पहली बार में ही कुतिया बन गयी - Pahli baar ki chut chudai kutiya bankar

पहली बार में ही कुतिया बन गयी - Pahli baar ki chut chudai kutiya bankar, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मीरा है और में 21 साल की हूँ। ये कहानी तब की है जब में कॉलेज के फर्स्ट ईयर में थी। मेरी हाईट 5 फुट 2 इंच है और मेरे बूब्स की साईज 34C-28-37 है, गोरा रंग और तीखे नैन नक्श है, कुल मिलाकर मस्त फिगर और सुन्दर चेहरा है। कॉलेज में हमारे ग्रुप में राज नाम का एक लड़का था, जिसके में ज़्यादा नजदीक थी। हम लोग काफ़ी टाईम साथ में बिताते थे और दिल ही दिल में एक दूसरे को पसंद करते थे, लेकिन कभी अपनी फीलिंग को बताया नहीं था। राज 5 फुट 10 इंच की हाईट वाला सुंदर लड़का था।

एक दिन की बात है हम लोग कॉलेज कैम्पस में कोल्ड ड्रिंक पी रहे थे, तभी पास में क्रिकेट खेल रहे लड़को की बॉल मेरे बूब्स पर लगी और मेरी कोल्ड ड्रिंक मेरे टॉप पर गिर गयी। मैंने उस दिन सफ़ेद टॉप पहना था, जिसका कपड़ा पतला था। अब गीली होने के कारण मेरा टॉप मेरे बूब्स से चिपक गया और मेरे बूब्स साफ दिखाई देने लगे। उस टाईम वहाँ पर मौजूद सारे लड़को की नज़र मेरे बूब्स पर टिक गयी और वो लोग घूर कर मेरे बूब्स को देखने लगे। तभी मेरी एक फ्रेंड ने अपना स्टॉल मेरे ऊपर डाला और मुझसे कहा कि में घर जाकर ड्रेस चेंज करके आ जाऊं, वरना कोल्ड ड्रिंक का दाग नहीं निकलेगा। फिर मैंने उसकी बात मान ली और राज को अपने साथ बाइक पर चलने को बोला। मेरा घर कॉलेज से 10 मिनट की दूरी पर ही था, अब घर पहुँच कर राज ने मुझसे बोला कि में बाहर इंतजार करता हूँ तू चेंज करके जल्दी आजा। फिर मैंने उसे बोला बाहर खड़ा होना अच्छा नहीं लगता तू अंदर ही आजा, उस टाईम मेरे घर पर कोई नहीं था, मेरे मम्मी-पापा दोनों ऑफिस गये हुए थे।

अब अंदर आकर जैसे ही में दरवाजा बंद करने के लिए मुड़ी तो राज ने मुझे पीछे से कसकर पकड़ लिया और मेरे टॉप के अंदर हाथ डालकर मेरे बूब्स दबाने लगा। फिर एक झटके में उसने मेरी टॉप उतार दी और मेरी ब्रा खोल दी और मुझे अपनी तरफ घुमाकर मुझे किस करने लगा। अब में भी उसे किस करने लगी, अब उसके हाथ मेरे बूब्स पर थे और वो उन्हें ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था। अब में उसके सामने टॉपलेस थी, में सिर्फ़ अपनी स्कर्ट में थी। अब उसने मुझे सोफे पर लेटा दिया और मेरे बूब्स चूसने लगा, जैसे छोटा बच्चा दूध पीता है। अब वो धीरे-धीरे मेरी पूरी बॉडी को किस करता हुआ नीचे की तरफ जाने लगा और अपना एक हाथ मेरी स्कर्ट में डालकर मेरी पेंटी के ऊपर से मेरी चूत को सहलाने लगा। अब मेरी चूत गीली हो चुकी थी। फिर उसने एक झटके से मेरी पेंटी खींचकर उतार दी और मेरी चूत को चूसना शुरू ही किया था कि मेरी फ्रेंड का का फोन आया और बोली कि तू तो घर जाकर ही बैठ गयी, लेक्चर शुरू होने वाला है।

फिर हम लोग जल्दी-जल्दी तैयार होकर कॉलेज पहुँच गये और चुपचाप क्लास में लास्ट की सीठ पर बैठ गये। अब लेक्चर के बीच-बीच में राज मेरी स्कर्ट में हाथ डालकर मेरी चूत को पेंटी के ऊपर से रब कर देता, जिससे पूरे लेक्चर में मेरी पेंटी गीली रही। फिर थोड़ी देर में मेरे फोन पर उसका मैसेज आया “बाकी का काम कॉलेज के बाद पूरा करेंगे” अब मैसेज पढ़ते ही मेरी पूरी बॉडी में जैसे करंट दौड़ गया था। अब कॉलेज ख़त्म होते ही हम सीधे मेरे घर पहुँचे और दरवाजा लॉक करते ही वो मुझ पर टूट पड़ा और मुझे जोर-जोर से किस करने लगा। अब हम मेरे बेडरूम में चले गये थे। अब बेडरूम में ले जाकर उसने मुझे बेड पर लेटा दिया और मेरी ब्रा उतार कर मेरी पूरी बॉडी पर किस करने लगा और मेरे बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा। अब मेरे मुँह से ज़ोर-ज़ोर की आवाज़े निकल रही थी और अब में बहुत गर्म हो चुकी थी।

फिर उसने मेरी पेंटी उतारी और मेरे पैर उठाकर मेरी चूत को चाटने लगा, जैसे कोई बच्चा आइसक्रीम चूसता है अहह उम्म्म्मम अब में मस्ती में झूम रही थी। फिर उसने अपनी उंगली मेरी चूत में डाल दी और ज़ोर-ज़ोर से फिंगरिंग करने लगा। अब मुझे हल्का-हल्का दर्द हो रहा था, लेकिन मज़ा भी आ रहा था। फिर थोड़ी देर फिंगरिंग करने के बाद उसने अपनी अंडरवियर उतारी ओह गॉड उसका 6 इंच का लंड देखकर तो में घबरा गयी और मैंने बोला कि प्लीज राज में नहीं ले पाऊँगी, लेकिन वो नहीं रुका और अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा, अब मुझे बहुत दर्द हो रहा था और मैंने दर्द के मारे रोना शुरू कर दिया था। तब वो उठा और मुझे अपने ऊपर बैठने को बोला और मेरी कमर पकड़ कर मुझे अपने लंड पर बैठाने लगा।

