गीला हो चुका था फिर मैने अब उसे अपनी जीभ से चाटना शुरू किया में अपनी जुबान निकालकर उसे चोद रहा था इससे वो अपनी कमर उठा उठा कर चुदवाने लगी और कहने लगी की बस अब नही रुका जाता अब प्लीज चोद दो मुझे और फिर मै खड़ा हुआ और मैने उसे इशारे से कहा की तुम मेरी अंडरवेयर उतारो तो उसने झट से मेरी अंडरवेयर उतार दी और मेरा 6 इंच का लंड बाहर निकल आया जिसे उसने झट से पकड़ लिया और कहने लगी की आज मैने पहली बार लंड देखा है इतना बड़ा लंड मेरे अंदर कैसे जायेगा तो मैने कहा की कुछ नही होगा.

फिर मैने उसे लेटाया और एक तकिया उसकी क्मर के नीचे लगाया और मैने थोड़ा उसका चूत रस लिया और अपने वीर्य के साथ मिला कर उसे लंड के उपरी हिस्से पर 3 इंच तक लगाया ताकि लंड आसानी से चूत मे जा सके और फिर मैने अपना लंड जैसे ही उसकी चूत पर रखा उसके मुँह से हह्ह्ह्ह की आवाज़ निकल आई मैने धीरे से अपना लंड आगे की तरफ किया तो उसको थोड़ा सा दर्द हुआ मैने पूछा की दर्द हो रहा है तो उसने कहा की हाँ लेकिन थोड़ा सा तो मैने फिर से जोर लगाया लेकिन थोड़ा तेज़ तो मेरा इस बार लंड का टोपा अंदर चला गया तब उसे दर्द हुआ और उसकी आहह की आवाज़ निकली तो मैने कहा की बस थोड़ा सा और फिर मैने एक तेज़ झटका मारा इससे उसकी दर्द भरी चीख निकली तो मैं रुक गया और उसे किस करने लगा और उसकी चूची दबाने लगा.

2 मिनिट तक ऐसा करने के बाद वो रिलेक्स हुई तो मैने अपना लंड हिलाना शुरू किया मेरा अभी तक 3 इंच ही लंड गया था मेरे ऐसा करने से उसे भी मज़ा आने लगा मेरा 3 इंच ही लंड गया था लेकिन उसकी चूत ने लंड को एकदम जकड़ रखा था इतना मज़ा आ रहा था की क्या बताऊँ जब उसे मज़ा आने लगा तो मैने एक और ज़ोर का झटका मारा और इस बार पूरा लंड अंदर चला गया और फिर मुझे कुछ गर्म सा महसूस हुआ मुझे लग गया की इसकी सील टूट गयी है और खून निकल रहा है मैने झटका मारने से पहले उसके मुँह पर हाथ रख दिया था जिससे उसकी चीख की आवाज़ दब गयी लेकिन उसकी आँखों से आँसू गिरने लगे तो मैने अपना हाथ हटा दिया तो वो कहने लगी की प्लीज इसे निकालो बहुत दर्द हो रहा है तो मैने उससे कहा की थोड़ी देर ही दर्द होगा फिर मज़ा आयेगा और उसे किस करने लगा और उसकी चूची चूसने लगा.

इससे उसे आराम मिला और 2 मिनिट के बाद मैने लंड को हिलाया लेकिन मेरा लंड बहुत ही मुश्किल से हिल पा रहा था क्योकी उसकी चूत ने लंड को पूरा जकड़ रखा था उसकी चूत के अंदर एक भट्टी जितना गर्म था फिर मैने धीरे धीरे लंड हिलाना शुरू किया इससे उसको भी मज़ा आने लगा और फिर जब लंड आसानी से अंदर बाहर होने लगा तो हम दोनो को इतना मज़ा आने लगा की जैसे हमको स्वर्ग मिल गया हो जब लंड अंदर बाहर होता तो छप छप की आवाज़ होती में उसकी चूत मारते समय कभी उसके होठों को चूसता तो कभी बूब्स चूसता मेरा लंड सटासट अंदर बाहर हो रहा था और हम दोनो ही आहह की आवाज़ें निकल रही थी वो भी मेरा कमर उठा उठा कर साथ दे रही थी.

उसने अपनी दोनो टाँगों से मेरी कमर पकड़ ली और कह रही थी की मुझे चोदो और चोदो आहह अहह और अंदर तक डालो अब मेरा लंड आसानी से अंदर बाहर हो रहा था  छप-छप की आवाज़ से पूरा कमरा गूँज रहा था फिर हम दोनो ही क्लाइमेंक्स पर पहुँच गये उसने कहा की मुझे कुछ हो रहा है जैसे कुछ छूटने वाला है अंदर से तो मैने कहा हाँ मुझे भी कुछ ऐसा ही लग रहा है अब हम दोनो की स्पीड और भी बड़ गयी में जब लंड उसकी चूत के अंदर डालता तो वो भी कमर उपर उठाती जिससे लंड पूरा अंदर तक जा रहा था और फिर उसकी आवाज़ आई की में छूटने वाली हूँ और वो आहह की आवाज़ के साथ झड़ गयी और फिर कुछ सेकेंड के बाद में भी झड़ गया और मेरे मुँह से भी एक ज़ोर की आहह निकली और फिर में उसके उपर गिर पड़ा.

हम दोनो ही बहुत थक चुके थे और फिर हमें पता चला की हमें ताऊ जी के यहा जाना है तो हम फिर बाथरूम मे गये और फिर दोनो ही साथ नहाये और फिर हमने अनार का जूस पिया ताकि हम में ताक़त आ सके वहाँ जाने की और फिर हम तैयार होकर निकल पड़े.. तो दोस्तों ये थी मेरी अपनी आपबीती.

धन्यवाद ...

Khushboo Sabki Dulari

कहानी : खुशबू सबकी दुलारी

प्रेषक : खुशबू शर्मा

मैं खुशबू शर्मा आज आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करना चाहती हूँ जिसमे 85% सच्चाई है और बाकी 15% जो होना चाहिये था पर क़िसी वजह से नही हुआ में एक मिड्ल क्लास फेमिली से हूँ मेरे पिताजी एक सरकारी दफ्तर में काम करते है  हर तीन या पाँच साल में उनका ट्रान्सफर होता रहता है जिसके कारण मेरी पढ़ाई में दिक्कत होती रहती मुझे भी अपनी स्कूल बार बार चेंज करनी पडती है हर बार चेंज होने के कारण एक ही कक्षा में 2-2 साल हो जाता था  इसलिये जब में 10 वी क्लास में पहुँची तो मेरी उम्र दूसरे बच्चो से ज़्यादा थी मतलब 4 साल बड़ी थी.


उस वक़्त मेरी उमर 19 साल थी में हमेशा फर्स्ट आती थी और शारीरिक रूप से भी में कुछ ज़्यादा ही बड़ी लगती थी क्लास में सबसे बड़ी होने के कारण मुझे क्लास मॉनिटर के पद पर नियुक्त किया गया सभी क्लास टीचर्स मुझसे खुश थे में सबकी दुलारी थी में दिखने में बहुत ही फेयर थी अभी भी और मेरे काले घने बाल तब भी थे अभी भी है लेकिन मेरी हाइट और वेट उस वक़्त ( हाइट 5’2 वेट 40 किलोग्राम) आम लड़की से ज़्यादा बड़े लगते मेरे बूब्स तब एक टेनिस बॉल जितने थे स्कूल यूनिफॉर्म (वाइट शर्ट और ब्लू स्कर्ट, वाइट सॉक्स ब्लेक शूज,गले में टाई भी रहती) मिड्ल क्लास फेमिली से होने के कारण ज़्यादा अफोर्ड नही कर सकते थे में ब्रा के बदले एक छोटा सा एप्रन जैसा अंदर पहनती थी जो गले में और कमर में बँधा रहता पेंटी की जगह शॉर्ट्स पहनती थी लेकिन पसीना आने से अंदर एप्रन गीला हो जाता तो निपल शर्ट पर हल्के से दिखाई पडते.

एक दिन गर्मियों का मौसम था एप्रन पसीने से भीग गयी थी और निपल कुछ ज़्यादा ही दिखाई दे रहे थे  स्कूल में ज़्यादातर टीचर्स फीमेल होने के कारण परेशानी नही थी टीचर में रोमा मेडम मेरी सबसे बेस्ट टीचर थी उन्होने मुझे देखकर कहा  खुशबू यहा आओ  में चुपचाप उनके पास गयी और विश किया उन्होने कहा खुशबू तुम अंदर कुछ पहनती नही हो क्या देखो तुम्हारे निपल कैसे दिख रहे है मेने कहा मेडम क्या करू पसीने के कारण ऐसा हो रहा है.

उन्होने कहा आज शाम मेरे घर आना कुछ काम है मेने यस मेडम कहा और वहा से चली गयी रोमा मेडम उम्र 30 साल स्कूल में सबसे सुंदर एक अप्सरा जैसी लगती थी गोल चेहरा स्मूद शाइनी स्किन, लचकदार कमर, सुराही जैसी गर्दन, हिरणी जेसी आँखें काजल लगाया हुआ, काले लंबे बाल बूब्स 34 एकदम गोल जैसे साचे में ढाला हुआ ब्लाउज एकदम फिट साड़ी में स्वर्ग की अप्सरा में सोचती बड़ी होकर उनके जैसी बनूँगी सुंदर सुशील चंचल स्वभाव मेरी आइडल थी वो आज शाम उनके घर जाना था जैसे ही स्कूल के छूटने की बेल बजी में झट से बाहर निकलकर रोमा मेडम के घर चलने लगी 5 ही मिनिट में उनके घर पहुँच गयी बेल बजाया मेडम मुझे देखकर खुश हो गयी आओ खुशबू बैठो में सोफे पर बैठ गयी मेडम मेरे सामने बेठ गई और अभी भी मेरे निपल शर्ट से दिख रहे थे.

मेडम मेरे पास आई और मुझे खड़े होने को कहा और में खड़ी हो गयी मेडम ने मेरे गालो पर हाथ फेरा और प्यार से कहा खुशबू तुम सुंदर हो लेकिन अपने शरीर को संभालो दूसरो की नज़रों से शर्ट के ऊपर से मेरे निपल टच करते हुये कहने लगी देख तेरे निपल कितने साफ दिख रहे है  उनके हाथ लगते ही मेरे शरीर में जैसे बिज़ली सी दोड़ गयी और मेरे निपल काँटे जैसे नुकिले हो गये पहली बार किसी ने मेरे निपल को स्पर्श किया में सिहर गई  मेडम ने कहा क्या हुआ खुशबू  मेंने कहा कुछ नही मेडम ने हल्के से स्माइल करते हुये कहा यहा आओ और बेडरूम की तरफ ले गयी  और पूछा खुशबू तुम्हारे बूब्स का साइज़ क्या है मेने कहा मेडम पता नही उन्होने कहा शर्ट खोलो मेने मना किया तो कहा अरे में तुम्हारी मेडम हूँ मुझसे क्यों शरमाती हो में तो सिर्फ़ साइज़ देखूँगी और अगर मेरे पास कोई ब्रा हो तो दे दूँगी.

मेडम ने धीर से मेरा शर्ट उतारा और एप्रन जैसा कपड़ा हटाया  मेरे नुकीले निपल देखकर छोटी सी स्माइल की और मेरे बूब्स को अपने हाथो से नापने लगी मुझे ऐसे लगा जैसे मेरे बूब्स बढ़ रहे है मेडम ने थोड़ी देर देखकर अपनी अलमारी खोलकर एक ब्रा दी पर वो फिट नही आई फिर  दूसरी दी वो भी फिट नही आई  तब उन्होंने कहा की कल मेरे साथ चल के शॉप से खरीद दूँगी ओके मेने कहा मेरे पास पैसे नही है तो उन्होने कहा कोई बात नही कल से रोज़ मेरे घर आना और मेरे छोटे छोटे काम कर दो बस में ला दूँगी तुम्हे ब्रा और पेंटी अरे हाँ पेंटी पहनती हो की नही? मेंने सिर हिलाकर नही कहा तो मेरा स्कर्ट उठाकर देखा अरे शॉर्ट्स पहना है पेंटी नही कोई बात नही कल लायेगें ठीक है.

