वो चिल्लाती रही मई ठोकता रहा wo chillati rahi me thokta raha

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हैल्लो दोस्तों। मेरा नाम रोबिन है और मेरी उम्र 24 साल है और में राजकोट गुजरात का रहने वाला हूँ। में दिखने में बहुत अच्छा हूँ। दोस्तों यह बात 15 दिन पहले की है जब में अहमदाबाद अपने भाई के घर गया था। मेरा भाई निर्मल, भाभी और उसका 9 साल का एक बेटा वहां फ्लेट में रहते थे। मेरा भाई एक बहुत बड़ी कम्पनी में नौकरी करता था। मेरी भाभी बहुत गोरी है और उनकी उम्र 34 साल है। 34-28-36 का मस्त माल थी और में पिछले दो साल से उसका दीवाना था। लेकिन कुछ नहीं कर सकता था। अब में सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ।
फिर हुआ यूँ कि में नया साल मानने के लिए उसके घर 24 तारीख को गया। मेरी मेरे भतीजे के साथ बहुत बनती है और भाभी भी मुझसे बहुत खुली हुई है और में कई बार उसके बड़े बड़े बूब्स और गांड को घूरता हूँ तो वो मुझे घूरते हुए पकड़ लेती है और वो सिर्फ़ एक स्माईल देती है और बोलती है कि अब जल्द ही शादी करनी पड़ेगी। हम सब 25 तारीख क्रिस्मस वाले दिन बहुत घूमे फिरे और मज़ा किया।
उसके बाद भैया को कोई अर्जेंट काम आ गया और वो 26 को सुबह ही दो दिन के लिए दिल्ली चले गये। अब घर पर में और भाभी ही थे। तभी भाभी की थोड़ी तबियत खराब हो गयी। उसे थोड़ा बुखार हो गया तो में मेडिकल स्टोर से दवाई ले आया और मैंने पूरा दिन भाभी का बहुत ख्याल रखा। उसे कुछ काम करने नहीं दिया और रात को डिनर के बाद मेरा भतीजा सो गया। भाभी भी आराम कर रही थी और में टीवी देख रहा था। वो बहुत ठंड का मौसम था।
तभी भाभी ने मुझे पास बुलाया और कहा कि उसे बहुत ठंड लग रही है तो मैंने उसे 2 रज़ाई ओढ़ाकर लेटा दिया और थोड़ी देर बाद में फिर से चेक करने गया क्योंकि भाभी को बुखार था और जब मैंने पूछा तो उसने बोला कि उसे अभी भी ठंड लग रही हैं और फिर मैंने डॉक्टर को घर बुलाने की बात कही तो उसने मना किया। फिर में थोड़ा परेशान हो गया तभी मेरे मन का शैतान जाग उठा।
उस वक़्त भाभी ने नाईट गाउन पहना था और मैंने उसे बताया कि ठंड हाथ और पाँव की हथेली से शरीर में घुसा करती है और धीरे से पूछा कि आपको बुरा ना लगे तो में थोड़ा घिसकर मालिश कर दूँ? तभी उसने कहा कि तुम्हे जो करना है करो पर प्लीज मेरी ठंड खत्म करो। फिर में उसका हाथ अपने हाथ में लेकर उसकी हथेली घिसने लगा और उसे बहुत अच्छा लग रहा था और फिर क्या मेरी किस्मत चमकने लगी। तभी थोड़ी देर बाद उसकी पाव की हथेली और पंजो पर भी में मालिश करने लगा जिससे उसे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था। तभी धीरे धीरे वो सोने लगी लेकिन मेरे मन का शैतान जग गया और दरसल वो सोने का नाटक कर रही थी।
जब में उसके पैर की मालिश कर रहा था तब मुझे उसकी जाँघ साफ दिख रही थी और मेरा लंड कड़क होने लगा। तभी थोड़ी देर बाद उन्होंने फिर से नींद में कहा कि मुझे बहुत ठंड लग रही है और बोली कि प्लीज कुछ करो में घबरा गया और मैंने बहुत कोशिश की लेकिन सब नाकाम और भाभी की ठंड बढ़ती ही जा रही थी लेकिन वास्तव में वो नाटक कर रही थी। वो मुझे बाद में पता चला। तभी उसके बाद मैंने एक बोल्ड फ़ैसला किया और में उसकी रज़ाई में जाकर उससे चिपक गया। मेरी सोच कोई खराब नहीं थी। में सिर्फ़ उसकी ठंड मिटाना चाहता था और धीरे धीरे उसे अच्छा लगने लगा। लेकिन मेरा शैतान जाग गया और उस पर दवाइयों का असर होने लगा अब वो गहरी नींद में थी।
तभी मैंने मौके पर चौका मारते हुए उसके गाउन के ऊपर से उसके बूब्स पर हाथ रखा और वो गहरी नींद में थी। मैंने धीरे धीरे एक बटन खोला। लेकिन वो बिल्कुल भी नहीं हिली और बाद में क्या था। मैंने सारे बटन एक एक करके खोल दिए। अब वो सिर्फ़ ब्रा, पेंटी में ही थी और मैंने अपने सारे कपड़े निकाल फेंके।
में सिर्फ़ अपनी अंडरवियर में था और उसके चिपक कर सो गया। मुझे कब नींद आ गयी पता ही नहीं चला और सुबह मेरी नींद 9 बजे खुली। जब मैंने देखा तो में भाभी के बेड पर था लेकिन वहाँ पर भाभी नहीं थी।
में तुरंत बाहर गया तो वो किचन में थी। मैंने फ़ौरन वहाँ पर जाकर उसे सॉरी बोला और रात की सारी बात बताई। लेकिन बहुत समझाने के बाद वो मान गई और बोली कि चलो ठीक है। फिर हमने साथ में बैठकर नाश्ता किया और आज उसकी थोड़ी तबियत ठीक थी। लेकिन में उससे आँख नहीं मिला पा रहा था।
फिर दोपहर को जब मेरा भतीजा कोचिंग पड़ने गया तो उसके बाद हमने साथ में लंच किया और बाद में वो बोली कि में नहाने जा रही हूँ। तभी में फिर से गरम हो गया और नहाने के बाद वो नाईट गाउन में बाहर आई। में उसके रूम में था तो में उठकर बाहर जाने लगा लेकिन वो बोली कि कहाँ जा रहे हो? तभी मैंने कहा कि आपको चेंज करना होगा ना। तो उसने कहा कि हाँ। में चेंज कर लूँगी प्लीज तुम यहीं पर रहो वैसे भी कल रात तुमने सब देख ही लिया है और उसने बिना मेरा जवाब सुने अपना गाउन निकाल दिया।
तभी उसका ब्लाउज मेरे पास ही बेड पर पड़ा था तो वो मुझसे बोली कि प्लीज वो ब्लाउज देना। में उसे देखता ही रह गया और मेरे लिए ये ग्रीन सिग्नल था। फिर क्या था मैंने उसे ब्लाउज देने के बहाने से उसके भीगे हाथ को छुआ और उसके सेक्सी बदन को देखता ही रह गया। तभी वो बोली कि क्या घूर घूर कर देख रहे हो? फिर मैंने कहा कि में एक बात कहूँ अगर आप बुरा ना मानो तो?