पहली बार में ही कुत्ती बनाकर चोदा - Pahli baar mein hi kutti banakar choda

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अब में धीरे-धीरे उसका लंड अपने अंदर लेने लगी थी, तभी उसने झटके से मुझे नीचे किया और उसका पूरा 6 इंच का लंड मेरे अंदर चला गया। अब दर्द के कारण मेरी चीख निकल गयी और अब मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे मेरी चूत फट गयी है। तब उसने मेरी कमर पकड़ कर ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया और अब मेरा दर्द मजे में बदलने लगा था। अब मैंने इन्जॉय करना शुरू कर दिया था। अब वो अपने लंड को धीरे-धीरे मेरी चूत में अन्दर बाहर कर रहा था, वो बीच-बीच में मेरे बूब्स पर हल्के-हल्के चांटे मारता तो कभी मेरे निप्पल को चिमटी भरता और मेरी चीख निकल जाती। अब करीब 10 मिनट तक किसिंग और फुकिंग के बाद में तुरन्त डॉगी पोज़िशन में आ गई। फिर उसने 10 मिनट तक मेरी जोर-जोर से झटके देकर मेरी चुदाई की। अब मेरी चूत बहुत बुरी तरह से दर्द कर रही थी और हम लोग करीब 30 मिनट तक ऐसे ही नंगे एक दूसरे की बाहों में लेटे रहे। अब हम बीच-बीच में एक दूसरे को किस करते तो कभी वो मेरे बूब्स चूसता और उसके बाद वो अपने घर चला गया। फिर रात को उसका मैसेज आया।

राज – तेरी चूत बहुत टेस्टी है, फिर चाटने का मन हो रहा है।

अब मैसेज पढ़ते ही मेरे गाल लाल हो गये और मैंने तुरन्त जवाब दिया।

में – तो तुझे रोका किसने है?

राज – देख तुझे तो कल बताता हूँ, तेरी चूत का चोदकर बुरा हाल ना किया तो।

में – में तुम्हारा इंतजार करुँगी, जानेमन।

राज – साली तू तो एक बार में ही कुत्तिया बन गयी है।

में – तुने ही तो बनाया है, कमीने।

राज – तुने अभी क्या पहना है?

में – पजामा और टॉप।

राज – उतार कर पूरी नंगी हो जा और एक हाथ से अपने बूब्स दबा और एक हाथ से फिंगरिंग कर और सोच कि में तुझे अभी चोद रहा हूँ।

अब मैसेज पढ़ते ही मेरी चूत गीली हो गयी और वही करने लगी जो उसने कहा, तभी उसका मैसेज आया।

राज – क्या हुआ?

में – कुछ नहीं।

राज – बस अब रुक जा, कल के लिए भी कुछ रहने दे।

ठीक है कल कॉलेज के बाद मेरे घर पर मिलते है, गुड नाईट।

में – गुड नाईट।

उसके बाद हम लोग कॉलेज में बिल्कुल नॉर्मल फ्रेंड्स की तरह रहते और कॉलेज के बाद लगभग रोज़ मेरे घर पर मिलते, कई बार कॉलेज में भी अकेले में उसने मेरी पेंटी उतार कर रख ली और कभी लेक्चर्स में मेरी स्कर्ट में हाथ डालकर फिंगरिंग करता रहता। एक दिन उसने मुझे रात में फोन किया और बोला कि तुझे देखने का बहुत मन है प्लीज अपनी बालकनी में आ जा, में नीचे ही खड़ा हूँ। फिर मैंने बालकनी में जाकर देखा तो वो बाहर ही खड़ा था। अब वो मुझे देखकर बोला कि अपनी टॉप उतार कर नीचे फेंक दे।

में – क्या? ये तुम क्या बोल रहे हो?

राज – जो बोला है वो कर साली कुत्तिया।

में – ओके रुको, अभी देती हूँ और मैंने अपना टॉप और ब्रा नीचे फेंक दी, जो उसने नीचे पकड ली थी।

राज – हँसते हुए, साली तू तो पक्की कुत्तिया हो गयी है, अपनी बालकनी में आधी नंगी खड़ी है। चल अब ऐसे ही खड़े होकर मुझसे से बातें कर।

अब बालकनी में हल्की हल्की लाईट आ रही थी, जिसमें साफ पता चल रहा था कि मैंने ऊपर कुछ नहीं पहना है। अब ठंडी हवा से मेरे निप्पल कड़क हो गये थे। फिर मैंने उसे बताया तो उसने मुझे अपने बूब्स पकड़ कर निप्पल मुँह में डालने को बोला, तो मैंने वैसा ही किया। फिर उसने मुझे अपने बूब्स रेलिंग से बाहर की तरफ लटकाने को बोला, तो मैंने वैसा ही किया। अब हम लोग करीब आधे घंटे से ऐसे ही बात करते रहे। अब वो मेरा टॉप अपने साथ लेकर चला गया और अगले दिन कॉलेज में वापस किया। उस दिन में ऐसे ही आधी नंगी सोई और पूरी रात मेरी चूत गीली रही।

एक रात उसने मुझे मिलने के लिए मेरी बिल्डिंग की सीढ़ियों पर बुलाया और मुझे किस करने के बाद उसने मुझे अपना लंड चूसने को बोला। मैंने ऐसा कभी नहीं किया था तो मैंने उसे मना कर दिया, लेकिन उसने जबरदस्ती मेरा मुँह अपने लंड की तरफ किया। अब मेरे मना करने पर भी उसने मेरी टॉप उतार दी और अपना लंड मेरे मुँह में ज़बरदस्ती डालकर बोला कि चूस साली, नहीं तो अभी ज़ोर से बोलूँगा तो सब लोग जाग जायेंगे और तुझे इस हालत में देखेंगे। फिर में चुपचाप एक अच्छी कुत्तिया की तरह उसका लंड चूसने लगी। फिर थोड़ी देर तक लंड चुसवाने के बाद उसने मेरा पजामा उतार दिया और वहीं सीढियों पर मुझे डॉगी स्टाइल में चोदने के बाद मेरा टॉप, ब्रा और पेंटी अपने साथ ले गया और में बिना अपने टॉप के सिर्फ़ पजामे में दो फ्लोर नीचे अपने घर गयी और ऐसे ही सो गयी। फिर उसने अगले दिन मेरे कपड़े वापस दे दिए। फिर हम ऐसे ही दो साल तक चुदाई करते रहे, अब कॉलेज के बाद वो पढाई के लिए दूसरी सिटी में चला गया और कुछ महीने बाद मेरी शादी तय हो गयी तो मेरी उससे बातचीत ख़त्म हो गयी ।।

धन्यवाद …

मौसी की चूत की दहकती आग बुझाई - Mausi Ki Chut Ki Dahakati Aag Bujhai

मौसी की चूत की दहकती आग बुझाई - Mausi Ki Chut Ki Dahakati Aag Bujhai, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और मेरा घर भुवनेश्वर का नयापल्ली में है और इस स्टोरी की हिरोइन मेरी मौसी है। मेरी उम्र 31 साल है और में शादीशुदा हूँ, मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच और स्लिम फिट बॉडी है, मेरे लंड का साईज़ 5 इंच लम्बा है। ये बात 8 नवम्बर 2015 की है, जब में अपने घर में अकेला था और बोर हो रहा था तो मैंने सोचा कि कुछ घर की सफाई कर ली जाए तो में घर की सफाई कर रहा था क्योंकि दीवाली जो आने वाली थी।