दूसरे दिन स्कूल ख़त्म होते ही मेडम मुझे साथ ले गयी और एक शॉप से मेरे लिये 2-2 पेंटी और ब्रा खरीद लिये और घर से पर्मिशन लेकर में रोमा मेडम के वहा चली गयी मेडम फ्रेश होकर एक पिंक गाउन पहनकर आई और कहा मेरे पास बैठो में बैठ गयी फिर उन्होने कहा मेरी मसाज करनी है तुम्हे रोज़ मेरा मन खिल गया आज एक अप्सरा की मसाज करनी है सोचकर मेडम ने गाउन खोल दिया में अंदर वाइट ब्रा और पेंटी को देखती ही रह गई इतना सुंदर जिस्म था ब्रा में से उनके गोल चिकने बूब्स एकदम कड़क और गोल थे मेरी आँखे वही रुक गयी मेडम ने कहा खुशबू क्या देख रही हो तुम चाहो तो ब्रा भी निकाल दो मेने हाँ में सिर हिलाया और मेडम ने ब्रा भी खोल दी सुंदर पर्फेक्ट गोल गोल बूब्स और पिंक निपल देख कर मेरा मन किया की वही झुक कर चूसने लगू पर अपने उपर काबू पाकर मेने हाथ में थोड सा क्रीम लिया और मेडम के गले से लेकर उनके बूब्स के टॉप तक लगाया और धीरे से हाथ फेरते हुये मालिश करने लगी.
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मेडम ने अपनी आँखें बंद कर ली मेरे हाथ घूमते रहे उनके गले में और बूब्स के उपर तक ही जब मुझे ऐसा लगा की मेडम सो रही है तो धीरे से हाथ बूब्स के उपर फेरने लगी और धीरे धीरे हाथ पूरे बूब्स पर फेरने लगी और मुझे पता ही नही चला की में कब निपल को चूसने लगी मेडम ने भी कुछ नही कहा में मधहोश होकर प्यार से चूसने लगी बूब्स धीरे धीरे और कड़क हो गये में मसलती रही चूसती रही और फिर मेडम का हाथ मेरे बालो में था उनके हाथ का दबाव मेरे सिर पर था अब में खुलकर चूसने चूमने लगी मेडम का हाथ मुझे नीचे धकेलने लगा में भी चूमते हुये धीरे धीरे पेट पर नाभि के पास कमर पर और अचानक मेरे सामने मेडम की पेंटी आ गई.

में एकदम सिहर गयी मेडम की पेंटी गीली लग रही थी और एक अजीब सी खुशबू आने लगी और दूसरी ही बार मेने पेंटी पर मेडम के उस प्राइवेट हिस्से को चूम लिया जिसे इंग्लीश में पुसी कहते है और हिन्दी में शायद चूत कहते है मेडम के हाथ का दबाव अब और बड गया उनके गीलेपन का स्वाद ज़ुबान पर मधहोश करने लगा मेंने धीरे से पेंटी नीचे खिसकाई और में देखती  ही रह गई इतने सुंदर फूले हुये होंठ जैसे गुलाब की पंखुड़ी हो और उनके बीच से झाकता हुआ एक काले जैसा गीला चिपचिपा सा पानी मेरी ज़ुबान निकली और टेस्ट किया मीठा सा स्वाद आया.

मेंने और एक बार ज़ुबान से टेस्ट किया और फिर करती चली गयी ज़ुबान अपने आप ही जैसे चलने लगी मेडम की टाँगे फैल गयी और मेरे सिर पर मेडम का दबाव बड गया में अपना पूरा मुँह मेडम की चूत से चिपका के चूसने लगी थोड़ी देर चूसने के बाद मेडम ने अपने पैरो से मेरे सिर को दबोच लिया और सिसकाते हुये कराहते हुये गर्म सा जूस चूत से निकलने लगा और में एक प्यासे इंसान की तरह पीती चली गयी मेडम की टाँगे कुछ ढीली हुई तब साँस लेने का मौका मिला मेरे होंठ मेरी नाक मेडम के जूस से चिपचिपे हो गये थे में फिर से एक बार झुककर मेडम की चूत को चूमने लगी मेडम ने मुझे अपने उपर खीच लिया और प्यार से मेरे लिप्स को चूम लिया और कहा खुशबू तुम मेरी बेस्ट फ्रेंड हो आज से और मुझे चूमने लगी में मेडम की बाहों में लेटी रही.

थोड़ी देर बाद मेडम ने कहा आज रात यही रुक जाओ खुशबू में तुम्हारे घर पर फोन करके बता दूँगी ओके मेडम ने घर पर फोन करके इजाजत ले ली बाहर से खाना मँगवाया और खाने के बाद सोने के लिये मेडम बेडरूम में ले गयी और वहा पर मेरे कपड़े उतार दिये और खुद भी एक जन्मजात नंगे हो गये और मुझे पास बुलाकर मुझे चूमा और मेरे टेनिस बॉल जैसे बूब्स के साथ खेलने लगी मेरे निपल कड़क नुकीले हो गये थे मेडम मेरे निपल को मुँह में लेकर चूसने लगी और एक हाथ को मेरी चूत पर फेरने लगी मेने कितनी ही रातें अपने हाथो से अपनी चूत पर फेरी होगी पर आज पहली बार मेडम के हाथ मेरी चूत पर फेरने लगी और में गीली होती गयी यहा तक की मेरी चूत से पानी बहने लगा और अचानक मेडम मेरी चूत को चाटने लगी.

अब मेडम घूम गयी थी उनकी टाँगे मेरे मुँह के पास थी मेंने किस किया तो मेडम ने मेरे मुँह पर अपनी चूत रख दी अब में मेडम की चूत चाट रही थी और मेडम मेरी और फिर हम एक दूसरे का रस पी रहे थे और पीते रहे और कुछ ही देर बाद मेरे पैर अकड़ गये और में छटपटाने लगी मेडम के मुँह का दबाव और बड गया मेरा शरीर एकदम अकड़ गया और एक लंबी सिसकारी लेते हुये मेरा पानी छूटने लगा और मेडम का चेहरा भीग गया मेरे चूत के रस से  मेरी चूत से पहली बार इतना रस निकला था और निकलता जा रहा था मेडम खुश होते हुये  चाट रही थी मेरा छटपटाना बन्द हो गया अब में थोड़ी शान्त हो गयी. मेडम मेरे पास आई मुझे बाहों में भर लिया और प्यार से गालो को चूमने लगी और में भी चूमने लगी.
आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है

मेरे मुँह से अचानक निकल ही गया की मेडम आप मुझे बहुत अच्छे लगते हो और मेडम ने कहा खुशबू तुम भी मुझे अच्छी लगती हो आज के बाद तुमको जो चाहिये मुझसे कहना में ला दूंगी ओके में खुश होकर उनकी बाहों में समा गयी और रात बडती गयी और एक बार फिर से हमारा खेल शुरू हुआ यह खेल ऐसे ही चलता रहा कभी कभी जब स्कूल में वक़्त मिलता तो वही पर किसी क्लासरूम में दरवाज़ा बन्द करके मेडम मेरा रस पीती और में मेडम का एक दिन में टेबल पर अपनी टाँगे फैलाकर बैठी थी और मेडम मेरी स्कर्ट के अंदर मेरी चूत चाट रही थी की अचानक प्रिन्सिपल साहब अंदर आ गये और हमें रंगे हाथो पकड़ लिया आगे की स्टोरी आप लोगो के रेस्पोंस के बाद लिखूंगी. ये मेरी सच्ची कहानी है. अगर अच्छी लगे तो इसे शेयर जरुर करें.

धन्यवाद ...

Anjaan Ladki ko Rakheel Banaya

कहानी : अनजान लड़की को रखेल बनाया

प्रेषक : रोशन

हाय मेरा नाम रोशन है  मैं मुंबई का रहने वाला हूँ मैं इस साइट का रेग्युलर रीडर हूँ मुझे ये वेबसाइट बहुत पसंद है जब भी मुझे टाइम मिलता है मैं इसे खोल कर बैठ जाता हूँ मैं आज  अपना सच्चा अनुभव बताने जा रहा हूँ  बात उस समय की है जब मुझे अपनी नई जॉब मिलने की वजह से दिल्ली जाना पड़ा दिल्ली मे मेरा एक दोस्त रहता था उसने मेरे रहने का बंदोबस्त किया मेरे आने से पहले उसने एक हॉल किचन का फ्लेट मेरे लिये किराये पर बुक किया अब मैं अपना सामान पेक करके जाने की तैयारी करने लगा ट्रेन का रिजर्वेशन किया और दिल्ली के लिये रवाना हुआ मेरी सीट खिड़की के पास थी ट्रेन काफी खाली थी ज़्यादा लोग नही थे और मैं टाइम पास करने के लिये दरवाज़े के पास जा कर खड़ा हो गया.

तभी टी.टी आया और उसने मेरा टिकट चेक किया  और आगे जा कर और टिकट चेक करने लगा तो मैने देखा की एक 20 से 22 साल की लड़की पुराने से कपड़े मे उससे हल्की सी आवाज़ मे बात कर रही थी  और टी.टी चिल्लाये जा रहा था  तब मैं वहा पर गया और उससे उसके के बारे मे पूछा तो उसने बताया की उसके पास टिकट नही है  और टी.टी उससे ट्रेन से उतरने को कह रहा है अगले स्टेशन पर. तो मुझे बुरा लगा और मैने उसका टिकट बनवाया और फाइन भी भरा  टी.टी ने उसको मेरी बाजू वाली सीट ही दे दी और चला गया अब मैं उससे बात करने लगा पहले तो उसने सब झूठ बताया फिर पता नही क्यो फिर से उसने अपनी सच्ची स्टोरी बताई  की उसका बाप शराबी है माँ मर चुकी है और उसका बाप उसे घर पर बहुत तंग करता है इसीलिये वो घर से भाग के आई है और उसके पास कोई पैसे भी नही है.

बात करते करते सफ़र कट गया और दिल्ली स्टेशन आ गया और मैं अपना सामान उठा के उतर गया  वो लड़की भी चली गयी  मैं ऑटो स्टैंड पर पहुँचा तो देखा की वो मेरे पीछे ही खड़ी थी तो मैने उससे पूछा की वो अब कहा जायेगी तो उसने कहा पता नही दिल्ली शहर उसके लिये बिल्कुल नया है वो अपने गावं से कभी बाहर भी नही निकली तब मैने उससे पूछा की अगर तुम्हे ऐतराज़ ना हो तो तुम मेरे साथ मेरे घर पर चल सकती हो उसने भी मना नही किया उसके पास और कोई रास्ता भी नही था.

फिर हम दोनों साथ साथ नये घर पर चले गये मेरे दोस्त ने सारा बंदोबस्त कर रखा था छोटा सा घर था सिर्फ़ 2 ही रूम थे हम घर पर पहुंचे मैं फ्रेश होने चला गया वो एक कोने मे ही बैठी थी मैं वापस आया तो उसे भी फ्रेश होने को कहा और उसने कहा की उसके पास कोई कपड़े नही है तो मैने उसे अपना कुर्ता पजामा दे दिया उसने पहन लिया और रात को मैं हाँल मे और वो किचन मे सो गयी दूसरे दिन मैं सुबह ऑफिस चला गया वो घर मे थी पूरा दिन जब मैं शाम को लौटा तो देखा उसने पूरा घर साफ करके रखा था और मेरे लिये खाना भी बना कर रखा था मैं बहुत खुश हो गया.

मैंने उससे पूछा की चलो कही बाहर चलते है ताकि मैं तुम्हारे लिये कुछ कपड़े ले लू जो तुम पहन सको  पास ही मे एक शॉपिंग मोल था हम वहा गये और उसके लिये कुछ कपड़े खरीद लिये इसी तरह थोड़े दिन गुज़र गये  फिर एक दिन मैं काम से जल्दी घर आया और उसे कहीं बाहर खाना खाने के लिये ले गया. जब मैने उसे अपनी बाइक पर बैठने को कहा तो उसने मना किया और कहा की उसे डर लगता है  तब मैने उससे कहा की डरो मत मुझे पकड़ कर बैठो वो मान गयी और बाइक पर बैठ गयी तब पहली बार मुझे कुछ अनोखा एहसास हुआ पूरा दिन काम मे बिज़ी होने की वजह से मैंने उसकी तरफ कभी ध्यान नही दिया था लेकिन उसमे कुछ बात ही और थी  जब वो मेरे साथ बाइक पर बैठी तब उसके नरम नरम नींबू जेसे बूब्स मेरी पीठ को टच हो रहे थे  मुझे भी मज़ा आ रहा था  हम होटल गये कुछ खाया थोड़ा घूमे और फिर घर वापस आ रहे थे तो रास्ते मे खूब जोर की बारिश होने लगी  हम पूरे भीग चुके थे.

हम घर पहुंचे तब मैने उसको देखा की उसका पूरा बदन भीगा हुआ था और वो कांप रही थी  तो मैने उसे कपड़े बदलने को कहा  वो किचन मे गयी और कपड़े बदलने लगी  मैंने भी चेंज कर लिया  तभी लाइट चली गयी और जोर से बिजली कड़कडाने लगी और वो भाग कर आई और मुझसे लिपट गयी  उसने कहा की उसे बिजली से बहुत डर लगता है और मुझे कस के पकड़ लिया मैने भी मना नही किया क्या बताऊँ यारो मैं तो जैसे हवा मे उड़ने लगा उसका पूरा नरम बदन मेरी बाहों मे था उसके छोटे छोटे नींबू मेरे सीने को टच हो रहे थे तभी लाइट वापस आई  मैने देखा की वो सिर्फ़ कमीज़ मैं है उसने सलवार नही पहना था और मैं सिर्फ़ शॉर्ट्स मे था  वो मुझे छोड़ ही नही रही थी.

