फेसबुक फ्रेंड ने चुदाई के लिए जाल में फंसाया - Facebook Friend Ne Jaal Me Fasaya

फेसबुक फ्रेंड ने चुदाई के लिए जाल में फंसाया - Facebook Friend Ne Jaal Me Fasaya, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

हैल्लो दोस्तों, में आज आप सभी कामुकता डॉट कॉम के पाठकों को अपनी एक एसी सच्ची घटना बताने जा रही हूँ, जिसके मेरे साथ घटित होने से पहले मैंने उसके बारे में कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा कभी मेरे साथ घटित होगा, क्योंकि यह सब कुछ अंजाने में मेरे साथ हुआ और यह मेरे साथ कुछ सालों पहले घटित हुई, लेकिन इस घटना के बाद मुझे बहुत मज़ा आया। मैंने उसके बारे में बहुत सोचा और मन ही मन बहुत खुश होती रही। वैसे यह मेरा पहला सेक्स अनुभव और में पहली कहानी है। दोस्तों 14 फरवरी को आलोक ने मुझे अपनी तरफ से दोस्ती का आग्रह किया। दोस्तों मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं था तो मैंने आलोक की दोस्ती के आग्रह को स्वीकार कर लिया। आलोक ने मुझे बताया कि वो इंदौर की एक बहुत बड़ी सॉफ्टवेर कंपनी में काम करता है। दोस्तों आलोक की प्रोफाइल में उसके बहुत सारे अच्छे अच्छे फोटो थे जिसमे वो दिखने में बहुत अच्छा लग रहा था और उसके जिम वाले शरीर को देखकर ही में उसकी तरफ आकर्षित होने लगी थी। दोस्तों सबसे पहले में थोड़ा अपने बारे में भी बता देती हूँ, मेरी हाईट 5.5 है और में दिखने में बहुत सुंदर, रंग एकदम दूध जैसा गोरा, गुलाबी होंठ, पतली कमर, आकार में छोटे लेकिन एकदम तने हुए बूब्स और मेरे फिगर का आकार 32 -28 -34 है। दोस्तों मेरे स्कूल टाइम पर बहुत सारे लड़के मुझ पर लाईन मारते थे और मुझे छेड़ते थे। बहुत से लड़के तो मुझसे शादी भी करना चाहते थे, लेकिन मैंने कभी किसी को अपनी तरफ से लाईन नहीं दी, लेकिन आलोक का फोटो देखकर ही में उसकी तरफ आकर्षित होने लगी थी, ना जाने मुझे उसमे ऐसा क्या दिखा जो मुझे अपनी तरफ खींच रहा था और में लगातार उसकी तरफ खिंचती जा रही थी।

दोस्तों 20 फरवरी को में पहली बार आलोक के कहने पर एक कॉफी शॉप पर मिली उस दिन आलोक मेरे लिए बहुत ही प्यारा सा एक टेडी और बहुत सारी चोकलेट लेकर आया। फिर हम कुछ देर वहां पर बैठने के बाद फिल्म देखने चले गए, लेकिन हमने वहां पर भी फिल्म पर कम और हमारी बातों पर ज्यादा ध्यान दिया। हमने बहुत सारी बातें की। दोस्तों बातों से आलोक मुझे बहुत ही सीधा सा लग रहा था और वो मुझे बहुत शर्मिला स्वभाव का लग रहा था। इस बीच उसने एक बार भी मेरा हाथ नहीं छुआ उसके साथ कुछ घंटे गुजारने के बाद में अपने घर पर जाकर बस उसी के बारे में सोचने लगी, जिसकी वजह में रात भर सो भी नहीं सकी। फिर दूसरे दिन मैंने सुबह जल्दी उठकर उसे फोन किया और कुछ देर इधर उधर की बातें करने के बाद मैंने उससे कहा कि में तुमसे दोबारा मिलना चाहती हूँ, तो आलोक ने मुझसे कहा कि उसे अभी ऑफिस जाना है और वो मुझसे नहीं मिल सकता और ऐसे ही पूरे तीन दिन हो गये, लेकिन वो मुझसे नहीं मिला। में अब उससे मिलने के लिए बहुत बेकरार होने लगी थी और मेरा किसी भी काम में मन नहीं लगता था। में कैसे भी उससे मिलना चाहती थी। फिर एक दिन उसने मुझसे कहा कि वो 2 मार्च को उसके ऑफिस से छुट्टी करेगा और तब वो उस दिन मुझसे जरुर मिलेगा, लेकिन में उससे थोड़ा जल्दी मिलना चाहती थी। फिर उसने मुझसे चेटिंग करने को कहा और फिर हमने रात को फोन पर कुछ देर बातें करने के बाद चेटिंग करना शुरू किया और अब हम हर दिन जब भी हमे समय मिलता चेटिंग करने लगते थे। फिर एक दिन उसने मुझसे पूछा कि क्या में वर्जिन हूँ? तो मैंने उससे कहा कि हाँ मैंने कभी किसी को किस भी नहीं किया और काम तो बहुत दूर की बात है और उस रात को में उससे बातें करते समय बहुत गरम हो रही थी, जिसकी वजह से मेरी प्यासी चूत के अंदर एक अजीब सी हलचल हो रही थी। फिर आलोक ने मुझे और भी बहुत सारी बातें और सेक्स के बारे में बताना शुरू कर दिया था, जिनको सुन सुनकर मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था। फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या मैंने अपने बूब्स किसी को दिखाए है? तो मैंने तुरंत कहा कि नहीं मैंने ऐसा कभी भी नहीं किया है। दोस्तों उसके मुहं से बूब्स शब्द सुनकर में अब और भी गरम होने लगी थी। फिर आलोक ने एक बार फिर मुझसे कहा कि उसे एक बार मेरे बूब्स देखना है, दोस्तों में उसकी यह बात सुनकर बहुत ज्यादा घबरा गई और में मन ही मन सोचने लगी कि अब में क्या करूं और इसकी बात का क्या जवाब दूँ? लेकिन आलोक ने मुझसे कहा कि तुम मेरे साथ जैसा में कहूँ वैसे करो, तुम्हे मेरे साथ साथ बहुत मज़ा आएगा, चलो अब जल्दी से मुझे अपने बूब्स मुझे दिखा दो।

फिर मैंने भी अब उसके कहते ही बिना कुछ सोचे समझे, लेकिन थोड़ा शरमाते हुए अपना टॉप उतार दिया और उस समय मैंने अंदर काली कलर की ब्रा पहनी हुई थी जो अब उसकी आखों के सामने थी। उसमे मेरे बूब्स बहुत सुंदर आकर्षक नजर आ आ रहे थे। फिर आलोक ने मुझसे वो ब्रा भी उतारने के लिए कहा तो मैंने बिना देर किए अपनी ब्रा को भी तुरंत उतार दिया, जिसकी वजह से मेरे छोटे आकार के गोरे गोरे बूब्स एकदम लटकते हुए अलोक के सामने थे। वो अपने लेपटॉप पर मेरी छाती को देखता रहा और वो करीब दो मिनट तक कुछ नहीं बोला। फिर में भी अब बहुत गरम हो रही थी और मुझे जोश के साथ साथ थोड़ी शरम भी आ रही थी, क्योंकि आज पहली बार किसी लड़के ने मेरे बूब्स देखे थे, जिसकी वजह से मेरी चूत अब गीली होने लगी थी। अब आलोक ने मुझसे अपनी जीन्स को भी उतारने को कहा। दोस्तों में तो जैसे आलोक के कहने का इंतजार ही कर रही थी और मैंने उसके कहते ही तुरंत अपनी जींस को उतार दिया, लेकिन अब में आलोक के सामने पूरी नंगी होना चाहती थी, इसलिए मैंने उसके कहे बिना ही अपनी जींस के साथ साथ अपनी पेंटी को भी उतार दिया था और में आलोक के सामने पूरी नंगी थी, मेरे पूरे शरीर में अब कामुकता की आग लग रही थी और में उस आग में जल रही थी। फिर मैंने देखा कि अब तक आलोक भी अपने सारे कपड़े उतार चुका था और में आलोक का सीधा खड़ा लंड देखकर और भी गरम होने लगी थी आलोक का लंड एकदम लंबा, मोटा, बिल्कुल टाईट था और वो अब अपने लंड को अपने एक हाथ से घिसने लगा था और में भी अपनी चूत को सहलाने, घिसने लगी और कुछ देर बाद में पूरी तरह से जोश में आकर अपनी चूत में अपनी एक ऊँगली को लगातार ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगी, जिसकी वजह से मुझे बहुत मज़ा आने लगा और में उस अहसास को आप सभी को किसी भी शब्दों में नहीं बता सकती कि में उस समय कैसा महसूस कर रही थी, लेकिन उसके कुछ देर बाद मेरी चूत ने पहली बार बहुत सारा गरम गरम पानी बाहर निकाल दिया। में एक बार झड़ चुकी थी और वो सब मेरे साथ पहली बार हुआ था, लेकिन मुझे वो सब बहुत अच्छा लगा और मैंने उठ कर बाथरूम में जाकर अपनी चूत को साफ किया। फिर वो रात भर पूरा नंगा होकर मुझसे चेट करने लगा था। वो मुझे कभी मेरी चूत को तो कभी बूब्स को सहलाने, दबाने के लिए कहता मुझे तरह तरह से बैठने, खड़े होने, लेटने के लिए बोलता और में भी उसके कहने पर यह सब बहुत मज़े से कर रही थी और सुबह करीब 5 बजे में सो गई, लेकिन तब भी आलोक ने मुझे अपना केमरा चालू रखने को कहा में ऐसे ही पूरी नंगी आलोक के केमरे के सामने सो गई। फिर करीब 12 बजे आलोक ने मुझे कॉल किया और उसने मुझसे बोला कि कल उसने अपने ऑफिस से एक दिन की छुट्टी ले ली है और वो अब मुझे मिलना चाहता है। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर में उसकी यह बात सुनकर बहुत खुश हो गयी और फिर मैंने उससे मिलने की जगह और समय पूछा। उसने मुझे मिलने के लिए सुबह करीब 9 बजे बुलाया और में उसकी बताई हुई जगह पर पहुंच गई। फिर वो कार से मुझे एक घर पर ले गया। मैंने देखा कि उस घर में कोई नहीं था और वहां पर पहुंचकर बाथरूम में जाकर फ्रेश होने गयी और जब में बाथरूम से फ्रेश होकर बाहर आई तो मैंने देखा कि आलोक अपने लेपटॉप पर कुछ देखा रहा था। फिर जब में उसके पास गई तो मैंने देखा कि उसके लेपटॉप में मेरा वीडियो था जिसमे मेरी चूत, बूब्स मेरे जिस्म का हर एक अंग नजर आ रहा था था। वो सब उसने कल रात को मुझसे चेटिंग करते समय रिकॉर्ड किया था। वो उसे देखकर बहुत खुश हो रहा था और में यह सब देखकर बहुत डर गई थी।

फिर आलोक मेरा चेहरा देखकर मेरी तरफ मुस्कराने लगा और वो मुझसे बोला कि बेबी यह वीडियो में तुम्हारे भाई को भेज दूंगा तो बोलो कैसा रहेगा? तो मैंने उससे कहा कि आलोक तुम यह क्या कह रहे हो? तो आलोक मुझसे बोला कि बेबी जैसा में तुमसे कहूँ तुम वैसा करो वरना में तुम्हारा यह वीडियो तुम्हारे भाई को भेज दूंगा। अब में उसकी यह बात सुनकर रोने लगी और उससे बोली कि आलोक प्लीज मेरे साथ तुम ऐसा मत करना, वर्ना में अपने घर वालों की नजरों में एकदम गिर जाउंगी, प्लीज तुम उसे अपने लेपटॉप से हटा दो। फिर आलोक बोला कि ठीक है अगर तुम कहती हो तो में ऐसा कुछ भी नहीं करूँगा, लेकिन यह तब होगा जब तुम मेरी सारी बातें मनोगी। दोस्तों मेरे पास अब आलोक की बातें मानने के अलावा कोई रास्ता भी नहीं था और अब में उसके जाल में बहुत बुरी तरह से फंस चुकी थी और में बहुत रो रही थी और मेरी आखों से आंसू रुकने को तैयार नहीं थे, लेकिन आलोक मेरी ऐसी हालत को भी देखकर बहुत खुश हो रहा था, क्योंकि मुझे उसके चेहरे से वो सब साफ साफ पता चल रहा था। फिर आलोक ने मुझसे कहा कि में अब उसके सामने अपने सारे कपड़े उतार दूँ और फिर मैंने उसके कहने पर चुपचाप अपने सारे कपड़े उतार दिए और अब मुझे मन ही मन अपनी उस ग़लती पर बहुत दुख हो रहा था। में अपनी उस गलती पर बहुत शर्मिंदा थी, लेकिन अब मेरे हाथ में ऐसा कुछ भी नहीं था जिससे में बच सकती। अब आलोक ने मुझसे कहा कि में अपने कान पकड़कर एक कोने में खड़ी हो जाऊँ तो मैंने वैसे ही किया और वो किचन में चला गया और में अब भी अपने कान पकड़कर उसी जगह पर खड़ी हुई थी। आलोक कुछ खाने के लिए लेकर और खाने लगा फिर उसने अपनी जेब से मोबाईल बाहर निकाला और मेरे नंगे बदन का वीडियो बनाने लगा। मेरी चूत, बूब्स, गांड और मेरे सेक्सी बदन को अपने मोबाईल में कैद करने लगा। फिर मैंने आलोक से कहा कि वो प्लीज मेरा वीडियो ना ले, तभी उसने मुझसे कहा कि में अपना मुहं एकदम बंद रख वरना मेरे लिए अच्छा नहीं होगा में अब और भी ज़्यादा ज़ोर से रोने लगी और कान पकड़कर चुपचाप खड़ी हो गयी।

अब आलोक ने मुझसे उठक बैठक लगाने को कहा दोस्तों उसका कैमरा अभी भी चालू था मुझे बहुत ज्यादा डर लग रहा था क्योंकि मेरा एक और वीडियो बनता जा रहा था और उठक बैठक का नाम सुनकर में और भी ज्यादा डर गई थी, क्योंकि मैंने कभी उठक बैठक नहीं लगाए थे। में आलोक से आग्रह करने लगी कि वो ऐसा कुछ ना करे, लेकिन वो मुझसे बोला कि अपना मुहं बंद रखो और जैसा में कहूँ तुम ठीक वैसा ही करो और फिर मैंने चार बार उठक बैठक लगाई और रुक गई। यह सब देखकर आलोक मुझसे बहुत गुस्सा हो गया और उसने मुझसे कहा कि जब तक वो ना कहे में नहीं रुकूँ और उसने मुझसे कहा कि में अपनी उठक बैठक ज़ोर की आवाज से गिनती रहूँ। अब में धीरे धीरे उठक बैठक लगाने लगी और ज़ोर ज़ोर से गिनने लगी। यह सब मेरे लिए बहुत ही शर्मीदा करने वाला और बहुत दुखदायी था, क्योंकि में एक लड़के के सामने पूरी नंगी होकर उठक बैठक लगा रही थी और करीब 15 मिनट तक उठक बैठक लगाने के बाद में बहुत थक गई थी और रुक गई। अब मेरा पूरा शरीर काँप रहा था में पूरी तरह से पसीने से भीग चुकी थी और मुझमें अब बिल्कुल भी हिम्मत नहीं थी। दोस्तों यह थी मेरी कहानी जिसमे मेरे साथ यह सब कुछ हुआ और में ना चाहते हुए भी उसके सामने पूरी नंगी खड़ी थी ।।

धन्यवाद …

अंजली की दूसरी सुहागरात - Anjali Ki Dusri Suhagraat

अंजली की दूसरी सुहागरात - Anjali Ki Dusri Suhagraat, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

हैल्लो दोस्तों, में मेरठ का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 23 है और में पिछले पांच सालों से लगातार कामुकता डॉट कॉम की सेक्सी कहानियाँ पढ़ रहा हूँ जो कि बहुत मजेदार होती है, जिनको पढ़कर मुझे बहुत मज़ा आता है। मेरे लंड का साईज़ 6 इंच है, जो कि मोटा भी है और किसी को भी संतुष्ट करने के लिए बहुत है।

दोस्तों कुछ समय पहले मेरे पड़ोस में एक भाभी रहती थी और उनका नाम अंजली था। जब उन्हें मैंने पहली बार देखा तो में तब से ही बस उनके सेक्सी जिस्म के बारे में ही सोचता था। पहली नज़र में ही वो मेरी आँखो में समा गई और तब से ही में मन ही मन उन्हें चोदने की बात सोचता था। फिर धीरे धीरे उनका परिवार हमारे परिवार के बहुत करीब आ गया और हमारे बीच बहुत सारी बातें होने लगी थी। वो भी हमारे घर आने जाने लगी थी और में भी कोई अच्छा बहाना बनाकर उनके घर पर चला जाता था और उनसे बहुत बातें किया करता था और इस तरह हम बहुत ही कम समय में एक बहुत अच्छे दोस्त बन गये और फिर अपनी छुपी हुई बातें भी एक दूसरे से करने लगे थे। फिर उसके साथ में अब हम सेक्स की बातें भी करने लगे थे। फिर एक दिन उन्होंने मुझसे बातों ही बातों में अपनी सुहागरात के बारे में भी सब कुछ बताया, उन्होंने क्या क्या किया, कितनी बार चुदाई की।