तभी मेरी मौसी मेरे घर आई तो मैंने जैसे ही उन्हें देखा तो बस देखता ही रह गया। उसने काले रंग की साड़ी पहनी हुई थी, उस पर उसका गोरा चिट्ठा सा रंग निखर रहा था। फिर मैंने उनसे कहा कि आइए  आपका स्वागत है, तो वो अंदर आ गई और सोफे पर बैठ गई। अब में आपको थोड़ा मौसी के बारे में बता दूँ, उनका जून 2013 में तलाक हो चुका है और उनके एक 10 साल का लड़का भी है, लेकिन क्या बताऊँ? वो आज भी क़यामत है। जब वो चलती है तो उनकी गांड में अजीब सी लचक आती है और फिगर साईज तो मानो 36-30-34 है। फिर उसने पूछा कि घर पर कोई नहीं है क्या? तो मैंने कहा कि सब बाज़ार गये हुए है, थोड़ी देर में आ जाएगें। अब में सफाई कर रहा था तो में थोड़ा ऊपर था और वो मेरे ठीक नीचे आकर बैठ गई, जिससे मुझे उसकी दूध भरी चूची की गहराई साफ़-साफ़ नज़र आ रही थी।

फिर मैंने जानबूझ कर रंग की कुछ बूंदे उनके स्तन पर गिरा दी, ताकि वो जाकर कपड़े साफ करे और मुझे उनकी चूची देखने को मिले। फिर वो थोड़ा सा चिल्लाते हुए बोली कि क्या करता है? थोड़ा देखकर रंग लगा तो मैंने उनसे कहा कि आप बैठे ही ऐसी जगह पर है जहाँ पर रंग तो गिरेगा ही, वैसे आपको एक बात बताऊँ ये रंग गिरने से आप बहुत सुंदर दिख रही हो। तो उसने हट कहा और हँसते हुए बाथरूम की और जाने लगी। फिर वो थोड़ी देर में वापस आई। अब उसने अपनी ड्रेस भी चेंज कर ली थी और कहने लगी कि लाओ में भी तुम्हारा हाथ बटा दूँ। फिर मैंने कहा कि रहने दीजिए, लेकिन वो जिद करने लगी और मैंने उनसे कहा कि जैसी आपकी मर्ज़ी। अब वो भी काम कर रही थी, फिर लगभग 1 घंटे के बाद वो थक गई तो वो आराम करने के लिए बेड पर चली गई। फिर मैंने भी आराम करने के लिए काम करना छोड़ दिया। फिर मैंने मौसी से कहा कि चाय पीओगी, तो वो बोली कि ठीक है। फिर मैंने जल्दी ही चाय बना दी, अब जब वो चाय पी रही थी तो उनका आँचल बार-बार नीचे गिर रहा था।

फिर मैंने कहा कि आँचल तो ठीक रखो, तो वो उठकर ठीक करने लगी, लेकिन उनका पल्लू नीचे गिर गया और मेरे मुँह से अचानक निकल गया कि क्या चूची है? तो वो हट कहते हुए कहने लगी कि हाँ तेरे मौसा जी भी ऐसे ही कहते थे, लेकिन अब तो बस। फिर मैंने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि क्या अब आपको उनकी याद नहीं आती? तो वो मुझसे लिपट गई, जिससे उनका स्तन मेरे सीने में रगड़ रहा था। फिर मैंने भी उन्हें अपनी बाँहो में ले लिया और उनके गले पर किस कर दिया। अब वो भी अपने आपको फ्री करते हुए मुझे किस करने लगी थी। फिर मैंने कहा कि मौसी क्या आपको मौसा जी के बिना रात अच्छी लगती है? तो वो नहीं का जवाब देते हुए कहने लगी कि आज तूने एक औरत को जगाया है। तो मैंने उन्हें अपनी बाँहो में उठाकर बेड पर प्यार से रखा और कहा कि क्या आपको अपनी इच्छा का कोई ख्याल नहीं है? तो वो बस रोने लगी।

फिर मैंने उन्हें शांत किया और धीरे से उनकी टांगो को सहलाना शुरू कर दिया और उनकी साड़ी को ऊपर करने लगा। अब वो भी कुछ समझ गई थी कि लड़का बड़ा हो गया है और औरत मर्द के रिश्ते को समझता है, तो वो कुछ नहीं बोली और फिर मेरे हौसले बढ़ते गये। फिर मैंने धीरे-धीरे उनकी पूरी साड़ी उतार दी, फिर मैंने उनकी चूची को मसलते हुए उनका ब्लाउज भी उतार दिया। अब उनकी चूची देखकर तो में किस करने लगा, अब उनका निप्पल सख्त हो गया था। फिर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और अब में उनकी पेंटी को उतारने लगा था और वो गर्म होने लगी और मैंने धीरे से अपना हाथ उनकी चूत पर रख दिया। अब मेरा लंड तो खड़ा हो गया था, अब मौसी ने मेरे लंड को पकड़ लिया था। फिर मैंने उनकी दोनों टांगो को फैलाते हुए अपना मुँह उनकी चूत पर रख दिया और चाटने लगा। अब उनकी चूत पर मेरी जीभ लगते ही वो पागल सी हो उठी और कहने लगी कि आईईइ प्लीज़ और ज़ोर से किस कर। अब में अपने एक हाथ से उनकी चूची मसल रहा था और अपनी जीभ से उनकी चूत को चाट रहा था।

फिर लगभग 5 मिनट के बाद मैंने उनकी दोनों टांगो को अपने कंधे पर रख लिया। अब मेरे लंड को देखकर मौसी ने कहा कि इतना तो तेरे मौसा का भी नहीं था, अब मत रुक, प्लीज़ मुझे कुछ कर। फिर मैंने अपना लंड उनकी चूत के ऊपर रखा और एक हल्का सा धक्का दिया तो मेरा सुपाड़ा उनकी चूत में घुस गया और उसके मुँह से आआहाआ असशह अशसस्स्स्स की आवाज़ आने लगी, क्योंकि उनकी चुदाई पिछले 2 सालों से नहीं हुई थी और उनकी चूत थोड़ी टाईट हो गई थी। अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, फिर मैंने अपना लंड बाहर निकालकर एक ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधा लंड उनकी चूत के अंदर चला गया और फिर हम दोनों मस्ती में डूब गये। फिर वो उनके हाथ से मेरे कूल्हों को पकड़कर अपनी और खींचने लगी और मेरा लंड पूरा ही उनकी चूत में घुस गया।