वो बोली कि हाँ कहो ना। तभी मैंने कहा कि आप सेक्सी और सुंदर हो और यह बात सुनते ही उसके चेहरे पर मुस्कान थी और मैंने तभी उसे अपनी और खींचा और अपनी बाँहों में ले लिया और मैंने जैसे उसे लिप किस करने की कोशिश की तो उसने थोड़ी देर पतिव्रता होने का नाटक किया और उसने बोला कि नहीं यह सब ग़लत हैं। 10 मिनट समझाने के बाद वो पिघल गयी।
फिर मैंने पहले 10 मिनट लिप किस किया और फिर धीरे धीरे वो मेरा साथ देने लगी। वो सिर्फ़ ब्रा पेंटी में ही थी मैंने उसके गाल और गर्दन को बहुत देरतक चूमा और दोनों हाथों से उसके बूब्स दबाए। क्योंकि मुझे धीरे धीरे सेक्स पसंद हैं। तभी मैंने फिर उसकी नाभि को चूसा और चाटा इतनी देर में उसने मेरे सारे कपड़े उतार फेंके थे। जब की वो अभी भी ब्रा पेंटी में ही थी। फिर मैंने उसकी पीठ बहुत देर तक चाटी। तभी मैंने ब्रा और पेंटी उतार फेंकी और एक एक करके उसके शरीर के सब हिस्से को बहुत चाटा। फिर उसको अपना लंड मुहं में लेने को बोला तो उसने मना कर दिया।
तभी मैंने कहा कि ठीक है और मैंने अपना मुहं उसकी चूत पर लगा दिया जिससे वो करहा उठी और उसे बहुत मज़ा आया। वो आनंदित होकर तरह तरह की आवाज़े निकालने लगी और मैंने अपना लंड उसके हाथ में थमा दिया और फिर उसने उसको उसकी चूत में घुसेड़ लिया और मुझ पर सवार हो गयी। 20 मिनट में हम दोनों झड़ गये और सो गये। फिर शाम को 5 बजे नींद खुली और मैंने दूसरा राउंड लिया और उस रात को मैंने उसे जबरदस्त तरीके से चोदा ।

मेरी पत्नी की दूसरे से चुदाई की कहानी मेरी जुबानी meri patni ki dusare se chudai ki kahani meri jubani

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हैल्लो दोस्तों मैं राहुल हूँ और मैं शिमला का रहने वाला हूँ और मैं एक शादीशुदा व्यक्ति हूँ | ये मेरी कहानी है जो मैं आप लोगों को बताने जा रहा हूँ जो की मेरे जीवन का बहुत ही दुख भरा सच है | मैं आप लोगों को ज्यादा बोर ना करते हुए सीधे कहानी पर आता हूँ |
मैं एक सिंपल सीधा सादा लड़का हूँ और मेरी शादी एक ही बहुत ही नेचर की तेज लड़की से हुई थी और मेरी शादी को 5 साल हो गए हैं | हमारी फैमिली मैं बस हम दोनों ही रहते हैं | हमारे एक भी बच्चे नहीं हैं क्यूंकि मेरा लंड बहुत ही छोटा है 3 इचं का लंड है और पतला है | मैं अपनी जिन्दगी से बहुत दुखी हूँ | मेरी पत्नी भी मुझसे खुश नहीं रहती वो मुझे हमेशा ताने मरती रहती है की तेरी मूंगफल्ली से चोदेगा मुझे | तेरे लंड में है इतनी ताकत तू गांड मराने लायक है तुझ से शादी करके मैंने अपने जीवन की सबसे बड़ी गलती कर दी तू तो कुछ नहीं कर सकता |
ये सब बाते कह कर वो मेरे दिल को ठेस पहुंचा देती है मैं बहुत निराश हो जाता हूँ अपनी इस कमी से | ये बात तब स्टार्ट हुई जब हमारी सुहागरात थी और वो एक दम मूड में थी और मैं भी | हांलाकि मैं अपनी इस कमी के बारे में पहले से जानता था, फिर जब बारी उसको चोदने की आई और जैसे ही मैंने उसकी चूत में अपना लंड डाला तो उसने कहा की तुम्हारा लंड छोटा है पर मजा आ रही है क्यूंकि वो वर्जिन थी उस टाइम पर | धीरे धीरे मैं शारीरिक कमजोरी महसूस करने लगा और और जल्दी ही झड़ जाया करता था धीरे धीरे हमारे बीच सेक्स के संबंध बंद हो गये और हम दोनों अब सेक्स नहीं करते | मैंने रात में कई बार देखा है जब मेरी नींद खुलती थी वो अपनी चूत में कभी मूली डालती थी कभी बैंगन ऐसे ही काम चलाती थी वो अपना | मुझे बहुत दुःख होता था सब देख के | मैंने कई जगह अपना इलाज कराया कई सारी दवाए भी लीं कि कुछ तो फायदा हो पर कुछ भी फायदा नहीं हुआ | अब हमारे बीच ज्यादा बातचीत नहीं होती थी बस काम की ही बात होती थी | फिर मैंने एक दिन उससे पुछा की सुनो क्या तुम्हारा चुदाई का मन है तो उसने कहा की मेरा चुदाई का मन कब नही होता | 5 साल से बिना चुदे हुए ही रह रही हूँ पर मैं क्या कर सकती हूँ | मैं आपसे प्यार करती हूँ और मैं आपको धोका नहीं दे सकती | पर क्या मेरा मन लंड लेने का बहुत करता है |
मैंने उससे कहा कि अगर मैं तुम्हारी चुदवाने की इच्छा पूरी कर दूँ तो तब तो तुम खुश हो जोगी ना ? तब उसने कहा कि मैं कुछ समझी नहीं क्या कहना चाहते हो ? मैंने उससे कहा की मेरे ऑफिस में एक लड़का काम करता है मैंने सुना है की उसने कई लड़किओं और लेडीज को चोदा है उसका लंड बड़ा है और मैंने ये भी सुना है की वो बहुत देर तक चुदाई कर सकता है | अगर तुम कहो तो मैं तुम्हारे लिए उससे बात कर सकता हूँ | पहले तो उसने मना कर दी फिर मेरे मनाने पर वो मान गई | असल में मैंने उससे झूट कहा था ये सब मेरे ऑफिस में कोई ऐसा लड़का नहीं था मैंने हर एक बात उससे झूट कही थी | अब मैं उसके लिए एक ऐसे लड़के को ढूंढने लगा जो ये सब काम करता हो | दो हफ्ते तक तो मैंने बहाना बना दिया की अभी वो छुट्टी पर गया हिया जैसे ही आयगा तो मैं उससे बात करूँगा | एक दिन मैं नेट पर कुछ सर्च कर रहा था तो मेरी नज़र एक ऐड पर गई उसपे लिखा था सेक्स के लिए आप मेल एस्कॉर्ट हायर कर सकते हैं | मैंने ज्यादा देर न करते हुए नंबर नोट किया और अगले दिन ऑफिस के टाइम पे ही कॉल किया | उन्होंने बात की तो कोई लेडीज थी तो मैंने उन्हें एक आदमी के लिए बोल दिया था और उसके अकाउंट में 5000 हज़ार डलवा दिए थे | दो दिन बाद मेरे नंबर पर कॉल किया उस लड़के ने उस लड़के का नाम अभिषेक था | वो मेरे सामने आया वो एक दम तगड़ा लड़का था उसकी उम्र 28 साल की थी और उसकी बॉडी एक फिट थी |
हमने बातचीत की फिर मैंने उससे कहा की तुम रात को 8 बजे आ जाना फिर मैं ऑफिस का काम करके मेडिकल स्टोर गया और वहाँ से कंडोम खरीद लाया और चुदाई की गोली भी खरीद लाया | मैं घर पहुंचा और मैंने अपनी पत्नी से पूरी बात बता दिया ये सुन के बहुत खुश हुई और मुझे गले लगा कर आई लव यु | बोली मैंने भी उसे आई लव यु टू कहा हम रात में खाना खा के उसका वेट करने लगे | रात को करीब 8:15 पर घंटी बजी मैंने दरवाजा खोला अभिषेक ही था फिर मैंने उसे अन्दर बुलाया और अपनी पत्नी से मुलाकात करवाई फिर उसके बाद मैंने अपनी पत्नी से कहा की इनके लिए खाना लगा दो | मैं और अभिषेक बात करने लगे तो वो मेरी पत्नी की तारीफ करने लगा की तुम्हारी पत्नी बहुत मस्त है और बहुत मस्त फिगर हैं तुम्हारी पत्नी का मैंने भी शर्म से हाँ में हाँ मिला दिया | मुझे बहुत गिल्टी भी फील हो रहा था की मैं अपने सामने ये सब करवा रहा था पर मैं भी क्या करता मैं मजबूर था |