दोस्तों वो चुदाई की बहुत प्यासी थी और वो बात उन्होंने मुझे कुछ दिनों बाद में खुद बताई, क्योंकि वो अपने पति के साथ हर दिन सेक्स किया करती थी। फिर कुछ दिनों बाद उसका पति कुछ दिन के लिए किसी जरूरी काम के सिलसिले में शहर से बाहर चला गया तो वो और ज्यादा मेरे करीब होने लगी। वो कभी मुझे अजीब से इशारे करती, जो मुझे भी अब थोड़े थोड़े समझ में आने लगे थे, लेकिन में अपनी तरफ से पूरा पक्का करना चाहता था, ताकि बाद में कोई आपत्ति ना हो जाए। अब मेरे मोबाईल पर उनके कुछ ज्यादा ही गंदे गंदे मैसेज आने लगे थे तो में भी उन्हें वैसे ही मैसेज करने लगा था और फिर हर रात को फोन पर हमारी बातें होने लगी और कुछ सेक्सी बातें भी हमारे बीच होती थी। फिर ऐसे ही दो दिन निकल गये, बस हमारी फोन पर बात होती और हम दोनों सेक्सी मैसेज भेजकर एक दूसरे को अपने मन की बात बताते थे, लेकिन पहले हम दोनों में से कोई भी शुरुआत नहीं करना चाहता ना तो में उनसे बोल सकता था कि में आपको प्यार देना चाहता हूँ और ना ही वो मुझसे सेक्स के लिए बोल सकती थी। हमारी बात दोनों तरफ से ही एकदम अधूरी थी और दोनों ही सेक्स के प्यासे थे, लेकिन एक दूसरे से कहने से बहुत डरते थे और में सोचता था कि वो कभी कुछ गलत ना मान ले और वो भी मेरे बारे में यही सोचती थी। एक दिन में उसके घर पर चला गया, तब वो घर पर एकदम अकेली थी और हम ऐसे ही बातें कर रहे तो हमारी यह बात सेक्स पर जा पहुंची और वो बातें करते करते थोड़ी उदास हो गई। फिर मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ भाभी? तब उसने मुझे सब कुछ बताया, क्योंकि तब तक हम सभी तरह की बातें एक दूसरे से करने लगे थे और तब मैंने उसे बताया कि में आपसे बहुत प्यार करता हूँ और आपको वो सब सुख दे सकता हूँ जो आपको चाहिए, हम दोनों एक दूसरे की ज़रूरत पूरी कर सकते है, लेकिन अगर आप चाहो तो? दोस्तों वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर तुरंत मान गई और फिर उसने मुझसे कहा कि तुम इस बात को बिल्कुल गुप्त रखना। फिर मैंने उनसे कहा कि आपके साथ साथ इस काम में भी शामिल हूँ और अगर बाहर किसी को पता चल गया तो हम दोनों की ही बहुत बदनामी होगी, इसलिए यह बात हमेशा हम दोनों के बीच में रहेगी और किसी तीसरे को कानो कान खबर नहीं होगी। फिर उन्होंने मुझे रात को अपने घर पर आने को कहा और मैंने भी ठीक है कहा और फिर मैंने उन्हें एक स्मूच किया और वहां से निकल गया और अब में अपने घर पर पहुंचकर बहुत बेसब्री से रात होने का इंतजार करने लगा था। मेरा एक एक मिनट एक दिन की तरह कट रहा था और रात को करीब 11 बजे उनका मेरे पास फोन आया। उसने मुझसे कहा कि तुम आ जाओ मैंने दरवाजा खुला छोड़ दिया है और में तुम्हारा इंतजार कर रही हूँ।

फिर में बहुत खुश होकर तुरंत अपनी छत से उनकी छत पर चला गया। उसके बाद मैंने दरवाजे को हल्का सा धक्का दे दिया, उन्होंने अपना ऊपर का दरवाजा ऐसे ही अटकाया हुआ था, जिसकी वजह से मेरा हाथ लगते ही वो खुल गया और में अंदर चला गया। फिर में सीधा उनके बेडरूम में जा पहुंचा, जहाँ पर पहुंचकर मैंने देखा कि वो मेकअप करके बिल्कुल दुल्हन की तरह सजी हुई थी। फिर मैंने उससे पूछा कि यह सब क्यों? तब उन्होंने मुझसे कहा कि यह सब मैंने सिर्फ तुम्हारे लिए ही किया है। मैंने तुम्हें अपनी सुहागरात के बारे में पहले ही सब कुछ बता दिया था और उसी दिन मैंने मन ही मन सोच लिया था कि में अपनी दूसरी सुहागरात तुम्हारे साथ ही मनाउंगी और अपनी चूत को तुम्हारे लंड से चुदवाकर शांत करूंगी। दोस्तों में तो उनके मुहं से ऐसे शब्द सुनकर बहुत चकित हो गया। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि भाभी कभी मुझे यह सब शब्द भी कहेगी, लेकिन अब में वो सब सुनकर बहुत खुश हुआ। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर हम एक दूसरे पर टूट पड़े। हम सबसे पहले किस करने लगे, जिसकी वजह से वो बहुत गरम होकर जोश में आ गई थी और थोड़ी देर किस करने के बाद मैंने उससे कहा कि आज तो हम इतने मज़े करेंगे कि तुम मुझे हमेशा याद रखोगी और में तुम्हें अपने बच्चे की माँ बनाऊंगा। फिर वो भी मुस्कुराते हुए मुझसे हाँ कहते हुए मेरे बच्चे की माँ बनने के लिए तैयार थी। उसके बाद मैंने उनके एक एक करके सारे कपड़े उतार दिए और उन्होंने मेरे कपड़े उतार दिए, जिसकी वजह से हम दोनों ही बिल्कुल नंगे हो गये थे। अब में उनके सेक्सी जिस्म के हर एक हिस्से को चूसने लगा था और जब में धीरे धीरे चूमता हुआ उनकी चूत पर पहुंचा तो मैंने महसूस किया कि उनकी चूत पूरी गीली थी और अब मुझे बड़ा मज़ा आया और चूत को थोड़ी देर चाटने चूसने के बाद वो झड़ गई और में चूत रस को पीने लगा और फिर में दोबारा स्मूच करने लगा। करीब दस मिनट के बाद अब उनकी बारी थी तो उन्होंने तुरंत मेरा लंड पकड़ा और बड़े ही प्यार से अपने हाथ में लेकर आगे पीछे करने लगी और फिर उन्होंने लंड को अपने मुहं में ले लिया, जिसकी वजह से मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। में उस मज़े को शब्दों में नहीं बता सकता और कुछ देर बाद में उनके मुहं में ही झड़ गया और वो मेरा सारा वीर्य पी गयी। मैंने फिर से उनके बूब्स चूसना शुरू कर दिया और धीरे धीरे काटने लगा और ऐसा करने से हम दोनों को ही बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन दोस्तों हमें भी पता नहीं था कि हम क्या कर रहे है? उतनी ही देर में मेरा लंड एक बार फिर से खड़ा हो गया तो उन्होंने मुझसे कहा कि अब ज्यादा देर मत करो प्लीज अब मेरी प्यास को बुझा दो जल्दी से अंदर डाल दो। फिर मैंने अपना लंड उनकी चूत के मुहं पर पर रख दिया और धीरे से धक्का देकर अंदर डालने लगा, तभी उनके मुहं से चीखने की आवाज़ निकल गई, अउउउहह आहहहहा उईईईईईई प्लीज थोड़ा और धीरे धीरे करो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है उफ्फ्फ्फफ् धीरे आहहहह, इसलिए मैंने धीरे धीरे धक्के दिए।

दोस्तों उनके कहने पर पहले तो मैंने अपनी स्पीड को बहुत कम रखा, लेकिन जब मुझे उनका दर्द कम होता हुआ महसूस हुआ तो में अपने धक्को को बढ़ाने लगा और अब में लगातार जोरदार धक्के देकर चुदाई करने लगा था और अब वो भी अपनी चूतड़ को उठाने लगी थी और मेरे साथ साथ अपनी चुदाई के पूरे पूरे मज़े लेने लगी थी। दोस्तों हमारी यह चुदाई करीब बीस मिनट तक चली और में उनके अंदर ही झड़ गया, लेकिन फिर भी में कुछ सेकिंड रुककर हल्के हल्के धक्के देता रहा और मैंने अपनी एक एक बूंद को उनकी चूत में डाल दिया, उनके चेहरे से मुझे उनकी संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी। दोस्तों उस रात को मैंने उन्हें चार बार चोदा और हर बार अपना पूरा वीर्य उनकी चूत के अंदर ही छोड़ दिया और ऐसे ही उन्हें तब तक उनका पति नहीं आया जब तक कभी रात को तो कभी दिन में चोदता रहा और उसके बाद भी मैंने उन्हें बहुत बार चोदा और उनकी चूत के बहुत मज़े लिए और अब वो मेरे बच्चे की माँ है, माँ बनने के बाद उनके बूब्स से दूध भी बहुत आने लगा है, इसलिए में अब जब भी मुझे कोई अच्छा मौका मिलता है तो उनके घर पर चला जाता हूँ और उनके बूब्स को अपने मुहं में लेकर उनका गरम गरम दूध पीता हूँ ।।

धन्यवाद …

तीन मस्त लोड़ो ने पूरी रात चोदा - Teen Mast Lodo Ne Puri Raat Choda

तीन मस्त लोड़ो ने पूरी रात चोदा - Teen Mast Lodo Ne Puri Raat Choda, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सोनिया है और में चुरु के पास एक छोटे से गाँव में रहती हूँ और में अपनी नौकरी के लिए तैयारी कर रही हूँ। मेरी दो दोस्त की मुझसे पहले ही नौकरी लग चुकी है और उनमे से एक की तो कुछ समय पहले शादी भी हो गई। दोस्तों हम सभी का एक बहुत अच्छा दोस्त है जिसका नाम रेहान है और उसकी उम्र 21 साल, वो लंबा और पतला सा बहुत अच्छा दिखने वाला लड़का है। दोस्तों वो भले ही एक टेक्सी ड्राईवर है, लेकिन उसने करीब 9 महीने पहले हम तीनों को पहली बार चोदा था और तब से में उसे राज़ा ही बोलती हूँ और अब में उससे शादी करना चाहती हूँ, लेकिन मेरे घरवाले किसी भी टेक्सी ड्राइवर से मेरी शादी नहीं करेंगे और इस बात का मुझे पूरा पता है, क्योंकि मेरे पापा की हमारे पूरे गाँव में बहुत इज़्ज़त है और मेरे यह सब करने की वजह से उनकी इज्जत खराब होगी।

फिर मैंने एक दिन मन ही मन फैसला लिया कि में मेरे रेहान राज़ा के साथ ऐसे ही मज़े लेती रहूँगी और अपनी बची हुई पढ़ाई के सिलसिले में मैंने चुरु में एक रूम ले लिया था और फिर वहाँ पर में एकदम अकेली ही रहती हूँ और हर कभी अच्छा मौका पाकर में रेहान से मिल भी लेती हूँ और रेहान की हर बात को में हमेशा मानती थी, क्योंकि उसने ही मुझे पहली बार आज से 9 महीने पहले चोदा और मुझे वो सब सुख दिया और मेरी कुंवारी चूत और गांड को फाड़ दिया था। दोस्तों रेहान ने कुछ दिन पहले मुझसे कहा कि जैसे तुम तीनों लड़कियों ने 9 महीने पहले मुझसे चूत और गांड मरवाई थी वैसे ही में और मेरे दो दोस्त एक साथ मिलकर तेरी चूत और गांड को मारेंगे। मैंने उसकी यह बात सुनकर हंसकर टाल दिया और मैंने रेहान से कहा कि तू मेरी चूत और गांड से बदला लेगा और मेरी यह बात सुनकर वो भी हंसने लगा, लेकिन मेरे मन से यह बात निकली नहीं थी। दोस्तों मुझे रेहान के अलावा आज तक किसी ने नहीं चोदा था। रेहान के लंड में कितना दम है वो मेरी चूत और गांड के अलावा कोई नहीं जान सकता।

अब रेहान ने भी जितना मज़ा मेरी चूत और गांड का लिया उतना किसी का नहीं लिया था। रेहान जब भी मुझे चोदता तो वो अपने लंड के टोपे को मेरी चूत और गांड में फंसाकर मुझे बहुत गरम करता और उसके लंड की साईज़ 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा था और उसके लंड का टोपा 2 इंच मोटा और लाल कलर का था। अब मेरी चूत और गांड पूरी तरह से खुल चुकी थी, लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं था कि 3-3 लड़के एक साथ मुझे चोदे और मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़े। अब आख़िर वो टाईम भी आ गया जब रेहान का प्लान पूरा होने वाला था। उसने मुझे कॉल किया कि आज चुरु में ही रहेगी या गाँव जाएगी? तो मैंने बोला कि में तो यहीं रहूँगी और मैंने उससे कहा कि राज़ा मुझे तुम्हारी बहुत याद आ रही है, प्लीज तुम आ जाओ ना। फिर वो फोन पर हंसते हुए बोलने लगा कि रानी में जरुर आऊंगा भी और आज रात में तुझे बहुत कुछ दूंगा। दोस्तों रेहान के साथ मैंने रात में कभी सेक्स नहीं किया था। उसके साथ जब भी सेक्स किया वो दिन में ही किया था, क्योंकि रात में चुदाई का मौका हमे कभी मिलता ही नहीं था। फिर मैंने उस दिन मेरी चूत के बाल मेरे राज़ा के लिए साफ कर लिए और ब्यूटी पार्लर जाकर अच्छे से तैयार हो गई और मार्केट जाकर गुलाबी कलर की नई ब्रा और पेंटी जाली वाली ले आई, क्योंकि यह कलर रेहान को बहुत अच्छा लगता था और चुदाई के काम में आने वाले सामान क्रीम और तेल मेरे पास पहले से ही थे, वो सब मुझे मेरी एक दोस्त माया जो एक नर्स है उसने लाकर दिए थे और अब में अपने राज़ा के लिए तैयार होकर उसका इंतज़ार करने लगी। फिर इतने में किसी ने दरवाजा खटखटाया मैंने दरवाजे के छेद में से बाहर देखा तो मुझे बाहर रेहान खड़ा नज़र आया और उसके साथ करीब 18-19 साल के दो लड़के और वो दोनों भी दिखने में अच्छे और तन्दुरुस्त लग रहे थे, लेकिन में अब रेहान के साथ दो और लड़के देखकर थोड़ा सा घबरा गई, लेकिन फिर भी मैंने मेरे रेहान राज़ा के लिए दरवाजा खोल दिया। फिर वो तीनों अंदर आ गये और मैंने तीनों को बैठाकर पानी पिलाया उस समय रात के करीब दस बज चुके थे। दोस्तों रेहान की तरह ही उनका भी शरीर साफ था और रेहान ने उनसे मेरा परिचय करवाया और उनके बारे में मुझे बताया। उनमे से एक का नाम इरफ़ान था और वो एक सिनेमा हॉल में नौकरी करता है, दूसरे का नाम शाहिद था और वो कभी कभी रेहान की टेक्सी चला लेता था।

दोस्तों मेरा कमरा इतना सुरक्षित है कि वहां पर किसी की नज़र नहीं पड़ती कि कौन आ रहा है और कौन जा रहा है? अब हम चारों एक दूसरे को चुपचाप देख रहे थे कि तभी मैंने महसूस किया की इरफ़ान और शाहिद को रेहान धोखे से मेरे रूम पर लेकर आया था, इसलिए वो मेरी जालीदार स्कर्ट जिसमे से मेरी पेंटी साफ साफ नज़र आ रही थी उसे देखकर अजीब सा महसूस कर रहे थे। अब रेहान ने मुझे आँख मारकर इशारा कर दिया कि आज हम तीनों तेरी प्यास को दूर करेंगे और अब मैंने ज़्यादा टाइम खराब ना करते हुए रेहान के प्लान को अंजाम तक पहुँचाने की शुरुआत कर दी, क्योंकि में रेहान की हर बात की बहुत इज्जत करती थी और रेहान की वजह से मुझे उन दोनों से भी कोई डर नहीं था। अब मैंने बाथरूम में जाकर मेरी स्कर्ट के हुक को ऐसे लगाया कि अगर में उनके सामने हल्की सी भी झुक जाऊँ तो मेरी स्कर्ट अपने आप नीचे गिर जाए और फिर बाथरूम से बाहर आकर में उनके सामने जाकर पानी का गिलास उठाने के लिए झुकी तो मेरी स्कर्ट गिर गयी और उस समय मेरे चूतड़ शाहिद की तरफ थे।