मैने भी मौके का फ़ायदा उठाया और उसकी कमर पर हाथ फेरा तो देखा उसकी पेंटी पूरी भीगी हुई है मैने उसके कूल्हों को ज़ोर से दबाया उसने भी मना नही किया मैने उससे कहा की तुम इसे उतार दो और मैने उसकी कमीज़ उतारने में भी मदद की वो अब मेरे सामने बिल्कुल नंगी खड़ी थी मेरा लंड तो पूरा खड़ा हो गया था मैने देर ना करते हुये उसके होठ पर अपने होठ रख दिये और चूसने लगा उसने भी मना नही किया  बहुत मज़ेदार होठ थे उसके नरम नरम गुलाब की पखुड़ी की तरह फिर में उसकी चूची पर हाथ फेरने लगा  क्या नरम थी यारो एकदम मुलायम  और उसको मुँह मे लेकर चूसने लगा वो अफ कुफ्फ करके सिसकियाँ भर रही थी करीब 15 मिनिट तक ये ही चलता रहा वो एकदम मधहोश होकर मेरा साथ देने लगी.

फिर मैने उसे अपने बेड पर लेटाया और उसके पूरे बदन को चाटने लगा और  नीचे आया तो देखा की उसकी चूत पर हल्के हल्के बाल थे और एकदम लाल कश्मीरी शेप की तरह मैने देर ना करते हुये उसकी चूत पर मुँह रख दिया वो पूरी तरह से मचल उठी  उसकी चूत हल्का हल्का पानी छोड़ रही थी क्या खुशबू थी यारो और वो कुछ नही कह रही थी और चुपचाप मजे ले रही थी और वो अजीब तरह की आवाज़े निकाल रही थी अहहह्ह्ह्ह और एकदम से उसका बदन अकड़ने लगा और वो झड़ गयी  हम थोड़ी देर तक शांत रहे फिर मैंने अपना लंड निकाल कर उसे चूसने को कहा तो वो दंग रह गयी उसने पहले कभी इतना लंबा लंड नही देखा था और अपने मुँह मे लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी और मेरे बॉल से खेलने लगी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था  करीब 10 मिनिट तक यह चलता रहा और बाद मैं में झड़ गया और उसने मेरा पूरा पानी नीचे फेक दिया उसे अजीब सा लगा वीर्य देख कर ये सब उसका पहली बार था.

फिर मैने देर ना करते हुये उसे लेटाया और उसके उपर लेट गया और अपना लंड उसकी कुवांरी चूत पर रखते ही वो डर गयी और बोली मत करो बहुत दर्द होगा मैने उससे कहा की डरो मत कुछ नही होगा  मैने क्रीम ली और थोड़ी उसकी चूत पर लगा दी और थोड़ी मेरे लंड पर फिर मैंने लंड को धीरे से चूत के अंदर डाला  जैसे ही मेरा टोपा उसके अंदर गया उसने मुझे धक्का दिया और कहने लगी बहुत दर्द होता है मैने और क्रीम लगाई और एक हल्का सा धक्का लगाया तो उसने एक चीख मारी उउई माँ मरररर गयी और ये कह कर वो रोने लगी  मैने भी बेरहम होकर और एक धक्का लगाया मेरा आधा लंड उसकी चूत मे घूस गया वो ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और थोड़ी देर बाद शांत हो गई.

शांत होते ही मैने एक झटके मे अपना पूरा लंड उसकी चूत मे डाल दिया  क्या टाइट चूत थी और एकदम गर्म वो ज़ोर से चिल्लाई आहह आआहह आआहह उहह और  थोड़ी देर बाद मैने देखा की उसकी चूत से खून आ रहा था और चादर पूरी भीग गयी थी और वो थोड़े समय के लिये बेहोश सी हो गई  फिर मैने लंड वापस से उसकी चूत मे डाला और इस बार उसे उतना दर्द नही हुआ  मैने अपने होठ उसके होठ पर रखे और मस्त होकर उसे चोदने लगा वो पूरी तरह कांप रही थी  जैसे मछली बिना पानी के पूरा घर छाप छाप की आवाज़ से गूँज रहा था वो मधहोश होकर गांड उठा उठा कर मेरा साथ दे रही थी करीब 10 मिनिट मे वो झड़ गयी मैं उसे चोदता ही रहा और थोड़े समय के बाद मैं भी झड़ गया.

कुछ समय के बाद मैने उसे फिर से अपनी गोद मे उठा लिया और सिर के पोज़िशन में उसे फिर से चोदा उसे भी बहुत मज़ा आने लगा  और मैने उसे उल्टा लेटाया और उसकी गांड के  छेद पर अपना लंड रखा और धीरे से अंदर घुसाया एकदम प्यार से ताकि उसे ज़्यादा दर्द ना हो हमने अलग अलग तरह से चुदाई की  फिर जैसे वो मेरी रखेल ही बन गयी अब जब भी मुझे मन करता है मैं उसे चोदता रहता हूँ  रात हो या दिन हो वो मुझे कभी मना नही करती..

धन्यवाद ...

Khala ki ladki ki choot faad di

कहानी : खाला की लड़की की चूत फाड़ दी

प्रेषक : धीरज
हेलो दोस्त मेरा नाम धीरज है और मैं जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ वो आज से दो महीने पहले की है मेरी उम्र 24 साल है और मैं उड़ीसा मैं रहता हूँ हमारे मोहल्ले मैं ही मेरी खाला का घर है और वहाँ मेरी खाला और उनकी बेटी एरूम अकेली रहती हैं एरूम की उम्र तक़रीबन 26 साल है और बिना शादीशुदा है एरूम के दो छोटे बहन और भाई भी थे मगर बहन की रायपुर शादी हो गई और भाई दिल्ली मैं रहता है और वहीं शादी कर रखी है अब आता हूँ मैं कहानी की तरफ एरूम जिसको मैं एरूम बाजी कहा करता था बहुत ही सीरीयस किस्म की लड़की थी मगर उस की फिगर बहुत ज़बरदस्त थी 34 साइज़ के बूब्स और भारी भारी सी गांड बहुत ज़बरदस्त  लगती थी.

मैं उनकी गांड का फेन था मगर उन की सीरीयस आदत की वजह से सब ही उनसे दूर रहते थे पिछले दिनो मेरे एग्जॉम ख़त्म हुये तो मैंने उनके घर रोज जाना शुरू कर दिया अगर कभी कोई काम होता तो खाला मुझे बुला भी लेती एक दफ़ा मैं उनके घर गया तो बाजी ने कहा की रेहान मुझे मोबाइल लेना है कोन सा लूँ मैंने कहा की आपको मोबाइल की क्या ज़रूरत है आप तो सारा दिन घर पर होती हैं उन्होंने कहा की इसलिये ही तो लेना है कभी एफ.एम और कभी कोई गाना सुन लिया करूँगी और कभी किसी को मैसेज कर दिया करूँगी मैंने उनको दो-तीन सेट बताये जिनमें से एक उन्होंने ले लिया जब उन्होंने मोबाइल ले लिया तो मुझे भी मैसेज करने लगी मैं भी उनको रिप्लाई कर दिया करता था.

फिर हमारी तरफ रात को दस बजे बिजली बंद होना शुरू हो गई इसी दोरान रात को रज़ाई मैं लाइट कर हम मैसेज पर एक दूसरे को बुरा भला कहना शुरू कर देते फिर हमारी रूटीन बन गई और हम दोनो रात को 10 बजते ही शुरू हो जाते कभी किस टॉपिक पर बात करते और कभी किस टॉपिक पर इस तरह हम एक दूसरे से बहुत फ्रेंकली हो गये एक दफ़ा उन्होंने मुझसे पूछा की तुम ने किसी कजन वगेरा को सेट किया या नहीं मैंने कहा की नहीं मैं इस काम में बिल्कुल अनजान हूँ फिर इसी तरह हम फ्रेंकली से फ्रेंकली होते गये आपको तो पता है की लड़के और लड़की फ्रेंकली हो जाये तो नतीजा एक ही निकलता है.

आप ये कहानी अंतराग्नि डाट काम पर पढ़ रहे है

इस तरह हम बहुत फ्रेंकली हो कर बात करने लगे एक दफ़ा उन्होंने मुझसे पूछा की तुम को लड़कियों मैं क्या अच्छा लगता है मैंने कहा की कुछ नहीं लडकियों मैं क्या अच्छा लगेगा उन्होंने कहा नहीं बताओ कोंन सी चीज़ सब से अच्छी लगती है मैंने कहा क्या मतलब तो वो बोली की  अच्छा बताओ तुम्हे मुझमें कोंन सी चीज़ सब से अच्छी लगती है मैं भी समझ गया की वो क्या पूछना चाह रही है मैंने उनसे कहा की सच बताऊँ तो उन्होंने कहा की हाँ सच बताओ मैंने कहा की चलो छोड़ो आप बुरा मान जायेगी तो उन्होंने कहा की में बुरा नहीं मानती तुम सच बताओ मैंने कहा की मुझे आपकी पीछे की साइड बहुत अच्छी लगती है उन्होंने कहा की लो मेरी कमर मैं ऐसा क्या है अच्छा लगने वाला मैंने कहा की कमर नहीं आपके हिप्स बहुत अच्छे लगते हैं भरे भरे से उन्होंने कहा की अच्छा तुम मुझे इन नज़रों से देखते हो मैंने कहा की नहीं मैने तो वैसे ही बात की है मैं डर गया था की कहीं बुरा ना मान जाये उन्होंने कहा की कोई बात नहीं मैं अभी तक तुम्हे बच्चा समझती थी मगर तुम तो जवान हो गये हो.

मैंने कहा की अगर आप को बुरा लगा हो तो सॉरी उन्होंने कहा की कोई बात नहीं फिर आहिस्ता आहिस्ता वो खुद ही मुझसे ऐसी बातें करने लगी एक दफ़ा उन्होंने मुझसे पूछ लिया की मैंने कभी किसी लड़की से सेक्स किया है मैंने कहा की नहीं तो वो बोली की मैंने भी नहीं क्या उन्होंने पूछा की तुम्हारा दिल तो करता होगा मैंने कहा की दिल तो सब का करता है उन्होंने कहा की हाँ दिल तो मेरा भी करता है फिर उन्होंने कहा की ऐसी बात करते वक़्त तुम्हे कुछ होता नहीं मैंने कहा की हाँ गर्म हो जाता हूँ उन्होंने कहा की मैं भी हो जाती हूँ फिर मैंने भी  पूछ लिया की आपने किसी के साथ सेक्स किया है उन्होंने कहा की नहीं कभी कोई मिला ही नहीं.

मैंने कहा आप इतनी खूबसुरत हैं आपके साथ तो कोई भी कर सकता है उन्होंने कहा की शायद मैंने ही किसी को पास नहीं आने दिया मैंने कहा की आप तो जिसको इशारा करें वो सेक्स के  लिये तैयार हो जायेगा उन्होंने कहा की तुम करोगे मैंने कहा की मैं वो बोली की हाँ तुम मैंने कहा की मैं तो आप से छोटा हूँ उन्होंने कहा की कोई बात नहीं मैंने कहा की मगर करेंगे केसे मैंने तो पहले कभी नहीं किया उन्होंने कहा की किया तो मैंने भी नहीं मगर कल अम्मी किसी के वहा जा रही हैं और शाम को आयेगी आगे तुम्हारा काम है की कैसे सब कुछ करते हो मैंने कहा की ठीक है मैं कुछ करता हूँ.
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अगले दिन मैं अपने एक दोस्त के पास गया जिस का मेडिकल स्टोर था मैंने उसको सारी बात बताई तो उसने कहा की जानी कोई मसला ही नही है में दुकान के अंदर गया और कन्डोम ले आया और मुझे दे कर बोला की यह काम करने से पहले उपर चढ़ा लेना इससे बच्चा भी नहीं होगा और यह हैं भी टाइमिंग वाला मैं कन्डोम ले कर सीधा उनके घर पर गया और बेल बजाई  उन्होंने ही दरवाज़ा खोला और मुझे अंदर आने को कहा मैं अंदर चला गया वो मुझे अपने बेडरूम मैं ले गईं और कहा की क्या सोचा मैंने कहा की सब काम हो गया है फिर वो मेरे साथ ही बेड पर बैठ गईं हम दोनो कुछ देर तक खामोश बैठे रहे वो सोच रही थी की मैं शुरू करूँगा और मैं सोच रहा था की वो हम दोनों ने एक दूसरे की तरफ देखा और मुस्कुरा दिये.

