Dukaan wali bhabhi - 1

कहानी : दुकान वाली भाभी - 1

प्रेषक : सेंडी
हाय दोस्तो मेंरा नाम सेंडी है में मुंबई (दादर) से हूँ और मेरी उम्र 20 साल है ये स्टोरी आज से 3 महीने पुरानी है मेरे घर के पास एक भाभी रहती है उनकेएक छोटी सी दुकान है उनका नाम मंजू है उनकी उम्र 32 साल होगी और मस्त फिगर है बड़े बड़े बूब्स है और गांड तो कमाल की है जब भी वो चलती है तो सबका लंड खड़ा हो जाता है उनके घर मे उनके पति जो एक कंपनी मे वर्कर है तो रात मे लेट आते है और छोटा लड़का है 4th मे पढ़ता है बुधवार का दिन था मे सुबह उनकी दुकान पर सामान लेने गया तो भाभी कपड़े धो रही थी और वो भीगी हुई थी
जब मे उनके यहा गया तो उनकी साड़ी का पल्लू नीचे था ओर उन्होंने अन्दर कुछ नही पहना था तो उनके बूब्स दिख रहे थे मे उन्हे ही देख रहा था तब भाभी बोली क्या चाहिये सेंडी?” मे होश मे आया और बोला  बिस्किट लिया और जाने लगा पर मेरे दिमाग़ मे तो भाभी ही थी और मे कॉलेज चला गया मेरे पूरा ध्यान उनके यहा था.

मे जब दोपहर को घर आया और चेंज करके खेलने जाने ही वाला था की भाभी ने रोक लिया और बुलाया और बोला मेरा एक काम करोगे क्या?”पंखा चल नही रहा है?” तो मेने हाँ कहा और उनके घर चला गया मे पंखा देखने के लिये स्टूल पर चड़ा और भाभी नीचे थी पंखे की वायर निकली थी मेने नीचे भाभी की तरफ़ देखा तो उपर से उनके बड़े बड़े बूब्स दिख रहे थे मे थोड़ी देर तक चोर नज़रो से देख रहा था फिर कुछ देर बाद मेने पंखा ठीक किया और नीचे उतरा और घर जाने लगा तो भाभी ने मुझे रोका और कहा की अगर कुछ काम नही है तो मेरे साथ टाइम पास करो.

मे तो मन ही मन खुश हुआ और झट से हाँ कहा और भाभी कोपानी माँगा जब भाभी पानी लेने चली गई तो उनकी गांड हिल रही थी मेरा लंड तो खड़ा हो गया भाभी जब मुझे पानी देने झुकी तो उनका पल्लू नीचे गिर गया और उनके बूब्स के दर्शन हो गये ऐसा लग रहा था की वो अभी गिर जायेगे तो उन्होने मुझे देख लिया पर कुछ नही बोली और हमारे लिये चाय बनाने चली गई मे दुकान में ही बेठा था दोपहर को ज्यादा लोग नही आते थे.

जब भाभी चाय देने झुकी फिर से उनका पल्लू नीचे गिरा पर इस बार भाभी ने जानबूझ कर गिराया और उनके ब्लाउज का उपर वाला बटन खोल रखा था अब मेरी हालत खराबहो गई थी भाभी ने मुझे चाय देते समय मेरी और देखा और एक सेक्सी स्माइल दी और अपना निचला होठ दांतों मे दबाते हुये खड़ी हो गई कुछ देर तक हम ऐसे ही बाते कर रहे थे मेरी चाय ख़त्म हो गई और मे जाने के लिये खड़ा हो गया तब भाभी बोली की कोई ज़रूरी काम नही है तो रुक जाओ मेरे साथ बाते करो?” और कहते ही चाय का कप उठाने के किये ऐसे झुकी की उनकी गांड मेरे लंड पर टच हो रही थी और रग़ड रही थी.

मेरा लंड तो पहले से ही खड़ा था अब पूरे जोश मे आ गया था भाभी कुछ देर ऐसे ही झुकी और सस्स्स्स्सस्सअयाया की सिसकारी करते उठ गई और फिर से एक स्माइल दी और चाय के कप रखने चली गई मे मन ही मन खुश हो गया और समझ गया की भाभी को चुदाई करने का मन कर रहा है तो क्यों ना मोके का फायदा उठाया जाये भाभी आई और मुझसे बाते करने लगी सेंडी तुम्हे गर्ल्स पसंद है या बड़ी उम्र की औरते?”मे ये सुनते ही हैरान हो गया और उनकी ओर देखने लगा फिर भाभी ने मुझे पूछा अरे क्या हुआ जवाब दो ना?”

मे : मुझे बड़ी उम्र की औरते पसंद है.

भाभी : क्यों क्या होता है उनमे.

मे : वो एक्सपीरियन्स होती है.

भाभी : कोन सा एक्सपीरियन्स सेक्स का.

मे : हाँ उनके साथ सेक्स करने मे ज्यादा मज़ा आता है.

भाभी : मे तुम्हे केसी लगती हूँ कह के मुझ से चिपक के खड़ी हो गई.

मे : बहुत अच्छी सेक्सी लगती हो.

भाभी : मुझमे क्या अच्छा लगता है  कह के मेरे लंड को अपने हाथ से पेन्ट के उपर से सहलाने लगी.

मे :  आपके बूब्स और मोटी गांड कह कर मेने उनके बूब्स पर हाथ रखा और दबाने लगा भाभी और मुझसे चिपक कर खड़ी हो गई और बोली की तुम मेरे साथ सेक्स करोगे ये कहते ही मे खुश हो गया और उनके बूब्स को दबाने लगा और भाभी ने मेरी पेन्ट के अन्दर हाथ डालकर लंड को सहलाने लगी मे अब उनको किस करने लगा भाभी भी मुझे रेस्पोंस दे रही थी और हम करीब 10 मिनिट तक किस कर रहे थे फिर मे किस करते करते नीचे उनके बूब्स पर आ गया और ब्लाउज के उपर से ही उनके बूब्स को चूसने लगा.

कुछ देर बाद मेने उनका ब्लाउज निकाल डाला अब भाभी मेरे सामने उपर से नंगी थी और मे उनकी चूचियों को देखता ही रहा गया तो भाभी बोली की सिर्फ़ देखेगा या फिर इने चूसेगा भी  कहते ही मेरा सर अपने बूब्स पर लगाया मे उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा और मसलने लगा तो भाभी बोल रही थी आहह और चूस्स्स्स जोर से दबा इन्हे ससस्स ऊऊओ एम्म्म” इस तरफ़ की आवाजे कर रही थी और मुझे और जोश आ रहा था फिर मेने 5 मिनिट के बाद उनकी साड़ी निकाल दी और पेटीकोट भी निकाल डाला अब भाभी मेरे सामने पूरी नंगी थी फिर भाभी ने मुझे नंगा किया और मेरे लंड को अपने मुँह मे लेकर चूसने लगी मुझे ऐसा मज़ा आ रहा था की जेसे मे जन्नत मे हूँ और मे “आआआअ मुऊऊुऊऊउउ” की आवाज़ निकाल रहा था.

5 मिनिट तक भाभी मेरे लंड को चूस रही थी और मे झड़ने वाला था तो भाभी बोली की मेरे मुँह मे ही झड़ जा मुझे तेरा पानी चखना है कहते ही जोर से मेरे लंड को चूसने लगी और मे ज़ोर ज़ोर से उनके मुँह को चोदने लगा और एक जोरदार पिचकारी मेने उनके मुँह मे छोड़ दी वो पूरा का पूरा पी गई और बेड पर लेट गई और अपनी चूत के उपर हाथ फेरने लगी तो मे समझ गया की अब मेरी बारी है तो मेने झट से उनकी चूत पर अपना मुँह रख दिया और उनके दाने को चूसने लगा भाभी पहली बार चूत चूसवा रही थी  अआह्ह्ह चूस और् जोर से चूस बहुत मज्ज़ज़ज्जा आआआअ रहा है मुझे चूत चूसवाने में चूत को खा जा इसे ऐसे बड़बड़ा रही थी और 5 मिनिट मे ही वो झड़ने वाली थी  चूस और जोर से मेरे राजा मेरा होने वाला है चूस आआआअ में तो गई  कहते ही मेरे मुँह पर ढेर सारा उनका पानी छोड़ दिया और मे उसे चाटने लगा.



आज मेरी इच्छा पूरी हो गई है सेंडी तेरे भैया कभी भी मुझे लंड चूसने को नही देते है कहते ही भाभी मेरे लंड को फिर से सहलाने लगी और मे उनके बूब्स को दबाने लगा कुछ देर बाद हम 69 पोज़िशन मे आ गये और अब भाभी बोली सेंडी अब नही सहा जाता अब चोद दे मुझे और मिटा दे इस चूत की सारी गर्मी  कहते ही झट लेट गई और मुझे अपने उपर खीचा और मेरे लंड को अपने हाथो से अपनी चूत पर रखा मे लंड को उनकी चूत के दरवाजे पर रगड़ने लगा तो भाभी तड़प रही थी और बोल रही थी  क्यों तडपा रहा है मुझे अब मुझसे सहन नही होता घुसेड दे तेरे लंड को और मुझे अपने उपर खीचा और किस करने लगी भाभी पूरी गर्म हो गई थी तो मेने अपने लंड को उनकी चूत पर रखा और एक झटका मारा तो मेरा पूरा का पूरा लंड उनकी चूत मे चला गया और भाभी “आआआआआअ आअराअम सीस्स्स्स डाल ना बहुत दिन से नही लिया है इसने किसी जवान लंड को और मुझे जोर जोर से क़िस कर रही थी.

मे कुछ देर तक धीरे से चोद रहा था और उनके बूब्स को दबा रहा था भाभी और जोश मे आ गई और गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी और बोली और जोर से धक्का मार फ़ाड डाल मेरी चूत को क्यों मस्त चोदता है तू ऊऊऊ दे धक्का मिटा दे मेरी खुजली आज से में तेरी रांड बन गई और मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदने को बोल रही थी कुछ देर मे ही भाभी झड़ गई और मेरा अभी बाकी था तो भाभी पूरी थक गई थी तो मेने भाभी को घोड़ी बनने कहा और उनकी गांड पर लंड रग़डने लगा भाभी बोली  की अब गांड फाड़ेगा मेरी.

मे : हाँ मेरी रांड अब मे तुझे रोज चोदूंगा और तेरी गांड भी मारूंगा.

मुझे तेरी गांड बहुत पसंद है  कहते ही मैने ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा आधा लंड उनकी गांड मे चला गया तो भाभी चिल्लाई  हरामी फ़ाड दी मेरी गांड मुझे नहीं मरवानी गांड निकाल इसे बाहर में मर जाऊंगी कुछ देर मे ऐसे ही उनके उपर झुका रहा और उनको किस कर रहा था और बूब्स  को दबा रहा था फिर 5 मिनिट के बाद भाभी खुद ही अपनी गांड आगे पीछे करने लगी और मुझे धक्का देने को कहा अब मे पूरे जोश मे उनकी गांड को चोदने लगा और भाभी मुझे  रेस्पोन्स दे ही थी और उछल उछल के बोल रही थी मार और जोर से मार बहुत मज़ा आता है रे गांड मरवाने में तेरे भैया को तो बस चूत ही चाहिये हाँ और जोर से हाँ मार मादरचोद जोर से मार.

कुछ देर मे ही वो झड़ गई अब मे भी झड़ने करीब था तो मेने उन्हे पूछा की कहा निकालू तो वो बोली मेरे मुँह मे ही झड़ जा तेरा पानी तो बहुत मस्त है और वो मेरे लंड को चूसने लगी करीब 5 मिनिट के बाद मे झड़ गया और वो सारा पानी पी गई और चाट के मेरे लंड को साफ कर दिया भाभी बोली आज तक मे इतनी अच्छे से चुदी नही थी मज़ा आ गया कहा से सीखा ये सब मे बोला मे बी.एफ देखता हूँ और सेक्सी कहानियां भी पढ़ता हूँ इससे मुझे चोदने के तरीके और कैसे ओरत को सॅटिस्फाइड करना है समझा उसके बाद मेने कई बार भाभी को चोदा और उनकी माँ को भी चोदा उनके गावं मे जाकर. आगे की स्टोरी अगले पार्ट में.

धन्यवाद ...

Kismat ne Kya karwa diya

कहानी : किस्मत ने क्या करवा दिया

प्रेषक : रवि

मेरी ज़िंदगी मैं कितने उतार चढ़ाव आये और गये पता नही अब और कितने आयेगे. मैं रूपेश  इनवेस्टमेंट ब्रोकर का काम करता हूँ मुंबई में मेरी उम्र 37 साल है मेरी पत्नी का एक रोड़ एक्सीडेंट में 2 साल पहले निधन हो गया है तब से मैं अकेला अपना जीवन काट रहा हूँ घर तो मैं सिर्फ़ सोने के लिये जाता हूँ अदर वाइज़ ज्यादातर टाइम मेरा ऑफीस ओर दोस्तों मैं ही निकल जाता है बीच– बीच मैं कई ऑफर भी आये मेरी शादी के लिये लेकिन कुछ मुझे पसंद नही आई और कुछ बन नही पाई और फेमिली मैं मेरी एक छोटी बहन है जो शादीशुदा है चेन्नई मैं उसने लव मेरिज की अपने बॉयफ्रेंड से वो इस शादी से बहुत खुश है और वो चेन्नई में ही सेटल हो गये शादी के बाद कुछ दिन पहले ही उसका फोन आया था तब पता लगा था की वो प्रेग्नेट है अब वैसे भी मेरी लाइफ मैं कोई ज़्यादा इंटरेस्टिंग बचा नही था.