अब में वापस बाथरूम में भागने का नाटक करते हुए लड़खड़ाकर रेहान और इरफ़ान के बीच गिर गई और इरफ़ान की पेंट में लंड की जगह पर मेरा एक हाथ आ गया और अब में चोर नज़र से देख रही थी कि रेहान के साथ साथ उन दोनों का लंड भी पेंट के अंदर ही अंदर हरकत करने लगा और इसी के साथ वो तीनों लंड मुझ पर टूट पड़े। रेहान मेरे बूब्स को दबा रहा था तो इरफ़ान मेरी चूत पर हाथ रगड़ रहा था और शाहिद मेरे चूतड़ दबा रहा था। अब रेहान ने मेरी ब्रा तो इरफ़ान ने मेरी पेंटी को उतार दिया था। वैसे उसमे उतारना क्या था वो तो वैसे ही जालीदार थी, लेकिन उनके इरादे और मेरे प्लान के अनुसार चूत और गांड की चुदाई के लिए यह सब उतारना बहुत ज़रूरी भी था। दोस्तों इरफ़ान तो साला सबसे तेज लग रहा था और शाहिद भी रेहान से कम नहीं था और मेरे रेहान राज़ा को तो मैंने पहले भी कई बार आजमाया हुआ था। अब में उनके सामने बिल्कुल नंगी थी और उन तीनों मदारचोदो ने अभी तक तो अपने अपने ऊपर के कपड़े भी नहीं उतारे थे तो मैंने इरफ़ान की शर्ट को उतार दिया और उसकी जीन्स को खोलने के लिए उसका हुक निकाल दिया। दोस्तों पता नहीं क्यों, लेकिन आज में इरफ़ान की तरफ कुछ ज़्यादा ही आकर्षित हो रही थी और अब मैंने उसकी पेंट को भी उतार दिया तो उसके हाथ, पैर और जांघे एकदम टाईट और मस्त लग रही थी। फिर मैंने रेहान की शर्ट और पेंट को भी उतार दिया और वो पीछे पलटकर मेरे चूतड़ को दबा रहा था और मैंने शाहिद की टी-शर्ट और पेंट को भी उतार दिया, जिसकी वजह से अब शाहिद भी अब बिल्कुल नंगा हो गया था, क्योंकि उसने अंदर कुछ नहीं पहना हुआ था। अब मैंने उसके लंड को छेड़ा और कहा कि क्यों नौजवान अंडरवियर नहीं पहनता? तो वो बोला कि क्या करूं यार मेरा एक दोस्त और एक गर्लफ्रेंड मुझसे मना करते है।

शाहिद का लंड भी रेहान जैसा ही था और उसका टोपा गुलाबी नहीं होकर बिल्कुल लाल था, जिसको देखकर ऐसे लग रहा था कि जैसे खून निकलने वाला है और उसकी जांघे एकदम पतली थी, लेकिन देखते ही उसमे दम लग रहा था, क्योंकि वो अभी अभी तो जवान हुआ था। अब मैंने रेहान की अंडरवियर और बनियान को भी उतार दिया और उसको यह मैंने ही उसके जन्मदिन पर दी थी। मैंने रेहान के लंड को किस किया और उसके आंड को अपने मुहं में लेकर चूसा तो शाहिद अपने लंड से मेरी गांड की दोनों दीवारों के बीच हरकत करने लगा। फिर मैंने उससे कहा कि शाहिद बेटा थोड़ी तस्सली रख, अभी तो मैंने तेरे लंड को चूसा ही नहीं, इसलिए अभी मेरी गांड का नंबर नहीं आ सकता। अब वो मेरे बूब्स को दबाने लगा और इरफ़ान ने मेरे चूतड़ दबाने शुरू कर दिए और अब इरफ़ान का लंड उसकी वी शेप वाली अंडरवियर से एक तरफ से बाहर निकल रहा था। फिर मैंने उसकी अंडरवियर उतारकर उसको भी पूरा नंगा कर दिया।

फिर उसके फनफनाते हुए नाग ने मेरे चूतड़ पर ज़ोर से मारा तो मुझे ऐसे लगा जैसे उसने किसी डंडे की मारी हो। दोस्तों आप विश्वास नहीं करोगे उसका लंड तो उन तीनों में सबसे मोटा और लंबा और बिल्कुल सुडोल था और उसके टोपे पर चमड़ी तो थी ही नहीं और आगे का टोपा 3 इंच का था और टोपे का आकार मशरूम जैसा था जो किसी भी चूत या गांड में घुस जाए तो बाहर निकलते समय अंदर का सब कुछ बाहर निकल दे और इतने भयंकर टोपे के साथ ही लंड की लम्बाई 7 इंच थी। फिर मैंने ज़ोर से सिसकियाँ भरी और लंड को चूसने लगी। में अब एकदम पागल हो चुकी थी कि 18 साल का लड़का और उसका यह कमाल का लंड। मेरे मन की आवाज़ सुनकर इरफ़ान ने बहुत धीरे से मुझसे बोला कि पगली में हर दिन 10 किलोमीटर दौड़ लगता हूँ और 1 घंटे फुटबॉल भी खेलता हूँ और जिम भी करता हूँ और मेरे नाग की भी में सांडे के तेल से लगातार मसाज करता हूँ और उसकी यह सभी बातें सुनकर तो में और भी जोश में आ गई। अब मैंने इरफ़ान का लंड चूसा और जीभ से उसकी गांड को भी चाटा और उसकी गांड के छेद में अपनी जीभ को फंसाने की कोशिश करने लगी। मुझे बहुत मज़ा आया और वो भी 69 पोज़िशन में आकर मेरी चूत और गांड को बारी बारी से चाटने लगा वो मेरी चूत के दाने को भी चाट रहा था और उधर शाहिद मेरे चूतड़ और रेहान मेरे निप्पल को दबा रहा था। में इरफ़ान की गांड पर और इरफ़ान मेरी गांड पर मार रहा था, जिससे मेरी गांड पर उसके हाथों के निशान बन गये थे और ऐसा करने से हम दोनों को बहुत जोश आ रहा था और इतने में करीब 30-35 मिनट के बाद में हम दोनों अकड़कर झड़ गये और इरफ़ान के लंड का गरम गरम लावा मेरे मुहं में पिचकारी की तरह निकल गया और में उसके लंड के पानी को पूरा पी गयी और अब मेरा पानी मेरी चूत से बाहर बहने लगा जिसको इरफ़ान पीकर शांत हो गया और फिर इरफ़ान वहीं पर लेट गया और में उसे सम्भालने लगी।

दोस्तों अब रेहान और शाहिद मुझ पर भूखे की तरह टूट पड़े शाहिद और रेहान ने मेरी चूत और गांड को चाटा और में उन दोनों के लंड का जूस बारी बारी से पी गई और जैसे ही में झड़ी तो मेरा जूस भी वो दोनों आधा आधा बाँटकर पी गये। दोस्तों में इस बीच दो बार झड़ चुकी थी और झड़ने के बाद अब हमने करीब दस मिनट तक थोड़ा सा आराम किया और हम सभी ने कॉफी पी, लेकिन हम सभी तब भी एकदम नंगे ही थे। उस समय तक रात के 12.30 बज चुके थे, लेकिन तब तक भी मेरी चूत और गांड की चुदाई नहीं हुई थी। फिर उन तीनों ने मिलकर मुझे डॉगी स्टाइल में करके मेरे दोनों पैर तो बेड पर रख दिए और मेरे आगे का हिस्सा कुर्सी पर एक तकिया रखकर मेरी ऐसी पोज़िशन बनाई कि यह तीनों लंड एक साथ मेरी चूत, गांड और मेरे मुहं की चुदाई कर सके और साथ ही साथ मेरे निप्पल और चूतड़ और जांघे भी एक साथ दबा दबाकर मसाज भी कर सके। फिर मुझे उसी पोज़िशन में तैयार करके उन्होंने तेल और क्रीम से मेरे पूरे शरीर की मसाज की और तेल और क्रीम मेरी गांड और चूत पर कुछ ज़्यादा ही लगा रहे थे। जिसकी वजह से मुझे अंदर से ठंडक महसूस हो रही थी और हल्की हल्की गुदगुदी भी हो रही थी कुल मिलाकर यह तेल और क्रीम के साथ मसाज की भी तैयारियां हो रही थी और वो सब मेरी चूत और मेरी गांड में इरफ़ान के लंड का मोटा टोपा घुसाने की तैयारियां थी। में यह सब समझ चुकी थी और मुझे तो केवल और केवल इरफ़ान का लंड और उसका मोटा टोपा ही नज़र आ रहा था और अब यह सब सोच सोचकर में बहुत ज़्यादा जोश में आ रही थी। मुझे मेरी चूत की ज़्यादा टेंशन नहीं थी, क्योंकि वैसे भी हर चूत में कितना भी मोटा लंड लेने की क्षमता और लचीलापन वैसे भी कुछ ज़्यादा ही होता है और ऊपर से रेहान 9 महीने से मेरी गदराई हुई चूत का भोसड़ा बनाने की शुरुआत तो बहुत पहले से ही कर चुका था। अब में उनसे अपनी तरफ से कुछ भी नहीं कर रही थी, क्योंकि मुझे रेहान ने मना कर दिया था कि तुम तो इसी पोज़िशन में रहो, अब जो भी करेंगे हम ही करेंगे और में मेरे राज़ा की बात मानकर चुपचाप मज़े लिए जा रही थी। अब रेहान ने अपना लंड मेरे मुहं में दे दिया और इरफ़ान ने नीचे जाकर अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया, जो बार बार गांड के छेद की तरफ जा रहा था और शाहिद ने मेरे ऊपर पोज़िशन बनाकर मेरी गांड की दोनों दीवारो के बीच क्रीम के साथ अपने लंड को स्पीड से रगड़ना शुरू किया जो फिसलकर चूत की तरफ जा रहा था, लेकिन शाहिद के लंड का टोपा तो फिर भी चूत और गांड के छेद पर कुछ अटक रहा था जबकि इरफ़ान के लंड का टोपा तो ऐसे फिसल रहा था जैसे मार्बल के फर्श पर पानी में पैर फिसल रहे हो। फिर करीब दस मिनट बाद उन सभी ने अपनी अपनी जगह बदल ली थी, जिसकी वजह से अब रेहान मेरे नीचे और शाहिद मेरे ऊपर तो इरफ़ान मेरे मुहं की तरफ आकर तीनों अपने अपने काम में लग गये थे, लेकिन मुहं के अलावा चूत और गांड में उनके लंड अंदर नहीं जा रहे थे और रेहान जानबूझ कर लंड नहीं घुसा रहा था क्योंकि वो आज मुझे नये लंड से चुदवाना चाहता था, लेकिन फिर भी रेहान ने मेरी गांड पर लंड का टोपा रखकर ज़ोर का धक्का मारा तो वो मेरी गांड में फंस गया और उसने क्रीम लगाकर धीरे धीरे मेरी गांड को धक्को से उन दोनों के लंड के लिए खोल दिया। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर करीब दस मिनट बाद फिर से उन्होंने अपनी जगह बदल ली और अब इरफ़ान मेरी गांड पर अपना टोपा रखकर ज़ोर लगाने लगा, लेकिन मेरी टाईट गांड में उसका टाईट लंड भी अंदर नहीं जा सका और इस बीच रेहान ने मेरी चूत में लंड डालकर 5-6 बार रगड़कर बाहर निकाल दिया ताकि नये लंड के लिए चूत का मुहं कुछ खुल जाए। दोस्तों में एक बात तो साफ कर दूँ कि रेहान ने मेरी गांड और चूत में जो 5-6 धक्के लगाए थे वो मुझे चोदने के इरादे से नहीं, लेकिन उन दोनों लंड के लिए मेरी गांड और चूत में रास्ता साफ तैयार करने के लिए लगाए थे। अब वो दोनों लंड मुझे चोदने के लिए बिल्कुल तैयार थे और इतने में शाहिद ने सही मौका देखकर अपने लंड का टोपा एक जोरदार धक्के के साथ मेरी गांड में डाल दिया। मुझे दर्द हुआ, क्योंकि वो बिल्कुल अनाड़ी की तरह कर रहा था और वो मेरी गांड का सत्यानाश करने पर तुला हुआ था और नीचे से रेहान मेरी चूत को चोद रहा था जिससे मुझे थोड़ा दर्द कम हो गया था। फिर से अनाड़ी शाहिद ने मेरी गांड में जड़ तक पूरा का पूरा लंड 3-4 धक्को के साथ घुसा दिया और तेज धक्के देकर चोदने लगा और उसका लंड बिल्कुल रेहान जैसा था, इसलिए मुझे उससे गांड मरवाने में कोई परेशानी नहीं हुई। अब रेहान मेरे मुहं के पास चला गया और मेरा सपनों का राजकुमार इरफ़ान मेरे नीचे आकर मेरी चूत को चोदने लगा तो मेरी चूत में उसका टोपा नहीं गया। फिर रेहान ने मेरी जगह बदलवाई, क्योंकि उसको पता था कि लड़की कैसे चुदती है और उसने मुझे सीधा लेटाकर मेरी गांड के नीचे एक तकिया रख दिया और शाहिद और रेहान ने मेरे दोनों पैरों को ऊपर करके एक साईड में फैला दिया। अब मेरी चूत पूरी खुल गई थी और इरफ़ान अपना लंड लेकर मेरी चूत पर आ गया और उसने अपने लंड का टोपा मेरी चूत पर रगड़ा तो पहली बार लंड मेरी चूत के छेद पर जाकर रुका और उसने ज़ोर से धक्का मारा तो मेरी चूत फिर से फट गई और दर्द के साथ उसका टोपा मेरी चूत में फंस गया, जिसकी वजह से में तड़प रही थी, लेकिन उन कुत्तों ने मुझे कसकर पकड़ रखा था और थोड़ा रुककर वो मुझे फिर से चोदने लगे थे और उन्होंने अपनी स्पीड को बड़ा दिया तो मुझे मज़ा आने लगा और मौका देखकर इरफ़ान मुझे लेकर खड़ा हो गया और मैंने उसकी गर्दन पर हाथ डालकर उससे लटक लटककर मज़े लेने लगी और फिर वो उसी पोज़िशन में मुझसे नीचे आ गया और में उल्टी हो गई तो अब ऊपर से मेरी गांड भी खुल गई थी। अब मौका पाकर शाहिद मेरी गांड मारने लगा और अब मेरी दोनों तरफ से भयंकर चुदाई हो रही थी और मैंने भी रेहान का लंड मुहं में ले लिया। फिर करीब 15-20 मिनट तक हमारी चुदाई चलती रही और में बिल्कुल पागल और एकदम बेसुध हो गई थी और अचानक मुझे लगा कि में अब झड़ने वाली हूँ तो उन तीनों ने भी अपनी धक्कों की स्पीड को और भी बढ़ा दिया था और उनके लंड अब पूरे अंदर तक जा रहे थे और मुझे इरफ़ान के धक्के सबसे ज़्यादा ख़तरनाक लग रहे थे और कुछ देर बाद उन तीनों का एक साथ पानी निकल गया और मेरी चूत और गांड और मुहं एक साथ लंड के गरम गरम लावे के सैलाब से भर गये।