उसने खाना खाया और मेरी पत्नी भी वहीँ बैठ गई और वो उसको घूरे जा रही थी और वो उसको घूरे जा रहा था और मैं उन दोनों को देख रहा था | उसके बाद मैं वहा से उठा कर चला गया और कहा की बस 5 मिनट में आता हूँ | पर मैं गया नहीं था वहाँ से मैं छुपके देखना चाहता था की क्या करते हैं ये दोनों | मेरी पत्नी तुरंत मेरे जाने के बाद उसके पास गई और उसके कंधे में हाथ रख कर बात करने लगी वो धीरे धीरे बात कर रहे थे जो मुझे सुनाई नहीं दे रही थी | मुझे कुछ पल के लिए ऐसा लगा की ये दोनों एक दुसरे को पहले से जानते हैं | फिर मैंने सोचा की हटाओ जानते भी हैं तो क्या आखिर चुदना तो इससे है ही मेरी पत्नी को | फिर वो दोनों एक दुसरे को चूमने लगे फिर अभिएक ने कहा की रुको मैं हाथ धो के आता हूँ | वो हाँथ धोने चला गया और उतने में मेरी पत्नी ने अपने पूरे कपडे उतार के नंगी हो कर सोफे पर बैठा गई | जब वो आया तो उसका लंड खड़ा हो के तम्बू बन गया था उसके पेंट में जो की साफ नजर आ रहा था मैं भी उसके लंड को देखने के लिए बहुत उत्सुक था |
वो भी अपने कपडे उतार के नंगा हो गया था और मेरी गांड फट गई थी उसका लंड देख के 12 इंच का लंड था उसका | मेरी पत्नी के मुंह में लेने की लालसा उसके चेहरे पे साफ नजर आ रही थी | फिर मेरी पत्नी ने उसका लंड पकड के बोली हाय कितना प्यारा लंड है तुम्हारा मेरे पति का तो इतना छोटा है की मेरी प्यास ही नहीं बुझा पाता | आज इस लंड से मैं अपनी संतुष्टि पूरी करुँगी और इतना बोल के वो उसके लंड मुंह में लेके चूसने लगी और वो खड़े खड़े उसके दूध दबा रहा था | मेरी पत्नी अपने दूध से उसके लंड को सहला रही थी और वो मजे से मेरी पत्नी के दूध चोद रहा था | फिर उसके बाद मेरी पत्नी के दूध चूसा और और फिर चूत चाटें जा रहा था और वो सिस्कारियां भर रही थी हाहाहा अहहः अहहः अ अहहः अहहः अहा अहाहा खा जाओ मेरी चूत को चोद दो फाड़ दो मेरी चूत भोसड़ा बना दो मेरी चूत का | ये शब्द मैं पहली बार अपनी पत्नी के मुंह से सुन रहा था |
वो बहुत जोश में थी उसने अपनी चूत चुसवाने के बाद फिर से उसका लंड चूसा और फिर दोनों बेड पर लेट गए | मेरी बीवी उसके लंड में चढ़ कर उससे चूत चुदवा रही थी और अहहः अहहः अहहः अहहाह अहहहहहः ऊउन्न्ह अहहहबा अहाहा अ आ क्या लंड है इतना मस्त लंड है | आज तो मैं पागल हो जाउंगी और चोदो मुझे और चोदो मुझे फाड़ डालो मेरी चूत | वो उसे हर तरीके से चोद रहा था और मैं एक गांडू की तरह ये सब देख रहा था | फिर उसके बाद उसने अपना वीर्य मेरी पत्नी की चूत में ही झड़ा दिया और वो शांत हो गई | फिर चुदाई ख़त्म होने के बाद मैं अन्दर आया और रात काफी हो गई थी तो हम दोनों अलग सोने गये और अभिषेक अलग | रात में मुझे नींद नहीं आ रही थी और मेरी पत्नी को मैं सोने का नाटक कर रहा था | मुझे महसूस हुआ कि ये उठ कर जा रही है मेरा अंदाजा सही था ये अभिषेक के कमरे की तरफ जा रही है | फिर से दोनों में चुदाई हुई और दोनों ने नंबर एक्सचेंज कर लिया | अब तो दोनों मेरे सामने ही चुदाई करते हैं और मैं एक गांडू की तरह सब देखता रहता हूँ |

सेक्सी भाभी पार्क में मिली और कार में चुदी sexy bhabhi park me mili or car me chauda

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हेल्लो दोस्तों मेरा नाम विजय हे और मैं दिल्ली से हूँ. ये मेरी पहली ही कहानी हे तो लिखने में कुछ गलती हो तो माफ़ कर देना. मैं अभी 22 साल का हूँ और मेरी हाईट अच्छी हे करीब 6 फिट जितनी. मेरा लंड भी इतना बड़ा तो हे की वो किसी की चूत को भी शान्त कर दे. आज मैं आप को एक शादीसुदा औरत के साथ मेरे सेक्स की कहानी बताने के लिए आया हूँ. ये औरत मेरे से चुदवा के मेरी चुदाई की पार्टनर बनी.
उसका नाम दीपाली हे और उसकी उम्र 24 साल हे. वो मेरिड हे और एक दिन मैं उसे जोगिंग करते हुए पार्क में मिला था. वो चहरे से बड़ी क्यूट हे और उसका पूरा बदन एकदम सेक्सी हे. उसके बूब्स बहुत बड़े नहीं हे, लेकिन जो भी हे लंड खड़ा करने वाले हे. और गांड भी उसकी एकदम टाईट लगती हे जोगिंग वाले कपड़ो में.
एक शाम को मैं पार्क में जोगिंग करते हुए उसे उसे मिला था. वो पार्क मेरे घर के पास में ही हे. पहले मेरा जोगिंग का कोई फिक्स समय नहीं था. लेकिन इस भाभी को देखने के बाद मैंने अपना समय फिक्स कर दिया. जब भी वो जोगिंग करती तो मैं उसके पीछे ही जोगिंग करता और उसकी उछलती हुई गांड को देखता. हम दोनों की नजरें मिलती तो स्माइल की आप ले हो जाती थी.
सेक्सी भाभी की मटकती हुई गांड
उस दिन उसने ब्लेक कुर्ती और मेचिंग पाजामा पहना हुआ था. वो बड़ी ही हॉट और क्यूट लग रही थी उन कपड़ो में. और उस दिन मैंने सोचा की कुछ भी कर के उसे पाना हे. मैं उसके पीछे जोगिंग कर रहा था. हवा से उसकी कुर्ती ऊपर निचे हो रही थी और उसकी स्मूथ और फर्म गांड को देख के मेरा लंड खड़ा हो रहा था. मैं तो चाहता था की उसको पीछे से पकड़ के वही पार्क में झुका दूँ और उसकी चूत की चुदाई कर दूँ खुले आसमान के निचे ही!
करीब 2 राउंड खत्म करने के बाद मैं उसके आगे आ गया और ऐसे चलने लगा की जैसे मुझे उसकी कोई परवाह नहीं थी. कुछ देर चलने के बाद मैंने देखा की अब बहुत कम लोग थे इस सेक्शन में थे. उसे देख के मैं रुका और अपने मोबाइल को निकाल लिया. मैंने जानबूझ के ऐसे ब्रेक लगाईं थी की वो मेरे से आ के टकरा जाए. और मुझे उसके निपल्स का अहसास हुआ जब वो मेरे अंदर बम्प हुई. और मेरा हाथ भी उसकी जांघ और चूत वाले हिस्से को टच हो गया. मैं सोरी कहूँ उसके पहले ही उसने सोरी कहा और मेरे से दूर हो गई.