एक दिन रात को मेरे को चेन्नई से फोन आया और मुझे किसी ने बताया की मेरी बहन के पति का एक्सिडेंट हो गया है मैं तुरंत रात मैं ही फ़्लाइट पकड़ के चेन्नई भागा वहा जैसा होता है मुझे बताया एक्सिडेंट का था लेकिन यहाँ उसका निधन हो गया था मेरा सर फटा जा रहा था अब समझ मैं नहीं आ रहा था मेरी बहन का क्या होगा मैं कुछ दिन वहाँ रहा अपनी बहनरूपा को संभाला वो अभी केवल 22 साल की थी इस उम्र मैं वो विधवा हो गयी थीमैने उसे समझाया और कहा कुछ दिनो बाद जब मन करे तो मेरे पास घूमने आ जाना और मैने ज़्यादा इस समय कहना सही नहीं समझा और वापस आ कर फिर मैं अपने ऑफीस और काम मैं बिज़ी हो गया.

एक दिन मेरे पास रूपा का फोन आया भैया मेरे को बचायो ये लोग मेरे को जान से मारने की कोशिश कर रहे हैं मैने कहा अपने आप को संभालो मैं अभी निकल रहा हूँ और जल्दी से जल्दीचेन्नई पहुँच रहा हूँ मैने अपने कुछ चेन्नई के दोस्तों से बात की और तुरंत वहाँ पहुँचने के लिये  कहा और मैं पहली फ्लाइट पकड़ के चेन्नई पहुँच गया वहाँ जा कर पता चला उसके सास-ससुर   मेरी बहन से बहुत खराब व्यहार कर रहे थे.

असली मैं सारी लड़ाई की जड़ मेरे बिल की इंश्योरेंस और पी.एफ के पैसे थे वो लोग उसे हड़पना चाहते थे मैं सारा माज़रा समझ गया और वो मेरी बहन को बदचलन भी कह रहे थे मैने अगले दिन उसके पी.एफ ऑफीस और इंश्योरेंस कंपनी में गया और सारे अमाउंट का चेक अपनी बहन के नाम से बनवा लाया और मैने रूपा से कहा अब तू यहाँ से चल उसके सास ससुर को ठेंगा दिखा कर हम मुंबई आ गये पी.एफ और इंश्योरेंस का अमाउंट कोई 1.5 करोड़ था वो मैने रूपा के नाम से बैंक मैं फिक्स कर दिया अब रूपा मेरे साथ ही मेरे फ्लेट मैं रहने लगी रूपा सात महीने से प्रेग्नेंट थी मैं उसे डॉक्टर के पास ले गया उसने बताया की प्रेग्नेंसी मैं प्रोब्लम होगीऔर हो सकता है ऑपरेशन से डिलेवरी हो क्योंकी पेट मैं बच्चा उल्टा है और बहुत कमज़ोर है पिछले कुछ महीनो मैं जो उस पर प्रोब्लम आई इसकी वजह से उसकी ये हालत हो रही थी.

मैने डॉक्टर से कहा आप बेस्ट इलाज़ कीजिये बाकी भगवान मालिक है हमारी कंपनी मैं मेडीकल  क्लेम पॉलिसी है जिसमें अपनी फेमिली का कोई भी हॉस्पिटलाइजेशन फायदा ले सकता है मैने रूपा से पूछा की अगर मैं वो पेपर उसे स्पाउस दिखा दूँ तो हमें हॉस्पिटलाइज़ेशन और सारे खर्चे बच जायेगें और हम इलाज़ भी अच्छे से अच्छे हॉस्पिटल मैं करवा लेंगे  रूपा बोली इसमें क्या प्रोब्लम है अच्छा है लाखो रुपये बच जायेगे मैने वैसा ही किया और अपनी मेडिकल क्लेम  पॉलिसी मैं उसे मेरी पत्नी रजिस्टर्ड करवा लिया एक दिन रूपा की रात मैं अचानक तबीयत खराब होने लगी.

मैं उसे तुरंत हॉस्पिटल ले कर भागा वहाँ डॉक्टर बोले तुरंत ऑपरेशन करना पड़ेगा प्रिमेच्यूर बेबी है कुछ भी नहीं कहा जा सकता माँ और बच्चे की जान ख़तरे मैं है डॉक्टर ने तुरंत ऑपरेशन चालू कर दिया ऑपरेशन के बाद रूपा ने एक लड़के को जन्म दिया लेकिन बच्चा बहुत कमज़ोर था वो 2-3 दिन ज़िंदा रहा और फिर उसकी डेथ हो गयी रूपा का रो- रो कर बुरा हाल था वो कुछ दिन हॉस्पिटल मैं रही और फिर मैं उसे घर ले कर आ गया कोई 2 हफ्ते मैं उसकी तबीयत नॉर्मल हो गयी लेकिन दवाई चल रही थी उसने धीरे धीरे घर को संभाल लिया अभी उसकी तबीयत पूरी तरह से अच्छी नही हुई थी उसने मुझे अपने सीने मैं बहुत दर्द बताया मैं उसे सुबह ही ऑफीस जाने से पहले उसे डॉक्टर के पास ले गया डॉक्टर उसे चेकअप रूम मैं ले गया और वापस आकर बोला आप अपनी पत्नी का बिल्कुल ध्यान नहीं रखते. मैं? क्या हुआ डॉक्टर साहब उसने रूपा से पूछा क्या आपने इन्हे नहीं बताया.

रूपा थोड़ी शरमाते हुये बोली इन्हे कुछ नहीं पता डॉक्टर अरे ये कैसे संभव है डॉक्टर बोला मिस्टर रूपेश आपकी पत्नी के अभी जो बच्चा हुआ था और वो अब नहीं रहा है अब इनकी बॉडी मैं दूध बन रहा है अब बच्चा तो रहा नहीं वो दूध जमा हो रहा है और इनके ब्रेस्ट मैं ब्रेस्ट  केन्सर का खतरा है मैं एकदम से घबरा गया तो डॉक्टर इसका इलाज़ क्या है ब्रेस्ट से ये दूध कोई मशीन नहीं निकाल सकती हम इसे मेडिसिन से सूखा सकते हैं लेकिन आपको ये दूध सक करके निकालना होगा मेरी समझ मैं कुछ नही आ रहा था मैं क्या रियेक्ट करूँ मैने अजीब सी नज़रों से रूपा की तरफ देखा वो भी चुप थी हमारी बड़ी अजीब सी स्थिति हो गयी थी फिर डॉक्टर बोला अन्दर आइये मैं आपको समझाता हूँ उसने रूपा को लेटने को कहा और नर्स से बोला इनका ब्लाउज ओपन करो मेरा बुरा हाल था समझ मैं नहीं आ रहा था क्या करूँ नर्स ने रूपा का ब्लाउज और ब्रा खोल दी हाय क्या बूब्स थे रूपा के पर्फेक्ट गोल-गोल और बड़े बड़े नारियल के साइज़ के उसके बूब्स देख कर मेरा लंड मेरी पेन्ट में खड़ा हो गया.

मैं उसे भी छुपाने की कोशिश कर रहा था मेरा चेहरा पीला पड़ गया था डॉक्टर बोला शरमाओ मत भाई मैं उस दिन को कोश रहा जिस दिन मैने रूपा का नाम अपनी मेडिकल क्लेम पॉलिसी मैं डाला था नहीं तो आज ये दिन देखने की नौबत नहीं आती इधर आओं उसने कहा इसे सक करो मैने रुकते- रुकते अरे भाई शरमाओ मत चलो जैसे आप चूसने वाला आम खाते हो वैसे ही इसे भी दबा-दबा के आपको दूध सक करना है और उसने मुझे झुका के बूब्स सक करने को कहा मैने कांपते होठों से रूपा का बूब्स अपने मुहँ मैं लिया और नर्स ने जैसे ही दबाया उसमें से दूध की एक धार निकली मेरा दूध से मुहँ भर गया.

मैं थोड़ी देर मैं दबा– दबा कर दूध पीने लगा शायद इससे रूपा को कुछ आराम मिल रहा था मैने कोई 2-3 मिनिट तक उसका लेफ्ट बूब्स चूसा उसके बाद नर्स ने मुझे दूसरे बूब्स को चूसने को कहा इसे भी चूस लो जिससे इन्हें आराम मिलेगा डॉक्टर बोला मैं जा रहा हूँ आप थोड़ी देर इनका दूध निकाले जाये फिर में आपसे बात करूँगा फिर मैने रूपा को देखा जो अपनी आँखे बंद करके लेटी हुई थी शायद आनंद मैं या उसे आराम मिल रहा था फिर मैने बारी- बारी दोनो बूब्स को दबा-दबा के उनका दूध पिया मैने रूपा से पूछा अब ठीक है  वो बोली हाँ ठीक है नर्स वहीं बैठी थी इसलिये हम ज़्यादा बात नहीं कर पाये डॉक्टर बोला भाई समझ लिया ना सारा प्रोसेस मैने हाँ मैं सर हिलाया.

अब आपको दिन मैं कम से कम 2 बार दूध सक करके पीना है और ये औरत का शुरुआत का दूध है ये बहुत फायेदेमंद भी होता है फिर वो थोड़ा हंसते हुये बोला भाई इसमें तुम्हे कोई प्रोब्लम भी नहीं होनी चाहिये बूब्स तो वैसे भी सक करते होगे अपनी पत्नी के क्यों भाभी जी उसने रुपा की तरफ देखते हुये कहा उसका शर्म से चेहरा लाल हो गया वैसे मैं मेडिसिन से भी दूध को सूखा सकता हूँ लेकिन उससे बाद मैं प्रोब्लम होगी इसलिये सजेस्ट यही करूँगा की सक करके इसे निकाल दे और केवल 4-5 महीने की ही तो बात है और दोस्त सच में तुम बहुत लकी हो तुम्हारी पत्नी बहुत सुन्दर है और उसके बूब्स भी यार वेरी लकी  हम दोनो को बहुत शर्म आ रही थी डॉक्टर बोला और इनकी सेहत का ध्यान रखों ड्राइ फ्रूट फ्रूट जूस जितना ज़्यादा से ज़्यादा पीला सकते हो पीलाओ प्रेग्नेन्सी से शरीर मैं कमज़ोरी आ जाती है.

मैने कहा ठीक है और मैं वहाँ से बाहर आ गया हम दोनो के बीच एक खामोशी थी दोनो के होठ  बिल्कुल चुप थे मैने बाइक स्टार्ट की और बिग बाज़ार पर रोक दी रूपा बोली क्या हुआ भैया मैने कहा डॉक्टर ने कहा था ना की तेरे को कमज़ोरी है कुछ फ्रूट & ड्राइ फ्रूट लेते हैं फिर हमने ढेर सारे फ्रूट ड्राइ फ्रूट लिये और एक मिक्स्चर ग्राइंडर भी लिया जूस के लिये सब समान ले कर हम घर आये मैने कहा अब मैं ऑफीस निकलता हूँ शाम को मिलते हैं पूरा दिन मेरे दिमाग मैं सुबह का घटना क्रम चलता रहा मैने आज तक रूपा को कभी ग़लत नज़र से नहीं देखा था लेकिन आज किस्मत ने क्या करवा दिया वो भी मुझसे  जिसने 3 साल से औरत को हाथ भी नहीं लगाया हो क्या हालत होगी उस आदमी की लेकिन आज की घटना से मुझे लगा जैसे मेरी जिंदगी को कई मायने मिल गये हों.

मुझे इस समय  हरिवंश राय बच्चन की कविता की एक पंक्ति याद आई नीड का निर्वाण फिर मुझे लगा जैसे भगवान मेरे को फिर से एक बार ज़िंदगी जीने का मौका दिया है और भगवान ने दिया है मौका तो करना भी मुझे पड़ेगा लेकिन मुझे ये नहीं पता था रूपा क्या सोच रही है मैने सोचा हम दोनो एक ही कश्ती मैं सवार है एक दूसरे का सहारा बने वेसे में आपसे एक बात कहूँ रूपा दिखने में बहुत सुन्दर थी और प्रेग्नेन्सी के बाद तो रूपा और भी ज्यादा सुन्दर लगने लगी थी और मेरे लिये तो वो एक परी के रूप मैं आई थी मैं घर पहुँचा शाम को कोई 7.30 का टाइम हो रहा था मैं टी.वी देखने लगा रूपा वहीं सोफे पर बेठ गयी हम एक दूसरे से आँखे चुरा रहे थे.

मैने रूपा को 5000 रुपये दिये और कहा मेरे पहले कभी दिमाग़ मैं ही नहीं आया प्लीज ये पैसे तुम रख लो कुछ ज़रूरत हो सकती है रूपा रोने लग गयी भैया आप मेरा इतना ख्याल रखते हैं मैंने कहा छोड़ ना इस मैं रोने की क्या बात है अब मेरा तेरे आलावा कौन है वो मेरे कंधे पर सर रख कर रोने लगी मैने उसे संभलने को कहा और उसके माथे पर एक किस किया हम थोड़ी देर ऐसे ही बेठे रहे फिर रूपा चाय बना के लाई हम दोनो ने चाय पी मैं फ्रेश होने वॉशरूम में चला गया थोड़ी देर मैं रूपा ने खाना लगा दिया फिर हम दोनो टी.वी देखने लगे अब क्लाइमेंक्स था मुझे जिसका इंतज़ार था मैं बेड रूम मैं जाकर लेट गया रूपा किचन मैं काम कर रही थी मैं आखें बंद करके एक अंतहीन का इंतज़ार करने लगा थोड़ी देर मैं रूपा आई और मेरे को सोता देख कर मेरे बगल मैं लेट गयी.

मै धीरे से उठा मैने आँख खोली अरे रूपा हाँ भैया रूम मैं अंधेरा था लेकिन खिड़की से रोशनी आ रही थी हमारी आखें टकराई उसने सफेद सूती साड़ी पहन रखी थी अंधेरे मैं भी रूपा का बदन जगमगा रहा था उसने धीरे से अपना ब्लाउज आगे से खोला और ब्रा को उपर की तरफ कर दिया और मेरी तरफ देखा हमारी आखें फिर एक बार टकराई वो जैसे कह रही हो आओं भैया चूसो इन्हें ये तुम्हारे आम है मैने धीरे से अपना मुहँ बढ़ाया दूध रिसने की वजह से ब्लाउज और ब्रा पूरे गीले हो चुके थे मैने अपना मुहँ उसकी बड़ी-बड़ी चूचीयों पर लगा दिया और उन्हे चूसने लगा दूध की धार से मैं गले तक गीला हो गया लेकिन इस तरह से थोड़ी परेशानी हो रही थी मै अपने हाथों से उसका ब्लाउज उतरने लगा और फिर ब्रा भी उतार दी  अब उसका ऊपर का अंग पूरा नंगा हो गया था.