फिर में रेहान का पूरा पानी पी गई और शाहिद का पानी मेरी गांड में भरकर मुझे अच्छा लग रहा था और उसी मस्ती में चूत ने भी पानी निकाल दिया जो इरफ़ान के लंड के टोपे की वजह से अंदर ही रुका हुआ था और हम सभी 5 मिनट तक इस पोज़िशन में रहे और जैसे ही हम अलग हुए तो इरफ़ान के टोपे के मेरी चूत से बाहर निकलते ही मेरी चूत से मेरी चूत के जूस और इरफ़ान के लंड के पानी का लावा बाहर निकलने लगा। अब मैंने थोड़ा संभलकर रेहान, शाहिद और इरफ़ान के लंड को चाटकर साफ किया और फिर तब तक रात के 2.45 हो चुके थे और उस ताबड़तोड़ चुदाई से में भी बहुत थक चुकी थी। फिर हमने करीब 30 मिनट तक आराम कर लिया। फिर रेहान ने हम सबके लिए चाय बनाई और तब तक इरफ़ान मेरे सर को गोद में लेकर सहलाता रहा और शाहिद भी बहुत प्यार से अपने मुलायम मुलायम हाथों से मुझे सहला रहा था। जिससे मुझे ऐसा लग रहा था कि उनको मुझसे लगाव हो गया है और इरफ़ान तो कुछ ज्यादा ही भावुक हो रहा था, लेकिन हमारे पास आज की चुदाई के लिए 5 बजे तक का ही समय बचा था। फिर चाय पीकर फिर से मेरी एक और चुदाई होने वाली थी और में इतने लंड लेकर भी भूखी शेरनी की तरह उनके लंड फिर से लेने के लिए बैताब थी और वो तीनों लंड भी इसी फिराक में थे, क्योंकि शाहिद को मेरी चूत लेनी थी और इरफ़ान को मेरी गांड लेनी थी। अब हमने तेल और क्रीम से एक दूसरे की मसाज करनी शुरू की तो वो अपने लंड से मेरी गांड और चूत में क्रीम और तेल से उंगली कर रहे थे और यह सब देखकर मैंने भी क्रीम और तेल से उनकी भी गांड में उंगली डाल दी और मैंने महसूस किया कि रेहान और इरफ़ान की गांड बहुत टाईट थी, लेकिन शाहिद की गांड में उंगली बहुत आराम से चली गयी और उसको मज़ा भी आने लगा तो मुझे ऐसा लगा कि वो अपनी गांड भी मरवाता है। अब वैसे उससे मुझे क्या करना था? वो उसकी गांड थी जो करे वो करे और में भी तो तीन तीन लंड से गांड मरवा रही थी। फिर ऐसा करते करते 4 बज गये थे और हमारे पास चुदाई के लिए अब एक घंटा ही बचा था। फिर रेहान ने शुरुआत की और उसने मेरी चूत में लंड के 8-10 धक्के दे दिए फिर उसने मेरी गांड में भी 10-12 धक्के दिए और इतने में शाहिद ने मेरी चूत पर अपना लंड टिका दिया और उसने एक ज़ोर का धक्का मारा तो बहुत आसानी से उसका लंड मेरी चूत के अंदर चला गया, क्योंकि जहाँ इरफ़ान के लंड का टोपा चला जाए वहां पर कुछ नहीं बचता, लेकिन उसका लंड मुझे दर्द से तड़पा रहा था और उसने मेरी चूत के अंदर की दीवारों को अच्छे से रगड़ दिया।

फिर अच्छा मौका पाकर इरफ़ान मेरी गांड पर सवार हो गया और मेरी गांड की असली परीक्षा तो अब थी कि कैसे उसके लंड का टोपा मेरी गांड सहन करेगी? रेहान सबकी हेल्प कर रहा था और उसने क्रीम और तेल मिक्स करके मेरी गांड और इरफ़ान के लंड पर लगाया तो हम दोनों पागल हो गये और इस पागलपन के बीच इरफ़ान ने अपने लंड का टोपा मेरी गांड के छेद पर रखा और पूरा ज़ोर लगाकर एक धक्का मारा तो मेरी गांड को चीरते हुए उसके लंड का टोपा अंदर चला गया और मेरी गांड में फंसकर जाम हो गया। फिर रेहान ने जल्दी से क्रीम लगाई और नीचे से मेरी चूत को गांडू शाहिद चोद ही रहा था और अब शाहिद को में गांडू कहने लगी थी, क्योंकि वो गांड मरवाता था और उसकी गांड में मेरी उंगली गई तो उसको बहुत मज़ा आ रहा था। अब इफारन ने फिर से 3-4 धक्के लगाए तो पूरा लंड मेरी गांड के अंदर पहुंच गया और वो मुझे 30-35 मिनट तक लगातार चोदते रहे और अब मेरी गांड और चूत को बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था।

अब इरफ़ान ने मेरे बाल पकड़कर मुझे उल्टी घोड़ी बनाकर मेरे बाल खींचे और मेरे कूल्हों पर हाथ से मारने लगा, जिसकी वजह मुझे और भी ज़्यादा जोश आ रहा था और अब भी उसने मेरी गांड की चुदाई बंद नहीं की थी और इतने में मौका पाकर रेहान ने शाहिद के नीचे घुसकर उसकी गांड पर क्रीम लगाकर अपना लंड उसकी गांड में डाल दिया तो शाहिद ने गांड में लंड जाने से गरम होकर मेरी चूत में ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने शुरू कर दिए। अब हम सभी आपस में चुद रहे थे कि तभी अचानक सभी ने ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने शुरू किए और पसीने की वजह से चूतड़ आपस में टकराकर थप थप थपाथप की आवाज़ कर रहे थे और फिर हम सभी एक एक करके झड़ने लगे। अब रेहान ने शाहिद की गांड में तो शाहिद ने मेरी चूत में लंड का पानी डाल दिया और शांत हो गये, लेकिन में और इरफ़ान शांत नहीं हुए थे। फिर 20-25 धक्के लगते ही हम दोनों भी झड़ गये और उसने मुझे घूमकर कसकर पकड़ लिया और 5 मिनट तक हम सभी ऐसे ही रहे। तीनों ने मेरी चूत और गांड को चाटा और मैंने भी उनके लंड को चाटा और फिर सभी ने कपड़े पहने और मुझे ऐसे ही नंगी छोड़कर चले गये। फिर इरफ़ान के चले जाने से में सबसे ज़्यादा दुखी थी और मुझे कब नींद आई पता ही नहीं चला और 11 बजे मेरी नींद खुली तो मेरी गांड और चूत में बहुत दर्द हो रहा था। में जैसे ही बाथरूम में जाने के लिए खड़ी हुई तो मुझसे ठीक तरह से चला भी नहीं जा रहा था, लेकिन मुझे मेरे रूम में चुदाई की खुशबू आ रही थी और में अब इरफ़ान से मिलने को बहुत बैताब थी। रेहान ने 9 महीने में मुझे चोद चोदकर चूत और गांड को कुछ ढीला कर दिया था और मेरा बदन भी थोड़ा गदराया हुआ लगने लगा था और चूतड़ तो और भी ज़्यादा सेक्सी लगने लगे थे। फिर में जब भी अपनी कोचिंग सेंटर के लिए बाहर निकलती थी तो चलते समय मेरे चूतड़ हिलते थे तो बाहर के सभी लड़के मुझ पर ताने मारते थे और वो बहुत गंदा गंदा बोलते थे। दोस्तों अब तो मेरे सपनों के राजा इरफ़ान ने मेरे राज़ा रेहान और गांडू शाहिद के साथ मिलकर मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया था और गांड को फाड़ दिया था, जिसके कारण मेरे चूतड़ और ढीले हो गए थे जो चलते टाइम और भी ज़्यादा हिलने लगे थे ।।

धन्यवाद …

दोस्त की बहन आरती की चुदाई - Dost Ki Bahan Aarti Ki Chudai

दोस्त की बहन आरती की चुदाई - Dost Ki Bahan Aarti Ki Chudai, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और में लखनऊ का रहने वाला हूँ, दोस्तों मेरा एक दोस्त है जिसकी बड़ी बहन का नाम आरती है और वो दिखने में एकदम सेक्सी पटाका लगती है। उसके फिगर का साईज 32-34-38 है जो मुझे बाद में पता चला और उसकी मटकती हुई गांड मुझे शुरू से ही बहुत अच्छी लगती थी, लेकिन में अपने दोस्त की दोस्ती की वजह से मजबूर था। में उसका और उसके परिवार के सभी लोगों का मेरे ऊपर से विश्वास खत्म नहीं करना चाहता था, लेकिन मैंने एक दिन यह सभी बातें भुलाकर उसे बहुत जमकर चोदा और उसकी चुदाई के बहुत मज़े लिए। यह बात आज से करीब पांच साल पहले की है और में आप सभी कामुकत डॉट कॉम के चाहने वालों को यह घटना आज पूरी विस्तार से सुनाने जा रहा हूँ। वैसे में पिछले कुछ सालों से इसकी सेक्सी कहानियाँ पढ़कर बहुत मज़े कर रहा हूँ और मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा भी आता है। दोस्तों में अपने उस दोस्त के घर पर अक्सर आया जाया करता था और उसके घर में सभी लोग मुझे बहुत अच्छा लड़का मानते थे और आरती भी मुझे बहुत अच्छा समझती थी, क्योंकि में उस समय बिल्कुल वैसा ही था जैसा वो मुझे समझते थे। दोस्तों हम दोनों बहुत अच्छी तरह एक दूसरे के साथ रहते थे और बातें किया करते थे, लेकिन तब तक मैंने उसके साथ कुछ करना तो बहुत दूर की बात थी कभी ऐसा सोचा भी नहीं था कि आरती के साथ में ऐसा भी करूंगा, क्योंकि वो मेरे दोस्त की बड़ी बहन थी।

दोस्तों आरती की एक दोस्त थी जो मुझे बहुत पसंद किया करती थी और यह बात मुझे भी पता थी, लेकिन फिर भी में उस लड़की पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था और इस बात को लेकर आरती अक्सर मुझसे कहती थी कि मेरी दोस्त से तुम एक बार बात कर लो, लेकिन में साफ मना कर देता था। फिर धीरे धीरे हम और आरती बहुत करीब आते गये। आरती पहले से ही एक लड़के से प्यार करती थी, लेकिन उस लड़के से उसका कुछ ठीक नहीं चल रहा था, इसलिए अब आरती धीरे धीरे मेरे करीब आने लगी थी और मुझे भी उससे बात करना बहुत अच्छा लगता था और इस तरह हम दोनों एक दूसरे के बहुत ज्यादा करीब आ गये थे। हमारे बीच बातें हंसी मजाक कुछ ज्यादा ही बढ़ने लगा था और हमारे बीच अब कभी कभी दो मतलब वाली बातें और हंसी मजाक भी होने लगा था जिसको हम दोनों बहुत आसानी से समझ जाते थे। एक दिन में किसी काम से अपने दोस्त के घर पर चला गया तो मैंने देखा कि वहां पर मेरा दोस्त और उसके घर वाले नहीं थे, लेकिन उस समय उसकी सेक्सी बहन घर पर बिल्कुल अकेली थी, जिससे मिलना उसे देखना उससे बातें करना मुझे बहुत अच्छा लगने लगा था। में उसके प्यार में बिल्कुल पागल हो चुका था और यह सब मुझे भी बाद में पता चला, क्योंकि तब तक मेरे मन में उसके लिए ऐसे कोई भी विचार नहीं थे। अब मैंने उससे पूछा कि क्यों घर के सभी लोग कहाँ है? तब उसने मुझे बताया कि मेरे चाचा जी की तबीयत ज्यादा खराब है, इसलिए सब लोग वहां पर चले गये और आज में घर पर अकेली रह गई हूँ। अब हम दोनों बैठकर बातें करने लगे और में उससे उसके चाचा जी की तबीयत के बारे में सब कुछ पूछने लगा। तभी आरती को बैठे बैठे ना जाने क्या हुआ और वो एकदम मेरे बिल्कुल करीब आ गई और फिर वो मेरे साथ बहुत ही अजीब सी हरकत करने लगी तो में बिल्कुल भी नहीं समझ सका कि में अब क्या करूं? उसके चेहरे के हावभाव से पता चल रहा था कि वो मुझसे कुछ चाहती है, लेकिन में इन बातों से नादान था और कुछ ना समझ सका और फिर में उससे दूर हो गया और कुछ देर बाद में अपने घर पर चला आया, लेकिन दोस्तों उसकी इस हरकत के बाद मुझे पूरा यकीन हो गया कि वो मुझसे प्यार जरुर करती है। अब हम दोनों और भी करीब आ गये थे मुझे बाद में इस बात का बहुत अफ़सोस हुआ कि मैंने उसके साथ कुछ क्यों नहीं किया? लेकिन मैंने मन ही मन सोच लिया था कि अगर अब कभी उसने ऐसी कोई भी हरकत मेरे साथ की तो में भी उसके साथ वैसा ही करूंगा और अब में इंतज़ार में था, लेकिन बहुत दिन बीत गये और ऐसा कुछ भी हुआ ही नहीं।

फिर एक दिन वो घड़ी आ ही गई जिसका मुझे बहुत इंतज़ार था। उस दिन में अपने दोस्त के घर पर चला गया वहां पर सभी लोग थे और में आरती को छेड़ रहा था तो उसने भी मुझे कुछ कहा और में उसको पकड़ने के लिए उसके पीछे दौड़ रहा था। फिर वो दूसरे कमरे में चली गई जहाँ पर कोई भी नहीं था और फिर मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया, लेकिन वो तो तुरंत पलटकर आगे की तरफ हो गई और मेरी बाहों में आकर पूरी मुझसे लिपट गई। उसने अपने पूरे शरीर को मेरी बाहों में बिल्कुल ढीला छोड़ दिया था। मैंने भी इस बात का फायदा उठाया और उसके गुलाबी रसभरे होंठो पर अपने होंठ रख दिए और किस करने लगा। वो भी मेरा साथ देने लगी और करीब पांच मिनट किस करने के बाद में उससे अलग हो गया। दोस्तों मुझे उस समय क्या हो रहा था में शब्दों में बता नहीं सकता शायद यह मेरी लाईफ का पहला किस था और मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था, लेकिन वो अहसास बहुत अच्छा था और अब हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करने लगे थे और फोन पर हम लोग कई घंटो तक सेक्स की बातें भी करने लगे थे। जब कभी मुझे कोई भी अच्छा मौका मिलता तो में उसके बूब्स भी दबा देता था, लेकिन घर खाली ना होने की वजह से हम लोग अधिकतर समय सिर्फ़ किस करना और में कपड़ो के ऊपर से उसके बूब्स दबा देता और उसकी चूत की गरमी को महसूस करता था।

दोस्तों आख़िर एक दिन वो घड़ी आ ही गई जिसका मुझे बहुत इंतजार था। दोस्तों उस दिन मेरे घर वाले एक समारोह में बाहर जा रहे थे और में अकेला घर पर रहने वाला था, क्योंकि मैंने अपनी बीमारी का झूठा बहाना बना दिया था, इसलिए मेरे घर वाले मुझे घर पर अकेला छोड़कर जाने वाले थे। मैंने आरती को फोन करके सब कुछ बता दिया और अब उससे मेरे घर पर चले आने को कहा और वो मेरी यह बात सुनकर बहुत खुश हो गई। उसने मुझसे बोला कि तुम जब भी मुझे बुलाओगे में तुम्हारे घर पर जरुर आ जाउंगी। अब में उसके मुहं से यह बात सुनकर और भी बहुत खुश था और दूसरे दिन सुबह होते ही मेरे घर वाले बाहर चले गये और उनके चले जाने के दो चार घंटो के बाद करीब 10:15 बजे मैंने आरती को फोन करके बोला कि अब तुम मेरे घर पर आ जाओ तो वो मुझसे बोली कि में 11 बजे तक आ जाऊँगी। फिर मैंने कहा कि ठीक है और अब में उसके आने का इंतज़ार करने लगा और बैठा बैठा टीवी देखने लगा, तभी बेल बजी और मैंने उठकर जाकर देखा तो बाहर दरवाजे पर आरती खड़ी हुई थी। दोस्तों मैंने उसे देखा तो में एकदम बेसुध होकर उसे देखता ही रह गया। वो मुझे देखकर मुस्कुराई और बोली कि अब तुम मुझे अंदर भी आने के लिए कहोगे या आज पूरा दिन ऐसे ही बाहर खड़ा करके मुझे घूरते रहोगे? तो मैंने थोड़ा हड़बड़ाते हुए उससे कहा कि हाँ आप अंदर आ जाओ ना। दोस्तों वो इतनी सुंदर लग रही थी कि में आपको क्या बताऊँ? मेरी नजर उसके उस गदराए बदन से बिल्कुल भी हटने को तैयार नहीं थी और में आज उसको चोदकर अपनी प्यास को शांत करना चाहता था। फिर मैंने उसे अंदर बुलाकर दरवाज़ा बंद किया और तुरंत उसका हाथ पकड़कर अपनी तरफ खींचकर अपनी बाहों में ले लिया।