वो कुछ पल बड़े ही सुहाने थे मेरे लिए. जब उसने सोरी कहा तो मैंने उसके लिप्स देखे थे जो रस से भरे हुए थे. और मैं तो जैसे खो सा गया था. उसने मुझे कंधे से पकड़ा तो मैं होश में आया. उसने मुझे पूछा की ठीक तो हो आप?
मैंने हां कहा तो उसने राहत की सांस ली और उसके छोटे से बूब्स ऊपर की और उठे. मैं अभी भी उसके बूब्स को ही घुर रहा था. उसने कहा क्या देख रहे हो? मैंने कहा आप की खूबसूरती! वो बलश कर गई और फिर हम दोनों पार्क के अन्दर ही एक बेंच के ऊपर बैठ के बातें करने लगे.
उसने मुझे पूछा की आप मुझे देख के स्माइल देते हो मैंने काफी दफा आप को देखा हे.
मैंने अपनी सब हिम्मत को जुटा लिया और उसको कहा आप बहुत ही सुंदर हो. वो हंस पड़ी और मैंने आगे कहा मैं बस आप को एक किस करना चाहता हूँ.
वो बोली: अरे आप अपनी लिमिट में रही मिस्टर मैं एक शादीसुदा औरत हूँ!
मैंने कहा, मैं जानता हूँ इसलिए किस गालों पर मांग रहा हूँ होंठो पर नहीं!
मेरी इस बात को सुन के वो अपनी हंसी छिपा नहीं सकी. और बोली, बस एक ही लेकिन!
वो बोली: लेकिन यहाँ पर नहीं यहाँ कोई देख लेगा.
मैंने कहा चलो पार्क के बहार मेरी गाडी खड़ी हे उसके अन्दर.
वो बोली, वहां तो कोई देख लेगा.
मैंने कहा: अरे उसकी टिंटेड ग्लास ऊपर कर लूँगा.
मैं उसे ले के कार में चला गया. ग्लास खिंच के मैंने गाडी का एसी ओन कर दिया. फिर उसे कमर से पकड़ के मैंने अपनी तरफ खिंचा तो वो बोली, ये क्या कर रहे हो. मैंने कहा कुछ मत बोलो और अपनी आँखों को बंद कर दो. मैंने उसकी जांघो की साइड में अपनी जांघो को टच करवा दी. और फिर मैंने उसके गाल के ऊपर एक किस कर दी. और फिर मेरा हाथ भी इधर उधर चलने लगा. वो कुछ नहीं बोली और मैंने अपने हाथ को उसके बूब्स के ऊपर रख दिया.
कार के अन्दर मजेदार सेक्स भाभी के साथ
मुझे ऐसा था की वो मना करेगी ऐसे टच करने में. लेकिन वो कुछ नहीं बोली और मैं उसके बूब्स को मसलने लगा. वो इधर उधर देख रही थी. मैंने कहा आप घबराओ नहीं बहार से कोई अन्दर नहीं देख सकेगा. फिर मैंने उसकी चूत के ऊपर भी हाथ रख दिया. वो भी मूड में आ चुकी थी. उसने अपनी कुर्ती को अपने हाथ से ऊपर कर दिया. उसकी स्पोर्ट्स ब्रा के अन्दर उसके बूब्स एकदम सेक्सी लग रहे थे. मैंने हाथ को ब्रा में ऊपर से अन्दर डाला और वो सिहर उठी. उसने अपने हाथ को आगे कर के मेरे लंड को टच कर लिया. मेरी ट्रेक पेंट में मेरा लंड एकदम कडक हुआ पड़ा था.
मैंने लंड को बहार कर दिया ट्रेक को निचे कर के. वो लंड को गियर के डंडे के जैसे पकड के हिलाने लगी. वो चुदासी हो चुकी थी. मैंने उसके बूब्स बहार कर के उसके अन्दर अपना मुहं डाल दिया. मेरा लंड एकदम कडक हो चूका था. वो बोली: चलो पीछे की सिट पर चलते हे. मैं उसे ले के पीछे चला गया. वहां पर हमने 69 पोज बना ली. वो मेरे लंड को सक कर रही थी और मैं उसकी चूत को चाटने लगा था कपड़ो के ऊपर से ही.
फिर मैंने उसकी पजामी को भी खोला, वो कुछ नहीं बोली. मैंने उसकी बाल वाली चूत को जल्दी से जबान को नुकीली कर के चाटना चालू कर दिया. उसने भी मेरा पूरा लंड अपने मुहं में भर लिया था. एक मिनिट में ही वो पुरे लंड को अन्दर ले के सक दे रही थी.
फिर मैंने उसे कहा की चलो अब तुम मेरी गोदी में आ जाओ. वो लंड को पकड़ के अपनी चूत में ले के मेरी गोदी में बैठ गई. मैंने उसके छोटे से बूब्स को पकड़ के चोदने लगा था. और वो भी कमर को ऊपर निचे कर के अपनी चूत को मरवाने लगी थी.
2 मिनिट में ही मेरे लंड का पानी उसकी चूत में निकल गया. वो बोली चलो जल्दी से कपडे पहन लो.
हमने कपडे पहन लिए और वो निचे उतर गई कार से. उसने इधर उधर देखा और फिर मैं भी बहार निकला. वो बोली, चलिए फिर मिलती हूँ आप को कल जोगिंग में.
मैंने कहा, अरे मैंने आप का नाम तो पूछा ही नहीं! सोरी!
वो बोली: मेरा नाम फरजाना खान हे!

शिखा की चुदाई shikha ki chudai - Shikha ko maje lekar choda

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शिखा मेरे साथ काम करती है। वो बहुत ही सुंदर और सेक्सी लड़की है। ऑफिस के सभी लड़के उस पर लाइन मारते हैं। पर वो किसी को लिफ्ट नही देती थी, पर मुझे वो थोड़ी बहुत लिफ्ट दे देती थी। मैं उसे बहुत ही चाहता था। उसका जिस्म एकदम सेक्सी और मलाई जैसा दिखता था। मैं उसे चोदना चाहता था। मेरे मन में बड़ी ही तमन्ना थी कि उस से शादी करूँ और उसके साथ सुहागरात मनाऊँ। उसकी चूची बड़ी ही अकर्षक थी।
आखिर एक दिन आ ही गया जब वो मेरे साथ सेक्स करने को तैयार हो गई। मैं उसे ऑफिस के एक खाली अकेले कमरे में ले गया। उसके दिल की धडकनों की आवाज़ मुझे ज़ोरों से सुनाई दे रहे थी। मैंने उसे कमरे में एक मेज पर बिठा कर उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया।
उसकी साँसें तेज़ी से चलने लगीं। उसने भी मेरा साथ देना शुरू कर दिया मैंने उसके चूचियों को ऊपर से सहलाने लगा। उसके मुँह से अहह्ह्ह्ह्हह की सिसकरियाँ निकलने लगीं। मैंने अपना हाथ नीचे की तरफ़ खिसकाना शुरू किया, उसके दिल की धड़कनें बढती ही जा रहीं थीं। मैंने अपना हाथ अब उसकी सलवार के अन्दर घुसा दिया और पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा। शिखा अब बिल्कुल गरम हो चुकी थी, वो अब चुदने के लिए बेकरार थी।
मैंने उसका सलवार-कुर्ता उतार दिया। अब शिखा केवल ब्रा और पैंटी में ही थी। गुलाबी रंग की ब्रा-पैंटी में वह बहुत ही सेक्सी लग रही थी। उसकी चूचियाँ ब्रा में से निकलने को बेताब हो रहीं थीं। मैंने उसकी ब्रा को अलग किया। शिखा के दोनों दूध अलग हो गए। शिखा की चूचियाँ कठोर हो रहीं थीं। मैंने जैसे ही शिखा की चूची के निप्पल को मुँह में लेकर चूसा, उसकी सिसकारी निकल गई। शिखा ने भी अब अपना हाथ मेरे पैंट के अन्दर डाल दिया। मैं उसकी चुचियों को पागलों की तरह चूस रहा था। उसने अपने हाथ से मेरा लंड मसलना शुरू कर दिया।
मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी योनि का एक चुम्बन लिया, शिखा पागलों की तरह चिल्ला उठी। मैंने उसकी पैंटी को उतार दिया। शिखा अपनी चूत को अपने हाथों से छुपा रही थी, उसे शरम आ रही थी। मैंने उसके हाथों को हटा कर उसकी चूत को जैसे ही देखा मैं हैरान रह गया। गुलाबी रंग की चूत बिना बालों के बड़ी ही सुंदर लग रही थी। मैंने उसके जिस्म को पैरों से लेकर उसके होठों तक बड़ी ही जोश से चूमा, कोई भी अंग और जगह खाली नही बची होगी, जहाँ मैंने उसे नही चूमा हो।
अब शिखा बोली- प्लीज़ जल्दी करो मेरे बदन में आग लग रही है !