अब पूरे कमरे में पच-पच की आवाजे आने लगी थी और अब हम दोनों पूरी मस्ती में आ गये थे। अब मुझे ज़ोर से चोद, आज में बड़े दिनों के बाद चुदी हूँ ऐसी आवाजे आने लगी थी। फिर थोड़ी देर के बाद में झड़ने वाला था, लेकिन मौसी अभी झड़ने वाली नहीं थी तो में उनकी चुदाई रोककर उन्हें किस करने लगा और फिर उनका पानी आने को हो गया। फिर मैंने एक बार में जोरदार धक्का मारकर अपना लंड उनकी चूत में अंदर डाल दिया। अब पच-पच की आवाज के साथ में भी झड़ने वाला था तो मैंने पूछा कि क्या आपका पीरियड टाईम ख़त्म हो गया है? तो वो बोली कि नहीं। फिर मैंने कहा कि अंदर गिरा दूँ तो उन्होंने कहा कि गिरा दे और मैंने पूरे जोश में पच-पच की आवाज के साथ उनकी चूत को अपने वीर्य से भर दिया। अब हम दोनों बहुत मज़े ले रहे थे, फिर में उनके ही ऊपर ही लेट गया और उन्हें किस पे किस करता रहा। फिर मौसी ने कहा कि सचमुच तुम बहुत अच्छा चोदते हो और में तुझसे चुदकर धन्य हो गई ।।

धन्यवाद …

अनजान भाभी को उनके घर में चोदा - Anjan Bhabhi Ko Unke Ghar Main Choda

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हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आर्यन है और में नॉएडा सेक्टर 11 में रहता हूँ, में शादीशुदा हूँ और नॉएडा में ही जॉब करता हूँ। आप सब को तो आजकल का जॉब कल्चर पता ही होगा। 9 घंटे तक बैठे बैठे आदमी का सब पुर्जा ढीला हो जाता है, इसलिए मैंने एक जिम जॉइन किया। में रोजाना जिम जाता था और वो एक यूनिसेक्स जिम था, वहाँ खूबसुरत लड़कियाँ, आंटियां आती थी। में थोड़ा शर्मीला टाईप का हूँ तो में जिम जाकर अपना एक्सरसाईज करता और घर आ जाता। एक दिन में जब जिम गया तो मैंने देखा कि एक बहुत ही खूबसूरत लेडी एक्सरसाईज़ कर रही थी। मैंने उस पर ध्यान नहीं दिया और अपनी एक्सरसाईज़ में लग गया। फिर वो भी मेरे बगल में आकर एक्सरसाईज करने लग गई और ऐसे ही कुछ दिन बीत गये। फिर करीब 1 हफ्ते के बाद में जिम में लेटकर एक्सरसाईज कर रहा था और वो मेरे बगल में आकर मेट बिछाकर लेट गयी और मुझे पूछने लगी कि अप्पर एबेस का एक्सरसाईज़ कैसे करना है? तो मैंने उसको बता दिया और ट्रेनर को बुलाकर उसको हेल्प करने को कहा। अब में एक्सरसाईज़ ख़त्म करके घर जा रहा था, तभी पीछे से मेरा नाम कोई बुला रहा था तो फिर में अचानक से मुड़ा, तो मैंने देखा कि पीछे वो लेडी थी।

में : फिर मैंने पूछा कि आप मेरा नाम कैसे जानती है?

लेडी : उसने कहा कि जिम की एंट्री बुक से देखा है।

में : मैंने पूछा बोलो, में आपकी क्या मदद कर सकता हूँ?

लेडी : क्या में घर तक आपके साथ चल सकती हूँ?

में : फिर में अचानक से बोला, आप जानती है कि में कहाँ रहता हूँ?

लेडी : हाँ, में जानती हूँ।

में : कैसे?

लेडी : में आपके एक घर छोड़कर रहती हूँ और मैंने आपको ऑफिस जाते हुए, अपने बच्चे के साथ बाहर ठहलते हुए अक्सर देखा है।

में : तुम बहुत स्मार्ट लेडी हो।

फिर हम आगे बढ़े और मैंने उनका नाम पूछा और उसने अपना नाम शिल्पा बताया।

में : आपके पति क्या करते है?

शिल्पा : बिज़नेस करते है।

में : आपके कोई बच्चा है?

शिल्पा : हाँ, एक 5 साल की गुड़िया है।

में : अच्छा, तो स्कूल जाती होगी।

शिल्पा : हाँ, वो अपने पापा के साथ जाती है।

में : पापा के साथ?

शिल्पा : हाँ, उसके पापा उसे स्कूल ड्रॉप करते है और फिर अपनी शॉप पर जाते है।

में : घर आ गया है और अब में चलता हूँ।

शिल्पा : ओके, क्या हम रोज़ साथ जिम चले?

में : ठीक है।

शिल्पा : आपका फोन नंबर दे जाओ।

अब मुझे थोड़ा अजीब लगा कि एकदम से कैसे फोन नंबर दे दूँ? और में बोला कि में जिम के लिए 8 बजे निकलता हूँ आप मुझे नीचे मिलना, क्योंकि में जिम में मोबाईल नहीं लाता हूँ। फिर हम अपने अपने घर गये और रोज के अपने अपने कामों में व्यस्त हो गये। फिर अगले दिन जब में 8 बजे जिम के लिए निकला तो वो मुझे नीचे मिली और मुझे देखकर एक प्यारी सी स्माईल दी। उस दिन शनिवार का दिन था, तो जिम में बहुत भीड़ थी। फिर मैंने जल्दी-जल्दी से अपनी एक्सरसाईज़ को ख़त्म किया और बाहर आ गया, वो भी मेरे साथ बाहर आ गई और हम साथ ही घर की तरफ रवाना हो गये।

शिल्पा : आज का क्या प्लान है?

में : कुछ ख़ास नहीं, थोड़ा घर का काम है वो करना है।

शिल्पा : मेरे घर आइये दोपहर में, मुझे अच्छा लगेगा और खूब मज़ा करेंगे।

में : देखता हूँ।

शिल्पा : ये मेरा फोन नंबर है, अगर मूड बने तो आइयेगा।

अब में थोड़ा हैरान था कि शिल्पा मुझमें इतनी रूचि क्यों ले रही है? वो तो शादीशुदा है। फिर सोचा कि चलो बोला है तो मिल लेंगे। फिर मैंने अपनी पत्नी से कहा कि में एक दोस्त के वहाँ जा रहा हूँ और 1 या 2 घंटे में आ जाऊंगा। फिर में बिना फोन किए उसके घर 4 बजे पहुँचा और दरवाजे की घंटी बजाई तो शिल्पा ने दरवाजा खोला और सर्प्राइज़ लुक देने लगी। फिर मैंने कहा कि आपने बुलाया और हम आ गये तो शिल्पा ने बड़े प्यार से मुझे अंदर बुलाया और मेरे गले लग गई। फिर में बोला कि ये कुछ ज्यादा ही गर्म वेलकम हो गया है। फिर वो बोली कि ये तो कुछ भी नहीं है, अगर आप चाहों तो बहुत कुछ हो सकता है। वो जब एक सेक्सी सा गाऊन पहने थी, जिससे उसका पूरा फिगर मालूम पड़ रहा था, क्या कहूँ यारो? वो क्या क़यामत लग रही थी।