फिर वो मुझसे बोली कि थोड़ा सा सब्र करो मेरी जान, में आज पूरी तरह से तुम्हारी हूँ और तुम्हारे जो मन में आए वो करो में तुमसे कुछ भी नहीं कहूंगी। फिर में उसे गोद में उठाकर अपने कमरे में ले आया और उसे सोफे पर बैठा दिया अब हम दोनों बैठ गये और बातें करने लगे बात करते करते में उसके थोड़ा और भी करीब गया और उसे किस करने लगा। में उसके होंठ पर किस कर रहा था और उसकी छाती को दबाने लगा था जिसकी वजह से उसको भी बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया वाह दोस्तों क्या नज़ारा था उस काली कलर की ब्रा में उसका गोरा बदन गोरे गोरे बूब्स बहुत अच्छे लग रहे थे। उसके बूब्स का साईज़ 32 के करीब होगा और में अब उसे बहुत ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था जिसका मेरे साथ साथ वो भी मज़े ले रही थी और में उसे किस भी करता रहा था। फिर उसने मेरी शर्ट को उतार दिया और मेरे ऊपर आ गई और अब वो जोश में आकर मेरी गर्दन पर मेरे सीने पर किस करने लगी थी। अब आरती धीरे धीरे नीचे जा रही थी और उसने मेरी पेंट को भी उतार दिया था और साथ साथ अपनी भी। अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी और में सिर्फ़ अंडरवियर में था कि तभी अचानक से उसने मेरी अंडरवियर के अंदर अपना एक हाथ डाल दिया और वो मेरे लंड को सहलाने लगी। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर उसके ऐसा करने से मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया और हल्के हल्के करंट के झटके देने लगा जिसकी वजह से में भी बहुत जोश में आ गया और मैंने एक झटके में उसकी ब्रा को उतार दिया और उसके बूब्स को चूसने लगा। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और अब आरती के मुहं से सिसकियाँ निकल रही थी, वो बोल रही थी कि राहुल हाँ और ज़ोर से चूसो उफ्फ्फफ्फ्फ़ स्सीईईईईई हाँ थोड़ा और दबाओ मेरे बूब्स को अह्ह्ह्ह। फिर में और भी तेज़ी से उसके बूब्स को चूस और दबा रहा था और अब आरती मेरे लंड की तरफ बढ़ने लगी थी। उसने मेरे लंड को अंडरवियर से बाहर निकाल लिया और उसे चूसने लगी, जिसकी वजह से मुझे भी बहुत मज़ा आने लगा था। फिर मैंने तुरंत उसकी पेंटी को उतार दिया और अब हम 69 की पोज़िशन में आ गये और अब में उसकी चूत को चूस रहा था और आरती मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर लोलीपोप की तरह बहुत मज़े से चूस रही थी। दोस्तों कुछ देर चूसने के बाद आरती मेरे मुहं में ही झड़ गई और मैंने उसका चूत रस पी लिया और उसके कुछ ही देर बाद अब में भी झड़ने वाला था तो मैंने आरती से बोला कि में भी अब झड़ने वाला हूँ। और उसने कहा कि हाँ तुम भी मेरे मुहं में झड़ जाओ, में भी तुम्हारा सारा रस पीना चाहती हूँ और फिर में कुछ देर बाद उसके मुहं में झड़ गया और वो मेरा सारा माल पी गई और फिर उसने मेरे लंड को अपनी जीभ से चाट चाटकर पूरा साफ किया और एक बार फिर से खड़ा कर दिया। फिर आरती ने मुझसे कहा कि मेरे राजा अब इसको तुम मेरी चूत में डाल दो और फाड़ दो आज तुम मेरी चूत को, तुम आज मेरी प्यासी चूत को अपने लंड का मज़ा दे दो, जिसको में बहुत समय से लेना चाहती थी, प्लीज अब थोड़ा जल्दी करो में और बर्दाश्त नहीं कर सकती।

फिर मैंने कहा कि हाँ आजा मेरी रानी आज में तेरी चूत को चोद चोदकर जरुर फाड़ डालूँगा और इसकी प्यास अपने लंड से बुझा दूंगा। आज में इस चूत को अपने लंड से बहुत मज़े दूंगा, दोस्तों उससे यह बात बोलते हुए में उसके ऊपर आ गया और मैंने अपने लंड को उसकी चूत के मुहं पर रखकर एक ज़ोर का धक्का मार दिया तो मेरा आधा लंड चूत के अंदर था और उसकी वजह से उसके मुहं से बहुत ज़ोर से चीख निकल गई और वो तड़पने लगी। फिर में थोड़ा सा रुक गया और उसके शांत होने का इंतजार करने लगा। फिर मैंने कुछ देर रुककर एक और ज़ोर का झटका मार दिया और अब मेरा पूरा लंड उसकी चूत की गहराईयों में समा गया और वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी थी। फिर में करीब 15 मिनट तक उसको जोरदार धक्के देकर चोदता रहा और वो भी अब मेरे साथ अपनी चुदाई के मज़े लेकर बहुत जोश में आकर चुदती रही, वो भी अपने चूतड़ को उठा उठाकर मेरे लंड के साथ हल्के हल्के धक्के देने लगी और फिर में करीब 20 मिनट बाद उसकी चूत में ही झड़ गया। मैंने अपने वीर्य की हर एक बूंद को उसकी चूत में जाने दिया और अपने लंड को चूत से बाहर नहीं निकाला और उसके ऊपर लेटा रहा। दोस्तों उस दिन के बाद हम जब भी मिलते है तो चुदाई जरुर करते है और बहुत मज़े लेते है। अब आरती की शादी हो गई है और उसके दो बच्चे भी है। मैंने उसको शादी होने के बाद भी बहुत बार चोदा और उसने मुझे कभी भी मना नहीं किया ।।

धन्यवाद …

अमेरिका वाली भाभी की चुदाई - America Wali Bhabhi Ki Chudai

अमेरिका वाली भाभी की चुदाई - America Wali Bhabhi Ki Chudai, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

हैल्लो दोस्तों, में अभिषेक एक बार फिर से कामुकता डॉट कॉम पर अपना एक और नया सेक्स अनुभव लेकर आया हूँ। दोस्तों मुझे मेरी पिछली कहानी के लिए आप सभी के ढेर सारे मैल मिले जिसके लिए आप सभी लोगों को बहुत बहुत धन्यवाद और अब में आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने अपने 6 इंच के लंड से मेरी अमेरिका वाली भाभी की चुदाई करके उनकी प्यास बुझाई? और अब में आप लोगों का ज्यादा समय खराब ना करते हुए सीधे अपनी आज की कहानी पर आता हूँ। दोस्तों यह तब की बात है जब मेरे घर में शादी का माहौल था क्योंकि उस समय मेरी दीदी की शादी थी और हम लोग उसकी तैयारियां कर रहे थे। हमने हमारे सभी मिलने वाले रिश्तेदारों को शादी में बुलाया था। में घर में अकेला हूँ तो इसलिए मुझसे ही सारी तैयारियां करनी थी और उस समय तक घर का सभी काम करीब करीब खत्म हो चुका था और अब एक के बाद एक हमारे रिश्तेदार आ रहे थे और घर में उस समय बहुत ख़ुशी का माहौल था। तभी एक फोन आया जिससे मेरी माँ ने बात की। उधर से मेरे भैया की आवाज थी और वो मेरी माँ से बोल रहे थे कि वो वहां से हमारे घर के लिए निकल रहे है।

फिर माँ ने भैया से बात करने के बाद मुझसे बोला कि कल भाई फ्लाइट से आ जायेंगे और तुझे उन्हे सुबह जल्दी उठकर एयरपोर्ट लेने जाना है तो मैंने भी कहा कि हाँ ठीक है और दूसरे दिन सुबह में उठकर एयरपोर्ट चला गया और वहां पर पहुंचकर मैंने देखा कि तब तक भाई और भाभी आ गये थे। हम लोग मिले और गाड़ी की तरफ चल दिए। मैंने देखा कि मेरी भाभी तो उस समय जीन्स और टॉप में थी और वो क्या मस्त माल लग रही थी? उनकी हाइट करीब 5.6 थी और फिगर का आकार करीब 30-32-36 था और उनका रंग दूध जैसा सफेद था वो दिखने में एकदम अँग्रेज़ लग रही थी और में तो उनको देखकर पागल ही हो गया जिसकी वजह से मेरा 6 इंच का पप्पू पेंट में तनकर खड़ा हो गया।

फिर हम लोग घर पर पहुंचे। वहां पर भैया भाभी की खूब खातिरदारी हुई और भाभी को मैंने उनका रूम दिखा दिया और वो मुझे सेक्सी नजर से देख रही थी। मेरा लंड पेंट में अब तम्बू बना खड़ा हुआ था जिसको शायद उन्होंने भी देख लिया और फिर एक सेक्सी आअहह भरी और फिर वो रूम में पहुंचकर अपने कपड़े बदलने लगी और में वापस चला आया। दोस्तों भाभी जब नीचे उतरकर आई तो वो एक मस्त हॉट मेक्सी टाइप कपड़े पहने हुई थी, वाह क्या मस्त माल लग रही थी, एकदम गहरे गले की मेक्सी में उनके बूब्स आधे से ज्यादा बाहर दिख रहे थे और में लगातार घूर घूरकर उनकी उभरी हुई गोरी गोरी छाती को देखे जा रहा था। तभी उन्होंने मुझे एक शरारती स्माइल दी और उन्होंने मुझसे कहा कि तुम बहुत अच्छे दिखते हो। फिर मैंने भी उनसे कह दिया कि तुम भी बहुत मस्त माल हो भाभी और हम दोनों हंस पड़े। फिर भाभी मुझसे बोली कि मुझे अपना घर तो दिखाओ क्या क्या कहाँ है? तो में उनको पूरा घर दिखाने लगा और वो मुझसे बार बार जानबूझ कर चिपक रही थी और बहुत हंस हंसकर मुझसे बातें कर रही थी, लेकिन दोस्तों अब मुझे उसके बाद शॉपिंग के लिए शहर जाना था और यह बात मैंने उनसे कही तो भाभी मुझसे बोली कि चलो में भी तुम्हारे साथ चलती हूँ और मुझे भी कुछ सामान लेना है और फिर हम दोनों गाड़ी से बाजार की तरफ चल दिए और कुछ देर चलने के बाद रास्ते में भाभी ने मुझसे पूछा कि आपकी क्या कोई गर्लफ्रेंड है? तो मैंने कहा कि नहीं तो भाभी ने कहा कि फिर तुम इसको कैसे अपने काबू में करते हो? और वो मुझसे यह बात कहकर हंस पड़ी। फिर मैंने उससे बोला कि जब से मैंने आपको देखा है इसके ऊपर मेरा कंट्रोल ही नहीं होता, वो थोड़ा मुस्कुराते हुए मुझसे बोली कि अच्छा तो यह बात है, यह मुझे बड़ा भूखा लगता है लाओ इसे में आज शांत ही किए देती हूँ और उन्होंने अपना एक हाथ मेरी पेंट पर रख दिया और पेंट की चैन खोलकर मेरे लंड को पकड़ लिया और बोली कि वाह तुम्हारा बेबी कितना बड़ा है। दोस्तों वो बहुत खुश लग रही और वो अब मेरे लंड को सहलाने लगी जिसकी वजह से उनके मुलायम गोरे हाथों का स्पर्श पाकर मेरा लंड बहुत ही कम समय में तनकर खड़ा हो गया। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर उसके बाद वो नीचे झुककर मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी। कसम से दोस्तों में तो एकदम पागल हो गया था और मेरी गाड़ी अपना रास्ता भटकने लगी थी कि तभी मैंने उनको रोक दिया और अपने एक बहुत अच्छे दोस्त को तुरंत फोन कर दिया, वो थोड़ी ही दूरी पर रहता था और वो उस समय अपनी नौकरी पर गया हुआ था और मैंने उससे उसके रूम की चाबी ली और उसके रूम पर चला गया और अब भाभी झट से सब कुछ समझ चुकी थी कि अब उनके साथ क्या क्या होने वाला है? फिर मैंने देर ना करते हुए अंदर से दरवाजा बंद किया और भाभी को अपनी बाँहो में भर लिया और वो मुझे किस करने लगी, वो एकदम फ्रेंच तरीके से मुझे किस कर रही थी और में तो एकदम पागल हुआ जा रहा था और मन ही मन भगवान को बहुत बहुत धन्यवाद दे रहा था, क्योंकि अमेरिका का माल वो भी आज मेरे हाथ में जो आ गया था। फिर बीस मिनट तक लगातार किस करने के बाद वो एकदम गरम हो चुकी थी और फिर वो ज्यादा देर ना करते हुए मेरे सारे कपड़े खोलने लगी और में अब बस अंडरवियर में रह गया था। वो मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से सहलाने लगी और जीभ से चाटने लगी। फिर उन्होंने मेरी अंडरवियर को नीचे करके लंड देखा तो वो एकदम से डर गई और उनके मुहं से निकला वाह कहाँ से लाए हो तुम इतना बड़ा लंड? तुम्हारे भाई का तो इससे आधा भी नहीं है और वो अब बहुत खुश होकर मेरे लंड को हिलाने लगी और फिर मुहं में लेकर चूसने लगी जिसकी वजह से मेरे मुहं से सिसकियाँ निकल गई आआहह उफफ्फ्फ्फ़  भाभी हाँ थोड़ा और ज़ोर से चूसो हाँ आप इसे पूरा मुहं में लो और अब वो लंड को अपने गले तक ले जाने लगी और ज़ोर ज़ोर से लोलीपोप की तरह चूसने लगी। वो बिल्कुल एक पॉर्न फिल्म की रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी और करीब 15 मिनट लंड को चूसने के बाद मुझे लगा कि में अब झड़ ना जाऊँ इसलिए मैंने जल्दी से उन्हे बेड पर लेटा लिया और उनके सारे कपड़े खोल दिए। दोस्तों उनका क्या मस्त फिगर था? पूरा गोरा बदन और नशीली आँखे। में किसी भूखे शेर की तरह उनके बूब्स और होंठो चूसने लगा और हमने जोश में आकर सक करना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से वो सिसकियाँ ले रही थी और लगातार कुछ बड़बड़ा रही थी हाँ और ज़ोर से अभी सक करो मुझे ऊऊहह्ह्ह्ह वाह मज़ा आ गयाउफ्फ्फ्फ़ अभी आह्ह्ह्ह। फिर हम दोनों 69 पोज़िशन में हो गये और अब में उनकी चूत में एक उंगली करने लगा और अपनी जीभ को डालने लगा। जिसकी वजह से वो पागल हुई जा रही थी और मेरे 15 मिनट चूसने के बीच वो दो बार झड़ चुकी थी। फिर बोली कि अभी प्लीज अब तुम मुझे जमकर चोद दो और मेरी आग को शांत कर दो, मेरी चूत बहुत प्यासी है प्लीज और उन्होंने मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत पर रख दिया और मैंने एक जोरदार धक्का दे दिया। मेरा आधा लंड अब उनकी चूत में जा चुका था और वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई ऊऊईईईई माँ मर  गई आह्ह्ह्ह। दोस्तों अब तक हम दोनों पूरे गरम हो चुके थे और वो कमरा भी पूरा गरम था। फिर मैंने एक धक्का और दे दिया तो उनकी चूत में मेरा पूरा लंड अंदर घुस गया वो ज़ोर से चिल्लाने लगी उफफ्फ्फ्फ़ आऐईईईइ प्लीज बाहर निकालो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है और अब उनकी आँखों से आंसू बाहर निकलने लगे थे।

फिर में पांच मिनट रुका और फिर मैंने दोबारा चुदाई शुरू की तो वो अब भी ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी हाँ चोदो मुझे और ज़ोर से ऊईईईई मेरी जान ऊओफ़्फ़्फ़्फ़ तुम मेरे पति हो, प्लीज ज़ोर से चोदो मुझे और में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चुदाई करने लगा और वो मुझे अपनी और खींच रही थी और किस कर रही थी। फिर मैंने उसको उठाया और घोड़ी बनने को कहा। वो उस समय कांप रही थी और एक बार झड़ चुकी थी। फिर मैंने उसके पीछे से चूत में अपना लंड डाल दिया और वो चिल्लाने लगी और में उसे लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा मैंने उसे करीब 30 मिनट तक लगातार चोदा और वो तब तक 4 बार झड़ चुकी थी और फिर मेरा भी झड़ने का समय आ गया था। फिर मैंने उनसे पूछा कि में अपना वीर्य कहाँ निकालूं? तो वो मुझसे बोली कि तुम मेरे मुहं में ही झड़ जाओ और फिर मैंने अपना लंड तुरंत चूत से बाहर निकालकर उसके मुहं में डाल दिया और में उसके मुहं में ही झड़ गया। फिर उसने मेरा लंड चाट चाटकर साफ कर दिया और उसके कुछ देर तक हम दोनों लेटे रहे और फिर हम लोग उठकर शॉपिंग करने बाजार चले गये तो वो मुझसे बोली कि तुम बहुत अच्छे हो और में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ ।।