अब हम दोनों को ओपन मैं थोडा आराम मिल गया और फिर मैं उसकी चूचीयों पर झुक गया और दूध पीना चालू कर दिया हाय क्या मज़ा आ रहा था रूपा भी उतेज़ना से अपने पैर से पैर रग़ड रही थी  मेरा लंड तन के लोहे की रोड बन चुका था  मैने धोती पहनी हुई थी और उपर से मेरा भी गठीला बदन नंगा था में एक हाथ से उसकी चूचीयां सहला रहा था और एक से उन्हें सक कर रहा था हाय क्या कयामत का सीन था  मेरी बहन के दोनो मस्त चूचीयां मेरे होठ लगने से उनकी निपल तन गयी थी जो ये साबित कर रही थी की रूपा भी अन्दर से चुदासी हो रही थी लेकिन वो नारी लज़्ज़ा के कारण कह नहीं पा रही थी और मैं जिसने तीन साल से औरत को हाथ नहीं लगाया हो मेरी क्या हालत हुई होगी आप लोग समझ सकते हैं.

मैं कोई दस मिनिट तक उसका दूध पीता रहा कोई एक कप दूध तो मैं पी चुका होगा मेरा लंड बार- बार फूँकार मार रहा था अब मेंरी सहन शक्ति जबाब देने जा रही थी मैंने दूध पीते-पीते अपना हाथ बढ़ाया और रूपा की साड़ी पेटिकोट से निकाल दी और उसके पेटीकोट का नाडा खोलने लगा रूपा ने मेरा हाथ पकड़ लिया प्लीज़ भैया ऐसा मत करो मैं आपकी बहन हूँ  मैने कहा प्लीज रूपा मान जा तू मेरी हालत देख मैं कितना तड़प रहा हूँ. नही भैया यह पाप है आप प्लीज़ मुझे छोड़ दो मैं दूसरे रूम मैं जा कर सो जाउंगी मुझे लगा कहीं रूपा यहाँ से चली नहीं जाये मैने उस पर अपनी टाँगें रख दी और उसे अपने वजन से दबा लिया वो मेरे नीचे झटपटा रही थी फिर मैने अपना होठ उसके खड़े हुये निपल पर लगा दिया और उसकी चूचीयां चूसना चालू कर दिया बीच– बीच मैं उसे चूमने की कोशिश कर रहा था.

उसने अपना मुहँ फेर लिया वो रोने लगी और गिड़गिडाते हुये बोली भैया प्लीज़ मुझे छोड़ दो आप जो कर रहें हैं क्या ये सही है? ये पाप है! मैं आपकी अपनी सग़ी बहन हूँ! मैने कहा मैं जानता हूँ जान और शर्मिंदा भी हूँ पर मैं अपने आप पर काबू नही रख पा रहा हूँ और मेरा दिमाग़ काम नहीं कर रहा है मैं तुझे आज पाना चाहता हूँ पूरी तरह से एक औरत के रूप मैं केवल एक रात के लिये  क्या तू ये भूल नहीं सकती की हम भाई बहन हैं और मैं तुझे पाने के लिये बेहद बेताब हूँ वो झटपटा रही थी मैं उसके सारे शरीर को अपने शरीर से रग़ड रहा था मैने अपने बायें हाथ (लेफ्ट हेंड) से उसके दोनो हाथ पकड़ लिये और दायें हाथ (राइट हेंड) उसकी साड़ी पेटीकोट मैं डाल दिया और उसकी चूत को टच करने की कोशिश करने लगा.

इस बीच मैं लगातार उसके मिल्की बूब्स को चूसता रहा वो लगातार रोये जा रही थी लेकिन मेरी इच्छा उसकी जवान चूत को पाने के लिये बेहद बेताब हो रही थी मैने हाथ बढ़ा कर उसके पेटिकोट के उपर से उसकी गांड को उठाया और अपने लंड का एहसास उसकी चूत को करा दिया मेरी बहन समझ चुकी थी की मेरे चंगुल से निकलना मुश्किल ही नहीं ना मुमकीन है तो उसने अपना रोना धोना कम कर दिया और अपने शरीर को ढीला छोड़ दिया मेरे लिये जैसा की मैं चाहता था फिर उसने बड़ी शांति से कहा ठीक है भैया आप मेरा दूध पीना चाहते हो लो पियो लेकिन प्लीज़ मेरे साथ सेक्स मत करना  उसने एक तरह से चूचीयां मेरे मुँह मैं ठूंस दी लो मेरा सारा दूध पी लो अब आपको शान्ति मिल गयी भैया मैने कहा हाँ रूपा लेकिन अब मैं और भी कुछ करना चाहता हूँ वो गिड़गिडाने लगी नही भैया प्लीज़ मेरी चुदाई मत करना मैं माहवारी के पीरियड (एम.सी) मैं चल रही हूँ  कहीं प्रेग्नेट हो गयी तो प्रोब्लम हो जायेगी.

कोई बात नहीं अगर प्रेग्नेंट हो गयी तो मैं गर्भपात करवा दूँगा लेकिन आज मैं अपना लंड तुम्हारी छोटी चूत मैं ज़रूर डालूँगा बस अब अपनी चूत के दर्शन करवा दो मेरी जान  मैने बेशर्मी से कहा और रूपा अचानक से उसने हार मान ली और अपनी आँखे बंद कर ली और अपनी जांघे  खोल दी मैने तुरंत अपना हाथ उसके पेटीकोट मैं डाल दिया और अपनी प्यारी रूपा की झाटो  को चूमने लगा और पेटीकोट का नाडा तोड़ के उसकी साड़ी और पेटिकोट फेंक दिया वो मेरे सामने पूरी मादरजात नंगी अवस्था मैं पड़ी थी मेरी बहन की जवान चूत काले-काले बालो( झांटे) के जंगल के बीच में थी उसने शर्म और उतेज़ना से अपना चेहरा ढक लिया और मैं उसकी प्यारी चूत पर अपना हाथ फेरने लगा उसके मुलायम-मुलायम बालो के बीच मैने चूत का मुँह ढूंढ लिया और उठी हुई चूत मैं उसका दाना ढूंढ लिया और उसके साथ छेड़छाड करने लगा मेरी उंगली करने से रूपा ने अपनी गांड उठाई एक उत्सुकता और बेशर्मी के साथ.

मैने धीरे से रूपा की चूत को सूँघा एक तीखी गंध का मुझे आभास हुआ मैने अपना मुहँ उसके बालों से भरी चूत पर मारा और बालों से भरी चूत को चूम लिया और उसके काले उलझे बालों के साथ खेलने लगा जब मेरी जीभ की नोक उसकी चूत के दाने पर गयी तो आनन्द और उतेज़ना से उसके सारे शरीर मैं एक कपकपी (सिरहन) सी दौड़ गयी मैं उसकी चूत का शहद रस पीने लगा और उसकी चूत को अपनी जीभ से चूसना शुरू कर दिया इस आनन्द की लहरों से उसने अपना सर इधर उधर पटकना शुरू कर दिया ऊऊऊआआआ…. ओह…… भैया…आ…….और अपने चुत्तड उठा-उठा कर अपनी योनि को मेरे मुहँ से रगड़ने लगी और अपने आनन्द के शिखर पर पहुँच गयी और मेरे मुहँ मैं एक गहरा जोर का धक्का दिया और उसकी योनि के अन्दर का बाँध टूट गया उसकी चूत से छूटे पानी से मेरा सारा चेहरा नहा गया.

मैं कुछ और देर उसकी चूत को अपने मुहँ मैं लिये रहा जब तक की वो पूरी तरह से गर्म ना हो जाये मैं रूपा को देख कर मुस्कुराया उसने शर्म से अपना मुहँ ढक लिया मैने उसके हाथ मुँह से हटा कर उसे पागलो की तरह चूमने लगा रूपा अभी भी गर्म थी वो शरमाते हुये धीरे से फुसफुसा के एक आनन्द भरी आवाज़ मैं….ओह…. भैया..आहा… मैने उसकी जांघो को खोला और उसके घुटनो को उसके कंधे से लगा दिया अब उसके बालों से भरी चूत ठीक मेरे सामने थी मेरी मासूम बहन रूपा कितनी अश्लील लग रही थी एक रंडी की तरह मैने अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर टिकाया.

मेरा लंड धीरे- धीरे उसकी चूत की तरफ लपका वो कुछ असहज सा महसूस कर रही थी जब मैने एक धक्का दिया तो वो दर्द से चिल्लाई मैने पूछा क्या हुआ रूपा डार्लिंग अरे दर्द हो रहा है क्या वो बोली हाँ भैया बहुत दर्द हो रहा है आप प्लीज़ मेरे को थोड़ा 2 मिनिट रिलेक्स होने का समय दो फिर मैं आपका पूरा लंड अन्दर ले लूँगी उसकी आखों मैं आंसू थे मैने उसे चूमा और उस पर झुक कर उसके निपल चूसने लगा जब मैने देखा मेरी बहन ठीक हो गयी है मैने एक ज़ोर का झटका दिया और जबरदस्ती अपना लंड उसकी चूत मैं उतार दिया लंड चाकू की तरह उसकी चूत की गहराई मैं चला गया मेरी छोटी बहन की चूत टाइट थी वो चिल्लाई… आआहा… भैया…. थोड़ा धीरे-धीरे से करो आपकी छोटी बहन हूँ मैं फिर धीरे- धीरे चूत मैं धक्के देने लगा.

मैने चोदते चोदते रूपा से पूछा ऐसे ही तुम्हारा पति तुम्हे चोदता होगा वो शरमाते हुये बोली नहीं भैया ! तो वो कैसे चोदता था तुम्हे. तो उसने जवाब दिया ठीक है वेसे एक अच्छा पति था लेकिन उसका लंड बहुत ही छोटा सा था और वो 10 सेकेंड मैं ही झड़ जाता था अब मैने एक बार फिर उसकी जांघो को चोडा किया और उसके पैर को उसके सर के पास लगाया उसका पूरा शरीर मुड़ गया था और उसकी चूत सबसे उपर आ गयी थी और मेरा लंड लगातार उसकी चूत मैं पंपिंग कर रहा था। ए.सी चलने के बावजूद  रूपा पसीने से पूरी तरह भीग चुकी थी उसने फिर अपनी चूत के होठों को खोला जिससे मेरा लंड और आराम से उसकी चूत मैं जा सके खुशी, उत्तेजना और आनन्द से उसके विधवा शरीर मैं एक लहर सी उठी और मैं लगातार उसकी चूत मैं लंड पेल रहा था.

मैने थोड़ा बेशर्मी से रूपा से पूछा जब तुम्हारा पति तुम्हे चोदता था क्या तब भी तुम इस तरह से गांड उठा-उठा कर लंड लेती थी और कितनी बार वो तुम्हे चोदता था वो बोली हाँ भाई लेकिन रोज़ नहीं वो मुझे कोई 10-15 दिनो मैं ही चोद पाता था मेरा लंड उसकी चूत की गहराई मैं छेद कर रहा था और रूपा के मुहँ से आह आऐईईइ हाह्ह्ह्हह की आवाज निकल रहीं थी  वो मोनिंग कर रही थी और वो अपने होठों को काटने लगी मैं समझ गया की मेरी बहन ऑर्गॅज़म (चरम सुख) के करीब है मैने अपने लंड से ज़ोर- ज़ोर के शॉट मार रहा था उसने अपनी चूत से मेरा लंड कसना शुरू कर दिया और उसकी योनि सुकड़ने लगी (योनि संकुचन) मैने फिर अपने लंड मैं एक अंगड़ाई ली और रूपा से पूछा क्या वो तुम्हे संतुष्ट कर देता था और तुम्हे चरम सुख (ऑर्गॅज़म) मिलता था उसने जबाब दिया नही भैया.

मेरा पति जब भी चोदता था एक तो उसका लिंग बहुत छोटा था 2 साल की शादी मैं मुझे कोई 2-3 बार ही वो मुझे चरम सुख (ऑर्गॅज़म) दे पाया था रूपा ने अपने होठों को काटते हुये अपना ध्यान अपने ऑर्गॅज़म (चरम सुख) पर किया मै भी अब और ज़ोर– ज़ोर से धक्के देने लगा उसने मुझे अपनी बाहों मैं भर लिया और वो अपने चुत्तड उठा– उठा कर अपनी चूत मेरे लंड से रगड़ने लगी अपनी पूरी ताक़त से अचानक उसकी चूत ने मेरे लंड को जकड़ लिया और फिर उसे ऑर्गॅज़म (चरम सुख) हुआ वो पूरी गीली हो गयी और धीरे-धीरे हाफने लगी उसकी सिस्कारियों  (मोनिंग) की आवाज़ तेज होने लगी और मेरी पीठ मैं उसने अपने नाख़ून गडा दिये और उसका ऑर्गॅज़म कोई 1 मिनिट तक चला और पूरे समय वो चिल्लाती रही आनन्द में और अंत मैं वो थक के बेदम हो कर बिस्तर पर गिर गयी.

थोड़ी देर मैं उसे होश आया और बोली भैया अब आपके सुख की बारी है मैने कहा नहीं रूपा मैं तुम्हारी चूत मैं नहीं झडूगा मैं तुम्हे प्रेग्नेंट नहीं करना चाहता हूँ  तुम चाहो तो हम ओरल कर लेते हैं वो बोली नहीं भैया मैं चाहती हूँ आज आप मेरी चूत को अपने रस से भर दो और मेरे अन्दर ही अपने वीर्य रस की पिचकारी छोड़ो आप तो अपनी बहन को पाना चाहते थे अब तो मेरा शरीर आपका ही है अब मैं अपने ताकतवर भाई का कीमती बीज़ अपनी बच्चेदानी मैं चाहती हूँ भैया आज रात मुझे ज़ोरों से चोदो  मुझे और भर दो अपनी बहन की चूत अपने पानी से और मेरे शरीर को जी भर के दबाव और चूसो ऐसा कहा कर उसने अपनी चूत मैं मेरा लंड जकड़ लिया और मैने फिर उसकी चूत की गहराई मैं सूपर ऑर्गॅज़म परम आनंद पाया.