हम दोनो बहुत नर्वस थे और दोनो के माथे पर पसीना था वो मुझसे बोली की फिर शुरू करो मैं ने कहा की कैसे उन्होंने कहा की जैसे चाहो मैंने हिम्मत करके उनके हाथों को पकडा और उनको  बेड पर लेटा कर उनके उपर आ गया और उनके होंठो पर अपने होठ रख दिये और उनके होठ  चूसने लगा वो भी मेरा साथ देने लगी मैंने अपने हाथों से उनके बूब्स दबाने शुरू कर दिये वो मेरे नीचे पानी से निकली मछली की तरह तडपने लगी मैंने उनकी कमीज़ उपर उठा दी उन्होने नीचे काला ब्रा पहना हुआ था वो खड़ी हो गई और अपनी कमीज़ और ब्रा उतार दिया उनके गोल गोल बूब्स मेरे सामने थे मैंने उनको फिर बेड पर लेटाया और उनके बूब्स चूसने लगा वो मस्ती से भारी आवाज़ें निकालने लगी अया उफफफफफफफफफफ्फ़ रेहान चूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊसो आआआआहह हाआाआआं मैं उनके बूब्स चूस रहा था.

फिर मैंने अपने कपड़े भी उतार दिये और उनकी सलवार भी उतार दी उफफफफफफफफ्फ़ क्या चूत थी उनकी गुलाबी गुलाबी मैं उनकी चूत और वो मेरा लंड देखकर हैरान हो रही थी फिर मैंने उनको बेड पर लेटाया और उनकी चूत पर अपने होठ रख दिये और उनकी चूत चाटना शुरू कर दी जैसे जैसे मैं उनकी चूत चाट रहा था वो गर्म से गर्म होती जा रही थी और ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी आआआआआआआआहह उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ आआआआआअहह वो मेरा सर पकड कर अपनी चूत की तरफ ज़ोर लगा रही थी और फिर वो गर्म हो कर झड़ गई और सारा पानी मेरे मुँह में छोड़ दिया जिसे मैंने पी लिया वो अब ठंडी हो चुकी थी मैंने मुँह उपर उठाया तो वो बोली की रेहान आज तुम ने मुझे बहुत मज़ा दिया मगर सॉरी तुम्हारा मुँह खराब हो गया.

मैंने कहा की कोई बात नहीं अब आप मेरा लंड चूस कर हिसाब बराबर कर दो वो बोली की हाँ क्यों नही और मेरा लंड मुँह में ले कर चूसने लगी वाउ क्या मज़ा था उनकी हर एक चूपे के साथ मैं मज़े की दलदल में घुसा जा रहा था उन्होंने दो तीन मिनिट मेरे लंड को चूसा था और मैं भी उनके मुँह में ही झड़ गया और मेरे मुँह से भी आआआआआआहह की आवाज़ निकली उन्होंने भी मेरा सारा पानी पी लिया अब हम दोनो बेड पर लेट गये वो बोली की आज तो मज़ा आ गया मैंने कहा अभी तो और मज़ा आयेगा जब मैं आप की चूत मारूंगा उन्होंने कहा की हाँ आज मैं भी सारा मज़ा चखना चाहती हूँ फिर थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया मैंने कहा की क्या ख्याल है अब काम शुरू करें वो बोली हाँ करो मैंने उनको बेड पर लेटाया और साइड पर पड़ी अपनी शर्ट की जेब से कन्डोम निकाला और अपने लंड पर लगा लिया यह देख कर वो मुस्कुरा दी और बोली तुम तो पूरा बंदोबस्त करके आये हो.

मैंने उनकी टांगे उठाईं और उनकी चूत पर अपना लंड रख कर रगड़ने लगा वो बोली रेहान जल्दी करो मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा मैंने उनकी चूत पर लंड रख कर ज़ोर का धक्का लगया तो मेरे लंड का टोपा थोडा सा अंदर गया मगर फिर बाहर आ गया उनकी चूत बहुत टाइट थी मैंने दोबारा कोशिश की और एक और धक्का लगाया अब की बार मेरा टोपा और थोड़ा सा लंड अंदर चला गया और उन्होंने एक ज़ोर की चीख मारी आआआआआआअहह रेहहाआआआआअन बहुत दर्द हो रहा है मगर मुझे इतना मज़ा आया की मैं पागल हो गया था और एक और ज़ोर का धक्का मारा और मेरा पूरा लंड अंदर चला गया वो ज़ोर से चिल्ला रही थी रेहान्नननणणन रुक जाओ प्लीज़्ज़्ज़्ज़ज़्ज़्ज़्ज़ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मैंने लंड अंदर ही रखा और कुछ देर के लिये रुक गया जब वो कुछ नॉर्मल हुई तो मैं आहिस्ता आहिस्ता अंदर बाहर करने लगा.

अब उनको भी मज़ा आ रहा था और वो भी मज़ा लेने लगी जब मैंने देखा की वो अब नॉर्मल हो गई हैं तो मैंने अपनी स्पीड तेज़ कर दी अब वो भी मज़े से आआआआआ हन्नननननननणणन एरसस्स्स्स्सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्सस्स करने लगी मैंने भी स्पीड और तेज़ कर दी इतनी टाइट चूत    मारते हुये मुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा था मैं ज़ोर से धक्के पर धक्के मार रहा था वो भी  चिल्ला रही थी और तेज़्ज़्ज़्ज़ज़्ज़्ज़्ज़ज़्ज़्ज़ रेहान और तेज्ज्ज्जज्ज्ज्ज करो और मैं धक्के पर धक्के मारता रहा वो दो तीन बार झड़ चुकी थी और अब मैं भी झड़ने वाला था मैंने धक्को की स्पीड बड़ा दी और जब मेरा झड़ने लगा तो मैंने उनके पूरा अंदर तक कर दिया और मेरा भी  काम हो गया

मैंने अपना लंड बाहर निकाला और कन्डोम उतार कर बाथरूम के टायलेट मैं फैंक दिया और वापस आ कर उनके साथ ही लेट गया वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुराई और बोली मैं तो तुम्हे बच्चा ही समझती रही मगर तुम तो पूरे जानवर हो देखो मेरी चूत का क्या हाल कर दिया उन्होंने अपनी चूत की तरफ इशारा किया जो अब सुर्ख हो कर अजीब सी लग रही थी मैंने कहा की यह तो कुछ भी नहीं जब यह बच्चा अभी आपकी गांड मारेगा तो आपको पता चलेगा वो  बोली क्या नहीं मैं ऐसा नहीं करवाउंगी वहाँ तो बहुत दर्द होगा और वो जगह भी कितनी गंदी है तुम आगे से जितनी बार चाहो करो मगर पीछे से नहीं मैंने कहा की प्लीज करने दो ना बस थोडा सा दर्द होगा फिर सब सेट हो जायेगा वैसे भी मुझे आप की गांड बहुत पसंद है मैंने आप को बताया भी था वो बोली को अच्छा तो तुम नहीं मानोगे.
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मैंने कहा की प्लीज उन्होंने कहा की ठीक है मगर आहिस्ता आहिस्ता करना मैंने कहा की आप चिन्ता ही ना करें मेरा लंड अभी खड़ा नहीं हुआ था मैंने कहा की पहले इसे तो खड़ा करो तो उन्होंने मेरा लंड मुँह में ले कर चूसना शुरू कर दिया मेरा लंड कुछ ही देर मैं खड़ा हो गया मैंने उनका मुँह दूसरी तरफ करके उनको घोड़ी बना दिया उनकी खूबसुरत और भरी हुई चुत्तड अब मेरे सामने थी मेरा लंड अंदर जाने के लिये बेताब था मैंने उनकी गांड के होल पर अपना लंड  रखा और ज़ोर से धक्का मारा मगर लंड अंदर नहीं गया उनकी गांड बहुत टाइट थी मैंने पास की ही दराज से क्रीम निकाल ली और अपने लंड पर लगा ली वो बोली की कन्डोम उससे ही  कर लेते मैंने कहा की कोई बात नहीं यहाँ से कोन सा बच्चा हो जायेगा.

फिर मैंने उनकी गांड के होल का निशाना ले कर ज़ोर से धक्का मारा तो मेरा टोपा अंदर चला गया मगर उन्होंने इतनी ज़ोर की चीख मारी की कमरा ही हिल गया आआआआआआहह रेहान मत्त्तट करो यहन्नननणणन से प्लीज़्ज़्ज़्ज़ज़्ज़ज़ बहुत दर्द होता है मैं कुछ देर के लिये रुक गया और थोड़ी देर के बाद एक और ज़ोर का धक्का मारा और सारा लंड अंदर चला गया वो बोली प्लीज़्ज़्ज़्ज़ज़्ज़्ज़्ज़ज़ धीरज आहिस्ता करो बहुत दर्द हो रहा है मगर अपनी फेवरेट गांड मैं लंड डाल कर अब मैं रुक कैसे सकता था मैंने फुल स्पीड पर धक्के मारने शुरू कर दिये मैं ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहा था और उनके कुल्हे मुझसे टकरा रहे थे जिससे शरप शरप की आवाज़ें आ रहीं थी जिनके साथ उनकी चीखें आआआआआअहह उन्न्ञननणणन ऊऊऊओफ्फ़ आआअहह भी शामिल थी.

यह आवाज़ें सुन कर मैं और भी तेज़ हो रहा था वो मुझे कसमें और वास्ते दे रही थी की बस करो मगर मुझ पर उल्टा ही असर हो रहा था मैं धक्के पर धक्के मार रहा था फिर आहिस्ता आहिस्ता उनकी चीखें मज़े मैं बदलने लगी और वो मज़े से चिल्लाने लगी और तेज़ करो हाँ और तेज़ फाड़ डालो मेरी गांड को और तेज़ करो मुझे और ज़्यादा गर्मी छा रही थी मैंने भी अपनी स्पीड और तेज़ कर दी फिर थोड़ी देर के बाद मुझे ऐसा लगा जैसे मैं झड़ने वाला हूँ मैंने धक्को की स्पीड और बड़ा दी और फिर उनकी गांड के अंदर तक जा कर रुक गया और इसके साथ ही मेरे लंड ने उनकी गांड पानी से भर दी उसके बाद मैंने अपना लंड बाहर निकाला और बेड पर लेट गया हम दोनो की सांस फूल गई थी मैंने उनकी तरफ देखा और मुस्कुरा दिया उन्होंने मुझे ज़ोर से एक थप्पड़ मारी और हंस कर बोली बदमाश कहीं का तुम्हारे अंदर तो वाक़ई एक जानवर है तुम तो कहते थे की आहिस्ता से करूँगा मगर तुमने तो मेरी गांड का बुरा हाल कर दिया.

मैंने कहा की इतनी खूबसुरत गांड देख कर कोई भी जानवर बन सकता है वैसे मज़ा आया की  नहीं वो बोली हाँ इतना मज़ा तो मैंने ज़िंदगी भर नहीं लिया मैंने कहा की चलो फिर लड़ाई ख़त्म  उसके बाद हम दोनो नहाने के लिये बाथरूम मैं चले गये हम दोनो एक साथ नहाये उसके बाद हमने खाना खाया और खाने के बाद जब वो बर्तन धो रही थी तो मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मेंने किचन में ही उनको कुर्सी पर एक बार फिर चोद डाला वो दिन है और आज का दिन हम हर हफ्ते में एक बार ज़रूर सेक्स करते हैं ..

धन्यवाद ...

Jindgi ki ek anokhi Ghatna

कहानी : ज़िंदगी की एक अनोखी घटना

प्रेषक : सिमरन

हाय फ्रेंड्स मेरा नाम सिमरन है ओर मेरी उम्र 24 साल है मैं एक हाउस वाइफ हूँ रंग मिल्की वाइट पतला शरीर लेकिन बहुत ही अच्छा फिगर है पतली कमर और बड़े बड़े बूब्स 36-26-34  मेरी फिगर है हाइट 5”5 शॉर्ट हेयर लगभग काफ़ी सेक्सी लगती हूँ ऐसा मुझे काफ़ी लोग बोलते हैं यह तो हो गई मेरी बात अब मेरे पति के बारे मैं बताती हूँ उनका नाम विनोद है काफ़ी सुन्दर हैं हम दोनो एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं वो मेरी हर खुशी का ध्यान रखते हैं ओर मैं भी इसीलिये 2 साल बाद भी सब कुछ नया लगता है.