धन्यवाद …

मेरी बीवी को बॉस ने बर्बाद कर दिया - Meri Biwi Ko Boss Ne Barbad Kar Diya

मेरी बीवी को बॉस ने बर्बाद कर दिया - Meri Biwi Ko Boss Ne Barbad Kar Diya, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोहन है और में मुंबई में एक सॉफ्टवेर कंपनी में काम करता हूँ। करीब दो साल पहले प्रिया नाम की एक लड़की से मेरी शादी हुई थी। दोस्तों प्रिया एक बहुत ही सेक्सी सुंदर लड़की है, उसकी उम्र 28 साल और उसकी लम्बाई 5.7 है और उसके फिगर का आकार 32-28-34 है। हम लोग एक दूसरे से बहुत प्यार भी करते थे, लेकिन बस इस घटना को में आज आप सभी कामुकता डॉट के चाहने वालों को बताने जा रहा हूँ और इसके बाद हमारे जीवन में सब कुछ बदल गया। दोस्तों उस दिन मेरे ऑफिस में 31 दिसंबर की रात को एक पार्टी थी और वहां पर हम सभी काम करने वालों का परिवार भी हमारे साथ था। शाम को करीब 7 बजे हम लोग पार्टी में जाने के लिए तैयार हुए, प्रिया ने उस समय एक काली कलर की साड़ी पहनी हुई थी और उसी रंग का गहरे गले का ब्लाउज जिसमें वो सच में बहुत हॉट सेक्सी दिख रही थी। में उसको देखकर बहुत चकित था और मन ही मन बहुत खुश भी था। हम लोग उस पार्टी में करीब 8 बजे पहुंच गये और वहां पर पहुंचने के बाद प्रिया को मैंने सबसे मिलवाया और फिर प्रिया को मैंने अपनी कंपनी के डिपार्टमेंट के बॉस से भी मिलवाया जिसका नाम नितिन है।

दोस्तों वो बहुत ही कमीना किस्म का आदमी है और वो मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं था, लेकिन बॉस होने की वजह से एक दूसरे से हमे बातचीत करनी पड़ती है, इसलिए मैंने प्रिया को नितिन से मिलाया और वो प्रिया को देखकर उसकी सुन्दरता की तारीफ करने लगे और वो उससे कहने लगे कि वाह प्रिया तुम तो बहुत सुंदर हो, तुम्हें देखकर तो हर किसी की नजर बस तुम पर ही अटक कर रह जाए। फिर प्रिया उनके मुहं से अपनी कुछ ज्यादा ही तारीफ सुनकर बहुत ज्यादा खुश हो गई थी और फिर उसने हंसकर उन्हें तारीफ करने के लिए धन्यवाद बोला। फिर मुझे मेरे साथ काम करने वाले मेरे एक दोस्त ने बुलाया तो में थोड़ा दूर जाकर उससे बात करने लगा और वो अब मेरे बॉस नितिन से बहुत हंस हंसकर बातें कर रही थी और मुझे वो बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लग रही थी, लेकिन बॉस होने की वजह से में कुछ भी बोल नहीं पाया और में अपने गुस्से को शांत करता रहा।

फिर थोड़ी देर बाद मैंने प्रिया को अपने पास बुला लिया और फिर हम लोग खाना खाने चले गये और अब मैंने गौर करके देखा कि प्रिया बहुत खुश नज़र आ रही थी। मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ तुम इतना खुश क्यों हो, बॉस तुमसे ऐसा क्या बोल रहा था? तो प्रिया ने मुझसे कहा कि कुछ नहीं वो तो मुझसे बस ऐसे ही इधर उधर की बातें कर रहे थे, हम लोग बातें करते हुए खाना खा रहे थे। फिर हम लोगों ने उसके बाद ड्रिंक भी किया, लेकिन अब मैंने बहुत ध्यान से देखा कि नितिन बार बार मेरी पत्नी प्रिया पर नज़र मार रहा है और उसकी यह हरकत मुझे बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी और थोड़ी देर के बाद रात के 12 बज गये और अब हम सभी एक दूसरे को बधाईयाँ देने लगे और म्यूज़िक पर हम सभी एक साथ डांस भी कर रहे थे। तभी उसी बीच प्रिया ने मुझसे कहा कि में वॉशरूम से जाकर अभी आ रही हूँ तो फिर करीब दस मिनट के बाद भी वो वापस नहीं आई तो में उसे इधर उधर देखने के बाद अब वॉशरूम में ढूँडने चला गया, लेकिन मुझे वो वहां पर भी नहीं मिली, में उसे ना पाकर अब बहुत चिंतित हुआ और दोबारा सबके बीच में आ गया और सोचने लगा, लेकिन तभी मैंने देखा कि वो अब नितिन के साथ डांस कर रही थी और वो दोनों बहुत खुश नजर आ रहे थे। फिर में उसकी इस हरकत से बहुत गुस्सा हो गया और फिर में उसके पास चला गया और मैंने उससे कहा कि तुम यहाँ पर क्या कर रही हो, में तुम्हें सभी जगह ना पाकर तुम्हारे लिए बहुत चिंतित था, तुम सीधी मेरे पास क्यों नहीं आई? तो वो मुझसे बोली कि अरे वो नितिन सर ने मुझे बीच में रुकने के लिए कहा, इसलिए में उनसे थोड़ा बात कर रही थी और बस। दोस्तों में उसकी पूरी बात सुनकर उससे बहुत गुस्सा हो गया और फिर में वहां से चला गया, लेकिन वो मेरी नाराजगी मेरे चिल्लाने की वजह नहीं समझी और दो तीन मिनट के बाद वो भी मेरे पीछे पीछे आ गई। फिर मैंने उससे कहा कि मुझे अब घर जाना है तो उसने मेरे साथ चलने के लिए हाँ कहा और फिर हम दोनों अपने घर पर आ गए। फिर घर पर आकर मुझसे पूछा कि ऐसा क्या हुआ जो तुम मुझसे इतना गुस्सा हो और मैंने ऐसा क्या किया है? तो मैंने कहा कि तुम नितिन के साथ क्यों रह गई थी? फिर प्रिया बोली कि तो उसमें ऐसा क्या हुआ? तुमको इसमें कोई समस्या है? तो तुम मुझे पहले ही बोल देते, अब तुम इतना गुस्से में क्यों हो गये हो? इसमे खराब क्या है? तो मैंने कहा कि कुछ खराब नहीं है जो तुम्हारा मन करे तुम करो और हम दोनों में इस बात को लेकर झगड़ा हो गया। उसके अगले दिन में अपने ऑफिस चला गया तो नितिन सर ने मुझे उसके रूम में बुला लिया और फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या यार प्रिया ठीक है? तो मैंने कहा कि हाँ सर और फिर वो बोले कि तुम्हारी पत्नी बहुत सुंदर है यार और में गुस्सा हुआ। फिर भी मैंने उससे कहा कि धन्यवाद सर और वो हंसने लगे, मुझे अब समझ में आ रहा था कि वो क्या बोलने की कोशिश कर रहे है और में वहां से चला गया।

फिर अपने घर पर आकर मैंने गौर किया कि प्रिया के व्यहवार में मेरे लिए अब तक बहुत बदलाव आने लगा था, वो मुझसे ठीक तरह से बात नहीं करती थी, वो मुझसे बहुत जल्दी हर किसी बात पर गुस्सा हो जाती थी और अब वो अपने फोन पर भी बहुत ज्यादा व्यस्त रहने लगी थी, क्योंकि वो अब कोई नौकरी भी ढूंड रही थी तो इसलिए मुझे लगा था कि वो उसमें व्यस्त है, इसलिए मैंने ऐसा कुछ नहीं सोचा। एक दिन में अपने ऑफिस गया और कुछ देर बाद वो मुझसे फोन करके बोली कि मुझे नौकरी मिल गई है तो में बहुत खुश हो गया और मैंने उससे पूछा कि कहाँ पर तो वो मुझसे बोली कि एक कंपनी में तो मैंने कहा कि ठीक है, लेकिन दोस्तों कुछ दिन बाद से तो वो सच में बिल्कुल ही बदल गई। वो शनिवार का दिन था और मुझे फिल्म देखने जाना था, इसलिए मैंने उससे कहा और फिर वो मुझसे बोली कि आज नहीं हम कल जाएँगे, आज मुझे अपने साथ काम करने वाली के साथ शॉपिंग करने जाना है। फिर मैंने कहा कि ठीक है और उसके बाद वो तैयार होने के लिए चली गई, तभी अचानक से मैंने उसका फोन उठाकर देखा तो उसमें एक मैसेज था और जिसमें लिखा था बेबी जल्दी से आ जाओ, में तुम्हारा इंतजार कर रहा हूँ और नाम लिखा था नीतू। फिर वो मुझसे बोली कि यार यह मेरी दोस्त है डरो मत तो में हंसने लगा, मुझे सच में कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर उसके दूसरे दिन रविवार को हम लोग फिल्म देखने चले गये और सोमवार को जब में वापस अपने ऑफिस गया तो नितिन सर ने मुझे अपने पास बुलाया और वो मुझसे कहने लगा कि में एक बात कहूँ, रोहन क्या तुम्हें बुरा तो नहीं लगेगा, अगर में तुम्हारी बीवी को लेकर एक दिन फिल्म देखने चला जाऊँ? दोस्तों मुझे बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा था कि वो क्या बोल रहे है? और में उसे देखने लगा, तब वो मुझसे बोले कि रोहन में अब सीधी बात पर आता हूँ, मुझे तुम्हारी पत्नी बहुत अच्छी लगती है और में उसे बहुत चाहता हूँ और अब में उसे अपना बनाना चाहता हूँ और में तुम्हे उसके बदले में यहाँ का सीनियर मेंनेजर और उसके साथ में डबल पैसे भी दिलवा दूंगा। अब मैंने कहा कि बस बहुत हुआ सर, में आपके यहाँ पर काम करने वाला हूँ ना कि आपका नौकर और हाँ मेरी बीवी के बारे में आप ऐसा सोचना भी मत, क्योंकि वो बहुत ही अच्छी लड़की है। तब वो मेरी बात को सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगे और उन्होंने मुझसे कहा कि अरे रोहन तुम अब ज्यादा गुस्सा मत हो यार में तुम्हें एक बात बता दूँ, क्या तुम्हें पता है? प्रिया मेरे दोस्त की कंपनी में काम करती है और वो भी मुझे बहुत ही चाहती है और में अब क्या बोलूं? वो मुझे बस चाहती ही नहीं बल्कि मुझे संतुष्ट भी करती है और वो कई बार मेरी बन चुकी है यार हाहह वो बहुत मस्त है यार और अगर तुम्हें सच में अगर इस बात का सच्चा सबूत चाहिए तो तुम कल शाम को आ जाओ, में तुम्हें उसके साथ वो सब कुछ करते हुए दिखा दूँगा और मुझसे यह बात बोलकर वो ज़ोर से हंसने लगे। फिर मैंने उसकी शर्ट का कोलर पकड़ा और कहा कि मेरी प्रिया के बारे में ऐसी घटिया बात मत करो, में तुम्हें जान से मार दूंगा। फिर उसके बाद वो मुझसे बोले कि अबे साले अब ज्यादा नाटक मत कर तुझे तेरी बीवी का असली रूप देखना है तो कल मिल और में उसे तेरे सामने। फिर मैंने कहा कि बस और मत कहो ठीक है, में जरुर आऊंगा और अपनी आखों से देखूंगा, लेकिन अगर यह सब झूठ हुआ तो नितिन वो तुम्हारी जिन्दगी का आखरी दिन होगा। दोस्तों अब मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि में क्या करूं और मुझे गुस्सा भी बहुत आ रहा था और थोड़ा सा शक भी हो रहा था, लेकिन मैंने घर पर जाकर प्रिया को कुछ नहीं बोला, क्योंकि वो सच मुझे जानना था और इसलिए चुप रहा और फिर अगले दिन सुबह प्रिया अपने ऑफिस चली गयी, लेकिन में नहीं गया, शाम को 5 बजे नितिन ने मुझे कॉल किया और कहा कि आजा मेरे फार्म हाउस पर अपनी पत्नी की चुदाई अपनी आखों के सामने देखने के लिए। अब मुझे लगा कि वो मुझे फंसाने की कोशिश कर रहा है, ऐसा कुछ हो ही नहीं सकता। फिर में शाम को 6 बजे उसके फार्म हाउस पर पहुंच गया।

दोस्तों उसका फार्म हाउस जो कि मुंबई से थोड़ा सा दूर था। में पहुंचा तो उसने मेरे लिए दरवाजा खोला और फिर मुझसे कहा कि पीछे गार्डन में चला जा और तुम वहां से मेरे रूम में देख। फिर मैंने पीछे जाकर जैसा उसने मुझसे कहा वैसा ही किया और मैंने रूम में देखा, लेकिन वहां पर कोई नहीं था, तभी उसने किसी को फोन किया, शायद वो प्रिया ही थी। फिर मैंने देखा और में बिल्कुल हैरान हो गया कि प्रिया दस मिनट के बाद आ गई और उसको देखकर मेरी आँखे पानी से भर गई और मेरे दिमाग़ ने अब काम करना बिल्कुल बंद कर दिया, वो आकर नितिन की गोद में बैठ गई और नितिन ने कहा वाह मेरी जान आज तो तुम बहुत ही सेक्सी दिख रही हो, आज तो में तुझे खा ही जाऊंगा। फिर प्रिया बोली कि तुम मुझे पिछले तीन महीने से तो खा ही रहे हो, नितिन सर कब तुम मुझे छोड़ते हो, यह बात बोलकर वो ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी। दोस्तों अब मुझे उसकी बातों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था। नितिन ने उससे कहा कि कितनी बड़ी कमिनी है तू साली तुझे 60,000 सेलेरी क्या मिल गई तो मेरी पूरी बीवी ही बन गई, अब तो तू हर कभी मेरे कहने पर मुझे अपने सेक्सी बदन के मज़े देने लगी, वाह तेरी इस जवानी का कोई जवाब नहीं है हाहह। फिर वो शरमाई और फिर नितिन ने एक धक्का मारकर उसे बेड पर गिरा दिया और अब वो उसका टॉप उतारने लगा और प्रिया के होंठो को चूमने लगा, प्रिया भी जैसे नशे में धुत थी और फिर वो भी नितिन की शर्ट को उतारने लगी। उसके बाद नितिन ने उसकी जीन्स को भी उतार दिया और अब वो उसके सामने ब्रा, पेंटी में थी और नितिन अपनी जीन्स में था। फिर बस उसने जल्दी से उसकी ब्रा को भी उतार दिया, जिसकी वजह से अब वो बस पेंटी में थी तो नितिन उसे हल्के से थप्पड़ मारने लगा और वो आह्ह्हह आईईईईई करने लगी और अब वो उससे कहने लगी कि सर में अब आपकी रंडी हूँ, आप मुझे और मारो प्लीज़। दोस्तों में बस वो सब कुछ चुपचाप देख रहा था और मेरे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि मेरे सामने यह सब क्या चल रहा है और अब में क्या करूं। फिर उसके कुछ देर बाद मैंने देखा कि नितिन अब उसके मुहं को चूम रहा था और उसके बाल को पकड़कर उसे अपनी तरफ खींच रहा था और प्रिया बिल्कुल पागलों जैसे उसकी छाती को चाट रही थी। मैंने वो सब देखकर एकदम दंग रह गया था, क्योंकि वो मेरी बीवी थी जो कि अब मेरी नहीं थी। दोस्तों अब नितिन को फोन बजा और फिर सबसे बड़ा धक्का मुझे तब लगा, जब मैंने देखा कि एक और आदमी अंदर आ गया, तो मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था। फिर प्रिया हंसते हुए उनसे बोली कि जय सर आप और नितिन हंसने लगे और बोले कि जय तेरी रंडी तुझे बहुत देर से बहुत याद कर रही थी और प्रिया भी उनकी वो बात सुनकर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी। तब मुझे समझ में आ गया कि नितिन के साथ साथ जय भी उसे चोदता है, जो कि नितिन का फ्रेंड और उसकी कंपनी का मालिक भी है और अब जय ने तुरंत उसकी पेंटी को खींचकर उतार दिया और अब वो दोनों मिलकर प्रिया को खा रहे थे। एक उसके बूब्स को खींचता तो दूसरा उसकी चूत को चाटता, उन दोनों ने मिलकर उसे भूखे शेर की तरफ बहुत देर तक ऊपर से लेकर नीचे तक खाया, जिसकी वजह से उसके बूब्स, निप्पल, कूल्हे, गर्दन, पेट, चूत पर काटने नोचने के निशान होने की वजह से वो हर एक जगह से एकदम लाल हो चुकी थी।

फिर कुछ देर के बाद जय और नितिन ने अपनी अपनी पेंट को उतार दिया और अब प्रिया उन दोनों के खड़े लंड को बारी बारी से एक एक करके चूस रही थी और हिला रही थी, वो उन दोनों के लंड से बहुत व्यस्त होकर खेल रही थी और वो दोनों भी कभी उसकी चूत में ऊँगली करते तो कभी गांड में और वो कभी उसके बूब्स को पकड़कर बहुत बेरहमी से निचोड़ रहे थे, जिसकी वजह से वो अब जोश में आकर सिसकियाँ लेने लगी और कहने लगी कि प्लीज मुझे अब और मत तड़पाओ प्लीज अब अपना लंड डाल दो मेरी चूत में, मुझे अब ज्यादा सहन नहीं होता प्लीज उफ्फ्फ्फ़ आईईईइ और वो दोबारा से लंड को अपने मुहं में लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी थी। दोस्तों वो उन दोनों के साथ ऐसे लगी हुई थी जैसे वो सही में कोई अनुभवी रांड हो और उसको देखकर में बहुत हैरान था। तब नितिन ने मेरी तरफ इशारा करके मुझे आँख मारी और मुझसे कहा कि तुम अब अंदर आ जाओ, लेकिन में अंदर नहीं जा पाया, में बस बाहर से देख रहा था। अब कुछ देर बाद नितिन ने प्रिया को नीचे लेटाकर उसकी चूत को बहुत जमकर चोदा और जय ने उसको घोड़ी बनाकर उसकी गांड मारी और फिर प्रिया नंगी होकर उन दोनों के बीच में ऐसे ही पड़ी रही और तब तक 9 बज गए थे।