अनजान भाभी की जबरदस्त गांड चुदाई - Bhabhi ki chut chodi aur gand mari

अनजान भाभी की जबरदस्त गांड चुदाई - Bhabhi ki chut chodi aur gand mari, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

फिर वो अंदर गयी और मेरे लिए जूस लेकर आई। फिर मैंने कहा कि ये सब किस लिए। फिर उसने कहा कि आज आप पहली बार मेरे घर आए हो तो कुछ तो देना पड़ेगा तो मैंने कहा वो तो आप दे चुकी हो, तो वो शर्मा कर बोली कि वो तो ट्रेलर था पिक्चर तो अभी बाकी है। फिर मैंने पूछा कि घर में कोई नहीं है क्या? तो शिल्पा ने कहा कि मे हूँ वो काफ़ी नहीं है क्या? तो मैंने कहा कि वो तो काफ़ी है, लेकिन में आपकी बेटी और पति की बात कर रहा था। फिर शिल्पा ने कहा कि कल शाम तक वो एकदम अकेली है और अब हमें टाईम बर्बाद नहीं करना चाहिए। अब में थोड़ा शॉक हो गया कि ये क्या बोल रही है? फिर में कुछ कहता उससे पहले शिल्पा आकर मेरी गोदी में बैठ गयी और मुझे किस करने लगी। अब में कुछ देर तक हैरान था कि ये अचानक से इसको क्या हो गया है? फिर में भी उसका साथ देने लगा। दोस्तों अगर कोई तरबूज खुद ही कटना चाहता हो तो चाकू बेचारा क्या करे?

अब उसके बूब्स मेरी छाती पर दब रहे थे, शिल्पा का बहुत ही बढ़िया बूब्स है। अब वो पागल सी हो चुकी थी, अब किस करते-करते उसने मेरे कपड़े उतारना चालू किया। अब में भी वो ही करने लगा था, वो तो सिर्फ गाउन पहने थी और उसके नीचे कुछ भी नहीं था। फिर मैंने उससे पूछा कि अंडरगार्मेंट्स क्या पहले से निकाल दिए थे? फिर उसने कहा कि वो घर पर सिर्फ गाउन पहनती है। फिर वो खड़ी हो गई और मुझे भी बेडरूम में जाने के लिए खींचने लगी। फिर मैंने उसको पीछे से बाहों में लिया और उसके बूब्स दबाने लगा। अब उसकी पीठ मेरे सीने से लग रही थी और मेरा लंड उसकी गांड के अन्दर जाकर फिट हो गया। फिर हम ऐसे ही धीरे-धीरे बेडरूम की तरफ बढ़े और अब में उसकी गर्दन को किस कर रहा था और साथ ही बूब्स दबा रहा था और अब वो एकदम मदहोश हो चुकी थी।

अब बेडरूम में अन्दर आते ही उसने मुझे बेड पर धक्का दिया और मेरे लंड को लॉलीपोप के जैसे चूसने लगी। फिर कुछ देर के बाद मैंने मेरा सारा पानी उसके मुँह पर छोड़ दिया और वो मेरा सारा पानी पी गई। फिर मैंने उसको बेड पर लेटाया और उसकी क्लीन शेव चूत को चाटने लगा, क्या कहूँ दोस्तों? क्लीन शेव चूत का अलग ही मज़ा है। अब में उसको अपनी जीभ से चोद रहा था और फिर वो थोड़ी देर के बाद झड़ गई। फिर में उठकर उसके बगल में सो गया और उसके बूब्स से खेलने लगा और वो भी मेरे लंड से खेलने लगी। अब मेरा लंड फिर से टाईट हो गया और उसको बुलाने लगा तो वो देखकर उठ गई और मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत में घुसाने लगी। अब वो मेरे ऊपर थी और उसके बाल खुले हुए थे, वो क्या खूबसूरत लग रही थी? अब उसके बूब्स मेरे मुँह के सामने हिल रहे थे। अब में उसके हिलते हुए बूब्स को पकड़कर चूसने लगा और अब वो ऊपर नीचे हिल रही थी और चिल्ला रही थी कि इस लंड के लिए में कब से तरस रही थी, आअज्जज अब मिला है, मुझे पूरा चोदो, अब मेरा लंड पूरा उसकी चूत के अंदर घुसता जा रहा था और मेरा लंड उसकी चूत की गर्मी भी महसूस कर रहा था।

अब शिल्पा मेरे लंड की दीवानी हो चुकी थी और वो बहुत गर्म भी हो गई थी, अब वो मुझे ज़ोर-ज़ोर से  किस भी कर रही थी। फिर में उसको बाहों में लेकर बैठ गया और अब भी मेरा लंड अंदर ही था। फिर हम बैठकर चोदने लगे, तभी उसने मुझे ज़ोर से अपनी बाहों में भर लिया। अब वो अपने अंतिम चरण में पहुँच गयी थी। फिर हमने अपनी स्टाईल को चेंज किया और डॉगी पोज़िशन में आ गये, अब मेरा लंड थोड़ा नीचे की और झुका तो डॉगी पोज़िशन में उसके प्यूबिक एरिया में वो घिस रहा था। अब उसको बहुत मज़े आ रहे थे और अब में साथ साथ उसके चूत के दाने को भी अपनी उंगली से रगड़ रहा था। फिर कुछ देर के बाद शिल्पा फिर से झड़ गई और ये उसका दूसरी बार था।

फिर शिल्पा ने कहा कि आज जितना मज़ा उसको आ रहा है, इतना मज़ा उसको उसकी 7 साल की शादी में कभी नहीं आया था। फिर मैंने अपनी स्पीड और तेज कर दी और उसको ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा और तभी में भी झड़ने वाला था तो मैंने कहा कि मेरा निकलने वाला है। फिर उसने कहा कि अंदर ही डाल दो, मेरा अभी सेफ पीरियड है। फिर में एकदम से झड़ गया और उसको पकड़कर सो गया। फिर मैंने शिल्पा से पूछा कि कैसा लगा? तो उसने मुझे बहुत सारे किस दिए और बोली कि उसको उसके पति के साथ भी इतना मज़ा नहीं आया, जितना आज आया है। फिर मैंने उससे पूछा कि ऐसा क्यों? तो उसने कहा कि उसके पति सेक्स को उनकी ड्यूटी समझते है और ना ही इन्जॉय करते है और ना कभी सक करते और जल्दी झड़ जाते है। उसने मुझे ये भी बताया कि जब भी वो कुछ करना चाहे तो उसके पति उसको नकारते है, जिससे उसको बुरा महसूस होता है। फिर में उठा और अपने आपको साफ किया और कपड़े पहनने लगा, वो अपने बेड पर ऐसे ही नंगी सोई थी और मुझे बड़े प्यार से देख रही थी।