मैं बहुत शर्मीली हूँ ओर इसीलिये मैने अपनी लाइफ का पहला सेक्स सुहागरात को ही किया था हमारी सेक्स लाइफ बहुत ही अच्छी है मेरे पति सेक्स पर बहुत खुल कर बोलते हैं ओर हर बार कुछ नया करने की सोचते हैं हम रोज़ तकरीबन 3 या उससे ज़्यादा टाइम सेक्स करते हैं घर मैं मैं ओर मेरे पति ही रहते है इसलिये जब भी उन्हे मोका मिलता है वो मुझ पर टूट पड़ते हैं मैं उनसे बहुत खुश हूँ मैने कभी किसी ओर के बारे मैं कभी नही सोचा लेकिन वो सेक्स मैं नयापन लाने के लिये ड्यूरिंग सेक्स अपनी पुरानी गर्लफ्रेंड का नाम ले लेकर मुझे चोदते हैं मुझे कोई एतराज नही क्योकी मुझे पता है वो मुझसे प्यार करते हैं इंटरनेट पर भी वो मुझे वेबकेम पर आने को बोलते हैं लेकिन मैं नही मानती लेकिन उनके कहने पर मैने नेट पर काफ़ी लोगो का लंड देखा है.

मेरा उनमे कोई इंटरेस्ट नही होता सिर्फ़ मेरे पति की खुशी के लिये इसका भी मुझे उन्ही से पता चला है और काफ़ी स्टोरी एक साथ पढ़ी है वाइफ शेरिंग ग्रूप सेक्स स्वपिंग थ्री सम फॉर सम ओर वो मुझे इन सब के लिये उकसाते भी थे लेकिन मै उन्हे बोल देती की यह सब स्टोरी या मूवी मैं ठीक लगता है लेकिन रियल मैं नही मैं उन्हे बोलती की आपके अलावा मुझे ओर कोई टच नही कर सकता मैं आपके 6 इंच के लंड से संतुष्ट हूँ यह था मेरी लाइफ का एक पार्ट लेकिन इसी दोरान एक ऐसी घटना हुई जिसने सेक्स के बारे मैं मेरा नज़रिया बदल दिया मैं अपने पति के अलावा किसी ओर के बारे मैं सोच नही सकती थी लेकिन एक दिन ऐसा आया की मुझे किसी गैर मर्द से सेक्स करना ही पड़ा.

अब स्टोरी शुरू करती हूँ हमारे घर के पास वाले घर मैं एक फेमिली रहती है जिसमे एक मिस्टर सिंघ उम्र 43 ओर उनके दो बच्चे उनकी वाइफ की काफ़ी समये पहले डेथ हो चुकी थी काफ़ी स्मार्ट हैं वो 6 फीट स्ट्रॉंग बॉडी उनके बच्चे अक्सर हमारे घर आ जाते हैं उनका भी स्वभाव  काफ़ी अच्छा है लेकिन मैने उन्हे कभी नही बुलाया मैने ओर मेरे पति ने कई बार नोटीस किया की वो मुझे घूरते रहते हैं मेरे पति अक्सर मुझे कहते रहते थे की यह तुम्हे घूरता रहता है तुम कही लाइन तो नही देती उसे लेकिन मेरा कोई भी इंटरेस्ट नही था उसमे लेकिन एक ऐसी घटना घटी की मुझे मिस्टर सिंघ के साथ सेक्स करना पड़ा रविवार का दिन था मैं घर का सारा काम करके 12 बजे फ्री हो गई ओर मुझे नींद आ रही थी विनोद ने कहा की मैं अपने दोस्त के पास जा रहा हूँ अगर कुछ बाज़ार से लाना है तो बोल दे मैने आइस क्रीम के लिये कहा वो चला गया ओर मैने गेट लॉक कर दिया ओर अंदर अपने रूम मैं आ कर उल्टी लेट गई.

मैने पजामा ओर टी-शर्ट पहन रखी थी हमारे घर मैं दो ही रूम हैं ओर सीढ़िया बाहर गेट के पास थी वो अपने बेटे को आवाज़ दे रहे थे लेकिन मुझे नही पता था की वो आवाज़ देते हुये  हमारी छत से नीचे आ रहे हैं इतने मैं उठ पाती वो सीधा मेरे रूम मैं आ गये मैं उठ कर बैठी हुई ओर बोली भाई साहब आप यहाँ वो बोले सॉरी डिस्टर्ब किया मैं बस अपने बेटे को ढूंढ रहा था मैने कहा की वो तो यहाँ नही आया जैसे ही वो वापस जाने लगे गेट पर विनोद आ गया ओर डोर लॉक करने लगा मैं डर गई मैने सोचा की अगर विनोद ने मिस्टर सिंघ को यहाँ देख लिया तो कही कुछ ग़लत ना सोच ले मैने कहा भाई साहब आप बाहर मत जाइये मैने गेट लॉक किया हुआ है ओर विनोद कुछ ग़लत ना समझ ले आप प्लीज यही छुप जाइये वो 2 मिनिट मैं चला जायेगा वो बोले की मैं समझा दूँगा मैने कहा नही आप उसे नही जानते वो बोले ठीक है.

मैने गेट खोला विनोद सीधा उस रूम मैं जाने लगा मेरा रंग उड़ गया मैने पूछा क्या हुआ गये नही वो बोला की अभी नही 1 घंटे बाद जाना है ओर मेरे दोस्त यहीं से मुझे पिक कर लेंगे मैने सोचा की चलो तब तक मैं अपनी स्वीट वाइफ के साथ आइसक्रीम ख़ाता हूँ मैं डर के मारे कांप रही थी विनोद ने उसी रूम मैं एंटर किया ओर टी.वी देखने लगा ओर मुझे बोला आओ जान आइसक्रीम खाते हैं मुझे थोड़ा रिलीफ मिला की मिस्टर सिंघ कहीं छुप गये हैं मैं भी काँपते कदमो से रूम मैं बेड पर जा कर बैठ गई वो बोला आइसक्रीम खा लो मैने कहा अभी नही वो मेरे करीब आ कर बैठ गया ओर बोला नही हम दोनो अभी आइसक्रीम खायेगे ओर नये तरीके से में उसकी कोई भी बात सुन नही रही थी मैं सोच रही थी की मिस्टर सिंघ कहाँ छुपे हैं.

इतने मैं विनोद ने थोड़ी सी आइसक्रीम मेरे पैरों पर गिरा कर चाटने लगा मैने उसे कहा की विनोद तंग मत करो विनोद मेरे पास आ कर मुझे चूमते हुये बोला क्यों क्या अभी मूड नही है मुझे टेन्शन यह थी की विनोद को नही पता की कोई ओर भी इस रूम मैं है मैने कहा नही है मूड अभी तो वो बोला फिर तो ओर भी मजा आयेगा ओर मेरे उपर चड़ के मुझे पागलो की तरह चूमने लगा मैं मिस्टर सिंघ को ढूंढ रही थी मैंने चुपके से बेड के नीचे देखा वो वहाँ नही थे फिर जब विनोद मेरी गर्दन पर किस कर रहा था तब मैने साइड मैं देखा हमारे रूम मैं लकड़ी की अलमारी है काफ़ी बड़ी है ओर उसमें सामान भी कुछ ज़्यादा नही है ओर उसमे से बाहर आसानी से देखा जा सकता है मैने सोचा यहाँ हैं भाई साहब फिर मैने सोचा की अगर विनोद ने मेरी चुदाई यहीं स्टार्ट कर दी तो भाई साहब को फ्री मैं मजे लेने को मिल जायेगे.

मैने विनोद से कहा की चलो दूसरे रूम मैं चलते हैं वो उठा ओर बोला क्यों यहाँ क्या है पहले भी तो यही चुदवाती थी आज हुआ क्या है तुम्हे मेरा साथ क्यों नही दे रही हो मैने सोचा की अगर मैने इसका साथ नही दिया तो विनोद को शक होगा मैने सब भगवान पर छोड़ दिया ओर विनोद को गले लगा कर उसका साथ देने लगी वो बोला थैंक्स माई वाइफ उसने मेरे लिप्स पर थोड़ी सी आइस क्रीम रखी ओर उसे चाटने लगा फिर उसने अपने सारे कपड़े उतार दिये ओर मेरी टी शर्ट भी उतारने लगा मैने हिचकिचाते हुये टी शर्ट उतार दी ओर विनोद ने फिर आइसक्रीम मेरे बूब्स पर रखी ओर उसे चाटने लगा मैं बीच बीच मैं अलमारी की तरफ देख लेती मुझे मजा भी आ रहा था ओर टेन्शन भी हो रही थी की बेशक मेरा पति मुझे चोद रहा है लेकिन मेरे नंगे जिस्म को कोई अंजान भी निहार रहा है.

फिर मैने सोचना बंद कर दिया क्योकी टेन्शन के कारण मजा नही आ रहा था मैने कहा कोई बात नही देखने दो टी.वी की आवाज़ के कारण उसकी कोई भी आहट नही आ रही थी फिर विनोद ने मेरा पजामा ओर मेरी पेंटी भी उतार दी ओर कभी मेरी जांघ पर आइस क्रीम लगाता ओर कभी मेरी चूत पर बीच बीच मैं ध्यान मिस्टर सिंघ की तरफ जाता की उन्हे क्या फील हो रहा होगा मेरा गोरा नंगा बदन देख कर फिर मुझे विनोद की वाइफ शेरिंग ओर स्वपिंग की बातें वो सारी स्टोरी याद आने लगी मैं सेक्स मैं डूबती जा रही थी अब मुझे यह सोच कर मजा आने लगा की कोई गैर मर्द मुझे सिर्फ़ 6 फीट की दूरी से मुझे इस हालत मैं देख रहा है और मेरी चुदाई देख रहा है मुझे चोदने की तैयारी तो विनोद कर रहा था लेकिन मैं फीलिंग्स मिस्टर सिंघ की ले रही थी.

मै अपने बूब्स दबा रही थी ओर विनोद मेरी चूत ओर गांड चाट रहा था मुझे 2 मिनिट लगे झड़ने मैं मेरी पूरी चूत गीली हो गई विनोद ने सारा चूत का पानी चाटा ओर बोला की आज क्या बात है क्या चल रहा है मन मैं आज बहुत जल्दी पानी छोड़ दिया मैने बात को बदलते हुये  कहा की जान यह आइसक्रीम वाला आइडिया अच्छा था फिर वो लेट गया ओर मुझे सक करने को कहा फिर मैने डिसाइड कर लिया की आज मिस्टर सिंघ को पूरी लाइव ब्लू फिल्म दिखाउंगी मैं विनोद के लंड पर झुक गई ओर उसे मुँह मैं लेकर चूसने लगी ज़्यादातर मेरा मुँह लंड चूसते  वक़्त अलमारी की तरफ था ताकि भाई साहब को वो बिल्कुल साफ ओर पूरा दिखे कभी मैं लंड चूसती कभी विनोद के लटके उनके दोनो बाल्स को मुँह मैं लेकर चूसती वो दर्द के कारण उछल पडते ओर बोलते सीमी आज तुम मुझे मार दोगी क्या थोड़ी देर लंड चूसने के बाद मैं अपने बाल बाँधने के लिये बेड पर खड़ी हो गई बाल बाँधते हुये मैने अपनी बॉडी का पूरा नंगा शरीर मिस्टर सिंघ को दिखाया.

फिर मैं बेड से नीचे उतरी ओर घोड़ी बन कर विनोद का लंड चाटने लगी ताकि वो पीछे से मेरी गांड ओर मेरी चूत देख सके मैं पूरे मजे मैं थी फिर उपर आई ओर विनोद का लंड अपनी चूत पर सेट किया और एक ही झटके मैं लंड अंदर ले लिया फिर मैं विनोद के लंड पर उछलने लगी विनोद को पूरा मजा आ रहा था उसके चहरे से पता लग रहा था ओर मुझे भी ओर शायद मिस्टर सिंघ को भी मेरे साथ मेरे बूब्स भी उछल रहे थे मैं कभी अपने दातो से अपने होंठ काटती कभी अपने बूब्स दबाती 15 मिनिट तक मैं लगातार उनके लंड पर उछलती रही मैं थक चुकी थी और झड़ भी चुकी थी.

मै विनोद के उपर गिरी लेकिन विनोद का अभी लंड पूरा खड़ा था ओर वो मुझे ओर चोदना चाहता था उसने मेरी टाँगे उठाई ओर मेरी कमर के नीचे तकिया रखा ओर जबरदस्त चुदाई करने लगा मेरे मुँह से आवाज़ें निकल रही थी वो चोदते हुये बोलने लगा की सीमी मान जा थ्री सम फॉर सम मैं ग्रूप मैं स्वपिंग मैं बहुत मजा आता है मैं तुझे किसी ओर से चूदते देखना चाहता हूँ मुझे फिर टेन्शन हो गई की ओर कोई चोदे ना चोदे लेकिन बाहर निकलते ही मिस्टर सिंघ ज़रूर चोदेगे फिर उसने मुझे घोड़ी बनाया ओर मेरी गांड मैं एक ही झटके मैं लंड डाल दिया वो बहुत तेज़ धक्के मार रहा था.