अब में वहां से अपनी पत्नी की उन दोनों के साथ उस ताबड़तोड़ चुदाई को देखकर और बहुत उदास होकर चुपचाप धीरे से बाहर निकल गया और में ना जाने कब अपने घर पर पहुंच गया, लेकिन मेरा अब भी बिल्कुल भी दिमाग़ काम नहीं कर रहा था, लेकिन दोस्तों अब बिल्कुल साफ था कि मुझे प्रिया से बहुत नफ़रत होने लगी थी, लेकिन दोस्तों प्रिया को मेरी इस नफरत से, मेरे उससे बात ना करने से, उससे नाराज रहने से कोई फ़र्क नहीं पढ़ता था और इस वजह से वो अब मुझसे धीरे धीरे बहुत दूर जाती गई ।।

धन्यवाद …

भाभी और उसकी चुदक्कड़ सहेली की चुदाई - Bhabhi Aur Uski Chudakkad Saheli Ki Chudai

भाभी और उसकी चुदक्कड़ सहेली की चुदाई - Bhabhi Aur Uski Chudakkad Saheli Ki Chudai, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आशीष है और में चंडीगढ़ में किराए से एक रूम लेकर रहता हूँ। में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ। दोस्तों वैसे तो में एक अच्छे लेखक की तरह लिख तो नहीं सकता, लेकिन में उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरी यह कहानी जरुर पसंद आएगी। दोस्तों मेरी उम्र 41 साल और में शादीशुदा हूँ, लेकिन मेरी पत्नी हिमाचल के एक छोटे से गावं में रहती है और में यहाँ पर रहकर अपनी एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करता हूँ। मेरे पड़ोस वाले रूम में एक बहुत सेक्सी भाभी रहती है, उनका नाम रिचा है और उनकी उम्र लगभग 32 साल के आसपास होगी, लेकिन वो फिर भी दिखने में बहुत हॉट, सेक्सी है और उनके चेहरे से उनकी उम्र का अंदाजा नहीं लगता और उसके फिगर का साईज़ 34-30-36 है, उनका वो भरा हुआ बदन, मोटी गांड और बड़े बड़े बूब्स में जब भी देखता तो मेरा लंड खड़ा हो जाता था, हालाँकि बिल्कुल पास वाले कमरे होते हुए भी में उनसे शुरू शुरू में ज्यादा बात नहीं करता था, लेकिन में कभी कभी उसकी मटकती हुई गांड, झूलते हुए बड़े बड़े बूब्स के मज़े जरुर लेता था। फिर जब वो कपड़े धोती या झाड़ू लगाती तो उसके बड़े बड़े बूब्स उछल उछलकर ब्रा से बाहर आने को तैयार हो जाते थे और उसका यह नज़ारा देखकर मैंने कई बार मुठ मारी, लेकिन डर की वजह से मेरी कभी उन्हें छूने की हिम्मत नहीं हुई, में बस उन्हें दूर से देखकर मज़े लेता था।

एक दिन मेरे ऑफिस की छुट्टी थी तो में सुबह देर से उठा और सीधा ब्रश करने वॉशरूम की तरफ़ चला गया। मैंने देखा कि वो उस समय वहाँ पर बैठकर कपड़े धो रही थी और झुककर कपड़े धोने की वजह से उनके आधे आधे बूब्स बाहर आ रहे थे। फिर में भी वहाँ पर जाकर पास ही खड़ा होकर ब्रश करने लगा और उस नज़ारे के मज़े लेने लगा। कुछ देर खड़े रहकर मज़े लेने के बाद अब मुझे पानी चाहिए था, लेकिन नल के नीचे उनकी बाल्टी लगी हुई थी। फिर वो समझ गई और जैसे ही वो अपनी बाल्टी को उठाने के लिए झुकी तो मुझे उसके झूलते, लटकते हुए पूरे बूब्स के दर्शन हो गये और मेरा लंड वो सब देखकर एकदम तनकर खड़ा हो गया। मैंने उस समय लोवर पहन रखा था और उसमें मेरा लंड खड़ा होकर पूरा टेंट बन गया, उसको शायद उसने भी देख लिया था। फिर उसने मुझसे पूछा कि आपका घर कहाँ है? मैंने कहा कि हिमाचल और वो मुझसे कहने लगी कि हिमाचल से ही है। फिर हमारे बीच थोड़ी देर बहुत इधर उधर की बात हुई और उसके बाद में अपने कमरे में चला गया और फिर में खाना ख़ाकर और उसके नाम की मुठ मारकर सो गया। फिर उसके बाद से हमारे बीच धीरे धीरे थोड़ी बहुत बातें होने लगी। फिर एक बार उसने मुझसे पूछा कि क्यों तुम्हें कभी अपनी बीवी की याद नहीं आती क्या? तो मैंने भी हंसते हुए कहा कि भाभी क्या करूं आती तो बहुत है? और अब शादीशुदा होते हुए भी मुझे मजबूरी में इतनी सर्दियों में अकेला सोना पड़ता है तो भाभी हँसने लगी और बोली कि इसमें क्या है, तुम अपनी वाईफ को भी यहाँ पर ले आओ? फिर मैंने कहा कि जब तक में पूरी तरह से सेट नहीं हो जाता तब तक उसे यहाँ पर लाना बहुत मुश्किल है।

भाभी : तो क्या हुआ यहाँ कोई सहेली बना लो।

में : अब हमे लड़कियाँ पटाने का टाईम मिलता ही कहाँ है? और वैसे भी लड़कियाँ हम जैसे शादीशुदा लोगों में कम रूचि लेती है भला वो हम शादीशुदा से बात क्यों करने लगी?

भाभी : (शरारती मुस्कान के साथ मुझसे बोली) तो क्या हुआ तुम भी कोई अच्छी सी शादीशुदा सहेली देखकर पटा लो यहाँ कौन सी कमी है?

फिर मैंने कहा कि बात तो आप एकदम सही कह रही है, लेकिन मेरे पास इतना टाईम ही नहीं होता और आप ही अपने जैसी अपनी कोई एक सहेली से मेरी सेटिंग करवा दो। अब भाभी मुस्कुराने लगी और बोली कि मेरे जैसी ही क्यों? फिर मैंने कहा कि मेरी नई सहेली आपकी तरह सुंदर, अनुभवी भी तो होनी चाहिए तभी तो मज़ा आएगा। फिर भाभी मुझसे पूछने लगी कि कैसा मज़ा? तो मैंने कहा कि आप तो मुझसे ऐसे अंजान बनकर पूछ रही हो जैसे आपको कुछ पता ही नहीं। फिर भाभी ज़ोर से हँसने लगी और वो किसी काम से अपने रूम में चली गई और अब मुझे लगा कि मेरी लाईन साफ है और में भी अब उसके साथ थोड़ी बहुत डबल मतलब की बातें करने लगा और वो भी जानबूझ कर बिल्कुल अंजान बनकर पूरे मज़े लेती थी। एक दिन मैंने उनसे पूछा कि क्यों भाभी क्या आपने मेरी बात कहीं चलाई? तो वो मुझसे बोली कि जो भी मेरी दोस्त मेरे पास आती है तो तुम देखकर बता देना कौन सी ठीक है, में सेट करा दूँगी। फिर मैंने कहा कि वो भाभी में कल ही आपको बता देता हूँ। दोस्तों वैसे तो मैंने उनकी दोस्त को देखा नहीं था और अगले दिन में बाथरूम में नहा रहा था तो भी भाभी वहाँ पर पास में आ गई और ज्यादातर समय में दरवाज़ा बंद नहीं करता, क्योंकि में अंडरवियर पहनकर ही नहाता हूँ।

अब भाभी बाथरूम के बाहर बाल्टी में कपड़े भिगोने लगी और चोरी चोरी तिरछी निगाहों से मुझे देखने लगी और उसको ऐसे घूरते हुए देख सर्दियों के दिनों में भी ठंडे पानी से नहाते हुए मेरा लंड खड़ा हो गया और में अपने लंड पर रगड़ रगड़कर साबुन लगाने लगा, लेकिन मेरा हाथ मेरी पीठ तक नहीं पहुँच रहा था और यह देखकर वो मुझसे बोली कि क्या हुआ आशु हाथ नहीं पहुँच रहा क्या? मैंने कहा कि नहीं भाभी वो बोली कि में लगा दूँ क्या और हँसने लगी? फिर मैंने कहा कि नेकी और पूछ पूछ, प्लीज लगा दो। फिर वो बोली कि में तो मज़ाक कर रही थी, नहीं कोई देख लेगा। फिर मैंने कहा कि हम दरवाजा बंद कर लेंगे, वो तुरंत अंदर आ गई और दरवाज़ा बंद कर दिया और साबुन लेकर मेरी पीठ पर लगाने लगी, वाह क्या मजा आ रहा था, मुझे लगा वो भी गरम हो गयी है इसलिए बड़े प्यार से सहला रही थी, लेकिन मुझे सीधा हाथ डालने में डर लग रहा था। फिर मैंने भाभी से पूछा कि आप कैसे नहाती हो आपके हाथ भी पीठ पर नहीं पहुंचते होंगे? तो वो बोली कि हाँ मैंने कहा कि आपने मेरी मदद की है और में आपकी मदद कर देता हूँ, आपकी पीठ पर साबुन लगा देता हूँ और बाकी आप खुद नहा लेना। फिर वो शरमाते हुए बोली कि नहीं। फिर मैंने बोला कि कोई बात नहीं भाभी में लगा देता हूँ और वो ज्यादा  मना करते हुए बोली कि ठीक है तुम अपना मुँह दूसरी साईड करो। फिर मैंने अपना मुहं दूसरी तरफ कर लिया। फिर उसने अपनी कमीज़ खोली और मेरी तरफ पीठ करके बैठ गयी और फिर मुझसे बोली कि लगाओ और में जैसे मुड़ा वाह क्या सीन था? में उसकी नंगी पीठ और सफेद ब्रा की डोरी देखकर पागल हो गया और में उसकी पीठ पर साबुन लगाने लगा। उसने आँखे बंद कर ली और में उसकी पीठ सहलाने लगा। फिर कुछ देर बाद मैंने उनसे कहा कि भाभी आपकी ब्रा की डोरी दिक्कत कर रही है। फिर उसने तुरंत बोला कि खोल दो और मैंने जल्दी से उसकी ब्रा को खोल दिया और उसने अपने बूब्स पर हाथ रख लिए। अब उसकी सलवार पूरी तरह भीग गयी थी और पैरों से चिपक गयी थी और जिसकी वजह से उसकी काली कलर की पेंटी साफ साफ दिख रही थी और मेरा लंड बिल्कुल टाईट हो गया था और में साबुन लगते हुए उसके पेट पर हाथ घुमाने लगा और उसकी नाभि को सहलाते हुए में उसके बूब्स की तरफ अपना हाथ ले गया जो उसने अपने हाथों से ढक रखे थे। फिर मैंने पीछे से सलवार के अंदर हाथ डाल दिया और में उसके गोल गोल चूतड़ को मसलने लगा और वो सिसकियाँ लेने लगी और मेरे हाथ पकड़कर बाहर निकालने लगी। जैसे ही उसने मेरा हाथ पकड़ने के लिए अपने बूब्स से हाथ हटाया तो मैंने उसके बूब्स पकड़ लिए और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और अपना लंड अंडरवियर से बाहर निकालकर उसकी पीठ पर रगड़ने लगा और वो मोनिंग करते हुए अभी भी हटाने लगी।

भाभी : आशु प्लीज यह सब मत करो, आहह।

में : ( में उसके बूब्स मसलते हुआ गर्दन पर किस करते हुए) भाभी इस दिन का तो मुझे कई दिनों से इंतज़ार था तो में ऐसे कैसे इस मौके को अपने हाथ से जाने दूंगा।

अब भाभी बिल्कुल गरम हो गई थी, उसने भी अपने हथियार डाल दिए और खड़ी होकर मुझसे चिपक गई और मेरे होंठो को अपने होंठो से चूसने लगी। फिर मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया। दोस्तों भाभी क्या सेक्स की देवी लग रही थी, उसका वो भीगा बदन। वो अब सिर्फ़ काली कलर की पेंटी में खड़ी थी, उसके गीले बाल उभरे और कसे हुए बूब्स गोल गांड, हम दोनों बस मदहोश होकर एक दूसरे को अपनी गरमी दे रहे थे। अब मैंने उसकी पेंटी को भी खोल दिया और मैंने देखा कि उसकी काली झांटो से चूत पूरी तरह ढकी हुई थी। फिर मैंने उसकी झांटो को एक साईड किया और अपनी उंगली को उसकी चूत में डाल दिया तो वो एकदम से तड़प उठी और मेरे लंड को पकड़कर दबाने लगी, जितनी स्पीड से में उसकी चूत में उंगली डाल रहा था उतनी स्पीड से वो मेरे लंड को हिला रही थी। फिर वो मेरे आगे झुक गयी और मेरे लंड को चाटने लगी। दोस्तों वो बिल्कुल ब्लूफिल्म की तरह मेरा लंड चाट रही थी और फिर वो मेरा पूरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी और इतनी देसी भाभी को लंड चूसते देख में बिल्कुल हैरान हो गया।

फिर मैंने उनसे पूछा कि क्यों भाभी कभी अपने पति का चूसा है? तो वो बोली कि नहीं। फिर मैंने कहा कि इतनी अच्छी तरह कैसे चूस लेती हो? फिर वो बोली कि मैंने अपने फोन पर चोरी से ब्लूफिल्म देखी है और मुझे बहुत दिल करता था किसी का लंड चूसने का, लेकिन में अपने पति के सामने इतनी खुलकर कह नहीं सकती और आज मुझे यह मौका मिला है। फिर मैंने कहा कि आआहह भाभी चूसो आज पूरी कर लो अपनी सब इच्छाए, वो पूरा मन लगाकर चूस रही थी, उसने मेरे लंड पर थूका और उसे अपनी जीभ से मेरे लंड पर गोल गोल घुमाने लगी और में सच में बिल्कुल हैरान था और में अब इतना उत्तेजित था जैसे कोई चुदाई का भूखा हो। अब वो मेरा लंड पूरा गले तक ले रही थी। दोस्तों वाह क्या नज़ारा था? फिर मेरी नज़र उसकी चूत पर पड़ी और मैंने कहा कि बस भाभी चोदने दो। अब वो मुझे शरारत भरी नज़र से देखती हुई मेरा लंड चूसती रही। फिर मैंने ज़बरदस्ती उसे वहाँ से हटाया और उसे वाशबेसिन पकड़कर घोड़ी बना दिया और वो अपनी गांड को हिलाते हुए मेरे लंड को अपनी चुदाई करने की दावत दे रही थी। फिर मैंने उसकी कमर को पकड़कर उसकी चूत पर लंड रखा और उसने अपने एक हाथ से मेरा लंड अपनी चूत पर सेट करते हुए पीछे से धक्का मारा, आअहह क्या गरम चूत थी, मेरा आधा लंड अंदर घुस गया तो वो थोड़ी सी चीखी और उसने दूसरा धक्का मारा और मेरा पूरा लंड अपनी चूत के अंदर ले लिया और रुक गयी। दोस्तों अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था। मैंने उसकी गांड को पकड़कर ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा और भाभी आहह आईईईइ उह्ह्ह्हह्ह मेरे राजा चोद मुझे फाड़ दे आज अपनी भाभी की चूत को और ज़ोर से धक्का मार आह्ह्ह्हह हाँ और थोड़ा अंदर डाल उह्ह्ह्ह।