आज अपनी बहन की चूत में  मेरे वीर्य की पिचकारी उसकी बच्चेदानी पर जा कर पड़ी और मेरे गाढे गाढे वीर्य से मैने उसकी योनि तृप्त कर दी और फिर निढाल हो कर उस पर गिर गया वो धीरे से बोली हाँ भैया आप अब खुश हो अपनी छोटी बहन की चूत मैं अपना बीज डाल कर? मैने कहा हाँ जान तुम सच में बहुत प्यारी हो और उससे ज़्यादा प्यारी तुम्हारी चूत है  जिसने मेरा लंड पंप की तरह चूस लिया और मैने उसका माथा चूम लिया फिर वो बोली मुझे उम्मीद है ये हमारा आखरी बार होगा आफ्टर ऑल मैं आपकी छोटी बहन हूँ  क्या होगा जब लोगो को इसके बारे मैं पता चलेगा मैं बोला पागल मत बनो हम दोनो को आज कितना आनन्द मिला और हम दोनो ने एक दूसरे से कितना सुख प्राप्त किया.

तुम एक विधवा हो और मैं एक विधुर लेकिन इससे पहले तुम एक जवान लड़की हो और मैं एक मर्द  और तुम्हे रोज़ एक मजबूत लंड चाहिये अपनी चूत के लिये जो तुम्हे रोज़ मजबूती से चोदे और आज के बाद तुम मेरी बहन ही नहीं बल्कि मेरी प्रेमिका भी हो मैं तुम्हारे बिना नहीं रहा सकता वो बोली भैया रह तो मैं भी आपके बिना नहीं सकती लेकिन बहन भाई मैं ये सब पाप है किसी को पता चला तो फिर क्या होगा मैने शरारत भरी मुस्कान से पूछा! तुम्हे पता है तुम्हारे पड़ोस मैं कौन रहता है? वो बोली नहीं तुम्हारे नीचे? उसने ना मैं सर हिलाया या उन्हे पता है की हम दोनो के बीच मैं क्या रिश्ता है  वो बोली नहीं तो पगली फिर किस से डरना आज से हम दोनो पति पत्नी हैं जो एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं बस यही हमारा रिश्ता है  क्या तू मेरी वाइफ बनेगी  रूपा शरमाते हुये बोली ओके भैया जैसी आपकी मर्ज़ी.

मैने अपनी दो उंगलियाँ उसकी वीर्य से(सीमेन) भरी चूत मैं डाल दी और हल्का सा धक्का दिया और बोला आज मेरी प्यारी बहन मेरी मालकिन भी बन गयी आज से ये तेरा जवान शरीर मेरे लिये है तेरे अपने भाई के सुख के लिये और आज के बाद प्लीज़ अपने इन बालों (प्यूबिक हेयर) को कभी शेव नहीं करना मैं चाहता हूँ ये बाल और बड़े हों और चूत के साथ गांड पेट सब जगह फैल जायें और आज मैं तेरी गांड अपने शहद रस से भरना चाहता हूँ ठीक है भैया आपको खूब बाल चाहिये मेरे वहाँ पर तो अब मैं कभी वहाँ के बालों को शेव नहीं करूँगी आपके सुख के लिये और अब आप जब चाहो मेरे शरीर से मज़े ले सकते हैं आख़िर मैं हूँ तो आपकी ही बहन तो दोस्तों इस तरह से हम दोनों भाई बहन में एक अनोखा रिश्ता बन गया..

धन्यवाद ...

Upar wala apne Sath hai

कहानी : ऊपर वाला अपने साथ है

प्रेषक : अमित
मैं एक शादीशुदा आदमी हूँ और मेरे दो बच्चे है मेरा गारमेंट्स का बिज़नस है और जब भी कोई नया सेम्पल आता है तो मुझे मार्केट में जाना पड़ता है एक बार कोई न्यू सेम्पल्स आये थे जिसके ऑर्डर के लिये मुझे दिल्ली जाना पड़ा और में दिल्ली चला गया फिर मैं अपने सेम्पल ले कर मार्केट में गया और वहा से काफ़ी ऑर्डर लिये ये लेडीस गारमेंट्स के सेम्पल थे जिसमे ब्रा, पेंटी, और कुछ शॉर्ट्स गाऊन थे एक दिन मैं मार्केट में घूम रहा था तो एक शॉप में सेम्पल दिखा के निकल ही रहा था की मैने देखा वहा मेरी कज़न साली अंडर गारमेंट्स देख रही थी मैने बात करना उचित नही समझा और वहा से निकलने लगा की उसने मुझे देख लिया फिर हमने बाते की फिर उसने पूछा की आप यहा कैसे तो मैने कहा मैं इस शॉप में सप्लाई देता हूँ.


फिर उसे अपने बिज़नस के बारे मैं बताया तो उसने कहा फिर तो अच्छा है मुझे कम दाम में मिल जायेगे और वो हँसने लगी फिर उसने मुझे सेम्पल दिखाने को कहा तो मैने कहा यहा नही दिखा सकता क्योकी यह मेरी क्लाइंट की शॉप है तो उसने कहा ओके फिर हम और कही देख लेंगे और हम वहा से निकल गये उसके पास गाड़ी थी उसने मुझे गाड़ी मैं बेठने को कहा फिर मैं उसकी गाड़ी में बैठा तो उसने पूछा की आपको कहा जाना है तो मैने अपने होटल का नाम बताया फिर उसने मुझे होटल तक लिफ्ट दी और मैने उसे उपर आने को कहा तो वो हँस के बोली की हाँ आप मुझे सेम्पल भी दिखा देना फिर हम रूम में आ गये.

फिर मैने कोल्ड ड्रिंक्स का ऑर्डर दिया और मैं उसे सेम्पल दिखाने लगा अंडर गारमेंट्स बहुत ही हॉट और सेक्सी थे उसे सब पसंद आये तो उसने पूछा की कौनसा लू मुझे तो सब ही पसंद है तो मैने कहा आपको जो पसंद हो और मुझे कुछ अजीब सा लग रहा था फिर उसने कहा मुझ पर कौनसा सूट करेगा तो मैने कहा अब में कैसे बोल सकता हूँ आपको तो उसने कहा की अगर आप अपनी गर्लफ्रेंड को देते तो कोन सा देते तो मैने उससे पूछा की आपका साइज़ क्या है तो उसने कहा शायद 32 है तो मैने कहा नही आपको पता नहीं है तो उसने कहा नही ठीक है तो मैने कहा नाप के देखो तो उसने कहा मैं कैसे नाप सकता हूँ आप ही नाप लीजिये तो मैने इंच टेप निकाली और उसका साइज़ चेक किया तो उसकी साड़ी बीच में आ रही थी.
तो उसने अपनी साड़ी का पल्लू नीचे किया मैने जब उसका नाप लिया तो मेरे हाथ उसके बूब्स को टच होने लगे फिर मैं उसके पीछे गया तो उसने जानबुझ के अपनी गांड को पीछे किया और मेरा लंड उसकी गांड को टच करने लगा फिर उसका साइज़ 34 आया और मैने एक सेक्सी सेट निकाल के उसको दिया और कहा की ये पहन के देखियेगा और कैसी लगी मुझे बताइयेगा फिर उसने मुझे अपने घर आने का निमंत्रण दे कर एक सेक्सी स्माइल दी और मैने उसे रविवार को आने को कहा शनिवार को उसके पति का फोन आया की उसे किसी काम से जाना है तो आप रविवार मॉर्निंग में आ जाओ क्योकी वो रात की राजधानी ट्रेन से मुंबई जा रहे है तो मैने हाँ कह दी और रविवार को उसके घर चला गया.

फिर जब में वहा पहुँचा तो हमने बाते की और खाना खाया फिर उसके पति का जाने का टाइम हो गया तो में उसे स्टेशन ड्रॉप करने गया और साथ में मेरी साली राधा भी गई हमने उसे स्टेशन ड्रॉप किया और हम रिटर्न हो गये रास्ते में उसने मुझे मूवी दिखाने को कहा तो मैने कहा आपके पति को पता चलेगा तो क्या सोचेगा तो उसने कहा उसे कहा से पता चलेगा मैं नही बोलूँगी फिर उसने कहा घर चल कर मैं चेंज कर लेती हूँ फिर हम मूवी देखने चलते है फिर हम घर गये वो एक सेक्सी साड़ी पहन कर आई तो मैं उसे देखता ही रह गया तो वो मुझे होश में लाई और कहा की क्या हुआ मैने कहा कुछ नही बस ऐसे ही फिर उसने कहा गाड़ी ले जाने से पार्क करने में तो प्रोब्लम होगी हम मेट्रो मैं चलते है हम मेट्रो स्टेशन गये वहा काफ़ी भीड़ थी.

मैने कहा तुम भीड़ मैं कैसे जाओंगी तो वो समझ गई और बोली की आप मेरे पीछे खड़े हो जाना और हम भीड़ में ही ट्रेन में चढ़ गये वो मेरे आगे थी जिससे मेरा लंड उसकी गांड में सट के खड़ा हो गया और उसको चुभने लगा उसे पता चल गया था की मेरा लंड खड़ा हो गया है लेकिन उसने कुछ नही कहा और वो बार बार पीछे प्रेशर दे रही थी फिर हम मूवी थियेटर में गये वहा हमें सीट नही मिली फिर हमने केबिन की सीट ली वहा शरिफ हम दो ही बैठे थे मूवी में एक हॉट सीन आया मैं अपने लंड को एड्जस्ट करने लगा तो वो हंसने लगी फिर हम मूवी देख के घर गये तो उसने मुझे वापस से सेम्पल दिखाने को कहा तो मैने सभी सेम्पल दिखाये उसमें एक सेक्सी गाउन था उसने कहा ये मुझे दे दीजिये मैने उसे गाउन दे दिया.

फिर वो बोली की मैं ट्राई करके आती हूँ और वो चेंज करके मेरे सामने आ गई और मुझे उस गाउन को एड्जस्ट करने को कहा फिर मैने उसके गाउन को एड्जस्ट किया तो बार बार उसके बूब्स के हाथ लग रहे थे फिर मैने उससे कहा की मैने सुना है की आप डांस बहुत अच्छा करते है मुझे आपका डांस देखना है तो वो बोली ज़रूर दिखाउंगी पर आपको भी साथ देना पड़ेगा फिर डांस के लिये म्यूज़िक चालू किया और मुझे भी साथ मैं डांस करवाने लगी में उसकी कमर पकड़ के डांस करने लगा और मिनी गाउन होने के कारण उसकी कमर नंगी थी जिससे उसकी चिकनी कमर पर मेरा हाथ चलने लगा और कभी उसके पीछे तो कभी उसके सामने जाता तो उसकी चूची का स्पर्श मिलता पीछे जाता तो उसकी गांड मे लंड रगड़ता उसे भी मज़ा आने लगा फिर मैने उसे गोद में उठा लिया जिससे मेरा एक हाथ उसकी गांड पर और दूसरा हाथ उसकी चूची के साइड में चला गया और 5 मिनट तक ऐसे ही रखा.

फिर उसने कहा प्लीज मुझे नीचे उतारो ना प्लीज़ तो मैने उसे नीचे उतार दिया फिर मैं उसके पीछे खड़ा हो कर उसके पेट को सहलाता रहा और मेरा लंड उसकी गांड पर रगड़ता रहा जिससे वो गर्म हो गई और उसने मेरा लंड पकड़ लिया और कहा की ये मुझे सुबह से परेशान कर रहा है तो मैने उसकी चूची को पकड़ते हुये कहा ये भी मुझे सुबह से तडपा रही है तो उसने कहा जब दोनो ही तड़प रहे है तो इसका इलाज है मेरे इलाज की दवा आप और आपके इलाज की दवा मैं प्लीज इसे निकालो तो मैने तुरंत अपनी पेंट खोल दी और उसने तुरन्त मेरे लंड को पकड़ के हिलाना शुरू कर दिया.

फिर में उसके गाउन को उतार कर उसकी चूची को दबाने लगा और चूसने लगा वो आहह उसस्स उहह करने लगी और मेरे लंड को अपनी जीभ से चाटने लगी और फिर मुँह में ले कर चूसने लगी 30 मिनट तक हमने एक दूसरे की बॉडी का मज़ा लिया फिर उसने कहा अब सहन नही होता प्लीज डाल दो फिर मैने उसे बेड पर लेटा दिया और अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा वो बार बार झटके मार रही थी की मेरा लंड उसकी चूत में घुस जाये और प्लीज डालो डालो आहह प्लीज़ डाल दो मत तड़पाओं करने लगी फिर 15 मिनट के बाद मैने अपना लंड उसकी चूत में डाला तो वो चिल्ला उठी शशश कितना मोटा लंड है तुम्हारा और 5 मिनट के बाद मैने अपने धक्के तेज किये और वो भी उचक उचक के चुदने लगी 30 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनो का पानी निकल गया फिर हमने बाथरूम में एक साथ नहाये और जी भर के एक दूसरे के शरीर का मज़ा लिया फिर हम रात को नंगे सो गये और सुबह एक बार फिर चुदाई का मज़ा ले कर में चला गया.

धन्यवाद ...