मैं बोला- मेरी जान ऐसी भी क्या जल्दी है। पहले मुझे तुम्हारी चूत को चूसने तो दो। और मैंने उसकी चूत को चूसना शुरू कर दिया। शिखा के मुँह से जोर-जोर की सिसकारियाँ निकल रहीं थीं। हाय ये क्या कर रहे हो ? मेरे तो आआआआआआ उस्स्स्स्स्स्स्स……………… स्स्स्स्स्स्स्स्स… धीरे… प्लीज़… दर्द हो रहाआआआ है… उईए… म्माआआआ…. आआआहह….. रुक्कककककक….. जाओ….. मैं उसकी चूत में अपनी ऊँगली डाल कर अन्दर-बाहर करने लगा।
शिखा बोली- प्लीज़ अब मुझे मत तरसाओ, प्लीज़ अपना लंड मेरी चूत में घुसा दो।
मैं बोला- अभी नहीं डार्लिंग… अभी तो मज़ा आया है। मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल कर जैसे ही अन्दर बाहर किया, उसने मेरा सिर अपने हाथों से ज़ोर से पकड़ कर अपनी जांघों से जोरों से दबा लिया और उसकी चूत से पानी निकलने लगा, शिखा झड़ने वाली थी। मैं रुक गया और बोला- अब तुम मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसो।
शिखा शरमाने लगी, पर वो मान गई और मुँह में मेरा लंड लेकर चूसने लगी। उसने काफी देर तक मेरा लंड चूसा और मैं अपने एक हाथ की ऊँगली उसकी चूत में करने लगा। उसके मुंह से फुच्च-फुच्च की आवाज़ आ रही थी। अब मैंने अपना लंड उसके मुंह से निकाल कर उसके चूत की फाँकों पर रगड़ने लगा, शिखा के मुँह से सिसकरियाँ निकल रहीं थीं। शिखा पागल हो रही थी चुदने के लिए।
मैंने अपने लंड का सुपाड़ा उसकी चूत पर रख कर थोड़ा सा धक्का दिया, सुपाडा पूरा चूत के अन्दर चला गया। शिखा की चीख़ निकल गई और वह बोली, हाय मैं मर गई, प्लीज़ बाहर निकालो !
मैं बोला- अभी एक मिनट में दर्द बन्द हो जाएगा और तुम्हें मज़ा आने लगेगा। अब मैंने थोड़ा सा लंड और अन्दर किया, शिखा चिल्लाने लगी, बोली, “प्लीज़ बाहर निकाल लो, नहीं तो मर जाऊँगी ! रुक जाओ प्लीज़ ! दर्द हो रहा है, अभी इतना ही अंदर डाल कर चोदो मुझे।”

मैं और मेरी बीवी की बड़ी बहन me or meri biwi ki badi bahan - SEX KAHANI IN HINDI

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मेरा नाम रवि है,उम्र 32 वर्ष,मैं टाटा नगर मे रहता हूं।मेरे परिवार मे मैं,मेरी 29 वर्षीय पत्नी निकिता,मेरे माता पिता है जो साथ मे रहते है।मेरी शादी 3 वर्ष पहले हुई।पत्नी सुंदर और सेक्सी है पर दुर्भाग्यवश बहुत ठंडी है, मैं और मेरी बीवी की बड़ी बहन हम बहुत कम ही सेक्स करते है और वो भी कोई बताने वाली बात जैसी नही है।निकिता की 6 बहने है,निकिता सबसे छोटी और नेहा सबसे बड़ी है।
नेहा की उम्र 43 है और 2 बेटों की माँ है।उसके पति मर्चेंट नेवी मे है,बच्चे होस्टल मे और वो जयपुर मे रहती है।पति अधिकतर जहाज पर ही रहते है तो नेहा अकेले ही रहती है।
एक और बहन का जिक्र करूँगा वो है चौथे नंबर की बहन,नताशा। वो 33 की होगी पर उसका डाइवोर्स होगया 2 साल पहले,शादी के बाद से ही उसका अपने पति से नही पता और अंत तलाक हो गया।उसका मानसिक संतुलन थोड़ा गड़बड़ था,और डाइवोर्स के बाद तो वो बहुत गंभीर डिप्रेसन मे चली गयी।फिलहाल हो अपनी बड़ी बहन के साथ जयपुर मैं रहती है।
ये घटना 3 महीने पहले की है जब मैं किसी काम से जयपुर गया था और नेहा के यह रुका था।उस समय घर पर सिर्फ नेहा और नताशा थी।नेहा 43 की है पर अपने को इतना मेन्टेन रखा है कि लगती नही है,गदराई जवानी है।फिगर 36 29 36 होगा।कपड़े भी वैसे ही सेक्सी पहनती है।सारी मे तो कयामत लगती है और जीन्स टॉप भी पहनती है।नताशा उतनी खास नही है,उसका 34 30 35 होगा।वो अपने पर। ध्यान नही देती और हमेशा गुमसुम रहती है।मैं शनिवार को सुबह सुबह पहुच गया था और अगले 2 दिन फ्री था,काम सोमवार से था। सुबह जब बेल्ल बजाया तो नेहा ने दरवाजा खोला,वो एक सेक्सी सी नाइटी मैं थी,मेरा तो वही खड़ा हो गया पर किसी तरह कंट्रोल किया,नताशा सोफे पर बेसुध सी पड़ी थी,कोई रिएक्शन नही।थोड़ी देर बात होने के बाद मैं नहाने गया,बाथरूम मैं देखा कि 2 जोड़ी ब्रा पैंटी पड़ा है तब मे, समझ गया कि दोनों ने अभी ही नहाया है।एक जोड़ी जॉकी का था,बहुत छोटी पैंटी थी,और ब्रा भी नए टाइप का था |
पत्नी से अच्छी चूत मिल गयी थी मुझे
मैं समझ गया ये नेहा का होगा,दूसरा साधारण सा था तो वो नताशा का होगा। मै दोनों को बारी बारी से सूंघा और मूठ मारने लगा,आज मूठ मारने मैं इतना मज़ा आ रहा था जितना तो पत्नी को चोदने मैं नही आता। फिर मैं नाहा कर बाहर आगया ,हमने नास्ता किया और बातें करने लगे।बात बात मैं हमने फ़िल्म देखने और डिनर बाहर करने का प्लान बना लिया।3 बजे हम मॉल के लिए निकले,जॉली एल एल बी की टिकट हमने ऑनलाइन बुक कर ली थी,4 का शो था।मैं साइड मे था,मेरे बाद नताशा फिर नेहा।नताशा तब भी बिना किसी जोश के बस बैठी हुई थी।फ़िल्म के दौरान मेरा कमीनापन जग गया और पहले नताशा के हाथ पर हाथ रख,कोई रिएक्शन नही,फिर धीरे धीरे कोहनी से चूची (बूब्स) दबाने लगा,फिर भी कुछ नही,अब मुझसे रहा नही गया और धीरे धीरे चूची का मज़ा लिया,मैं दर भी रहा था कि कही नेहा को पता न चल जाए।अब मैंने उसके जांग पर हाथ रखा और चूत तक ले जाने लगा पर टैब लगा कही नेहा देख न ले तो वापस कर लिया।फ़िल्म खत्म हुई,हमने कहना खाया और वापस आगये।मैन एक बात नोटिस की की नताशा लगातार बेसुध रहती है,उसको किसी चीज़ से कोइ मतलब नहीं।घर पहुचते ही नताशा चेंज करके बेडरूम मैं चली गयी टीवी देखने आए हम दोनों ड्रॉइंग रूम मैं बाते करने लगे।मैन भी चेंज कर लिया,बरमूडा और टीशर्ट पर नेहा सारी मैं ही थी।