फिर मैंने कहा कि मुझे बहुत ग़लत लग रहा है कि में अपनी पत्नी को धोखा दे रहा हूँ और वो अपने पति को धोखा दे रही है। फिर शिल्पा बोली कि इसमें कोई ग़लती नहीं लगती, क्योंकि वो अपने पति से खुश नहीं है और उसने जब मुझे देखा तो उसको में बहुत पसंद आया और उसका प्यार तब बढ़ा, जब वो मुझसे बातें करने लगी और उसको सब सही लगा, क्योंकि वो ऐसे ही किसी को अपना बदन नहीं दे सकती। फिर शिल्पा ने कहा कि आपने मेरी मदद की है, इसलिए में आपकी शुक्रगुजार हूँ और उसने कहा कि आपकी पत्नी तो लकी है, जो उनको इतना लविंग पति मिला है। अब में उसके घर से निकलने लगा तो वो फिर से गाउन पहनकर दरवाजे तक आ गयी और पीछे से लिपट गयी और बोली कि थोड़ा रुक जाओ। फिर मैंने कहा कि में कल सुबह जिम के टाईम पर तुम्हारे घर आऊंगा और सुबह एक्सरसाईज़ घर पर ही करेंगे।

अब वो खुश हो गयी और बोली कि अब तो आपका मोबाईल नंबर दे दो। फिर मैंने उसे अपना मोबाईल नंबर दे दिया। अब में दरवाजा खोलने ही वाला था कि उसने पूछा कि पहली बार नंबर क्यों नहीं दिया? तो मैंने कहा कि ऐसे किसी को भी में मेरा नम्बर कैसे दे दूँ? फिर उसने कहा कि यही बात उसको सबसे अच्छी लगी और उसने डिसाईड किया कि वो मेरे साथ संबंध बढ़ायेंगी। फिर उसने कहा कि आजकल तो बिना माँगे ही लोग अपना मोबाईल नंबर दे देते है और आपसे तो एक औरत ने मोबाईल नंबर माँगा था और आपने नहीं दिए थे। फिर मैंने उसको बाय किया और घर आ गया ।।

धन्यवाद …

अभिलाषा की चूत चुदाने की अभिलाषा पूरी की - Abhilasha Ki Chut Chudai Gand Marayi Abhilasha

अभिलाषा की चूत चुदाने की अभिलाषा पूरी की - Abhilasha Ki Chut Chudai Gand Marayi Abhilasha, Antarvasna Story , Bur chodan , Chudwane ka irada , Chudkkad aurat , Ladki ki chudai , Chut ke Maje , Gand mari , khub choda , Masti se chod diya , maje me chodi , Lund chusa . Laude ki chusai , Jabardast manoranjan ke sath chudwayi.

मेरे पड़ोस में एक लड़की रहती थी अभिलाषा। वह मुझसे एक साल छोटी है। उसकी माँ और मेरी माँ काफी अच्छी सहेलियाँ हैं। वह बचपन से ही मुझसे किताबों और पढ़ाई के मामले में मदद मांगती रही है। आंटी को इस चीज़ से कभी भी एतराज़ नहीं हुआ।

अब ज़रा अपनी छम्मक छल्लो यानी अभिलाषा के बारे में बता दूँ। दिखने में तो वो बिलकुल ऐश लगती है पर है बहुत शांत किस्म की लड़की। जैसे जैसे वो बड़ी होती गई है, वैसे वैसे ही उसकी गांड का साइज़ घूरने लायक ही नहीं, बल्कि मज़े लेने लायक भी हो गया है। उसका वक्षस्थल तो मादरचोद ऐसे हो गया है कि अगर आपको भी किसी दिन मौका हाथ लगे तो उनके बीच अपना लंड फंसा दो और आगे पीछे करके उसके मुँह में ही झड़ जाओ।

अब उसकी शादी कर दी गई है और वो शहर से काफी दूर जा चुकी है।

इन बातों के बाद मैं अपना परिचय भी दे दूँ। मैं ६ फीट लम्बा एक शरीफ सा इंसान हूँ जिसको हफ्ते में कम से कम एक बार चूत तो चाहिए ही चाहिए। इसके लिए मैं पैसों की परवाह भी नहीं करता। मैंने अपनी इंजीनियरिंग ख़त्म कर ली है और एक छोटी सी कंपनी में लगा हुआ हूँ। बकचोदी के बाद मैं अपनी कहानी शुरू करता हूँ। बात उन दिनों की है जब मैं इंजीनियरिंग के पहले साल में था। तब मैं 19 साल का था और तब से ही मैंने चूत का स्वाद चखना शुरू किया था। हम सब दोस्त मिल कर सस्ती लडकियाँ कहीं न कहीं से लेकर आते थे।

अभिलाषा के साथ मेरी लॉटरी उन्हीं दिनों खुल गई थी। वो मुझसे पढ़ाई के लिए सहायता मांगने आती और मैं उसके साथ शरारत करने की कोशिश करता रहता। हांलांकि चूत की कमी तो थी नहीं मेरे पास, पर मैं सोचता था कि अगर इसकी मिल जाए तो मज़ा ही आ जाये। ऊपर से परिवार का भी डर था। पर ज़िन्दगी में कुछ चीज़ें पाने के लिए रिस्क भी तो लेना ही पड़ता है ना।

मैं धीरे धीरे उसको अपने दायरे के अन्दर ले आने की कोशिश कर रहा था।

वह एक दिन आई, उसको मैंने थोड़ा सा पढ़ाया। जब वो जाने लगी तो मैंने उसको आँख मार दी। वो मुस्कुरा के चली गई। मुझे कुछ कुछ होने लगा। वो बाद में जब भी आती मैं उसको थोड़ा छू देता। वो फिर से मुस्कुरा देती। अब तो मैंने अपना हाथ उसकी जाँघों पे रखना शुरू कर दिया था। अब वो मेरे पास कुछ ज्यादा ही आने लगी थी, शायद उसको मेरी ठर्कियों वाली हरकतों से मज़ा आता था। देखने से तो ऐसा ही लगता था कि उससे भी नहीं रहा जा रहा।