Sedhi Sedhi Oarat

कहानी : सीधी साधी औरत

प्रेषक : उमेश
हाय फ्रेंड्स मेरा नाम उमेश है उम्र 27 साल है मैं मुंबई मैं एक बैंक मैं जॉब करता हूँ यहाँ पर मेरे साथ 6 लड़कियाँ काम करती हैं एक हीं ब्रांच मैं गायत्री हमारी ब्रांच मैं कस्टमर सर्विस मैं है गायत्री शादीशुदा है और उसको एक लड़की भी है उसका पति आर्मी मैं है तो वो ज्यादातर टाइम बाहर हीं रहता है गायत्री के बारे मे कहूँ तो वो 5’6” हाईट स्लिम बिल्ट बॉडी और उसका साइज 34-28-34 का फिगर वो हमेशा सलवार कमीज़ पहनती थी और बहुत ही सिंपल सी रहती थी एक दिन अचानक उसको एक फोन आया और वो रोने लगी मैं उसके साइड मैं हीं बैठता हूँ तो पूछा क्या हुआ
तो वो बोली उसकी बेटी के स्कूल से था उसकी बेटी बीमार है और उसे जाना पड़ेगा मैने कहा मैं भी आता हूँ शायद आपको कोई हेल्प की भी ज़रूरत हो और उसने मुझे इशारे से हाँ बोला.
हम लोग उसकी बेटी के स्कूल गये और वहाँ से हॉस्पिटल वहाँ डॉक्टर ने कहा की अकेलेपन की वजह से शायद ये बीमार पड़ गयी घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है बस थोड़ा टाइम दीजिये अपने बच्चे को फिर मैं उन दोनो को उनके घर छोड़ने गया रास्ते भर मैं गायत्री के बेटी के साथ खेलता रहा वो भी मेरी कंपनी बहुत इन्जॉय कर रही थी जब हम गायत्री के घर पहुंचे तब मैने बोला ठीक है अब में चलता हूँ कल मिलते है तब वो बोली अन्दर तो आओ तो मैने बोला फिर कभी.
गायत्री : पिंकी को बहुत अच्छा लगेगा अगर आप आकर थोड़ा टाइम इसके साथ रहोगे तो.
अब मैं क्या बोलता कहा ठीक है चलिये अंदर जाकर बैठे तो गायत्री चाय बनाने गयी और मैं पिंकी के साथ बैठ के कार्टून देख रहा था थोड़ी देर मैं गायत्री आई और खड़ी रह के मुझे देख रही थी कैसे पिंकी मेरे गोद मैं बैठ के ख़ुशी से कार्टून देख रही थी तभी मेरी नज़र उस पर गयी और पूछा क्या हुआ तो बोली कुछ नहीं मैने पिंकी को इतना खुश कभी नहीं देखा था किसी के साथ वो भी पहली मुलाकात मैं.

फिर हम थोड़ी देर बात कर रहे थे अचानक देखा तो पिंकी सो गयी थी मेरी गोद मैं गायत्री ने कहा की लाओ मैं उसे बेड रूम मैं सुला देती हूँ मैने कहा में सुला देता हूँ बेड पर और तैयार हुआ तो पीछे से आवाज़ आई “उमेश, पीछे देखा तो गायत्री खड़ी थी मैने पूछा क्या हुआ तो बोली थैंक्स और आकर मुझे हग किया मुझे कुछ समझ में नहीं आया और में 3 मिनिट तक कुछ नहीं बोला मुझे समझ मैं नहीं आ रहा था कैसे रियक्ट करूँ फिर मैने हल्का धक्का देने की कोशिश की ताकि हम अलग हो ज़ाये मगर उसने और ज़ोर से जकड़ लिया फिर मैने भी अपने दोनो हाथ उसकी पीठ पर रख दिये और उसे अपने से जकड़ लिया वो इसी तरह मुझ से लिपटी रही और धीरे से मेरे कानो मैं बोली पिंकी आज बहुत खुश थी सिर्फ़ आपकी वजह से आपको जो माँगना है माँग लो मुझसे आज मैं मना नहीं करूँगी.

मैं समझ गया वो क्या कहना चाह रही थी और अगर पति इतने दिनो से बाहर है तो सेक्स की भूख रहेगी हीं मैंने अंजान बन के पूछा क्या मागूं आप से तो उसने अपनी पकड़ थोड़ी ढीली की और उसका चेहरा मेरे चेहरे के एकदम सामने था उसने कहा पागल इतना भी पता नहीं आपको तो मैने कहा ठीक है आप जो ख़ुशी से देना चाहो दे सकती हो मैं मना नहीं करूँगा आख़िरकार आप का पहला गिफ्ट होगा मेरे लिये इस दौरान हम दोनो की गर्म साँसे तेज होने लगी और ये साफ महसूस हो रहा था तब वो अपने लिप्स मेरे लिप्स के करीब लाई और मैं उसके लोवर लिप्स को अपने लिप्स से पकड़ लिया और चूसने लगा कुछ ही सेकेंड्स मैं वो भी तेज तेज चूसने लगी और हम दोनो बारी बारी एक दूसरे के मुँह मैं जीभ को अन्दर बाहर करने लगे थोड़ी हीं देर मैं उसमें एक अजीब सा पागलपन आ गया था.

फिर वो मुझसे अलग हुई और मेरा हाथ पकड़ कर बेडरूम की तरफ खीचते हुये ले गयी मैं हवा मैं एक तिनके की तरह उसके साथ लहराता हुआ चला गया बेडरूम मैं जाते हीं उसने अन्दर से दरवाजा बंद कर दिया और अपनी सलवार का नाडा खोलने लगी तभी मैने उसका हाथ पकड़ लिया और मैं खुद नाड़े को खोलने लगा नाड़े को ढीला करते ही धड़ से वो उसके कदमो तक सरक गया वो अपनी कमीज़ हाथ मैं उठाये हुये थी तो उसकी काली पेंटी साफ दिखाई दे रही थी गायत्री एकदम बेड के पास खड़ी थी तो मेने थोड़ा सा धक्का दिया तो वो धड़ से बेड पर गिर गयी लाल रंग का मखमली चादर पड़ा हुआ था बेड पर और लाल रंग के हीं तकिये थे.

उसने दो पिलो के सहारे अपनी पीठ को टीकाया और टांगो को खोल के मुझे चूत सहलाने का इशारा किया मैं धीरे से उसकी जाँघो को चूमते हुये उसकी चूत तक बड़ा और पेंटी के उपर से हीं तीन चार बार किस किया फिर मैने उसकी पेंटी को एक साइड से अपनी दो उंगलियों से खीच के दूसरी साइड मैं किया और उसकी नंगी चूत के गर्म होठों पर अपने होठों से किस करना चालू किया उस समय गायत्री की आँखे बंद हो गई थी और वो आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही थी मगर उन्न…हाअ……की आवाज़ चुप नही पा रही थी उसने मेरे सर को पकड़ के थोड़ा दूर किया और एक झटके मैं अपनी पेंटी उतार दी और बोली ये सब तुम्हारा है तो खुल के मज़े लो ना.

ये कहते ही उसने अपनी सलवार भी उतार दी और अब वो सिर्फ़ एक ब्रा मैं थी मुझे ध्यान नही रहा की वो कब आप से तुम मैं आ गई तब फिर से मैने उसकी चूत पर होठ रखे अभी मैं उसकी चूत के उपरी हिस्से को अपनी जीभ से सहला रहा था और एक उंगली उसकी चूत मैं डाल कर अंदर बाहर कर रहा था चूत एकदम गीली हो गयी थी उसके पानी से वो भी अपनी गांड हिला हिला के मज़े ले रही थी और अपने हाथो से अपनी चूचीयो को मसल रही थी फिर उसने अपनी टांगो को हाथ मैं उठा के एक वी शेप करके रखा उसकी चूत पूरी तरह से फेली हुई थी मैने अपनी जीभ से ज़ोर ज़ोर का झटका देते हुये उसकी चूत के अंदर बाहर कर रहा था तभी उसकी जाँघो मैं एक कंपन सा आने लगा गायत्री ज़ोर से चीख पड़ी और वो झड़ गयी थी उसका पानी मेरे चेहरे पर फेल गया था.

फिर उसने मेरे चेहरे को थोड़ी देर अपनी चूत से दबा के रखा इतने मैं मैं अपने कपड़े उतार चुका था सिर्फ़ अंडरवेयर मैं था गायत्री ने मुझे धक्का मार के दूसरी तरफ कर दिया और वो मेरी टांगो के बीच में आ गयी मेरे लंड को उसने अंडरवेयर से निकाला और मुँह मैं लेने की तैयारी मैं थी तभी मैने कहा मैं खड़ा रहता हूँ तुम नीचे बेठ कर ये करो प्लीज़ वो बोली जो हुकुम करो आका फिर मैं खड़ा रहा और वो मुझे ब्लो जॉब दे रही थी कभी वो मेरे लंड के सूपडे को चूमती तो कभी वो मेरे बॉल्स मुँह मे लेती फिर वो मेरे लंड को नीचे से उपर तक चाट रही थी अचानक से वो तेज हो गई गायत्री ने अपने राइट हाथ मैं मेरे लंड को पकड़ा था और मुँह के अंदर बाहर कर रही थी और लेफ्ट हाथ से मेरे बॉल्स को सहला रही थी मेरी आँखे आनंद से बंद हो रही थी.

मुझे पता नहीं था इतनी सीधी साधी दिखने वाली लड़की इतनी वाइल्ड भी हो सकती है मेरे लंड मैं चिकनाई आ गई थी उसके थूक ओर मेरे वीर्य से मैं उसके गले को महसूस कर रहा था अपने लंड से तब मुझे पता चला इसे कहते हैं “डीप थ्रोट, अब मुझसे सहन नहीं हो रहा था मैने कहा गायत्री मुझे चोदना है तो वो बोली इतना सब होने के बाद अब भी पर्मिशन माँग रहे हो क्या आ जाओ फिर मैने उसको बिस्तर पर लेटा दिया उसकी जाँघो को हाथो मैं ले कर उपर उठाया ताकि चूत साफ दिखे लंड उसकी चूत पर रखा और हल्के से धक्का दिया और मेरा पूरा लंड उसके अंदर चला गया गायत्री के मुँह से उन्न की आवाज़ निकली मैंने थोड़ा बाहर किया और फिर से धक्का मारा तो वो आँखे बंद करने लगी फिर मैं हल्का हल्का धक्का लगाने लगा उसकी आवाज़ तेज होने लगी और वो अपनी गांड उछालने लगी वो इशारा था धक्का ज़ोर का मारो बोलने का मै धक्के ज़ोर ज़ोर से मारने लगा.
फिर हम मशीनरी पोज़िशन मैं आ गये मैं अपनी कमर हिला हिला के उसे चोद रहा था और उसने पैरो को मेरी कमर के उपर रख के लॉक कर दिये थे अचानक उसने मुझे कस के पकडा और बोली और ज़ोर से मार मेरे राजा मैं फिर से झड़ने वाली हूँ उसने भी नीचे से धक्का मारना तेज किया और उसके नाख़ून मेरी पीठ पर चुब रहे थे उसने अपने नाख़ून से मेरी पीठ को नोच लिया और एकदम से ढीली हो गयी मेरे लंड को महसूस होने लगा उसके पानी का मैं समझ गया की वो झड़ चुकी थी फिर मैने भी स्पीड कम कर दी और उसके होठों को चूमने लगा और उसकी चूची को मुँह मैं लेने लगा.

अब वो फिर से मेरे लंड को मुँह मैं लेने के लिये आई और मेरा लंड उसके पानी से पूरा भीगा हुआ था वो लोलीपोप की तरह मेरे लंड को चूसने लगी अब गायत्री के दिमाग़ मैं कुछ और था वो बोली मेरा पति जब भी आता है मेरी गांड ज़रूर मारता है क्या तुम भी मारोगे मुझे पता नहीं क्या बोलूं मैने कहा आज तक ट्राई नही किया है तो गायत्री बोली कुछ नहीं मज़ा आयेगा फिर वो डॉगी स्टाइल मैं बैठ गयी और बोली आराम से गांड मारो दोनो को मज़ा आयेगा मुझे लगा ल्यूक लूब्रिकेटिंग ऑयल लगाना चाहिये लेकिन लंड इतना चिकना था की किसी चीज़ की ज़रूरत नहीं पड़ी मैंने गांड के छेद मैं लंड रखा और थोड़ा ज़ोर लगाया थोड़ा दर्द हुआ पर अन्दर चला गया.

उसकी गांड के अन्दर की गर्मी मेरा लंड महसूस कर रहा था एक आजीब सा अहसास था चूत से टाइट और नों लूब्रिकेटिंग फिर गायत्री ने गांड आगे पीछे करना शुरू किया मुझे भी मज़ा आने लगा और मैंने उसकी कमर को पकड़ कर उसकी गांड मारने का कार्यक्रम शुरू किया उस समय गायत्री अपने हाथ से चूत सहला रही थी और पिल्लो पर अपना सर इस तरह रखे थी की वो मुझे देख सके उसने कहा कमर छोड़ के चूची पकड़ो नीचे से मैने वैसा हीं किया और विश्वास मानो मैं ग्रॅविटेशनल फोर्स महसूस कर रहा था उसकी चूचीयों की तीन चार मिनिट गांड मारने के बाद मुझे लगा अब मैं झड़ने वाला हूँ मैने कहा गायत्री मैं झड़ने वाला हूँ तो वो बोली अन्दर हीं छोड़ दो अपना सारा पानी मैं तेजी से चोदने लगा और अपना फव्वारा गायत्री की गांड मैं छोड़ दिया.

तभी गायत्री और एक बार झड़ने वाली थी उसकी धड़कन भी तेज होने लगी और उसने भी अपना सारा पानी बिस्तर पर गिरा दिया मैने लंड उसकी गांड से निकाला और दोनो एक दूसरे की बाहों मैं आ गये गायत्री बोली मुझे पता नहीं था तुम इतने बड़े लेडी किल्लर हो तो मैने कहा मैं भी हैरान हूँ की तुम्हारी जैसी सीधी साधी लड़की भी इतनी वाइल्ड इच्छा रखती है उस दिन के बाद मैं अक्सर गायत्री के घर जाने लगा पिंकी के साथ थोड़ा टाइम बिताता था और गायत्री का सुनापन भी मिटाता था.

धन्यवाद ...