मैं-नताशा पर बहुत खराब असर हुआ है।
नेहा-हा, उसके अब किसी चीज़ से को मतलब नही,बस पड़ी रहती है।
मै-डॉक्टर ने क्या बोला
नेहा-क्या बोलेंगे,बस दवाई खाना है और खुश रहने की कोशिश करना है
मै-बहुत खराब हुआ,अगर मेरी कोई भी मदत चाहिए होगी तो जरूर बताइयेगा।
नेहा-एक मदत तो चाहिए पर बोलने मैं खराब लग रहा है,पता नही कैसे बोलू।
मे-बोलिये न,खराब वाली क्या बात है दीदी,आप जो बोलेंगी नताशा दी के लिए,मैं करने का पूरा प्रयत्न करूँगा।
नेहा -ह्म्म्म नही रहने दी,तुमसे नही हो पाएगा
मै -पहले बोलिये तो सही
नेहा-एक सांस मैं…तुमको नताशा के साथ सेक्स करना होगा
मैं -क्या,पागल हो गयी हो क्या,क्या बोल रही हो पाता है
नेहा-मैं जानती थी तुम नही काटोगे इसीलिये नही बोल रही थी।
मैं और मेरी बीवी की बड़ी बहन
मै-पर ये अजीब बात है ना,मैं क्यों करू,अगर निकिता को पता चल जाएगा तो,और इससे फायदा क्या होगा नताशा को।
नेहा,पता तो तब चलेगा जब हम तीनो से कोउ बताएगा,तुम तो बोलोगे नही,नताशा से तो कोई आशा नही,मैं बोलूंगी नाह
मै-पर इससे फायदा
नेहा-देखो हर औरत की कई जरूरते होती है उमस सेक्स भी एक है,आज अगर सब कुछ सही रहता तो नताशा के लाइफ मे भी सेक्स होता,आज वो इतनी उम्र की है पर कभी किया नही,डिप्रेसन का एक कारण ये भी है।हो सकता है एक्स करने से अगर जोश आता है,अच्छा लगता है तो कुछ बेहतर हो जाए।
मैं-पर मैं ही क्यों
नेहा-तुम सबसे छोटे हो,और पता नही तुमपर भरोसा होरहा है,अगर नही कर सकते तो कोई बात नही
मैं-ठीक है मैं करूँगा पर एक शर्त है
ने-क्या
मै-तुमको भी वहां रहना होगा
ने-नही ये कैसे हो सकता है,तुम मुझको दीदी बोलते हो,मैं तुमसे बहुत बड़ी हु,
मै मैं करने नही बोल रहा बस रूम मैं रहने बोल रहा
ने ओक
मैं फिर चले
ने -हा चलो
टाइट चूत को चोदने का मज़ा
हम दोनों रूम मैं आगये,नताशा के एक तरफ नेहा लेत गयी पेट के बल मुह तकिया मैं घुसाकर और मैं एक तरफ।नताशा घुटने तक कि स्कर्ट और टॉप पहनी थी,मैं सिर्फ बरमूडा मैं आगया था।मैंने पहले उसके होठों को चूमना सुरु किया और साथ मैं चूची दबाना,वो कुछ भी सहयोग नही कर रही थी,अब मैं नीचे चूत तक हाथ लगाया और पैंटी के अंदर हाथ डाल कर उंगली करने लगा,बहुत टाइट चूत थी।
तभी मैन ध्यान दिया कि नताशा तो गहरी नींद मैं सो गई,मेरा दिमाग खराब हो गया,साला यहाँ लंड खड़ा है वो साली सो गई।तब मेरी नज़र नेहा के गांड पर गयी,मस्त मांसल गांड बगल मैं है और मैं इद्दर उधर सोच रहा हु।मैंने तुरंत अपना हाथ नेहा के गांड पर रख दिया,वो हड़बड़ा कर उठ गई और डांटने लगी,मैं नार्मल होकर बोला कि नताशा तो सो गई और मेरा लैंड खड़ा है,आप ही बताओ दीदी मैं क्या करूँ।उसको कुछ बोलने का नही हो रहा था,गर्म तो वो भी हो ही चुकी थी। मित्रो आप ये कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है | मैन फिर कहा कि आपने बोलने पर मैं ये करने को तैयार हुआ,आपकी बात मानी और आगे भी मानूंगा,आज नही तो कक्ल नताशा को खुसी देदूँगा पर अभी तो आप बात मान लो,अब वो भी लाइन पर आगयी थी,उसने कोई विरोध नही किया तो मैंने उसके होठों पर एक लंबा चुम्बन देदिया और चूची दबाने लगा।
मैं और मेरी बीवी की बड़ी बहन की चूत
मैंने बरमूडा खोल दिया और उसके भी सारी को उतार दिया।ब्लाउज ओएटिकोट मे तो कहर ढा रही थी।अब मैन उसे बैठा दिया और मुघ मैं लंड डाल दिया और वो चूसने लगी।मेरी बीवी कभी नही चुस्ती और बड़ी बहन मस्त मैं चूस रही।फिर मैंने उसके ब्लाउज और पेटिको उतारा, ब्रा और पैंटी मैं तो वो मेरे बीवी से भी सेक्सी लग रही थी।अब ब्रा खोलने की बारी थी,ब्रा खोल कर चुचिओ को चूमने और मसलने लगा,एक हाथ चूत मैं लगाया,चूत तो एकदम गर्म और गीली थी।अब नीचे जाकर चूत का रसपान करने लगा,नमकीन और गर्म।अब वो बहुत गर्म हो गई थी,और बार बार कमर मे झटके दे रही थी,समझ गया अब उसे लंड चाहिए,मैं उठ कर पर्स मे से कंडोम निकालने लगा तो उसने मना कर दिया,कहा आपरेशन हो चुका है तो कोई रिस्क है ही नही।मैं वापस आया,उसके टैंगो को उठाया और लंड डाला,साला एक बार मैं ही चला गया,थोड़ी देर किया फिर निकाल दिया,वो डालने को मिन्नत करने लगी,मैन कहा दीदी आज चुट मारने का मन नही,कुछ अलग करने का मन है,वो समझ गयी पर तैयार नही हुई और चूत मैं डालने को बोली,मैन कहा कि देखो,तुम्हारी बहन न मुघ मे लेती है न गांड मैं,तुम तो सेक्स की पुजारन हो,गांड मे लेलो,मज़ा तो आएगा ही,गारेंटी है।वो समझ गयी कि मैं नही मानने वाला तो तैय्य हो गयी।उसको जमीन पर बैठाया,वो बेड पकड़ कर डॉगी स्टायल मैं होगी,मैन लंड और गेंद के छेद पर तेल लगाया और डालना सुरु किया,रंडी का गांड भी वैसे ही खुला था,10 झटके मैं लंड चला गया,अब मैंने झटके देना सुरु किया,बीच बीच मैं चूची भी दबाता था,वो अपने एक हाथ से चुट मैं उंगली कर रही थी,थोड़ी देर मे वो झड़ गयई फिर मेरा भी झड़ गया।हम बाथरूम गए,शावर लिया और वापस आकर सो गए।

उसने मुझे नींद की गोली दी और फिर चुत को पूरी रात चोदता रहा में सिर्फ महसूस करती रही

उसने मुझे नींद की गोली दी और फिर चुत को पूरी रात चोदता रहा में सिर्फ महसूस करती रही Nind ki goli di or fir chut ko puri raat chodta raha me sirf mehsus karti rahiSunder Khubsurat Ladki ki chudai , Chut ke Maje , gand mari , khub choda , Masti se chod diya , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.