अब में दनादन लंड उसकी चूत में डाल रहा था और उसके बूब्स ज़ोर ज़ोर से हिल रहे थे और वो भी पूरे मज़े लेकर मुझसे चुदवा रही थी और सिसकियाँ लेते हुए बड़बड़ा रही थी, ऊह्ह्ह्ह आह्ह्हह्ह आशु डाल अपना पूरा लंड मेरी चूत में आह्ह्ह चोद और फिर वो गालियाँ बकने लगी साले चोद भाभीचोद। में करीब दस मिनट तक लगातार उसे चोदता रहा और अब भाभी की चीखने, चिल्लाने की आवाज़ तेज होने लगी और वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी आअहह और उसके पैर अकड़ गए और वो मेरे लंड को अपनी चूत से भींचने लगी तो में समझ गया कि भाभी झड़ रही है। फिर मैंने और तेज धक्के मारने शुरू कर दिए और फिर भाभी झड़ गयी और मेरा लंड पूरा गीला हो चुका था। फिर मैंने कहा कि भाभी क्या में अंदर ही निकाल दूँ? तभी वो एकदम से हटी और उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी और बोली कि मुझे तेरा माल पीना है और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी। मुझसे अब रहा नहीं गया और में उसके मुँह में झड़ गया, उसने चूस चूसकर मेरा सारा वीर्य पी लिया, आअहह मेरी तो जैसे जन्नत की सैर हो गयी। फिर उसने अपना चेहरा साफ किया और बाहर जाने लगी, लेकिन मेरा मन अभी भी भरा नहीं था तो मैंने कहा कि भाभी अब मेरे रूम में चलो तो वो भी तुरंत समझ गई कि अभी भी उसकी और चूत घिसाई होनी है और उसने अपनी कमीज़ पहनी सलवार तो गीली थी तो कमीज़ पहनकर ही मेरे रूम में भागती हुई पहुंच गई। मैंने भी टावल लपेटा और उसके पीछे रूम में पहुँच गया।

फिर मैंने अंदर जाते ही दरवाज़ा बंद कर दिया और भाभी से बाथरूम में मज़ा लेने के बाद अब में उसे बेड पर चोदना चाहता था, लेकिन हम दोनों इतने गर्म हो चुके थे कि मैंने उसे वही दीवार से चिपका दिया। अब में उसके हाथ पकड़कर उसे स्मूच करने लगा और अब भाभी भी पूरी तरह से गर्म थी, अब वो भी पूरा मज़ा ले रही थी। अब हम एक दूसरे के मुहं में अपनी जीभ डाल रहे थे, वो अपनी गीली सलवार बाथरूम में ही छोड़ आई थी और में भी सिर्फ़ टावल में था।

अब मैंने उसे दीवार से चिपका कर अपना पूरा वजन उस पर डाल दिया और अब मेरे टावल में टेंट बन गया था जो कि मेरे लंड के हार्ड होने की वज़ह से था। अब भाभी पागलों की तरह तड़पती मछली की तरह हो गयी थी और मौन कर रही थी। फिर उसने टावल के ऊपर से ही मेरा लंड पकड़ लिया और ज़ोर-ज़ोर से भींचने लगी। फिर में भी उसकी कमीज़ ऊपर उठाकर उसकी चूत में उंगली करने लगा। अब में भाभी को और तड़पाना चाहता था, लेकिन वो इतनी गर्म थी कि वो मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत पर रगड़ने लगी और खड़े-खड़े ही अंदर घुसाने लगी। दोस्तों अब में सातवें आसमान पर था, अब में अपनी तरफ़ से लंड घुसाने की कोई हरकत नहीं कर रहा था बस उसकी तड़प का मज़ा ले रहा था। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

अब वो कभी अपनी टाँगे चौड़ी करके मेरे लंड को पकड़कर चूत में डालती तो कभी अपनी टाँगे उठाकर खुद ही खड़े-खड़े धक्के मारती, लेकिन एक दो धक्को के बाद मेरा लंड बाहर निकला जा रहा था। अब वो कुछ नहीं बोल रही थी, बस मौन कर रही थी। अब उसकी चूत से रस टपक कर फर्श पर गिर रहा था, अब काफ़ी तड़पने के बाद उसने अपनी चुप्पी तोड़ी और बोली कि आशु बहुत हो गया अब चोदेगा या में खुद चूत में उंगली कर लूँ। अब यह बात सुनकर मुझे मज़ा भी आया और मेरा लंड भी और तन गया।  फिर मैंने उसे वहीं किचन पट्टी पकड़कर घोड़ी बना दिया और उसकी कमर पकड़कर सीधा अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया। अब उसकी चूत के पानी से उसकी चूत एकदम चिकनी हो चुकी थी और मेरा लंड सीधा उसकी चूत को चीरता हुआ जड़ तक जा घुसा और मैंने ताबड़तोड़ धक्के मारने शुरू कर दिए आआहह, अब वो ज़ोर-जोर से मौन करने लगी थी।

फिर मैंने उसके मुँह पर हाथ रखा ताकि पड़ोसी सुन ना ले और उसे चोदने लगा। अब वो भी अपनी गांड हिला-हिलाकर मेरे लंड को अंदर ले रही थी, अब पूरे रूम में फ़च-फच की आवाज़ आने लगी थी। अब मेरी टाँगे उसकी जांघो पर हर धक्के के साथ तपाक से टकरा रही थी और वो ज़ोर-जोर से बड़बड़ाये जा रही थी। अब में अपनी पूरी स्पीड से उसे चोद रहा था। फिर वो वहाँ से हटी और मेरे बेड पर टांगे चौड़ी करके लेट गयी और बोली कि आशु आज फाड़ दे मेरी चूत को, मेरी चूत का भोसड़ा बना दे। फिर मैंने उसकी टाँगे अपने कंधे पर उठाई और उसे ज़ोर-ज़ोर से चोदना शुरू कर दिया। अब वो बहुत जोर से चिल्ला रही थी, आआआआआअ आशु फाड़ और घुसा दे। अब उसकी टांगे अकड़ने लगी थी और वो उसके नाख़ून मेरी पीठ पर चुभा रही थी तो अब में समझ गया कि उसका होने वाला है, शायद उसका पहले भी हुआ हो, लेकिन इस बार तो मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे इतना पानी निकलेगा कि मेरा लंड पूरा भीग जायेगा।

अब उसकी आँखें बंद हो गयी और वो नीचे से धक्के मारने लगी। तभी मेरी नज़र खिड़की पर पड़ी जो कि आधी खुली थी, अब उसमें से हमें कोई देख रहा था। अब मेरा भी होने वाला था तो में रुक नहीं पाया और उसे चोदता ही रहा। अब वो ज़ोर-ज़ोर से साँस लेती हुई और मौन करते हुए झड़ गयी। फिर थोड़ी देर के बाद मैंने भी अपना सारा पानी उसके मुँह पर छोड़ दिया। अब हम हांफते हुए बेड पर लेट गये। फिर उसने अपनी कमीज़ के साथ मेरा पजामा पहना और अपने रूम में जाने लगी। हमारा रूम पास-पास में ही था तो जैसे ही उसने दरवाज़ा खोला तो उसकी सहेली रीना बाहर खड़ी थी। रीना भी शादीशुदा थी, गोरी और सुडोल शरीर, बड़े-बड़े बूब्स और उसकी गांड पीछे से बाहर निकली हुई थी, क्योंकि वो ज्यादातर स्किन टाईट कपड़े पहनती है तो इसलिए उसकी गांड बाहर निकली हुई लगती थी, लेकिन कमाल की गांड है उसकी, फिगर 34-30-36 है। अब में समझ गया था कि ये वही है जो हमें खिड़की से देख रही थी, लेकिन मैंने सब अनसुना कर दिया। अब रिचा उसे देखकर डर गयी और उससे नज़रे मिलाए बिना ही वहाँ से जाने लगी। अब रीना उसे देखकर हंस रही थी और उसके पीछे-पीछे उसके रूम में चली गयी। फिर मैंने भी अपने कपड़े पहने और यह जानने के लिए कि रीना अब क्या करेंगी? उनकी खिड़की के पास छुप गया।

रीना : अरे वाह, रिचा तू तो बहुत बड़ी खिलाड़ी निकली अकेले-अकेले मज़े ले रही है तो रिचा डरते हुए बोली किसी को मत बताना। फिर रीना ने उसकी गांड पर एक शरारती थप्पड़ मारा और अपनी चूत पर  हाथ फैरते हुए बोली कि यार तुम दोनों की चुदाई देखने का मज़ा आ गया। अब मुझे रिचा की सहेली की आँखो में हवस नज़र आ रही थी और मुझे लगा कि अब तो किस्मत खुल गयी और दूसरी भी तैयार है। फिर रिचा अपने बेड पर लेट गयी और उसकी सहेली उसकी सलवार में उसकी चूत के पास अपना मुँह करके लेट गयी।

रिचा बोली क्या कर रही है? तो वो बोली कि तेरी चूत से तेरे यार के लंड की खुशबू ले रही हूँ, अब मुझे तो ये सब सपना सा लग रहा था। फिर उसकी सहेली ने उसका नाडा खोला और उसकी चूत सूंघने लगी। अब में यह सब देखकर हैरान हो गया और अब में समझ नहीं पा रहा था कि यह कहीं लेस्बियन तो नहीं है। फिर वो उसकी चूत का रस अपने हाथ से लगाकर अपनी सलवार के अंदर डालकर अपनी चूत पर मलने लगी और सिसकारी लेती हुई बड़बडाई कि उसका लंड ना सही, लेकिन उसका पानी तो मेरी चूत तक पहुँच गया और वो दोनों हंसने लगी। अब रिचा जो काफ़ी देर से उसे देख रही थी, अब हंसते हुए नॉर्मल लग रही थी। फिर रिचा कपड़े बदलने लगी और उसकी सहेली वहीं लेटी हुई थोड़ी-थोड़ी देर में सलवार के ऊपर से ही अपनी चूत पर हाथ घुमा रही थी। अब उसकी आँखे हवस से भरी हुई थी और अब मेरा दिल तो किया कि वहीं जाकर उसे चोद दूँ, लेकिन मुझे लगा कि रिस्क क्यों लेना?

फिर उसने रिचा से कहा कि यार तेरा तो पति से भी सुंदर है। फिर इसके चक्कर में कैसे पड़ी? तो रिचा बोली कि एक बार इससे चुदकर देख सब पता चल जायेगा। फिर उसकी सहेली ने आह भरते हुए कहा कि हाय वो दिन कब आयेगा? तुम दोनों की पलंगतोड़ चुदाई देखकर मेरा मन भी चुदने का हो रहा है, यह कहकर वो अपनी चूत को ज़ोर-जोर से रग़ड रही थी। अब में आउट ऑफ कंट्रोल हो गया और कमरे में चला गया तो उसने हड़बड़ा कर चादर अपने ऊपर खींच ली। फिर मैंने कहा कि यार मैंने सब कुछ सुन लिया है और देख लिया है, अब छुपाने का क्या फायदा है? फिर में उसके ऊपर चढ़ गया। अब रिचा हमें आश्चर्य से देखे जा रही थी। फिर रीना कुछ नहीं बोली और चुपचाप मेरी आँखो में देख रही थी, जैसे उसे वो मिल गया हो जो वो चाहती थी। फिर मैंने अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिए और उसके गुलाबी होंठो को जी भरकर चूसने लगा। अब वो भी मेरा पूरा साथ देने लगी थी। अब में अपने पूरे शरीर को उसके शरीर पर रग़ड रहा था। मुझे सबसे ज्यादा प्यारी उसकी गांड लगती है। फिर मैंने उसे उल्टा करके लेटा दिया और उसकी गांड की दरार में अपना लंड घुसाने लगा, अयाया क्या मज़ा आ रहा था? और उसके बूब्स दबा रहा था।

फिर मैंने एक हाथ उसकी पेंटी में डाल दिया, अया क्या गर्म चूत थी उसकी? बिल्कुल गीली हो चुकी थी।  फिर मैंने उसकी कमीज़ उतारी और उसकी पीठ चाटने लगा, अब वो भी अपनी आँखे बंद करके मज़े ले रही थी। फिर मैंने उसकी सलवार भी उतार दी, अब वो मेरे सामने वाईट ब्रा और ब्लू पेंटी में उल्टी लेटी हुई थी। फिर मैंने उसकी पेंटी को थोड़ा साईड में करके उसकी गांड पर थूक लगाया और अपना लंड टिका दिया, उसकी चूत पर थोड़ी-थोड़ी झांटे थी। फिर मैंने उसकी गांड पर धक्का मारा तो वो बहुत ज्यादा टाईट थी तो मेरा लंड अंदर नहीं गया और वो ज़ोर से चिल्लाई और वो मेरे नीचे से फिसल कर साईड में हो गयी और बोली कि गांड में नहीं सीधा चूत में डाल नहीं तो में चली जाउंगी।

फिर मैंने उसे ओके बोला और उसे घोड़ी बनने को कहा तो वो बन गयी और बोली कि कहा ना गांड में मत डालना तो मैंने कहा कि ओके। फिर मैंने पीछे से उसकी चूत पर अपना लंड रखा, उसकी चूत बहुत गीली थी और ज़ोर से धक्का मारा तो वो थोड़ी चिल्लाई और मेरा लंड पूरा अंदर घुस गया। वो शादीशुदा होते हुए भी उसकी चूत टाईट थी। फिर में उसकी कमर पकड़कर ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। अब वो मौन करने लगी, हाईईई उउउईईई माँ, चोद मुझे, पूरा डाल जड़ तक, डाल आआआआ। अब में उसे ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा था, उधर रिचा भी हमारी चुदाई देखकर गर्म हो गयी थी और कुर्सी पर बैठकर अपनी चूत में उंगली कर रही थी। फिर मैंने उसे पास में बुलाया और अब वो मेरे पास में आकर बैठ गयी। अब मेरा लंड रीना की चूत में था और रिचा के बूब्स मेरे मुँह में थे, आअहह दोस्तों क्या मज़ा था? एक साईड में रीना की चुदाई कर रहा था तो दूसरी साईड में रिचा के बूब्स चूस रहा था और उसकी चूत में उंगली कर रहा था।

अब वो दोनों बहुत गर्म हो चुकी थी और ज़ोर-ज़ोर से सिसकारियाँ ले रही थी, अब मुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा था। तब रीना अपनी गांड आगे पीछे करके मेरा लंड अपने आप ले रही थी, तभी मुझे शरारत सूझी तो मैंने रिचा के कान में कहा कि रीना की टांगे पकड़ो और उसे हिलने मत देना। फिर रिचा ने मेरी तरफ शरारत भरी नज़र से देखा और उसकी टाँगे पकड़ ली। अब मैंने रीना की चूत से लंड बाहर निकाला जो पूरा गीला था और उसकी गांड पर रख दिया। फिर वो बोली कि कहा था ना गांड में मत डालना, लेकिन तब तक मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा आधा लंड उसकी गांड में जाकर फँस गया। फिर वो ज़ोर से चिल्लाई उूउउइईई माँ माररर डाला निकाल इसे, अब वो भागने लगी थी, लेकिन रिचा ने उसे कसकर पकड़ा हुआ था, अब वो छटपटाने के अलावा कुछ नहीं कर सकती थी।

रीना : रिचा छोड़ मुझे मादरचोद, यह मेरी गांड फाड़ देगा, आआअहह बहुत दर्द हो रहा है।

फिर रिचा हँसने लगी और मैंने अपना पूरा दवाब उसकी गांड पर डाल दिया। अब मेरा लंड पूरे से थोड़ा कम उसकी गांड में था। अब वो चिल्ला रही थी, मुझे नहीं चुदवाना, छोड़ो मुझे। फिर मैंने बुरी तरह से उसकी गांड मारनी शुरू कर दी। अब उसकी चीखे निकल रही थी। फिर धीरे-धीरे उसका दर्द कम हुआ और उसकी चीखे सिसकियों में बदलने लगी। अब वो मजे लेने लगी थी और बोलने लगी कि आशु फाड़ मेरी गांड, मेरे राजा मुझे ज़ोर से चोद। अब रिचा बहुत गर्म हो गयी थी। फिर उसने अपनी चूत रीना के मुँह पर लगा दी, आआहह क्या नज़ारा था? अब में रीना की गांड मार रहा था और रिचा अपनी चूत रीना से चटवा रही थी। अब मेरा होने वाला था फिर मैंने कहा कि कहाँ निकालूं? तो रीना बोली कि मेरी चूत में निकाल दो।

फिर मैंने उसे सीधा किया और अब मैंने उसकी एक टाँग उठाकर अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और रिचा रीना के मुँह पर बैठ गयी। अब रीना बड़े मज़े से अपनी जीभ उसकी चूत में डाल रही थी और में रीना को चोदने लगा, आआहह आआआ आज़ा मेरे राजा आज तूने मेरी चूत और गांड फाड़कर रख दी और फाड़ आआआहह। अब में लगातार उसे चोदता रहा और रीना झड़ गयी और में भी उसकी चूत में ही झड़ गया और साईड में होकर लेट गया। अब सब बेड पर पड़े थे, तभी मेरा माल रीना की चूत से थोड़ा-थोड़ा टपकने लगा था। अब रिचा यह देखकर रीना की चूत चाटने लगी और पूरा रस अपने मुँह में भरकर रीना को किस करते हुए उसके मुँह में छोड़ दिया। फिर उन दोनों ने मेरा माल पिया और फिर मेरे लंड को चाटकर साफ किया ।।

धन्यवाद …

© Copyright 2013-2019 - Hindi Blog - ALL RIGHTS RESERVED - POWERED BY BLOGGER.COM