Priyanka didi ke sath Dance Masti

कहानी : प्रियंका दीदी के साथ डांस मस्ती

प्रेषक : मिलन
हेलो ! मेरा नाम मिलन है में जोधपुर से हूँ ये स्टोरी मेरे दोस्त की बहन की है और उसकी उम्र 25 साल है और मेरी 24 साल है यह बात मेरे दोस्त की बहन की है जिसका नाम है प्रियंका है मेरा उनके घर बहुत आना जाना है में उनके घर का एक फेमिली मेंबर हूँ एक दिन शाम के 3 बजे थे में अपने दोस्त के घर पहुँचा तो उसके घर से पता चला की घर पर कोई भी नहीं है सिर्फ़ प्रियंका ही घर पर थी उसने बताया सब आउट ऑफ स्टेशन हैं और रात को 10 बजे वापस आने वाले है उसने कहा की में अकेली हूँ तो प्लीज़ थोड़ी देर रुक जाओ.


मुझे अच्छी तरह से याद है की उस दिन संडे था में वहाँ रुक गया वो मेरे लिये कोक लेकर आई हम दोनो बातें करने लगे मेने कहा दीदी आज रात को डांस पार्टी है और मेरे साथ कोई लड़की नहीं है जाने को तो वो उछल पड़ी चल मिलन में तेरे साथ चलती हूँ मेने मना कर दिया वहाँ सिर्फ़ फ्रेंड्स को ही ले जाया जा सकता है उसने कहा किसी को क्या पता में कौन हूँ में बोला वहाँ ऐसे सूट में नहीं जाते वहाँ सिर्फ़ जीन्स ओर स्कर्ट्स पहन के ही जाया जा सकता है उसने कहा सेक्सी बन कर मैने कहा हाँ यू आर राइट वो बोली तो क्या हुआ में सेक्सी बन कर चलूंगी वेल फिर मैने उनको बोला की मैने कभी लड़कियो के साथ डांस नही किया तो फिर में आपके साथ डांस कैसे करूँगा तो वो बोली कोई बात नही अभी डांस की प्रेक्टिस कर लेते है उसने गाना लगा दिया और हम लोग प्रेक्टिस करने लगे.

दीदी बोली एक हाथ कमर पर और दूसरा हाथ हाथ में और हम डांस करने लगे उन्होने उस वक़्त ऑरेंज कलर का सूट पहना था जिस पर दुपपट्ता नही लगाया था डांस करते करते मेरी नज़र उसके बूब्स पर पड़ी क्या मस्त बूब्स थे दीदी के एकदम गोरे गोरे ओर बड़े बड़े थे में तो उनको देखता ही रह गया मेंने उसी वक़्त अपनी नज़र टी.वी की और घुमाई लेकिन दुबारा मेरी नज़र वहाँ पर आ टिकी और देखते ही देखते मेरा लंड एक रोड की तरह खड़ा हो गया मेने उसी वक़्त उसको छोड़ दिया तो वो बोली क्या हुआ मिलन तुमको आओ ना डांस की प्रेक्टिस करते है शाम को पार्टी में जो जाना है.
मैने कहा – सॉरी दीदी, में आपके साथ अब ओर डांस नही कर सकता तो दीदी बोली कम ऑन मिलन! मैं बोला – ओके, जस्ट वेट, में दुबारा उठा और फिर से डांस करने लगा डांस करते करते में उसके साथ लिपट गया और उसको अपनी बाहों में कस लिया वो मुझ पर चिल्लाई की ये क्या बतमीज़ी कर रहे हो छोड़ो मुझे उसने मुझे अपने से अलग कर दिया मैने कहा प्लीज दीदी एक स्मूच दे दो वो मेरी तरफ देखने लगी फिर मेने उठ कर उनका एक बूब पकड लिया वो फिर से मुझ पर चिल्लाई मेने उसी वक़्त अपने लिप्स उसके लिप्स में डाल दिये और 3-4 मिनिट का एक वंडरफुल किस किया उस वक़्त वो भी मस्ती में आ गई थी प्लीज़?श? छोड़ो ना कुछ हो रहा है! प्लीज़ मिलन आराम से दबाओं?हाँ हाअ? ऊऊ फिर उन्होने मुझे हग कर लिया ओर में भी उनसे लिपट गया.

फिर मैने फिर से उनको स्मूच किया ओर सूट के उपर से ही उनके बूब्स दबाये उफ़फ्फ़ क्या मस्त बूब्स थे उनके मैं तो जैसे स्वर्ग में था फिर मैने उनका सूट का टॉप ऊपर कर दिया उसने ब्लेक ब्रा पहनी हुई थी उनका बूब्स का साइज़ काफ़ी बड़ा था उसकी फिगर थी 36-26-38 मेने ब्रा के उपर से ही उसके बूब्स को अपने मुँह में डाल लिया वो मस्ती में कह रही थी आह प्लीज़ आराम से चूसो ब्रा उतार दो मेने ब्रा उतार कर बूब मुँह में डाल लिये आहह अब और मज़ा आ रहा है में चूसता ही गया अब बॅस प्लीज़? मुझसे नहीं रहा जा रहा है अब डाल दो प्लीज़ तभी मेने उसके सारे कपड़े उतार दिये और बेड पर लेटा दिया और उसके ऊपर आ कर लंड डालने लगा तो वो बोली नहीं यहाँ नहीं क्योकी में वर्जिन हूँ ओर वर्जिनिटी तोड़ना नही चाहती मैने कहा की दीदी कभी ना कभी तो ये होना ही है क्यों नही आज ही.

फिर थोड़ा मनाने के बाद वो मान गयी फिर सबसे पहले मैने उनकी पूरे शरीर को किस किया ओर चाटा फिर उनके बूब्स को दबाने ओर चूसने लगा वो मस्ती से गर्म हुये जा रही थी ओर उनकी आवाज से रूम गूँज रहा था फिर में थोड़ा नीचे आया ओर उनकी चूत को चाटने लगा वो बिन पानी मछली की तरह तड़पने लगी फिर मैने उनकी चूत में उंगली करना शुरू कर दी इतने में वो झड़ गई फिर मैने भी अपने सारे कपड़े उतारे ओर अपना लंड उनको चूसने को कहा फिर वो मेरे लंड को चूसने लगी उफ़ क्या मज़ा आ रहा था उस टाइम वो लोलीपोप की तरह मेरा लंड चूस रही थी फिर हम 69 की पोज़िशन में आ गये थोड़ी देर उनकी चूत चूसने के बाद वो तड़प उठी फिर उन्होने मुझसे कहा की मिलन अब ओर ना तडपा ओर जल्दी से अपना लंड मेरी कुवांरी चूत के नाम कर दें मैने कहा ठीक है दीदी ओर मैने उनको सीधा लेटा दिया.

फिर उनकी टांगे चोड़ी की ओर अपना लंड घुसाने लगा पर वो अभी वर्जिन थी इसलिये उनकी चूत में लंड घुस ही नही रहा था फिर उसने मुझे ऑयल दिया और टांगे चोड़ी करके लेट गई मैने ऑयल नही लिया ओर फिर से ट्राई करने लगा ओर इस बार मैने एक कस के झटका मारा ओर मेरा लंड थोड़ा सा उनकी चूत में घुस गया ओर वो दर्द से छटपटाने लगी ओर बेड पर खून आने लगा इससे वो डर गई फिर मैने उनको बताया की पहली बार में ऐसा होता है तब वो फिर से तैयार हुई मैने फिर से एक ज़ोर का झटका मारा लंड घुसते ही वो ज़ोर से चिल्ला उठी आहह उईए माँ मर गई प्लीज़ स्टॉप इट मिलन स्टॉप इट!ऑश नो प्लीज़?

तुम प्लीज़ निकाल लो में हाथ से तुम्हारा काम कर देती हूँ प्लीज़ नहीं होगा यह सब प्लीज़ निकालो उसकी आँखों में से आँसू निकलने लग गये फिर मैने कहा की दीदी अब हो गया पूरा इनसर्ट बस अब कुछ नहीं होगा मजा आयेगा मेने कुछ देर वेसे ही रखा और उसके बूब्स को दबाने लगा थोड़ी देर के बाद उसने कहा अब धीरे धीरे करो फिर मैने धीरे धीरे झटके लगाने शुरू किये आ? धीरे करो हाँ मजा आ रहा है? उऊहह?धीरे हाँ करते जाओं करते जाओ? मेरे बूब्स को दबाओं? हाँ ऐसे? में सब कुछ करता गया और फिर में डिसचार्ज हो गया फिर हम दोनो साथ साथ नहाये नहाते भी हमने सेक्स किया उसके बाद मैने उनकी गांड भी मारी फिर में वापस आ गया ओर शाम को हम पार्टी में भी नही जा सके क्योकी दीदी का दर्द के मारे बुरा हाल था काफ़ी दिनो तक यह सब कुछ चलता रहा बाद में उन की शादी हो गई अब जब भी वो यहाँ आती है तो हम लोग ज़रूर सेक्स करते हैं.

धन्यवाद ...

Sarita mam ki Din - Raat Chudai

कहानी : सरिता मेम की दिन रात चुदाई

प्रेषक : आदित्य
हाय रीडर्स मेरा नाम आदित्य सक्सेना है में इस साइट का रेग्युलर रीडर हूँ बहुत सारी स्टोरी पढ़ने के बाद आज में अपनी स्टोरी भी लिखने जा रहा हूँ जो की मेरी जिंदगी मे घटित हुई ये कहानी आज से 3 साल पहले शुरू हुई थी जब में अपने काम के सिलसिले से अपने ही शहर के बाजार से अपने लिये कपड़े खरीदने एक दुकान पर गया हुआ था उस दुकान पर एक 35 साल की महिला बैठी थी
जिसको देखकर मुझे ऐसा लगा जैसे मैने इसे कहीं पहले देखा है में उसे देखने लगा जैसे ही उसकी नज़र मुझ पर पड़ी मैने अपनी नज़र घुमा ली ऐसा 4-5 बार हुआ जब में दुकान से चलने लगा तो उस महिला ने मुझसे पूछा मैने आप को पहले कही देखा है तो में भी बोल पड़ा मैने भी आप को पहले कही देखा है उस महिला ने मुझसे मेरा नाम पूछा तो मैने कहा मेरा नाम आदित्य सक्सेना है तभी वो महिला मुस्कुराते हुये बोली.
महिला - आदित्य तू इतना बड़ा हो गया.
में - लेकिन मेडम मैने आप को नही पहचाना.
महिला – पहचानेगा कैसे आज 7 साल के बाद जो मुझे देखा है.
में - आप कौन हो.
महिला – मेरा नाम सरिता है में तुझे 7 साल पहले 9 वी क्लास में कोचिंग पढ़ाती थी.
मुझे तुरंत याद आ गया मैने कहा मेम आप इतने सालो के बाद आज यहा दिखाई दी है आज तक कहाँ थी मेम बोली सब बताउंगी पहले मुझे घर तक छोड़ो मैने अपनी बाइक पर मेम को बैठाया उनसे पूछा आपके घर पर तो में 7 साल से में ताला लगा देख रहूं आप कहा रह रही हो मेम बोली में कल ही अपने मायके कानपुर से 7 साल बाद आई हूँ 7 साल पहले मेरे पति की मौत के बाद से में अपने मायके मे ही थी इधर उधर की बाते करते हुये मेम का घर आ गया मेम मुझसे बोली बाइक खड़ी कर दो चाय पी कर जाना.

मैने बाइक को स्टेंड पर खड़ा करके मेम के घर के अंदर चला गया अंदर जा कर मैने मेम से पूछा 7 साल बाद यहाँ आने का मकसद तो मेम बोली इस घर की कीमत लाखो रुपए है यहा 1 या 2 साल रहने के बाद इस घर को बेच दूंगी जब तक किसी स्कूल मे पढ़ाउंगी बाते करते करते चाय बन गई चाय पीते पीते मैने मेम से कहा मेम अगर किसी भी चीज़ की ज़रूरत पड़े तो मुझे बुला लेना मेम बोली की तू मुझे अपना मोबाइल नम्बर दे दो ज़रूरत तो पड़नी है इस घर की सफाई करनी है कोई स्कूल देखना है जिसमे में पढ़ा सकूँ मैने कहा ठीक है में आपके घर की सफाई करवा दूंगा तो मेम बोली कब करवाओगे मैने कहा में अपने घर पर अपने कपड़े रखकर आता हूँ फिर शुरू करते है.

में उठा और अपने घर जाने लगा तो मेम बोली जल्दी आना मैने ओके कहा और अपने घर चल दिया घर से जब में वापस आया तो मेम ब्लाउज और पेटिकोट मे काम कर रही थी मुझे देखकर मेम मुझसे बोली जल्दी से आजा में अपनी शर्ट उतार कर काम करवाने लगा मेम पसीने से भीगी हुई थी उनके भीगे हुये शोर्ट ब्लाउज से उनके उभार साफ नज़र आ रहे थे में गौर से उनके उभार देखने लगा तो मेम बोली क्या देख रहा है मैने कहा कुछ नही मेम मेम बोली कुछ तो है और मुस्कुरा दी कुछ देर काम करने के बाद मैने मेम से कहा आप बहुत सुंदर है तो मेम बोली तू बहुत शरारती था और है दोपहर के 2 बज चुके थे मेम बोली मुझे भूख लगी है बाहर से कुछ खाने के लिये ले आओ में तुम्हे पैसे देती हूँ मैने कहा मेम आप क्यो दोगी में आप का स्टूडेंट हूँ में दे दूँगा और में चला गया लगभग 30 मिनट के बाद जब में आया और दरवाजा खोला तो मेम सोफे पर लेटी सो रही थी उनकी बूब्स ब्लाउज के उपर से में महसूस कर रहा था.