मामा अमेरिका से शादी अटेंड करने आए थे जो दिल्ली में थी। मामा को हमारी फेमेली के साथ शादी में जाना था लेकिन दिल्ली जाने से कुछ घंटे पहले मामी की तबीयत थोड़ी खराब हो गयी। ये देख सभी ने ये सोचा कि मामी को घर पर ही रहने दिया जाए और मुझे भी घर पर रुकना था क्योंकि मेरे एग्जाम का एक पेपर बाकी था। इसलिए में और मामी ही घर में रुके और साथ में घर की नौकरानी भी थी उसका नाम उषा था जो की मामी की तबीयत का ख्याल रखने के लिए रुकी हुई थी।
अब वो सभी लोग चले गए दिल्ली। मेरा भी सुबह पेपर था इसलिए में जाकर अपने बेड पर सो गया। फिर अगले दिन में अपना लास्ट पेपर देकर स्कूल से घर आया में हैरान हो गया ये देखकर की मामी ने एक टी-शर्ट पहन रखी थी और नीचे उन्होने एक फुल टाईट सीलेक्स पहन रखी थी। तभी उन्होने मुझे देखकर स्माइल दी और फिर मुझसे लंच के लिये पूछा, मैने हाँ कहा और फिर मामी किचन में चली गयी और मेरे लिए सेंडविच बनाने लगी। फिर में उन्हे अपने रूम में से देख रहा था। किचन में मेरी नज़र अब बार बार उनके घुटनो से नीचे उनकी गोरी मोटी भारी हुई लंबी पिंडलियों की हेल्थी शेप पर और उनकी फैली हुई मोटी मोटी जांघों पर जो बहुत बड़ी और वाईट थी और साथ ही गोल और लंबी भी थी पर मेरी नजर जा रही थी और उनके हिप्स बहुत उभार में और भारी थे।
फिर अब ये देख देखकर मेरे माइंड में प्लानिंग चलने लगी कि मुझे क़िसी भी तरह मामी की हेल्थी भारी हुई पिंडलियो और मोटी मोटी जाघों को रग़ड रग़ड कर चूमना है। मैने इससे पहले कभी किसी भी औरत की इस तरह की टाँगो को और जाघों को नहीं देखा इतनी बड़ी गोल हेल्थी और मोटी मोटी। अब में प्लानिंग करने लगा और अब में मामी से ज़्यादा नज़दीकियां बनाने लगा। वो मुझे अच्छा समझने लगी थी।
फिर मैने मामी से कहा कि मुझे उनके साथ सोना है, क्योंकि मुझे अकेले डर लगता है। वो मेरी ये बात मान गयी मैने उन्हे बिल्कुल भी डाउट नहीं होने दिया कि में क्या करने की सोच रहा हूँ। तभी में अपनी मम्मी के रूम में गया और वहाँ उनकी अलमारी मे से एक नींद की गोली का पत्ता उठा लाया। मेरी मम्मी भी स्लीपिंग पिल्स लेती थी ये मुझे ध्यान था। फिर उन्हे मुझे अपनी मीठी बातों मे लेना शुरू किया मैने अब मामी को स्लीपिंग पिल्स खिलाने की तरकीब निकाली मैने मामी से कहा कि अगर वो सोने से पहले एक ग्लास दूध पीकर सोएगी तो उन्हे अच्छी नींद आयेगी, मेरी ये बात बोलने पर केली मामी राज़ी हो गई थी। अब खाना खाने केली मामी बैठ गई लेकिन मैने पहले से ही एक ग्लास दूध निकाल कर उसमें एक स्लीपिंग पिल्स की गोली डालकर रख दी थी। तभी खाने के कुछ देर बाद उन्होने दूध पीया और फिर बेड पर सोने चली गयी और में भी उनके साथ बेड पर चला गया सोने के लिए। मैने अब टीवी ओन कर ली और उन्हें कहा कि आप मेरे सर की तरफ अपनी टांगे कर के सो जाए, तभी उन्होने कहा क्यों मैने कहा टीवी की लाईट आपकी आँखो पर नहीं आएगी मामी मान गयी और मेरे सर की तरफ अपनी टांगे कर के सो गयी।
अब में बहुत खुश हुआ। अब में मामी का गहरी नींद में जाने का वेट करने लगा था लेकिन मामी मेरी इस हरकत से बिल्कुल बेख़बर थी, जो में करने वाला था। फिर में मामी का इतना विश्वास जीत चुका था कि अगर कोई उन्हे बोल भी दे तो भी वो नहीं मानेगी कि में उन पर बुरी नज़र रखता हूँ। वो मुझे अभी छोटा बच्चा ही समझती थी। मामी को ये बिल्कुल नहीं मालूम था कि ये सब मेरी प्लानिंग है।
अब मेरी नज़र उनकी गोल हेल्थी पिंडलियों पर और उनकी मोटी मोटी बड़ी जांघों पर थी। जिन्हे चूमने के लिए में बेताब हो रहा था। अब वो बेख़बर होकर सो रही थी और गहरी नींद में जा चुकी थी। मामी मेक्सी पहन कर सो रही थी और में मामी के कंबल में सो रहा था। मामी का मुहं कंबल से बाहर था। ये देखकर मैने अपना मुहं कंबल मे डाल लिया और उनकी टाँगो के पास अपना मुहं ले जाने लगा और फिर अपने मुहं को मामी की टाँगों के बिल्कुल पास ले गया। अब मेरा मुहं मामी की टाँगो के बहुत ही ज़्यादा पास था। मामी की मेक्सी घुटनो तक ऊपर उठी हुई थी, में उनकी टाँगो की स्मेल को महसूस कर सकता था।
अब में धीरे धीरे अपने आप को नीचे किया और धीरे धीरे कोशिश करके अपने मुहं और होंटो को मामी की मोटी भारी हुई टाँगो की और ले गया। फिर मैने अपने काँपते होंठो से मामी की भरी हुई हेल्थी पिंडलियो को हल्का हल्का चूमना शुरू किया और कुछ ही पल मे उन्हे हल्का सा होश आया बाद में फिर वो दूसरी टाँग को अपनी उस टाँग पर उस जगह फिराने लगी जिस जगह में उन्हे हल्का हल्का चूम रहा था और फिर मामी ने अपनी करवट बदल ली और सो गयी। अब उनकी पीठ की तरफ में सो रहा था, तभी मैने देखा कि केली मामी बहुत गहरी नींद मे है। फिर में कुछ देर रुका और फिर से मैने उनकी टाँगो को हल्का हल्का होंठ के बिल्कुल हल्के होठ से चूमना शुरू कर दिया लेकिन उनकी नींद फिर से टूट गयी। अब इससे पहले की मामी कुछ हरकत करती मैने अपनी पोज़िशन नींद की बना ली और तभी मामी उठी और उन्होने कंबल उठाया और ध्यान से बिस्तर को देखने लगी। फिर उन्होने अपनी नज़र मेरे ऊपर डाली में सोने का नाटक कर रहा था। फिर उन्होने मुझे सोता हुआ देख फिर से कंबल डाला और सो गयी उसके बाद मेरी हिम्मत नहीं हुई कि में दुबारा से ये हरकत करूं।