वो अगली बार ऐसा मौका तलाश कर आई जब मेरे घर पर मेरे अलावा और कोई नहीं था। वो स्कर्ट में आई थी। क्या माल लग रही थी। बिलकुल ऐश। मैं तो देखता ही रह गया। पढ़ने के बहाने वो मुझसे चिपक कर बैठ गई। उसको पता था कि मैं उसकी जांघ पर हाथ ज़रूर रखूँगा। मैंने ऐसा ही किया। लेकिन अब जो हुआ उससे मेरा लंड गन्ने के जैसे खड़ा हो गया। उसने मेरा हाथ अपने हाथ में लिया और स्कर्ट के ऊपर से ही अपनी चूत पर रख दिया। क्या जन्नत थी उसकी चूत। स्कर्ट के ऊपर से बिल्कुत मखमल सी मुलायम लग रही थी। मुझे क्या था, मैं उसे सहलाने लगा। पढ़ाई लिखाई माँ चुदाये।

वो आँख बंद करके कुर्सी पर ही बैठी रही और मज़े लेने लगी। मुझको अब असली दर्शन करने थे। मैं उसको चूमते हुए अपनी बाहों में भर के बिस्तर तक ले आया। मैंने नीचे से ही शुरू किया। स्कर्ट को ऊपर कर के मैंने उसकी दोनों टांगों को चौड़ा दिया। उसकी सफ़ेद पैंटी गीली हो चुकी थी। उसकी पैंटी को मैंने एक तरफ सरकाया और बिना बालों वाली कुँवारी चूत के दर्शन किये। गज़ब की महक रही थी उसकी चूत।

पहले मैंने उसको ऊँगली से चोदना शुरू किया। उसने भी इसी बीच मेरा पजामा उतार दिया। वह मेरे लंड की तरफ बढ़ी और हाथ में ले लिया और मुठ मारने लगी। अब हम 69 में हो लिए। दोस्तों इसी को वासना कहते हैं। सब कुछ अपने आप होने लगता है। मैं उसकी फुद्दी चाट रहा था और वो मेरा लंड चूस रही थी। काफी देर तक ये करने के बाद जब मैं झड़ने वाला था और मुझसे रहा नहीं गया, तब मैं उसके ऊपर सीधे से आया और अपना लंड उसके दरवाज़े में डाल दिया। चूंकि मेरी सफ़ेद नदी छूटने ही वाली थी, दो तीन घक्कों में ही मैं पूरा छूट गया। उसके चेहरे के हाव-भाव से ऐसा लग रहा था की वो अभी तक संतुष्ट नहीं हुई थी।

मेरा लंड तो थक चुका था पर उसे भी खुश करना था। इसलिए मैंने अपने मुँह और ऊँगली दोनों से ही उसके प्यार के अंग को खुश किया। इसके बाद हम दोनों ने कपड़े पहन लिए। उसने कहा कि आगे से जब भी उसको अपनी चूत को ऊँगली करने का मन करेगा तो वो मेरे पास ही आ जाया करेगी। मैं तो ये सुन के हैरान ही हो गया कि अभिलाषा की अभिलाषा ऐसी रंडियों वाली हो सकती है।

ऐसे ही फिर मैंने कई बार उस बहन की लौड़ी की चुदाई करी। कभी उसके घर में तो कभी अपने घर में। पर 22 साल की उम्र में ही उसकी शादी कर दी गई। वो अब दूर है। तब से अब तक जब भी वो अपने घर आई है, हम मिलें तो काफी बार हैं पर चुदाई की नौबत कभी नहीं आई है।

दोस्तो, बताओ अब हमें फिर चुदाई का आनंद उठाना चाहिए या नहीं?

भाई-बहन की मस्त चुदाई की कहानी - Bhai Behan Ki Mast Chudai Ki Kahani

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हैल्लो फ्रेंड्स आप सभी का इस साईट पर स्वागत है और हम सभी एक ही साईट के साथी है और में इस साईट पर कई समय से कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ मुझे सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। दोस्तों मेरा नाम नितिन है और में अंबाला का रहने वाला हूँ। अब आप सभी का ज्यादा टाईम खराब ना करते हुए में सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ लेकिन पहले अपना परिचय करा दूँ दोस्तों ये स्टोरी जो कि मेरे और मेरे बास्केटबॉल वाली मेडम के बीच की है जिसको आज में आप सभी के सामने रखने जा रहा हूँ। दोस्तों में एक स्कूल स्टूडेंट हूँ और मेरी उम्र 18 साल की है और में दिखने में अच्छा हूँ मेरी 5.9 हाईट है मेरे लंड की लम्बाई 6 इंच है।

दोस्तों ये बात अभी से कुछ महीने पहले की है जब हमारे स्कूल में एक समारोह था जिसमे बहुत बड़े बड़े लोग आने वाले थे और वो समारोह शाम को 7 बजे शुरू होने वाला था और सभी लोग आ गये थे और फिर रात के 11 बजे तक समारोह भी ठीक ठाक तरीके से खत्म हो गया। जिस जगह पर समारोह हो रहा था वो मेरे घर से बहुत दूर था। तो मैंने सोचा था कि में एक रात अपने फ्रेंड के घर में रुक जाऊंगा लेकिन उस समारोह में मेरा वो फ्रेंड आया ही नहीं और समारोह खत्म होते होते रात के 11 बज गये थे।

फिर मैंने घर जाने के लिए बस का सहारा लिया लेकिन उसमे भी बहुत भीड़ थी। फिर वहाँ पर एक लेडीस सीट खाली हुई लेकिन में वहाँ पर बैठा नहीं.. मैंने जैसे ही उस सीट को देखा तो उस पर मेरी बास्केटबॉल मेडम बैठ गई उनका नाम प्रीत है, वो बिल्कुल सेक्सी है बड़े बड़े बूब्स मस्त गांड और फिर मेरा लंड हमेशा उन्हे देख कर खड़ा हो जाता था उनका फिगर 36-30-36 है जो मुझे बाद में पता चला। फिर में जब उनके पास गया तो उन्होंने मुझे उनके साथ बैठने को कहा और में जल्दी ही मान गया और में उनके चिपककर बैठ गया। फिर हमने समारोह की बातें करनी स्टार्ट कर दी और तभी मैंने उन्हें बताया कि मेरा घर कितना दूर है। तो उन्होंने कहा कि उनका घर पास में ही है फिर वो कहने लगी कि में उनके साथ उनके घर पर जाऊँ.. लेकिन पहले तो मैंने मना किया लेकिन बाद में मेरे अंदर का जानवर जाग गया और मैंने जल्दी से हाँ कर दी।