जब मैने उनके पैरो की तरफ देखा तो उन्होने अपना एक पैर घुटने से मोड़ रखा था में उनके पैरो की तरफ गया उनके पेटीकोट के अंदर देखने लगा मुझे मेम की गोरी जांघे और पिंक कलर की पेंटी दिख रही थी मैने मेम के पेटिकोट को थोड़ा उपर उठा दिया और उनकी जांघो को सहलाने लगा मैने हिम्मत करके उनकी पेंटी को हाथ लगाया हाथ लगाते ही मेम उठ गई और कहने लगी तू ये क्या कर रहा है मेरा चेहरा शर्म से लाल हो गया था मेरे मुँह से आवाज़ नही निकल रही थी मेम बोली तू बहुत शरारती हो गया है चल खाना खा ले और काम करते है खाने के बाद हम लोग काम मे लग गये और दिन गुज़रता चला गया शाम के 9 बज रहे थे मुझे ताज्जुब ये हो रहा था की में बिल्कुल बोला नही जब मेम ने घड़ी देखी तो वो मुझसे कहने लगी 9 बज गये और काम अभी भी नही ख़त्म हो पाया है.

अब मुझे रात को 11-12 बजे तक अकेले लग के काम करना पड़ेगा तो अगर तुम रुक सकते हो तो रुक जाओ मैने कहा ठीक है मेम में अपने घर फ़ोन करके बता दूंगा की में अपने दोस्तो के घर हूँ कल आऊंगा मेम बोली ठीक है और हम दोनो ने 11.30 तक सारा कम ख़त्म कर लिया मेम बोली में नहा कर आती हूँ फिर हम सो ज़ायेगे मेम नहाने चली गयी जब वो नहा के आई तो सिल्की नाइटी पहने हुये थी में आप को मैडम की बॉडी के बारे मे बता दूँ मेम का रंग गोरा बूब्स का साइज 36 कमर 30 और गांड 38 जब वो नहा कर आई तो मेम की आँखों मे अलग सी चमक दिख रही थी मेम मुझसे बोली आदित्य तू भी नहा ले में नहाने चला गया जब में नहा के आया तो अंडरवेयर भीग जाने की वजह से में सिर्फ़ टावल मे था जब में मेम के बेडरूम के पास आया तो मेम बोली की सारे घर मे सामान फैला है तुम इसी बेड पर लेट जाओ में मेम के बेडरूम मे घुसा तो मेम की नाइटी उनके घुटनो के उपर थी.

ये देख कर मेरा 7 इंच का लंड खड़ा हो गया मेम ने ये देख लिया था में चुपचाप से मेम की तरफ पीठ करके लेट गया मुझे नींद नही आ रही थी लगभग 1 घंटे के बाद मेम ने मुझे आवाज दी तो में कुछ नही बोला में ये सोचने लगा की मेम इस टाइम मुझे आवाज क्यो दे रही है मेम ने मेरी तरफ अपनी करवट ले कर मेरे उपर अपना हाथ रख दिया और मेरे लंड को टटोलने लगी उन्होने अपना हाथ मेरे टावल के अंदर डाल कर मेरा लंड पकड़ लिया और उसको सहलाने लगी लंड खड़ा हो गया तो मेम मुझसे बोली मुझे मालूम है आदित्य तुम जाग रहे हो मेरी तरफ देखो मैने आँखे खोली और हैरत से मेम की तरफ देखने लगा.

मेम बोली मेरे पति की मौत को 7 साल हो गये है जब से आज तक मैने ना तो सेक्स किया है और ना ही सेक्स के बारे मे सोचा है क्योकी मेरे मायके वाले काफ़ी सख़्त है आज जब तुमने मेरे गुप्तांगो को छुआ तो 7 साल के बाद आज फिर सेक्स की भूख जाग गई मैने तुम्हे उस वक्त इसलिये मना कर दिया था की में खुद नही सोच पा रही थी की तुम्हारे साथ ठीक रहेगा या नही बहुत सोचने के बाद मैने ये फ़ैसला लिया है यू आर बेस्ट फॉर मी और मेम ने मेरे होंठो पर अपने होंठ रख दिये मैने भी मेम की तरफ करवट ले ली और मुझे अपनी बाहों मे लेकर बोली में तुम्हे सब सीखा दूँगी और मेम ने अपना नाइटी उतार दिया उनके ब्रा मे क़ैद बूब्स मचलने लगे मेम बोली की अब बाकी के कपड़े तुम्हे उतारने है चलो अब मेरे बूब्स दबाओ.

मैने मेम के बूब्स दबाते-दबाते उनकी पीठ पर अपने हाथ ले जा कर उनकी ब्रा खोल दी मेम के बूब्स देखकर में पागल हो गया मेम बोली चल अब मेरे दूध पी ले सारा का सारा पी जा मेंने उनके एक बूब्स के काले निपल को अपने मुँह मे भर लिया और उसे चूसने लगा मेम के मुँह से सस्सस्स अयाया अया की अवाजे निकलने लगी मै अपने एक हाथ से उनका दूसरा बूब्स दबाने लगा तो मेम बोली चूस मेरे दूध और चूस मादरचोद खाजा और दबा मसल मुझे जालिम में मेम की उत्तेजना देख कर और जोश मे आ गया मेम बोली तू बहुत अच्छा चूसता है क्या उतना ही अच्छा चाटता भी है चल अब मेरी पेंटी उतार मैने मेम की पेंटी उतार दी तो मेम की झांटो भरी चूत मेरे सामने थी मेम मुझसे बोली देख क्या रहा है मादरचोद चल इस पर अपना मुँह रख और इसे चाट ये दुनिया की बहुत किमती जगह है और उन्होने मेरे बाल पकड़ कर मेरा मुँह अपनी चूत पर रख दिया.
में अपनी जीभ से उनकी चूत को चाटने लगा पहले चूत की टफी को चाटा फिर दोनो होंठो की दरार को तो मेम बोली उपर ही चाटेगा खजाना तो अंदर है और अपने एक हाथ से अपनी चूत के होठो को खोल दिया अंदर से चूत एकदम गुलाबी थी मैने अंदर अपनी जीभ डाल दी और उसे अन्दर बाहर करने लगा मेम बड़बड़ा रही थी आआहह मार डाला ओर तेज़्ज़्ज़ कर मादरचोद और कर हाईईईईई मज़ा आ गया रे एकदम से मेम अकड़ने लगी और उसकी चूत से पानी निकलने लगा मैने अपना मुँह हटाना चाहा पर मेम ने मेरे बाल कस कर पकड़ लिये मेरे पूरे मुँह पर मेम का पानी लग गया था 30 सेकेंड के बाद मेम ने मुझे छोड़ दिया में तुरंत से बैठ गया.

मैने मेम से कहा ये आप केसा सेक्स करती हो तो मेम बोली चुप मादरचोद अभी क्या अभी तो में तुझे अपना मूत पीलाउंगी और तेरा मूत पीउंगी यही तो असली सेक्स है मेरे राजा और मेरा लंड पकड़ के उसे अपनी जीभ से चाटने लगी और अपने मुँह मे भर के आगे पीछे करने लगी मुझे काफ़ी मज़ा आ रहा था जैसे ही मेरा माल निकलने वाला था मैने मेम से कहा अपना मुँह हटा लो तो मेम ने मेरे लंड को और अंदर मुँह मे कर लिया और वो मेरा सारा माल पी गई जब उसने लंड मुँह से बाहर निकाला तो वो मुस्कुरा कर बोली बहुत मजेदार माल है तेरा अब मुझे इन सब मे बहुत मज़ा आ रहा था मेम बोली चलो बाथरूम चलते है में मेम के साथ बाथरूम मे गया तो मेम मुझसे बोली की तुमको पेशाब करना है तो मैने हाँ कह दिया मेम बोली तुम मेरे मुँह मे पेशाब करो और अपना मुँह खोल के बैठ गई.

मैने अपनी धार उसके मुँह मे मार दी आधा मूत वो पी गई आधा उसके मुँह से निकल कर उसके बूब्स से होता हुआ उसकी चूत से नीचे टपकने लगा जब में मूत चुका तो मेम बोली अब मेरी बारी है तुम बैठ जाओ तो में बैठ गया मेम ने मेरे बालो को पकड़ कर अपने पैरो को फैलाया और मेरे फेस पर अपना निशाना लगाते हुये पेशाब करना शुरू कर दिया उसका गर्म मूत मेरे फेस से होता हुआ फर्श पर टपक रहा था लेकिन मैने उसका मूत पीया नही जब हम दोनो बाथरूम से बाहर आये तो मेम मुझसे बोली सेक्स का मज़ा तो तभी है जब खुल कर सेक्स किया जाये ओर गंदी गालीयों का प्रयोग भरपूर किया जाये तुम मुझे कुछ भी बुला सकते हो गालीयाँ दे सकते हो चलो अब बेड पर चलते है.

मेम मुझसे बोली अब हम 69 की पोजिशंन मे होते है में बोला मेम ये 69 क्या होता है तो मेम बोली अभी पता चल जायेगा बस तू लेट जा में लेट गया तो मेम ने मेरे फेस की तरफ अपने पैर किये और अपनी चूत मेरे मुँह के पास ले आई और मेरे लंड को हाथ से हिलाने लगी और कहने लगी चल कुत्ते मेरी चूत को चाट जैसे कोई कुत्ता किसी कुत्तिया की चाटता है और मेरे ढीले लंड को ऐसे चूसने लगी जैसे लोलीपोप हो में भी मेम की चूत और गांड चाटने लगा कुछ देर चाटने के बाद में मेम के उपर आ गया और एक धक्का ज़ोर से लगा दिया जिससे मेरा पूरा लंड मेम के मुँह मे समा गया मेम छटपटाने लगी तो मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया जिससे मेम को आराम मिल गया और मेम कहने लगी मादरचोद मुझे मारने का प्रोग्राम है क्या तो मैने कहा कुत्तिया तुझे चाटने का बहुत शोक है ले तेरे गले तक डाल कर तुझसे चटवाऊंगा तो मेम हंस दी और बोली तू तो बहुत जल्दी समझदार हो गया इसी तरह से गालीयां दे मुझे.

मेरा लंड अब पूरी तरह से स्टॅंडिंग पोजीशन मे था ये देख कर मेम बोली अब चाटने का काम बंद करके चोदने की क्रिया का शुभारंभ किया जाये और वो हंस दी में उनके उपर से हट गया तो मेडम मुझसे बोली तू मेरे पैरो के बीच मे आ जा में उनके पैरो के बीच मे आकर उनकी चूत पर अपने लंड को रगड़ने लगा तो मेम बोली जालिम क्यो तडपा रहा है अब अन्दर डाल दे मेडम की इस तड़प से मुझे अलग तरह का सच मिला मैने अंदर ना डाल कर उनकी चूत पर अपने लंड को रगड़ता रहा मेम फिर बोली अंदर डाल जल्दी से 7 साल से तड़प रही हूँ लंड के लिये मादरचोद कुत्ते जल्दी से अंदर डाल दे अब मुझे भी अंदर डालने का दिल हो रहा था जैसे ही मैने अपने लंड का टोपा मेम की चूत के मुख्य द्वार पर रखकर अंदर किया मेम की साँसे रुक गयी उनके मुँह से श्श्ससससससससस्शह की आवाज निकल पड़ी.

मेम बोली धीरे धीरे कर 7 साल से चूत मे उगली के अलावा कुछ नही गया है मैने एक झटका और दिया मेरा 3 इंच लंड मेम की चूत मे था और मेम कह रही थी बस कर कुत्ते बहुत दर्द हो रहा है मैने कहा अभी तो लंड खाने की बहुत जल्दी थी और अब क्या हुआ है ये कहते हुये मैने एक ज़ोर का झटका और दिया जिससे की मेरा पूरा लंड मेम की चूत मे समा गया और मेम फड़फडाने लगी और कहने लगी फाड़ दी साले कुत्ते तूने मेरी चूत निकाल जल्दी से निकाल बहुत दर्द और जलन हो रही है जल्दी से निकाल ले लेकिन मैने अपने लंड को बाहर नही निकाला और मेम की चूत की तरफ देखने लगा मैने देखा मेम की चूत के होठ लंड के साथ चूत के अंदर दबे हुये थे उनकी चूत बहुत ही टाइट थी और गर्म भी कुछ देर ऐसे ही रहने से मेम अभी शान्त हो गई और अपने आँसू पोछने लगी तो मैने अपने लंड को बाहर निकालना शुरू किया टोपे तक बाहर लाकर एक ज़ोर का धक्का मारते हुये पूरा लंड मेम की चूत मे डाल दिया.

मेम एक बार फिर तड़प गयी और कहने लगी बस कर निकाल ले बाहर लेकिन में नही माना और हल्के हल्के शॉट लगाता रहा कुछ देर बाद मेम भी नॉर्मल हो गई तो मैने अपने शॉट और तेज कर दिये अब मेम को मज़ा आने लगा था मेम अपने मुँह से आवाजे कर रही थी आह चोदो मेरे राजा फाड़ दो मेरी चूत को और तेज़्ज़्ज़ करो मेरे राजा अहह उम हाई में अपने शॉट लगाता रहा मेम बोली अब दूसरी स्टाइल मे करते है तो में हट गया मेम तुरंत कुत्तिया की तरह झुक कर अपनी गांड हिलाने लगी और कहने लगी जल्दी से डालो में अपने घुटनो पर बैठ कर मेम के पीछे आ गया तो मेम ने अपने बूब्स को बिस्तर से लगा लिया और गांड को बाहर कर लिया जिससे मेम की चूत पूरी खुल गई मैने मेम की चूत पर बहुत सारा थूक लगाया और अपना लंड मेम की चूत के अंदर डालने लगा.

मेम मादक आवाजे निकाल रही थी और में मेम की चूत चोदने का मधुर आनंद ले रहा था इस बीच मेम शायद 3 बार पानी छोड़ चुकी थी 50 से 55 मिनट की चुदाई के बाद मैने मेम से कहा में झड़ने वाला हूँ तो मेम बोली मेरे मुँह मे झाड़ दो और अपनी चूत से लंड निकाल कर कुत्तिया की तरह मुँह खोल कर बैठ गई और मेरे लंड को अपने हाथ से पकड कर मुँह से चूसने लगी तभी मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया और मेम उसे मज़े से पी गई हम दोनो वही एक दूसरे को बाहों मे भर कर लेट गये मेम मुझसे बोली आदित्य मेरे राजा आज मज़ा आ गया है ऐसा मज़ा कभी मेरे पति भी नही दे पाये थे तुम मुझे हमेशा चोदते रहना आज से में तुम्हारी रंडी हूँ और तुम मेरे मालिक तो में बोला मेम आपने मुझे पहली बार चूत के दर्शन करवाये है.

