लड़की से मुलाकात और चुदाई ladki se mulakat or chudai

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मेरी उम्र 23 साल है, मैं एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करता हूँ दिल्ली में रहता हूँ।
मैंने अपनी स्कूल की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय से की है। केंद्रीय विद्यालय में ज्यादातर विद्यार्थी सेना बैकग्राउंड के होते हैं।
मेरे स्कूल के ठीक सामने नेवी के क्वार्टर्स थे जहाँ पर नेवी के लोग रहते थे। मैं रोज़ शाम को खाना खाने के बाद थोड़ा टहलने के लिए बाहर जाता हूँ। घूमता-घूमता अपने स्कूल के पास भी चला जाता हूँ।
एक दिन रात करीब 8 बजे मैं खाना खाकर बाहर घूम रहा था, तभी मैंने देखा कि नेवी के क्वार्टर्स में से एक औरत जीन्स-टॉप और कैप पहने कान में इअरफ़ोन लगाये घूम रही है।

उसको अकेले रात को देखकर मैंने सोचा कि चलो देखता हूँ कि यह कौन है और इस समय कहाँ जा रही है। वो काफी तेज़ चल रही थी, तो मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा ली।
अचानक उसको अहसास हुआ कि कोई उसका पीछा कर रहा है। उसने तुरंत पीछे मुड़ कर देखा और मैंने अपनी आँखें नीचे कर लीं। फिर वो चली गई।
मैंने सोचा कल फिर इसी टाइम आकर देखता हूँ, क्या पता कुछ बात बन जाए। अगले दिन ठीक आठ बजे मैं फिर से उसी स्थान पर पहुँच गया। फिर से वो आ गई।
आज वो बहुत कमाल लग रही थी। गुलाबी टॉप, काली जीन्स और ट्रेंडी कैप। आज उसको देखकर दिल में कुछ-कुछ हो रहा था।
मैं एक बार फिर उसका पीछा करने लग गया। एक बार फिर उसने पीछे मुड़ कर देखा। इस बार मैंने आँखें नहीं चुराई और उससे नजरें मिल गईं।
उसने कोई रिएक्शन नहीं दिया और चुपचाप चली गई। अब मैं समझ गया था कि आँखों ही आँखों में कुछ न कुछ तो हुआ है।
मैंने ठान लिया कि अब कल आर या पार।
मैं अगले दिन फिर से उसी टाइम पर पहुँच गया। वो फिर से आई हमेशा की तरह बहुत ही कमाल लग रही थी।
मैं फिर से उसके पीछे चल दिया। आज सोचा हुआ था कि आज बात जरूर करनी है मगर अचानक मैंने देखा कि उसने अपनी चाल तेज़ कर दी और वो बहुत ही जल्दी-जल्दी चलने लग गई।
अरे, ये तो रेलवे लाइन की तरफ जा रही है, जहाँ पर बहुत ही सन्नाटा रहता है। मैं समझ गया कि बेटा आज तो सब कुछ सही हो रहा है। आज नहीं तो कभी नहीं।
अचानक उसने अपनी रफ़्तार कम कर दी और मेरे और उसके बीच में काफी कम दूरी रह गई थी। वो रुक गई और मैं उसके पास गया।
मन में डर भी लग रहा था, पर फिर भी सन्नाटा था तो हिम्मत कर ली।
उसके पास जाकर मैंने बड़े ही सभ्य तरीके से बोला- हेल्लो।
उसने बोला- मैं आपको तीन दिन से देख रही हूँ, आप कुछ बोलते क्यों नहीं हो?
मैंने बोला- काफी डर लग रहा था। पर मैं आपको लाइक करता हूँ।
वो बोली- लाइक भी करते हो और कहने से भी डरते हो।
मैंने बोला- आज सोच कर आया था कि दिल की बात कह दूँगा।
वो बोली- आज मैं भी सोच कर आई थी।
मैंने बोला- क्या सोच कर आई थीं।
तो बोली- चलो बताती हूँ।
मैं उसके साथ आगे चल दिया। पास में ही एक सुनसान सी जगह थी, जो थोड़ी वीरान भी थी। हम दोनों वहाँ जा कर रुक गए।
मैंने बोला- यहाँ पर तो कोई नहीं आता-जाता, यहाँ पर क्या करने लाई हो?
वो मेरे करीब आई और बोली- मैं तुम्हें काफी समय से जानती हूँ। मैंने तुम्हें काफी बार देखा है, पर शायद तुमने ही मुझ पर कभी ध्यान नहीं दिया।
मैंने बोला- हाँ मैंने आपको पहली बार ही देखा है, मेरा नाम राजेश है।
वो बोली- मेरा नाम रेनू है, मैं शादीशुदा हूँ और मेरे पति विशाखापट्टनम में हैं। पिछले साल ही शादी हुई है और 4 महीने बाद ही वो मुझसे दूर हो गए हैं। मैं बहुत ही तनहा और अकेली हूँ। नई होने की वजह से किसी को जानती भी नहीं हूँ। क्या तुम मेरा अकेलापन दूर करोगे?