तभी मैंने घर पर कॉल करके पापा को कह दिया कि में अपने एक दोस्त के घर में आज रात को सो जाऊंगा और फिर उन्होंने मेरी पूरी बात सुनकर हाँ कर दी। फिर जब हम उनके घर पहुंचे तो मैंने देखा कि वो अकेली रहती थी। जिससे तो में मन ही मन और खुश हो गया। फिर प्रीत मेडम नहाने चली गयी और में बैठकर टीवी देखने लगा। तभी थोड़ी देर बाद में मुझे सू सू लगी तो में मूतने चला गया मुझे पता नहीं था कि उनका बाथरूम और टॉयलेट एक साथ है। तभी मैंने जैसे ही दरवाजा खोला तो देखा कि मेडम चूत शेव कर रही है तभी में अचानक उन्हे ऐसे देख कर डर गया और उन्होंने भी अपनी चूत पर एक हाथ रखकर चूत छुपा ली और में जल्दी से हड़बड़ा कर बाहर आ गया और टीवी देखने लगा। फिर वो नहाकर बाहर आई तो में उन्हे देखता ही रह गया और मेरा लंड खड़ा हो गया था जिसे मेडम ने देख लिया.. लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा और मेरे पास आकर बैठ गई और मुझे कहा कि जो मैंने अभी देखा वो किसी को मत बताना और वो बहुत डरी हुई थी। तभी मैंने सोचा कि क्यों ना इस बात का फायदा उठा लिया जाए। फिर मैंने उनसे कहा कि ठीक है लेकिन मुझे एक बार वो देखनी है। तभी उन्होंने ने स्माईल करते हुए पूछा क्या? फिर मैंने कहा कि आपकी गोरी गुलाबी चूत। तभी वो बोली कि क्या तुम पागल हो गये हो? अपने टीचर के साथ ऐसा कहते हुए तुम्हे शरम नहीं आती? तभी मैंने कहा कि ठीक है तो फिर में स्कूल में अपने सभी दोस्तों को सच सच बता दूँगा।

वो फिर से डर गयी और बोली कि ठीक है में दिखा देती हूँ जो तुम्हे देखना है और फिर उन्होंने अपनी मेक्सी ऊपर कर दी और वो अपनी काले कलर की पेंटी को नीचे करके खड़ी हो गयी। तभी में तो खुशी से पागल हो गया उनकी चूत देखकर उनके और पास जाने लगा और वो मेरे से दूर होने लगी। तभी मैंने उनका हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींचा और उन्हें सोफे पर बैठा दिया और मैंने अपना एक हाथ उनकी चूत पर रख दिया तो वो उछल गयी। कसम से उनकी चूत को कभी किसी ने छुआ भी नहीं होगा मैंने पहली बार चूत देखी थी। फिर में उसकी खुश्बू लेने लगा जो कि मुझे मदहोश कर रही थी। फिर मैंने एक हाथ मेडम के बूब्स पर रखा जो बड़े मुलायम थे तभी उन्होंने गुस्से से मेरा हाथ हटा दिया।

मैंने फिर से बूब्स को पकड़ा और सहलाने और दबाने लगा और दूसरे हाथ से चूत को रगड़ रहा था। मेडम अब गरम होने लगी और अब वो भी मेरा साथ देने लगी उन्होंने मुझे देखा और मेरे होंठो पर एक किस किया में और जोश में आ गया और अपने होंठ उनके होंठो पर रख दिए और चाटने चूमने लगा। हम दोनों एक दूसरे की जीभ चाट रहे थे। 5 मिनट के किस के बाद मेडम ने अपना हाथ मेरे लंड पर रख दिया जो उनकी चूत को देख कर खड़ा हो गया था। तभी उन्होंने नीचे घुटनों के बल बैठकर मेरी पेंट उतारी और लंड को मुहं में लेकर चाटने लगी। दोस्तों में तो पागल हो रहा था और मेरा वीर्य निकल गया और उन्होंने पूरा वीर्य पी लिया। फिर उसके बाद मैंने मेडम के बूब्स को ब्रा से बाहर निकाला और चाट चाट कर लाल कर दिए उनके गुलाबी निप्पल तो बिल्कुल कड़क थे।

फिर मैंने उन्हे भी बहुत चाटा और मेडम पागल हो रही थी और कह रही थी कि और ज़ोर से और ज़ोर से तभी मैंने बूब्स को चाटना बंद किया और चूत की तरफ चला गया मैंने जैसे ही अपना मुहं चूत पर लगाया तो मेडम ने ज़ोर से मेरे सर को पकड़ा और चूत पर दबाने लगी और में भी पागलो की तरह चूत को चाट रहा था और दो मिनट बाद मेडम का माल निकल गया और में उसे पूरा पी गया। फिर मेडम ने कहा कि अब रहा नहीं जाता जल्दी से लंड को चूत में लंड डाल दो। में खड़ा हुआ और अपने खड़े लंड को चूत पर रख दिया और एक ज़ोर से झटका मारा। मेडम ज़ोर से चिल्लाई अरे में मर गयी और फिर उन्होंने कहा कि थोड़ा धीरे धीरे करो मेरा आधा लंड उनकी चूत में घुस चुका था। फिर में 1 मिनट रुका और फिर से ज़ोर का झटका मारा और पूरा लंड मेडम की चूत में घुस गया। तभी मेडम का बुरा हाल हो गया था दर्द से उनका मुहं लाल हो गया था और में थोड़ी देर रुका और झटके देने शुरू कर दिए। मेडम का दर्द कम हो गया था और वो हर झटके का मज़ा ले रही थी। में पूरे दम से लंड चूत में डाल रहा था और वो कह रही थी अह्ह्ह चोदो मुझे बेबी चोदो मुझे तभी ये सुन कर मुझे और जोश आ रहा था और में मेडम को कुतिया की तरह चोद रहा था।

तभी मेडम का पानी निकल गया और वो थोड़ी ढीली पड़ गयी.. लेकिन में जोर जोर से धक्के दिए जा रहा था मेडम के पानी के कारण मेरा लंड अब और तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था। 15 मिनट बिना रुके सेक्स करने के बाद मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैंने मेडम को कहा कि कहा डालूं? तभी वो बोली कि तुम चिंता मत करो और अंदर ही डाल देना में गर्भ निरोधक गोली खा लूंगी। तभी मैंने 8-10 धक्को के बाद अपना पूरा वीर्य मेडम की चूत में डाल दिया और बिना लंड चूत से बाहर निकाले वैसे ही उनके ऊपर लेट गया और उनके बूब्स को चूसने लगा। फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों उठे और बाथरूम में एक साथ नहाकर बाहर आए हमे चुदाई खत्म करते करते रात के 2 बज गये थे।

फिर हमने एक किस किया और एक दूसरे को अपनी बाहों में लेकर सो गये। फिर में जब सुबह करीब 7 बजे उठा तो देखा कि मेडम सो रही है मैंने उन्हें जगाया और कहा कि.. में आपको एक बार और चोदूंगा। तभी उन्होंने मना कर दिया और कहा कि उन्हें चूत में बहुत दर्द हो रहा है और जलन हो रही है। तभी में उनके बूब्स चूसने लगा फिर थोड़ी देर बाद उठा और तभी पापा का कॉल आ गया.. तो फिर मुझे मेडम के घर से जाना पड़ा। जाते टाईम मैंने मेडम को किस किया और चला गया ।।

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