तभी मुझे लगा कि अगर केली मामी को मालूम हुआ कि मेरी नियत खराब है तो वो मुझे मारेगी और मेरी शिकायत कर देगी मेरे पेरेंट्स से और में अपने प्लान पर फैल हो जाऊंगा। फिर ये सोच कर में भी सो गया। अगले दिन जब में उठा तो मैने देखा कि मामी किचन में ब्रेकफास्ट बना रही है। में किचन में गया मुझे देखकर वो बोली रात को कुछ ख़टमल उनकी टाँगो पर गुदगुदी कर रहे थे, तुम तो बड़ी गहरी नींद में थे, में बोला पता नहीं। अब में बड़ा प्लान सोच रहा था।
अब में शाम का वेट करने लगा था। फिर लंबे इंतज़ार के बाद शाम हुई, अब मामी रात के खाने की तैयारी कर रही थी। तभी कुछ देर बाद जब खाना बना तो हम दोनों ने एक साथ बैठकर खाना खाया और फिर केली मामी ने अब दूध भी पी लिया था, जिसमे नींद की दो गोलियां थी कुल मिलाकर केली मामी नींद की दो गोलियां ले चुकी थी। अब उन्हें कुछ पलो में उन्हें बहुत गहरी नींद आने लगी और वो बेड पर कंबल डालकर सो गयी में कुछ देर तक टीवी देखता रहा और केली मामी का पूरी तरह नींद मे जाने का वेट कर रहा था।
थोड़ी देर बाद मैने केली मामी की नींद को चेक करने के लिए मैने उनसे कहा कि मुझे बहुत डर लग रहा है, लेकिन उनका कोई रिप्लाइ नहीं था। फिर मैने केली मामी को ज़ोर से हिलाया और अपनी बात फिर से कही लेकिन केली मामी बिल्कुल पत्थर हो चुकी थी। अब में समझ गया था की केली मामी बिल्कुल गहरी नींद मे सो गयी है। फिर मैने थोड़ी सी हिम्मत करके में उनकी नाईटी को धीरे धीरे ऊपर करने लगा और फिर मैने केली मामी की नाईटी को उनके घुटनो तक ऊपर कर दिया और फिर उनके टाँगो की उंगलियो से लेकर उनके घुटनो तक की टाँगो को हल्का हल्का चूमा, अब मेरी बॉडी ठंडी हो रही थी, मेरे हाथ बिल्कुल ठंडे चुके थे, मुझे बहुत ज़्यादा अच्छा लग रहा था।
फिर में उनकी भारी हुई मोटी हेल्थी पिंडलियो को चूम रहा था। अब मेरी हिम्मत और ज़्यादा बढ़ गयी मैने केली मामी की नाईटी को धीरे धीरे और ऊपर कर दिया बिल्कुल उनके गले तक कर दी। अब में उनकी ब्लेक कलर की ब्रा को और ब्लेक पेंटी को देख रहा था और तभी मेरी नज़र उनकी मोटी मोटी फैली हुई बड़ी बड़ी जांघों पर पड़ी। मैने केली मामी की मोटी मोटी गोरी जांघों पर हाथ फिराया और फिर अपने मुहं को उनकी जांघों पर ले गया और फिर उनकी फैली हुई मोटी मोटी गोरी जाँघो को चूमने लगा। इससे मेरी हार्ट बीट बढ़ गयी और मेरी बॉडी बिल्कुल ठंडी हो गयी।
क्योंकि में उनकी मोटी मोटी जांघो की नरम सतह को अपने होंठो पर महसूस कर रहा था और उनकी जांघो की नमीं सी स्मेल अपनी नाक मे स्मेल कर रहा था और फिर एक घंटे तक केली मामी की टाँगो को और मोटी मोटी जांघों को रग़ड़ रग़ड़ कर चूमता रहा। कभी में केली मामी की टाँगो को घुटनो से मोड़ देता जिससे उनकी पिंडलियां और मोटी हो जाती और में उनकी पिंडलियों को पागलों की तरह रग़ड़ रग़ड़ कर चूमता और फिर उनकी मोटी मोटी जांघो पर जाता और उन्हे भी चूमता क्योंकि घुटनो से टाँगो को मोड़ने से जांघ भी थोड़ी और मोटी हो जाती और कभी में केली मामी की एक टाँग को दूसरी बेंड हुई टाँग पर रख देता और फिर उनके ऊपर रखी हुई टांगो को रग़ड़ रग़ड़ कर चूमता मेरे उनकी टाँगो और जांघो को चूमते वक़्त मेरे मुहं से पुच पुच की आवाज़ भी आ रही थी।
फिर अपने होंठो से और हाथो से सहलाने के बाद मैने उनकी पेंटी उतार दी और उनकी चूत को अपने मुहं में डालकर चूसने लगा और फिर मैने अपना लंड जो बहुत ज़्यादा टाईट हो चुका था। मैने उनकी चूत में अपने लंड को डाला और जोर जोर से धक्के देकर ऊपर नीचे हिलाने लगा। अब मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर और ऊपर मेरे मुहं में उनके बूब्स थे जिन्हे में जोर जोर चूस रहा था। फिर बहुत देर तक ये सब करने के बाद मैने अपनी स्पीड एकदम से बड़ा दी क्योंकि में अब झड़ने लगा था और फिर मैने अपना वीर्य जोर जोर के गहरे धक्को के साथ उनकी चूत मे छोड़ दिया था।
ये मैने पहली बार किया और अपनी वर्जिनिटी खो दी। अब मेरी अग्नि शांत हो चुकी थी और तभी मैने फिर से सब कुछ पहले जैसी कंडीशन में कर दिया। जिससे केली मामी को उठने के बाद सब कुछ पहले जैसा लगे और उन्हें बिल्कुल भी कुछ अजीब सा ना लगे और इससे मेरी चिंता भी दूर हो गई।
अब ठीक वैसा ही हुआ, केली मामी को कुछ भी शक नहीं हुआ लेकिन वो बहुत देरी से उठी थी लगभग दोपहर के वक़्त पर उनका दिमाग नॉर्मल था। जैसा कि पहले अब मेरी हिम्मत बहुत ज़्यादा बड़ चुकी थी। अब में हर रात को दूध मे नींद की गोलियां मिलाता और फिर केली मामी बेड पर बिल्कुल बेहोश हो जाती और में केली मामी की भरी हुई गोल मोटी लंबी पिंडलियो को और उनकी फैली हुई भारी बड़ी मोटी मोटी जांघों को रग़ड़ रग़ड़ कर ज़ोर ज़ोर से चूमता कभी उनकी टाँगो के नीचे छूकर उनकी टाँगो को ऊपर करके उनकी मोटी मोटी जाँघो को अपने मुहं पर रखता, तो कभी केली मामी को खुद पर लिटा कर अपनी नाक और होठो को उनकी मोटी मोटी जाँघो मे दबा कर ज़ोर से रगड़ते हुए नीचे सरकाता और फिर धीरे धीरे रग़ड़ते हुए ऊपर आता, फिर केली मामी के बूब्स चूसता और फिर मौका देखकर उनकी चूत तक पंहुच कर चूत चाटता और फिर में हर रात अपना लंड उनकी चूत मे डालकर उन्हें जोर जोर के धक्को के साथ चोदता।
ये काम एक वीक तक ऐसे ही चलता रहा में हर बार बस उनकी चूत चोदने लगा था। फिर उसके बाद मेरी फेमेली और मामा आ गए थे फिर मामा एक वीक हमारे घर पर रुके और फिर वो अपनी फेमेली को लेकर अमेरिका निकल गए। मैने केली मामी को बहुत मिस किया और करता हूँ। याद है तो वो 7 रातें जिन्हे में कभी नहीं भूल सकता जो सिर्फ़ मुझे याद है और उन्हे में आज भी महसूस करता हूँ। तो दोस्तों ये थी मेरी और मेरी मामी की कहानी ।
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