मैं भी अपनी गांड पीछे की ओर फेंक रही थी बहुत मजा आ रहा था कभी वो गांड चाटता कभी चूत कभी चूत मैं लंड डालता कभी गांड मैं ओर फिर बोलता कि मान जा सीमी देख एक टाइम पर एक ही लंड जा रहा है अगर एक तेरी गांड मैं हो दूसरा चूत मैं तीसरा मुँह मैं कितना मजा आयेगा तुझे ओर मुझे मैने भी थोड़ा थोड़ा मिस्टर सिंघ का लंड इमेंजिन करने लगी मेरा पानी फिर तीसरी बार झड़ गया इतने मैं विनोद को उसके दोस्तो की कॉल आ गई ओर वो बोले की 10 मिनिट मैं वो हमारे घर पहुँच रहे हैं तैयार रहना हम इन्तजार नही करेंगे विनोद ने मुझे सीधा किया ओर मेरी चूत मैं लंड डाल कर बोला आज पहले से ज़्यादा मजा आया ओर फिर धक्के मारने लगा और 20-25 धक्को के बाद उसके लंड से गर्म पानी निकल गया जो की मेरी चूत मैं समा गया मैने भी महसूस किया की आज की चुदाई बाकी दिनो से अलग थी विनोद का लंड मैने चाट के साफ़ किया वो झट से उठा कपड़े पहने ओर बोला की दोस्त बाहर आ गये हैं रात को मिलते हैं डोर लॉक कर लेना.

मैने राहत की सांस ली मैं कुछ मिनिट वैसे ही पड़ी रही हवस का नशा धीरे धीरे उतर रहा था मुझे फिर याद आया की मिस्टर सिंघ मैं झट से उठी ओर पजामा ओर टी शर्ट पहनी और भागती हुई गेट लॉक करने गई आते वक़्त पानी का गलास ले कर रूम मैं आई ओर मिस्टर सिंघ को बाहर आने को कहा मिस्टर सिंघ बाहर निकले मैने एक नज़र उठा कर उन्हे देखा वो पसीने से पूरे भीग चुके थे मैं उनसे आँख नही मिला पा रही थी मैने उन्हे पानी देते हुये कहा की सॉरी भाई साहब मुझे ऐसा नही करना चाहिये था मुझे क्या पता था की विनोद जायेगा ही नही जल्दी जल्दी मैं मैने फेसला ग़लत ले लिया.

आप कितने टाइम से अलमारी मैं खड़े हैं वो कुछ नही बोले चुपचाप पानी पीते पीते बेड पर बैठ गये मेरी ब्रा ओर पेंटी वहीं पड़ी थी उनकी पेंट मैं उनका खड़ा लंड साफ़ दिख रहा था मुझे उनसे काफ़ी शर्म आ रही थी मैं फिर बोली सॉरी भाई साहब वो बोले इट्स ओके वो उठ कर जाने लगे मैने शुक्रिया किया की जान बची लेकिन फिर वापस आये ओर बोले सीमी तुम बहुत सुंदर हो  मैने आँखें नीचे कर दी तुम्हारा पति बहुत लकी है फिर बोले की आज मैने तुम्हे जिस हालत मैं देखा है कोई ओर होता तो शायद अब जो मोका मेरे पास है नही छोड़ता मैं बोली हाँ भाई साहब आप बहुत शरीफ हैं वो मेरे पास आये ओर बोले देखो सीमी तुम्हारे रूप ने मुझे पागल कर दिया है मेरी बीवी को मरे हुये 8 साल हो गये है मैने कभी भी बाहर किसी से सेक्स नही किया लेकिन आज तुमने मेरा शेतान जगा दिया है मैं डर गई.

वो बोले मैं तुम्हारे साथ ज़बरदस्ती नही करूँगा अगर तुम चाहो तो एक बार प्लीज़ एक बार मेरे साथ सेक्स कर लो मैं फिर कभी नही कहूँगा मैने उनकी आँखों मैं देखा उनकी आँखों मैं पानी था वो सेक्स के लिये तरस रहे थे मैने कहा नही भाई साहब यह ग़लत है मै अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ ओर उसे चीट नही कर सकती फिर वो बोले विनोद भी तो यह चाहते है तुम किसी ओर से सेक्स करो थ्री सम या फॉर सम वाली बात मैने सुनी है फिर इसमे क्या है मैने कहा हाँ लेकिन यह सब उनकी जानकारी मैं हो तभी शायद हो सकता फिर वो उदास हो कर बोले चलो ठीक है क्या तुम मेरे बारे मैं विनोद से बात करोगी अगर उसने तुम्हे थ्री सम के लिये कहा तो मैंने जान छुड़ाने के लिया हाँ कह दिया उनके चहरे पर थोड़ी मुस्कान आ गई.

फिर वो बोले की सीमी मैने तो तुम्हे पूरा नंगा देख लिया है तुम भी मेरा लंड देख लो शायद तुम्हे पसंद आये मैं कुछ बोल पाती इतने मैं उन्होने 8 इंच का लम्बा लंड मेरे सामने निकाल लिया मैं एकटक उसे देखती रह गई उनका मोटा ओर लम्बा लंड देख कर मैं हैरान हो गई थी वो बोले की कैसा लगा तुम्हारे पति से तो बड़ा है मैं कुछ नही बोली बस हल्की सी स्माइल दे दी फिर वो बोले की सिमरन मेरा एक काम कर दो मैने पूछा अब क्या है वो बोले सेक्स का फेसला तो तुम पति से पूछ कर लोगी लेकिन आज तुम मेरा पानी अपने हाथ से निकाल दो प्लीज ना मत करना अगर तुम्हारे पति मना भी कर देंगे तो मुझे कोई दुख नही होगा हम आज का टॉपिक यहीं बंद कर देंगे.

मैने थोड़ा सोचा की बात तो सही है अगर विनोद मान गया तो मुझे कोई एतराज़ नही लेकिन अगर नही माना तो कम कम से कम यह फ्यूचर मैं मुझे तंग तो नही करेगा मैने कहा ठीक है भाई साहब सिर्फ़ हाथ ओर कुछ नही आप मुझे टच नही करेंगे वो बोले ठीक है वो बेड पर बैठे थे मैं नीचे ज़मीन पर उनके सामने बैठ गई मैने डरते डरते अपने हाथ से उनका लंड पकड़ा बहुत मोटा ओर लम्बा लंड था ओर एकदम गर्म जैसे कोई गर्म रोड पकड़ ली हो पहले तो अज़ीब लगा लेकिन 1-2 मिनिट के बाद अच्छा लगने लगा काफ़ी अच्छा एहसास था कोई इतना सेहतमंद लंड पकडने का मैं कभी एक हाथ से लंड हिलाती तो कभी दूसरे से लेकिन लंड पानी छोड़ने का नाम ही नही ले रहा था मैं थक चुकी थी मैने उन्हे लेटने को कहा ओर मैं भी उनके साथ लेट गई लंड अभी भी हाथ मैं था मैं उल्टी लेटी हुई थी.

मेरा चेहरा उनके लंड के काफ़ी करीब था और लंड को हिलाते हिलाते मैं यह सोचने लगी की अब इतना कुछ तो हो ही गया है अगर विनोद मान जाये तो यह लंड मेरी चूत ओर मेरी गांड मैं होगा मुझे फिर मस्ती चढ़ रही थी यह सब करते करते मुझे पता नही चला की कब मैने अपनी एक टांग उनकी छाती पर रख दी ओर वो मेरे पैर के अंगूठे को मुँह मैं लेकर चूस रहे थे मैं कुछ नही बोली मुझे अच्छा लग रहा था मै गर्म होती जा रही थी मैने सोचा की अब जल्दी से इनका पानी निकले नही तो गड़बड़ हो जायेगी फिर मैने लंड की स्किन पीछे खींची ओर उनके सुपाडे को मुँह मैं भर लिया काफ़ी बड़ा सुपडा था विनोद का पूरा लंड मैं मुँह मैं ले लेती थी लेकिन उनके तो सुपडे से ही मुँह भर गया उनके मुँह से आआआआअ की धीमी धीमी आवाज़ें आ रही थी मेरी सांसो ओर मेरी ज़ीभ की गर्मी वो ज़्यादा देर झेल नही पाये ओर उन्होने सारा पानी मेरे मुँह मैं छोड़ दिया.

मैं लंड चूसने मैं इतनी मग्न थी की मुझे पता ही नही चला ओर मैं सारा पानी पी गई ओर लगातार उनका लंड चूसे जा रही थी मैं सेक्स मैं एक बार फिर डूब चुकी थी वो उठ कर बैठ गये कभी मेरे बाल सहला रहे थे कभी मेंरी गांड कभी जांघ जिससे मेरा नशा बड़ रहा था लंड पानी छोड़ने के बाद भी खड़ा था मैंने उनका लंड मुँह से बाहर निकाला ओर सीधी लेट गई ओर तड़पने लगी मेरी आँखे खुल ही नही रही थी उन्होने मेरे दोनो बूब्स धीरे से दबाये मुझे बहुत अच्छा लगा और मेरी टी शर्ट उपर की ओर मेरी एक निपल को मुँह ले कर खींचा मैं सिसक उठी फिर दूसरी निपल पर भी ऐसा ही किया मैं मदहोश हो चुकी थी और अपनी टाँगे मसल रही थी फिर उन्होने मेरी टी शर्ट निकाल दी ओर मेरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूमने लगे उनका लंड मेरा पजामा फाड़ देता अगर उन्होने पजामा ना उतारा होता.

अब मैं फिर अंजान आदमी के सामने बिल्कुल नंगी थी उन्होने मुझे एक बार फिर बड़े ध्यान से देखा ओर बोले की तुम कयामत हो फिर वो अपना मुँह मेरी चूत के पास ले गये मेरी दोनो टाँगे खोल कर चूत को देखने लगे मेरी चूत मैं अब भी विनोद का स्पर्म था इसलिये चूत बहुत गीली थी लेकिन उन्होने कुछ सोचे बिना मेरी चूत चाटनी शुरू कर दी इतनी सख़्त ज़ीभ थी उनकी मैं उपर उठ रही थी ताकि पूरी ज़ीभ अंदर जा सके कभी वो गांड का छेद चाटते कभी चूत कभी गांड मैं उंगली घुसा कर उसे चाटते मैं सातवें आसमान मैं थी फिर उन्होने मुझे घोड़ी बनाया ओर पीछे से मेरी गांड ओर चूत चाटने लगे फिर हमने 69 पोज़िशन ली मैं उनक उपर थी ओर बड़ी बेरहमी से उनका लंड चूस रही थी.

मेरा पानी निकल चुका था सारा का सारा पानी ओर विनोद का माल वो पी चुके थे मैं पिछले 2 घंटे से चुद रही थी ओर 4 बार झड़ चुकी थी मेरे मुँह से बस निकल रहा था लेकिन वो बोले अभी बस कहाँ फिर मुझे सीधा किया ओर मेरे उपर आ गये और अपना लंड मेरी चूत के छेद पर सेट किया और मुझे अब तेज़ दर्द होने वाला था चूत भी सुख चुकी थी मैंने अब अपने होंठ दबा लिये ताकि दर्द झेल सकूँ उन्होने अपना लंड मेरी चूत पर फेरा ओर फिर धीरे धीरे अंदर डालने लगे सारा लंड अंदर जा चुका था एक नया लंड एक नया एहसास था वाकई मजा आ रहा था 2-3 मिनिट मैं ही चूत मैं पानी आ गया ओर मुझे फिर मजा आने लगा लंड मोटा ओर लम्बा होने की वजह से इतना मजा आ रहा था की मानो चूत मैं ओर जगह है ही नही.

थोड़ी देर बाद मैं भी उनका साथ देने लगी फिर हम दोनो ने एक जबरदस्त किस की वो मेरी ज़ीभ को इस कदर चूस रहे थे मानो खा जायेगे कभी गालों पर कभी बूब्स पर काटते मैं उनके बालो मैं हाथ फेर रही थी फिर मैं एक बार फिर झड़ने के करीब पहुँच गई मैं बोलने लगी तेज़ तेज़ तेज़ ओर तेज़ वो भी तेज़ हो गये मेरे मुँह से आआहहा तेज़्ज़ तेज़्ज़्ज़्जज़्ज़्ज़्ज़ आआआआअ की आवाज़ें आ रही थी फिर उन्होने एक लास्ट पॉवरफ़ुल धक्का मारा मानो चूत फाड़ने वाला था वो धक्का हम दोनो का काम एक साथ हुआ मेरी पूरी चूत पानी से भर चुकी थी मानो पेट मैं गर्म लावा डाल दिया हो फिर उन्होने मुझे किस की ओर बोले थैंक्स सीमी आज तुमने मुझे वो दिया जिसके लिये मैं कब से तड़प रहा था मैने उनसे कहा की भाई साहब अब उठिये ओर जाइये यहाँ से कही फिर विनोद आ गया तो सारी रात अलमारी मैं निकालनी पड़ेगी वो बोले ठीक है जाता हूँ लेकिन मेरा लंड भी उसी तरह साफ़ करो जिस तरह विनोद का जाते वक़्त किया था.