में आपको हमेशा चोदूंगा जब आप कहे तो मेम बोली मुझे मेम मत कहो मेरा नाम सरिता है तुम मुझे सरिता कहकर बुलाओ तो में बोला सरिता मेरी जान तुम यहाँ जितने दिन रहोगी मेरी रंडी बनकर ही रहोगी और में तुम्हे रोज चोदूंगा मंजूर सरिता ने अपना सिर हाँ मे हिला दिया तो मैने अपनी एक उंगली सरिता की चूत मे डाल दी जिससे सरिता उछल गई उस रात मैने मेम को एक बार और चोदा जब तक सुबह के 4 बज चुके थे तो मेम बोली अब हम थोड़ी देर सो लेते है फिर हम नंगे ही सो गये और सुबह 11 बजे साथ साथ उठे हम लोगो ने जल्दी जल्दी कपड़े पहने और हाथ मुँह धो कर मेम ने चाय बनाई हमने चाय पी और में अपने घर चला आया 3-4 दिन तो में रात को मेम के यहा रुका फिर घरवालो को जवाब देने की वजह से ये कहानी दिन मे शुरू हो गई लेकिन महीने मे 1 या 2 रात मेम के साथ रुकता हूँ और रोज़ दिन मे जब सरिता स्कूल से पढ़ा कर आती है जब उसे चोदता हूँ. तो दोस्तों आपको मेरी कहानी जरूर पसंद आई होगी.

धन्यवाद ...

Customer Care wali ladki ko choda

कहानी : कस्टमर केयर वाली लड़की को चोदा

प्रेषक : आर्यन
हाय दोस्तों सबसे पहले अपने बारे मे बता दूँ मेरा नाम आर्यन है मेरी हाइट 5’11″ है और मेरा लंड 8 इंच का है अभी मैं ग्रेजुयेशन कर रहा हूँ 12 वी से IInd ईयर तक मेरे एक गर्लफ्रेंड थी लेकिन फिर उससे ब्रेकअप हो गया था कॉलेज के IIIर्ड ईयर मे सेक्स की कमी की वजह से मुझे हर तरह की लड़कियाँ और आंटीयां पसंद आने लगी मैं एक माल पर रोज जाना चाहता था और लड़कियों और आंटीयो को देखते देखते मुझे वो कुछ ज़्यादा ही पसंद आने लगी थी मटकती गांड देखते ही मेरा लंड तन जाता था.


एक दिन मेरा फोन खराब हो गया तो मैं वही पर ही कस्टमर केयर गया टोकन ले कर मैं बैठा हुआ था और अपने नम्बर का वेट कर रहा था तभी मैने देखा वहाँ 3 काउंटर थे 2 काउंटर पर मेल वर्कर्स थे और एक काउंटर पर फीमेल वर्कर थी उसका नाम बाद मे बताता हूँ मैने देखा वो थोड़ी सी मोटी थी लेकिन उसके बूब्स बहुत बड़े थे कस्टमर केयर वालों की यूनिफॉर्म काफ़ी फिट थी इसी वजह से उसके बूब्स फट के बाहर आ रहे थे मेरा नम्बर तब तक नही आया था मैं भगवान से प्रार्थना करने लगा की मेरा नम्बर उसके काउंटर पर आये मेरा नम्बर आने मे 2 लोग और बाकी थे तभी वो अपनी सीट से उठ गई और साइड वाले काउंटर पर कुछ डिसकस करने चली गई अब वो जैसे खड़ी थी मुझे उसकी ब्रा की स्ट्रीप और उसकी सेक्सी सी मोटी गांड दिख रही थी उसकी पेन्ट उसकी गांड के अन्दर घुसी हुई थी मेरा 8 इंच का लंड तब ही खड़ा हो गया.
मेरा मन कर रहा था अभी पीछे से जाकर उसकी गांड मे अपना लंड डाल दूँ लेकिन फिर एकदम से मुझे टेन्शन हुई की मेरा नम्बर तो आने वाला है अगर वो वापस नही बैठी तो मैं क्या करूँगा लेकिन जैसे भगवान को कुछ और ही मंजूर था मेरा नम्बर जैसे ही आया सिर्फ़ उसका काउंटर खाली था मैं वहाँ जाकर बैठ गया उसने पूछा “यस सर, हाउ केंन आई हेल्प यू? “मैने कहा शिल्पा, एक्च्युयली मेरे नम्बर पर अनवॉंटेड सर्विस सबस्क्राइब हो गई है मुझे वो बन्द करवानी है वो शॉक्ड हो गई और बोली आपको मेरा नाम कैसे मालूम मैने उसके बूब्स के उपर लगी नेंम प्लेट पर इशारा कर दिया वो शरमाई और मुस्कुरा दी.

फिर उसने मेरी प्रोब्लम सॉल्व की और थैंक्यू बोला मैं परेशान सा वापस आ गया उस रात मैने घर आते ही मास्टरबेट किया शिल्पा के बारे मे सोचते हुये पूरी रात और अगले दिन दोपहर तक मैं उसके बारे मे सोचता रहा फिर मैने प्लान बनाया की कैसे शिल्पा को पटाऊ अब मैं रोज एक सर्विस सबस्क्राइब करता और वोडोफोन कस्टमर केयर पहुँच जाता ऐसे करते करते मुझे 7 दिन हो गये लेकिन मैं शिल्पा से कुछ ज़्यादा बाते करने की हिम्मत नही जुटा पाया हालाँकि 4 दिन के बाद जब भी मैं जाता वो मुस्कुरा देती थी फाइनली एक हफ्ते बाद मैं 2-3 दिन तक कस्टमर केयर नही गया.
3 दिन बाद जब वापस पहुँचा तो वो हंस पड़ी और बोली “क्या हुआ आर्यन? 3 दिन तक आये नहीं” मैं भी हंस दिया और बोला” शिल्पा, ये तो बहाना था क्या तुम मेरे साथ एक कॉफी शेयर करना चाहोगी” वो मुस्कुराई और बोली इतने अच्छे कस्टमर को ना नही बोलते उसने लंच ब्रेक मे मिलने का वादा किया वो लंच ब्रेक में आई और हमने खूब बातें करी अगले एक हफ्ते तक हम रोज लंच ब्रेक मे कॉफी पीते और बाते करते हमारी अच्छी दोस्ती हो गई थी सन्डे को मैने उससे मूवी चलने को पूछा उसने हाँ कर दी हम ‘रेस’ मूवी देखने जा रहे थे उसने वाइट पंजाबी सूट पहना था वो बहुत सेक्सी लग रही थी मूवी मे काफ़ी हॉट सीन थे ऐसे ही एक बिपाशा और सैफ के सीन में मैने उसकी तरफ देखा तो वो मुस्कुरा दी मूवी ख़त्म होते होते रात के 9 बज गये थे हमने फिर पिज़्ज़ा हट मे खाना खाया और बातें करते करते कब 10:30 हो गये हमें पता ही नही चला जैसे ही शिल्पा ने घड़ी देखी वो बुरी तरह घबरा गई और कहने लगी की उसकी आंटी उसे बहुत डाटेगी.

मैने उसे काफ़ी समझाया लेकिन वो रोने लगी तो मैने उससे कहा की तुम उन्हे कह दो की आज तुम अपनी एक दोस्त के यहाँ रुक रही हो और मेरे घर रुक जाना क्योकी हम सिर्फ़ दोस्त थे तो उसे दिक्कत भी नही हुई शिल्पा ने ऐसा ही किया अब जब हम घर आ रहे थे तो मानसून होने के कारण बारिश होने लगी धीरे धीरे बारिश इतनी बड गई की घर पहुँचते पहुँचते हम पूरी तरह से भीग गये थे घर पर लाइट भी गई हुई थी मैने मोबाइल की रोशनी में ताला खोला और शिल्पा को अंदर चलने को बोला दरवाजा बन्द करके मैं जैसे ही अंदर आया और शिल्पा को देखने के लिये मोबाइल की लाइट चालू की तो मैने देखा की वो अपनी चुन्नी निचोड़ रही थी भीगे होने की वजह से और वाइट सूट की वजह से उसकी ब्लेक ब्रा साफ दिख रही थी.

उसकी कमीज़ उसके बदन से चिपक गई थी और उसका पेट और नेवेल साफ दिख रहे थे मेरा लंड तो तन गया मन मे आया आज इसका रेप कर देता हूँ लेकिन तभी लॉ बेटरी की वजह से मेरा फोन भी बन्द हो गया मैने उससे कहा मे तुम्हे टावल और अपने शॉर्ट्स कपड़े दे देता हूँ तुम अंदर वाले रूम मे चेंज कर लेना अंधेरा होने की वजह से मै टावल ढूँढने के बहाने पूरा नंगा हो गया उसे टावल पकडाते वक़्त मैने जानबुझ के अपना हाथ उसके बूब्स के भी लगा दिया शिल्पा बोली मैं चेंज कर लेती हूँ इतने में तुम कोई मोमबत्ती ढूँढ लो मैने शरारत मैं कहा “मोमबत्ती की क्या ज़रूरत है मैं हूँ ना यहा पर” और हंस पड़ा वो भी हंस पड़ी और बेशर्म बोल के रूम मे जाने लगी मेरे रूम मे जाने के दो दरवाजे हैं मैं चुपचाप से दूसरे दरवाजे से अंदर घुस गया उसने धीरे से अपनी कमीज़ उतारी और फिर सलवार खोलने लगी मुझे उसकी गर्म साँसे महसूस हो रही थी.

अब वो ब्रा खोलने ही लगी थी की एकदम से लाइट आ गई अब वो खड़ी थी शीशे के आगे और मैं बिल्कुल उसके पीछे इससे पहले की वो कुछ बोलती मैने उसको पीछे से पकड़ लिया और अपना लंड उसकी गांड पर रगड़ने लग गया वो घबरा गई और बोली ये क्या कर रहे हो मैने कहा शिल्पा आई लव यू पहले दिन से आज तो तुम्हे मेरा होना पड़ेगा वो घबरा गई और दीवार से चिपक के खड़ी हो गई मैं उसके सामने पूरा नंगा खड़ा था मैं भी उसके चिपक गया और उसे चूमने लगा उसके होठो को चूसने लगा और एक हाथ उसकी पेंटी के उपर से रगड़ने लगा शिल्पा का फिगर 36-28-34 होगा और वो गोरी सी ब्लेक ब्रा पेंटी मे सूपर हॉट लग रही थी मैं उसे किस करे जा रहा था और आई लव यू बोले जा रहा था बारिश की ठंडक और नंगे शरीर ने कब उसे भी गर्म कर दिया पता ही नही चला और वो भी मुझे चूमने लगी और मेरे लंड पर हाथ फेरने लगी.

मैने उसे धक्का देकर बेड पर लेटा दिया और जल्दी जल्दी उसकी ब्रा और पेंटी फाड़ दी अब वो गोरी प्यासी रंडी की तरह नंगी पड़ी थी उसकी चूत पर काफ़ी बाल थे जो गीली पेंटी की वजह से चमक रहे थे मैने उसकी चूत पर अपना मुँह रख दिया और चाटने लगा वो तड़प उठी और आवाज़ें निकालने लगी आहह आ श आर्यन आज मेरी चूत को अपनी गर्मी से भर दो अहह” मैं 15 मिनिट तक उसकी चूत चूसता रहा और वो फिर झड़ गई और फिर मेरा लंड चूसने लगी और जेसे काफ़ी समय से बेचैन हो जैसे ही उसने अपना हाथ मेरे लंड पर लगाया और चूसने लगी मैं तो जैसे पागल हो गया 10 मिनिट के बाद मैं भी उसके मुँह मे झड़ गया.

उसे मेरा पानी चाटता देख मेरा लंड फिर खड़ा हो गया उसके पिंक बड़े निपल, गीले बॉल और नंगे बदन पर चुन्नी देखते ही मैं उस पर कूद पड़ा मैने उसकी चुन्नी हटाई और उसकी चूत पर अपना लंड लगाया और एक ज़ोर का झटका दे मारा वो मना करती रह गई और मेरा 8 इंच का लंड आधा उसकी चूत मे घुस गया “आर्यंन्न्न् अहहह नही मैने एक और झटका मारा और मेरा पूरा लंड अब मेरी शिल्पा की चूत मे था वो रो पड़ी मैं में थोड़ी देर रुका और फिर धीरे धीरे अपना लंड अंदर बाहर करने लगा अब उसे भी मज़ा आ रहा था चोदो और तेज आ आह आई लव यू मुझे अपनी रंडी बना लो 15 मिनिट तक पेलने के बाद मैं शिल्पा की चूत मे ही झड़ गया.

फिर हम नंगे ही सो गये सुबह वो जब उठी तो उसने अपनी चुन्नी लपेटी और किचन मे जाने लगी उसकी हिलती मटकती गांड देख कर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया वो किचन मे गई तो मैने चुपके से वेसलीन अपने लंड पर लगाई और उसके पीछे पीछे किचन मे पहुँच गया इससे पहले वो कुछ समझती मैने तेल उठाया और उसकी गांड के छेद मे डाल दिया और तुरन्त मेरा लंड उसकी गांड मे फिसलता चला गया वो चिल्ला उठी “ऊई माँ मैं तो मर गई” वो चिल्ला ही रही थी की मैने उसके होठो को चूम लिया और उसके बोबे दबाने लगा.

जब वो थोड़ी शांत हुई तो मैने अपना लंड अंदर बाहर करना चालू कर दिया धीरे धीरे वो भी अपनी गांड आगे पीछे करने लगी 20 मिनिट तक पेलने के बाद मैं झड़ गया और वो वही किचन मे लेट गई उस दिन वो काम पर नही गई क्योकी वो चलने लायक नही बची थी उस दिन मैने शिल्पा को कई बार चोदा तो आपको मेरी कहानी पसंद आई होगी..

धन्यवाद ...
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