मैने फिर उनका लंड मुँह मैं लिया ओर चाट कर साफ़ किया वो काफ़ी खुश थे ओर शायद मैं भी मैं सच्ची में पूरी तरह से सॅटिस्फाइड हो चुकी थी लेकिन दिमाग से नहीं मुझे लग रहा था की मैने विनोद से चीट किया है मिस्टर सिंघ ने कपड़े पहने और जाने लगे मैने उनसे कहा की जो आज हुआ यह आगे कभी नही होगा अगर होगा तो सिर्फ़ विनोद की मर्जी से वो बोले की यह तो बताओ की मेरे साथ करके कैसा लगा मैने स्वीट सी स्माइल दी वो समझ गये की मैं खुश हूँ ओर हंसते हंसते चले गये लेकिन मैं सारा दिन यही सोचती रही की सही किया या ग़लत फिर मैने सोचा की मैं यह सब विनोद को सच सच बता दूँगी.

उस रात विनोद 10 बजे आया उसने ड्रिंक कर रखी थी उसने फिर मेरे साथ सेक्स किया मेरे बूब्स पर काटने के निशान थे वो बोला की यह किसने किये मैं डर गई लेकिन मैंने मोका संभाल लिया ओर बोली की दोपहर को तुम ही करके गये थे वो उस रात मुझे चोदता रहा मुझे कुछ फील नही हो रहा था मैं बस जो हुआ उस सब के बारे मैं सोचती रही फिर मैने दो दिन बाद डिसाइड किया मैं टेन्शन मैं जा सकती हूँ इसलिये मुझसे यह जो ग़लती हुई है वो मुझे विनोद को बतानी पड़ेगी उसके बाद चाहे मुझे वो छोड़ दे.

मैं उससे बहुत प्यार करती हूँ ओर वो भी फिर मुझे यह स्टोरी का आइडिया आया मैंने पूरा दिन लगाकर उनके लेपटॉप पर यह स्टोरी लिखी ओर रात को जब विनोद घर आया उसने मुझसे पूछा की मूड क्यों ऑफ है रात को जब वो मेरे साथ सेक्स करने लगा मैंने उससे कहा की विनोद मैने एक स्टोरी लिखी है आप उसे पढ़ लीजिये अगर अच्छी लगे तो पोस्ट कर देना नही तो डीलीट कर दीजियेगा उधर वो स्टोरी पढ़ रहे थे ओर इधर मैं तकिये मैं मुँह देकर रो रही थी क्योकी इसके बाद मेरी लाइफ बदलने वाली थी मेरी लाइफ मैं आगे क्या हुआ यह मैं आपको अगली स्टोरी मैं बताउंगी तो आपको मेरी स्टोरी अच्छी लगे तो इसे शेयर जरुर करे. में इन्तजार करुँगी.

धन्यवाद ....

Dukaan wali bhabhi - 2

कहानी : दुकान वाली भाभी 2

प्रेषक : सेंडी

हाय दोस्तों में सेंडी फिर से मेरी कहानी पेश कर रहा हूँ. जैसे की आप ने पढ़ा होगा मेरी पिछली कहानी मे दुकान वाली भाभी उसका दूसरा पार्ट हैगर्मी की छुट्टी चल रही थी तब भाभी ने मुझे पूछा की मेरे गावं चलोगे क्या तो मे तुरन्त तैयार हो गया क्योकी मुझे गावं बड़ा अच्छा लगता है हम रात की गाड़ी मे बैठे और दूसरे दिन दोपहर को पहुंचे वहा पर सिर्फ़ भाभी की माँ और उनका बेटा रहता है भाभी की माँ को मेने देखा तोलगता ही नही था की वो उनकी माँ है उम्र होगी कोई 48 साल की लेकिन लगती है 35 साल  और मुझे उनकी गांड ज्यादा पसंद आई मस्त मोटी गांड है मे तो उनको देखते ही रह गया  भाभी की माँ मुझे पानी देने के लिये नीचे झुकी तो उनके बूब्स मुझे दिखे मे उसे देखने लगा क्योकी गावं के लोग ब्रा और पेंटी नही पहनते इसलिये उनके बूब्स मुझे आराम से दिख रहे थे मे बूब्स देख रहा हूँ ये भाभी ने देख लिया था माँ जी जब उठ के किचन मे गई तब भाभी बोली.


भाभी :क्या शरारत कर रहे थे?

मे : क्या किया मेने?

भाभी : मेरी माँ के बूब्स क्यों देख रहे थे?

मे : बस नज़र चली गई.

भाभी : क्या माँ को चोदने का इरादा है क्या?

मे : मिलेगा तो चोदूगा ज़रूर इतना मस्त माल है बड़ा मज़ा आयेगा.

फिर हम फ्रेश हो गये और मे सोने चला गया क्योकी सफ़र के कारण मे बहुत थक गया थाशाम को मे फ्रेश होकर बाहर घुमने गया और रात का खाना खाने पहुँच गयातब भाभी की माँ ने काले कलर की साड़ी पहनी थी और क्या गजब की लग रही थी मे उन्हे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गयाजब वो मुझे खाना परोसने झुकी तो उनका पल्लू नीचे गिर गया और मुझे उनके बूब्स के दर्शन हो गये मे उनके बूब्स देख रहा हूँ ये उन्होने देख लिया शायद उनको वो पसंद आया इसलिये एक सेक्सी स्माइल दी और चली गई खाना खाने के बाद मे और भाभी अंदर के कमरे मे सो गये और उनकी माँ और बेटा बाहर सो गये मुझे तो चोदने का मन था इसलिये मे भाभी कीचूचियों को मसलने लगा पर भाभी बोली मुझे मूड नही है और मे बहुत थक गई हूँ प्लीज मे हाथ से करके तुम्हारा पानी निकालती हूँ और उन्होने मेरा पानी हाथ से निकाला.

सुबह मे उठा तो देखा की भाभी घर मे नही है सिर्फ़ उनकी माँ और मे था मेने उनसे पूछा की भाभी कहा है तो बोली वो अपनी सहेली के घर गई है देर से आयेगी और बोली की तुम फ्रेश हो जाओ हमें खेत पर जाना है मे फटाफट फ्रेश हो गया और हम खेत की ओर निकलेजब वो मेरे आगे चल रही थी तब मे उनकी गांड को ही देख रहा था क्या मस्त हिल रही थी ऐसा लग रहा थी की अभी जाकर गांड मे लंड डाल दूँ पर मेने अपने आप पर कंट्रोल किया और चल रहा था थोड़ी देर बाद उनका खेत आ गया माँ जी मुझे खेत दिखा रही थी और मे उनकी गांड देख रहा था माँ जी ने जान लिया की मे उनकी गांड देख रहा हूँ और वो अब अपनी गांड और हिला रही थी और मेरे लंड को तरसा रही थी अब मेरा लंड खड़ा हो गया और मेरे हाफ पेन्ट से साफ साफ दिख रहा था.

माँ जी अब मुझे खेत दिखाने के बहाने इतना नज़दीक खड़ी हो गई की उनकी गांड मेरे लंड को टच कर रही थी और ज़ोर से दबा रही थी अब मुझे पता चल गया की माँ जी को भी चुदवाने का मन कर रहा है तो मेने लंड को और ज़ोर से उनकी गांड पर रगड़ने लगा अब माँ जी धीरे से सिसकारी ले रही थी पर मुझे साफ साफ सुनाई नही दे रहा था पर बात करते वक्त गर्म सांसे  मेरे सीने पर महसूस हो रही थी मेने सोचा अभी लोहा गर्म है हतोड़ा मार देना चाहिये और मेने अपना हाथ उनकी कमरपर रखा और आजू बाजू देखा कोई नही था और धीरे धीरे कमर को मसलने लगा माँ जी अब पूरे जोश मे थी और अपनी गांड ज़ोर ज़ोर से मेरे लंड पर रगड़ने लगी.

अब मेरे हाथ धीरे धीरे उनके बूब्स पर ले गया और हल्का सा मसलने लगा वो आआहह ऊओ की आवाज़ निकालने लगी और अब मेने दोनो हाथो से उनके बूब्स को ज़ोर से दबाने लगा और लंड को गांड पर रगड़ने लगा हाअ सस्स्सुउउ धीरे दबाओं ना  माँ जी बोलीअब मेरा एक हाथ धीरे धीरे उनकी चूत की ओर बड़ाने लगा और दूसरे हाथ से बूब्स को दबाने लगा माँ जी अब पूरी गर्म हो गई थी मेने उन्हे सीधा किया और उनके होठों पर अपने होठ रख दिये और किस करने लगा लेकिन उनको किस करना नही आ रहा था फिर भी वो कर रही थी और किस करते करते मेरे लंड को पेन्ट के उपर से सहलाने लगी अब मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था मेरे जीवन मे इतनी ज्यादा उम्र की औरत के हाथ लगते ही वो और कड़क हो गया हाईईइ दया लंड है या लोहा कितना कड़क हो गया है तुम्हारा कहते ही माँ जी ने मेरी पेन्ट को निकाला और मेरे लंड को हाथ मेलेकर सहलाने लगी और बोली  इतना मस्त है तुम्हारा लंड अब जल्दी से इसे मेरी चूत मे पेल दो और नही रहा जाता और मेरे लंड के साथ खेलने लगी.

मेने अब उनकी साड़ी निकाल दी अब और उनके बूब्स को ब्लाउज के उपर से ही दबाने लगा और एक हाथ से उनकी चूत को चोदने लगा उनकी चूत पानी छोड़ रही थी और मुझे उन्हे और तड़पाना था इसलिये मेने उनके ब्लाउज और पेटीकोट को निकाल कर उनको पूरा नंगा कर दिया अब में घुटनो के बल बेठा और उनकी चूत को देखने लगा वो पूरी तरह गर्म हो गई थीऔर पानी छोड़ रही थी मेंने एक हल्का सा किस किया तो वो पागलो की तरह मेरे सर के बाल खीचने लगी और बोली जान क्या कर रहे हो में मर जाउंगी और मे उनकी चूत को चाटने लगा और वो पागलो की तरह चिल्ला रही थी हाँ में मर गई हाई दया कैसे क्या कर रहे हो मेरे पति ने भी मुझे ऐसा मजा नही दिया हे रे मेरे बलमा हाआअ और ज़ोर से चूसो इसको बड़ा मजाआ रहा है हाई मेरे तो निकलने वाला है आआआ हाईईईईई चूसो और जोर से में गई और कहते ही झड़ गई.

कुछ देर ऐसे ही खड़ी रही और फिर मे खड़ा हो गया और बोला अब आपकी बारी है और कहते ही मेने उनके सर को पकड़ के नीचे बिठाया और लंड को उनके लिप्स पर रगड़ने लगा पहले तो वो मना कर रही थी फिर थोड़ी देर के बाद ऐसे चूस रही थी की जैसे कई सालो से लंड चूसने का अनुभव हो हाय क्या मस्त मज़ा आ रहा था और मे अबउनके मुँह को चोदने लगा और मैने अपना सारा पानी उनके मुँह मे ही छोड़ दिया और फिर वो खड़ी हो गई बड़ा मज़ा आया बिना चुदाई किये ही तुमने मेरा पानी निकाला.

आज तो मे खुश हो गई और कहते ही मेरे लंड को सहलाने लगी मे भी अब उन्हे फिर से गर्म करने के लिये उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और एक उगली चूत मे डालकर अंदर बाहर करने लगा हाँ दबाओं और जोर से हाँ बड़ा मजा आता है अब मेने उनको नीचे घास पर सुलाया और मेरे लंड को चूत पर रगड़ने लगा वो बोली आराम से पेलना बहुत दिनो के बाद चुदवा रही हूँ दर्द होगा मेने निशाना लगाया और एक करारा शॉट मारा मेरा आधा लंड चला गया और माँ जी चिल्लाई हाइईईई दया माररर डाला रे मुझको निकाल नही मरवानी हमे तुम से ऊइ माआआ  मेने अपने होठ उनके होठों पर रखे और किस करने लगा और बूब्स को दबाने लगा कुछ देर बाद उनका दर्द कम हो गया तो मेने फिर से करारा शॉर्ट मारा अब मेरा पूरा का पूरा लंड उनकी चूत मे चला गया था और माँ जी को दर्द भी कम हो रहा था.

कुछ देर बाद माँ जी खुद ही अपनी गांड उठा उठा के शॉट मार रही थीहाँ इसे जोर से पेलो फाड़ डालो इस चूत को भोसड़ा बना दो इसका बहुत तडपती है जवान लंड के लिये और जोर से शाबाश मेरे राजा हाईईईई क्या मस्त करता है हाईईईईईई ऐसे ही पेलते रहो जी मेरे राजा हाईईईई क्या मस्त मजा आ रहा है और जोर से मेरा निकलने वाला है ऊऊऊऊओ माआआअ ओहोकहते ही झड़ गई पर मेरा नही झड़ा था मे चोद रहा था माँ जी बोली अब नही सह सकती  मेने कहा तो मे आप की गांड मारूंगा और कहते ही गांड के छेद मे उगली डाल दी मार ले गांड तो मे मरवाती ही हूँ मेरी गांड के तो बहुत दिवाने है गावं में पर मेरी चूत को कोई नही मारना चाहता है.

फिर मेने उन्हे घोड़ी बनने को कहा और लंड के सुपाडे को गांड पर रखा और धक्का मारा तो लंड तो झट से चला गया मे बोला हाँ माँ जी आप सच कह रही हो तेरी तो गांड का छेद बड़ा है और ज़ोर ज़ोर से गांड मारने लगा करीब 10 मिनिट तक में उनकी गांड मारता रहा कभी गांड मे से लंड निकाल कर अचानक चूत में डाल देता तो वो बोलती हरामी गांड मे ही डाल ना कुत्ते मुझे क्यों तकलीफ देता है हाईईईई जाआअ जोर से हह आआआ सस्सस्स और कहते ही मे और माँ जी साथ साथ झड़ गये उस दिन मेने उनको और 2 बार चोदा पर घर पर और भाभी को आज तक नही पता चला की मेने उनकी माँ को 4 बार चोदा है और गांड भी मारी है अगर आपको मेरी स्टोरी पसंद आई हो तो इसे जरूर शेयर करें.

धन्यवाद ...

Devrani Ka Secret

कहानी : देवरानी का सीक्रेट

प्रेषक : अर्पणा

हाय मेरा नाम अर्पणा है और मैं टाटानगर मैं रहती हूँ और मेरी उम्र 39 साल है और एक हाउसवाइफ हूँ हाइट मेरी 5 फुट 2 इंच है रंग गोरा और भरा हुआ बदन है और मेरे दो बच्चे हैं और मेरे पति बिज़नस करते हैं और हमारी जॉइंट फेमिली है और घर काफ़ी बड़ा है ग्राउंड फ्लोर पर मैं और मेरे पति और सास ससुर और एक देवर देवरानी रहते हैं और फर्स्ट फ्लोर पर मेरे चाचा ससुर और चाची सास और उनके बच्चे और एक सबसे छोटे देवर और देवरानी और सेकेंड फ्लोर पर मेरे छोटे चाचा ससुर और छोटी सास रहते है बिज़नस जॉइंट हैं मगर किचन अलग हैं
हमारे घर मैं तीन नौकर परमानेंट हैं और पार्ट टाइम बाई आतीं है तो हर फ्लोर पर एक नौकर और बाई काम के लिये रहते हैं और छत पर सर्वेंट क्वॉर्टर और जनरेटर रूम हैं मेरे सास ससुर की उम्र और चाचा की उम्र मैं ज़्यादा फर्क होने से हमारे घर मैं मेरी सास को छोड़कर सारी लेडीस की उम्र 30 साल से लेकर 42 साल तक हैं.

एक बार तीन साल पहले गर्मियो की छुट्टियों मैं मेरे बड़े देवर देवरानी और बड़े चाचा चाची  ससूर घूमने निकल गये एक हफ्ते के लिये अपने बच्चो के साथ और मेरे बच्चे नाना के यहाँ चले गये और मेरे सास ससुर भी अपने गावं तीन चार दिन के लिये चले गये और घर मैं मैं और मेरे पति मेरी छोटी देवरानी और देवर और छोटे चाचा ससुर और चाची सास रह गये गर्मी हमारे यहाँ काफ़ी पड़ती हैं और दिन मैं हम लेडीस 3 बजे से 5 बजे तक आराम या सोती हैं.

एक दिन दोपहर मैं मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैं बाहर आ गई और तो मैने सोचा चलो छोटी चाची सास के पास चलते हैं और मैं सेकेंड फ्लोर पर गयी तो उनका मेन डोर लॉक था मैने सोचा बेल नहीं बजाते है मेरे पास दूसरी चाबी थी तो उससे खोल कर देखूँगी अगर वो सो  रहीं होगी तो वापस आ जाऊंगी वरना गप्पे मारूँगी तो मैं नीचे से चाबी ला कर गेट खोल कर अंदर गयी तो उनके रूम का दरवाजा बंद था मगर उनकी सिसकारी जैसी आवाज़ आ रही थी मैने सोचा ये कैसी आवाज़ हैं मगर मुझे तुरंत पता लग गया की कुछ तो है तो मैं रूम के कॉर्नर मैं एक खिड़की है वहाँ से देखने की कोशिश की उसके पर्दा लगा हुआ था मगर साइड से अंदर का सीन देखा जा सकता था.

मैने देखा की वो बेड पर एकदम नंगी लेटी हुई हैं मुझे उनके पेट के उपर का हिस्सा नज़र आ रहा था और अपने मुँह से हल्की हल्की सीई सीई कर रहीं थी मेने सोचा यह हस्तमैथुन कर रहीं होंगी. और मेंने ऐसे ही मज़े के लिये मैने देखना चालू रखा फिर अचानक एक आदमी का हाथ नज़र आया जो नीचे से उपर आया और उनके एक बूब्स को पकड़ कर दबाने लगा मैं सुन्न हो गयी मैने सोचा मेरे चाचा ससुर अचानक घर आ गये हैं तो मुझे निकलना चाहिये और मैं मुड़ने लगी तो देखा की वो आदमी हमारा नौकर बिल्लू है जो उपर के फ्लोर का काम करता है और काले रंग का है हाइट ज़्यादा नहीं है मगर काफ़ी हट्टा कट्टा है फिर समझ मैं आया की वो नीचे अपने मुँह से उनकी चूत चाट रहा था और उसने धीरे से उठकर उनके उपर आने की कोशिश की तो उन्होने आँख खोली और बोली अरे अभी और चाट कब डालना हैं मैं बता दूँगी और वो फिर से उस सीन में से गायब हो गया और मेरा तो एग्ज़ा बुरा हाल हो था.

मैने सोचा भी नहीं की इतने बड़े घर मैं एक औरत नौकर से चुद रहीं है और 5 मिनिट के बाद उन्होने कहा बिल्लू अब उपर आ जा उसने कहा मेरा मुँह से करो ना चाची ने कहा देख तेरा मुँह से मैं हर बार नहीं करूँगी जब मेरा मन होगा तभी करूँगी चुपचाप अंदर डाल और ज़रा ज़ोर से धक्के मारना और वो बेचारा उनके उपर आ गया क्योंकि मुझे नीचे का पार्ट दिख नहीं रहा था तो उपर से समझ आ रहा था की वो डाल चुका है और हिल रहा है फिर चाची उसके मुँह से मुँह लगा कर वो झड़ गयी और बिल्लू 5 मिनिट तक हिलता रहा फिर वो भी शांत हो गया और इससे पहले वो अलग होते मैं वहाँ से भागी वापस और सोचा इसके बारे मैं अपनी छोटी देवरानी को बता दूँ जो फर्स्ट फ्लोर पर रहती है.

मैं उसी चाबी से गेट खोल कर अंदर गयी क्योंकि वो मास्टर चाबी है सारे फ्लोर की और उसके रूम की खिड़की से देखा की वो सो तो नहीं रही उसकी खिड़की का आधा पर्दा हटा हुआ था तो मेने देखा वो भी अंदर बेड पर नंगी थी और हमारा दूसरा नौकर जिसका नाम राजू है और उम्र मैं 22 साल का है अपना लंड अन्दर डाल कर धक्के मार रहा था और वो मज़े से सिसक रही थी फिर मेरे देखते देखते वो दोनो भी झड़ गये और मैं वापस आ गयी अपने कमरे मैं मेरा तो दिमाग एकदम सुन्न हो गया की हमारे घर मैं दोपहर मैं कैसा वासना का नंगा नाच चल रहा है पति स्मार्ट है तो कैसे नौकर से चुद रहीं है कारण पता लगाना होगा तो शाम को जब सब मिले तो मैने दोनो को जाहिर नहीं होने दिया की मुझे उनका यह सीक्रेट मालूम है.

नेक्स्ट दिन मॉर्निंग मैं मैने अपनी देवरानी से किचन मैं पूछा वर्षा कल दोपहर मैं मैं तेरे रूम की तरफ आई थी तू क्या कर रही थी और वो ऐसा झटका ख़ाके पीछे हटी जैसे किसी ने करंट लगा दिया हो उसने पूछा आप कैसे आ गई मैने तो फ्लोर लॉक किया था मैने कहा मास्टर चाबी से कुछ काम था और फिर मैं चुप हो गयी फिर भी उसने सोचा शायद मैने कुछ ना देखा होगा तो वो बोली मैं सो रही थी तो मुझे पता नहीं लगा तो मैने कहा तू सो नहीं रही थी और मैने विंडो से देख लिया था क्या कर रही थी और किसके साथ वो कुछ नहीं बोली मैने पूछा मन कैसे किया अपने स्मार्ट पति को छोड़कर ऐसे नौकर से संभोग करने का तो उसने कहा भाभी जी कुछ दिन पहले आप को याद होगा मेरा कज़न मनीष आया था.

एक दिन दिन मैं मुझे लगा सर्वेंट सफाई करके नीचे चला गया है तो मनीष ने मोका देख कर मुझे पकड़ लिया और सेक्स करने लगा क्योंकि जब मैं 16 साल की ही थी तभी से हम धीरे धीरे एक दूसरे के बॉडी टच किया करते थे और फिर जब मैं 19 साल की थी तब एक दिन हमारा संभोग हो गया और शादी होने तक हम लगातार जब मौका मिलता कभी कभी संभोग कर लेते थे मगर शादी के बाद सब बंद हो गया और उस दिन इतने साल के बाद हमारी काम वासना जाग गयी और सेक्स मैं नयापन के लिये मैने उसका साथ देना शुरू कर दिया पता नहीं सर्वेंट कैसे उस दिन बाथरूम साफ करते करते वहाँ आ गया और उसने मुझे देख लिया यह सब करते जब मैं रूम से बाहर आई तो वो मुस्कुरा रहा था और अगले दिन मनीष डर से चला गया.

नेक्स्ट दिन मुझे ब्लेकमेल किया की अगर मैने उसकी बात नहीं मानी तो वो सब को बता देगा मगर मैने कहा जा बता दे मैं कह दूँगी यह झूठ बोल रहा है और उल्टा इल्ज़ाम लगा दूँगी उसने बोला की उसने मोबाइल में रिकॉर्डिंग कर ली है और मैं फँस गयी तब से यह मुझे सेक्स के लिये मजबूर कर रहा है मैने कहा तेरे को देख कर तो नहीं लग रहा था की तुझे मज़ा नहीं मजबूरी मैं करना पड़ रहा है तब वर्षा बोली अब तक इसने मुझे 25-30 बार चोद लिया है तो क्या उस वक़्त मैं अपने मज़े को रोक सकती हूँ फिर मैने पूछा अगर इस नौकर को निकाल दें तो वो बोली अगर मेरी बदनामी नहीं होती है तो प्लीज़ जल्दी करो फिर थोड़ी देर मैं अपनी चाची सास के पास गयी.

इसी तरह से उनसे पूछा तो उन्होने कहा की उनके पति भक्ति मैं एक गुरुजी के चक्कर मैं ब्रहंचार्य व्रत कर रहें है और उनको सेक्स करने को ना बोल रखा है तो 6 महीने मैं यह व्रत मैने नौकर से तुडवाया क्योंकि रोज दोपहर मैं काम के चक्कर नौकर भी अकेले रहते थे तो यह शुरुआत हुई और उन्होने कहा की अगर मैं चाहती हूँ तो सब को बता दूँ फिर वो तलाक माँग लेगी और उनके पेरेंट्स पेसे वाले हैं तो गुजारा हो जायेगा अब मैं फँस गयी घर की इज़्ज़त के चक्कर मैं क्या करूँ अब तो अगले दिन से चाची सास खुलकर मेरे सामने ही नौकर को अपने कमरे मैं बुलाने लगी.

फिर मैंने एक दिन सन्डे को जब सारे जेंट्स घर पर थे सबके सामने कहा की घर मैं हम बाई रख लेते है नौकर से घर को ख़तरा है क्योकी पिछले कुछ दिनो से हमारी अलमारी से पैसे चोरी हो रहें है कोई हंगामा किये बिना इनको निकाल कर बाई रख लेते हैं और सब मान गये मैने जैसे तैसे करके तीन बाई का इंतज़ाम करके नौकरो की छुट्टी कर दी आज तक मेरी चाची सास और छोटी देवरानी मुझसे सीधे तरह से बात नहीं करती है सोचतीं हूँ क्या किया ऐसा मैने ? ...

धन्यवाद ...
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