मैंने बोला- हाँ जरूर, मैं तुम्हारा अच्छा फ्रेंड बन सकता हूँ।
वो बोली- बस फ्रेंड !?!
मैंने बोला- हाँ, बेस्ट फ्रेंड !
वो बोली- बस बेस्ट फ्रेंड !?!
मैंने बोला- नहीं बेस्टेस्ट फ्रेंड !
इतना बोलते ही वो मेरे करीब आ गई और अपने होंठो से मेरे होंठो को प्यार से चूमने लग गई। मुझे उससे इस हरकत की बिल्कुल भी आशा नहीं थी तो मैंने भी कुछ रिएक्ट नहीं किया और चुपचाप उसका साथ निभाने लगा।
वो भूखी शेरनी की तरह मुझे चाट रही थी। और मैं भी अपने आप पर से काबू खो चुका था। मुझे पता नहीं चला कि कब मैंने अपने हाथ उसकी टी-शर्ट के अन्दर डाल दिए और उसकी पीठ सहलाने लग गया।
रेनू की आवाज़ काफी तेज़ हो गई थी। जो बस “आह आह आ” कर रही थी। यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं।
मैं समझ चुका था कि वो गर्म हो चुकी है। उसी समय मैंने अपने आपको पीछे धकेला और पेड़ का सहारा ले लिया।
अब रेनू मुझसे चिपकी हुई थी और हम एक दूसरे से लिपटे हुए थे। धीरे से रेनू का हाथ मेरी जीन्स पर गया और उसने बाहर से ही मेरे लण्ड पर हाथ फेरना शुरु कर दिया। मुझे काफी अच्छा लग रहा था और मैं बैचैन हो रहा था। तभी रेनू ने मेरी जिप खोली और अन्दर हाथ डाल दिया। मेरा लण्ड तो राकेट जैसे फुँफकार मार रहा था, एकदम से बाहर निकल आया। रेनू ने मेरे लौड़े को हिलाना शुरु कर दिया।
मैंने बोला- रेनू, आई लव यू।
रेनू बोली- आई लव यू टू !
और तुरंत नीचे बैठ कर मेरा लण्ड अपने मुँह में ले लिया।
उस समय जो फीलिंग मेरे दिल में थी, मैं बयान नहीं कर सकता। वो जोर-जोर से मेरे लण्ड का सुपारा अन्दर-बाहर कर रही थी। मेरे मुँह से ‘आह-आह’ की किलकारी बाहर आ रही थी।
अब मैं बैचैन हो रहा था, मैंने रेनू का टॉप उठाया और उसकी चूचियों को ब्रा से अलग किया। उसके स्तन बहुत ही गोरे और निप्प्ल गुलाबी थे।
मैंने उनको अपने मुँह में भर लिया और भूखे भेड़िये की तरह चचोरने लगा।
अब रेनू काबू में नहीं थी, उसने मेरे हाथों को पकड़ कर अपनी जीन्स पर रख दिया और अपनी पिछाड़ी दबवाने लगी। मैं समझ गया कि यह आगे बढ़ने का संकेत है। मैंने तुरंत उसकी जीन्स का बटन खोला और उसको नीचे किया।
काले रंग की पैंटी में उसकी गोरी जांघ बहुत ही कमाल लग रही थी। मैंने उसकी पैंटी उतारे बिना साइड में से उसकी चूत को छुआ, काफी गीली हो चुकी थी।
रेनू मेरे बाल नोच रही थी। मैंने धीरे से उसकी पैंटी नीचे कर दी मैंने देखा कि एकदम सपाट चूत जिस पर एक भी बाल नहीं था, चमक रही थी।
मैंने आव देखा न ताव, सीधा उसकी चूत को चाटने लग गया और चूत का अमृत पीने लग गया। वो बेचैन हो रही थी और बस धीरे-धीरे ‘आह-आह’ कर रही थी।
उसने बोला- राजेश अब बर्दाश्त नहीं होता, अब तुरंत डाल दो।
मैंने भी बोला- ठीक है मेरी जान आ जाओ।
उसको अपने नीचे लेटा कर लौड़े को निशाने पर सैट किया और एक झटके में ही अपना लण्ड उसकी चूत में पेल दिया। अन्दर जाते ही वो तेज़ की चिल्लाई। पर मैंने उसकी चिल्लाहट पर कोई गौर न करके उसके उरोजों को अपने होंठो में दबा कर तेज गति से चुदाई करने लगा।
कुछ ही धक्कों में रेनू की कमर भी नीचे से उचकने लगी। लगभग बीस मिनट की चुदाई के बाद अचानक मुझे लगा कि मैं झड़ने वाला हूँ।
मैंने बोला- रेनू, मेरा होने वाला है।
वो बोली- राजेश, तुम अन्दर ही झड़ जाओ।
मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और उसके अन्दर ही झड़ गया। फिर वो शांत हुई और मुझे चूमा, फिर हमने कपड़े पहने और एक दूसरे के गले लग कर अगली मुलाकात तय की, अगली मुलाकात उसके घर पर थी।

मेरी बीवी अपने बॉस से चुदी meri biwi apne boss se chudi

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मेरा नाम रवि, मेरी उम्र 24 है। मैं एक सरकारी नौकरी करता हूँ। मेरी पत्नी का नाम सुनयना है। उसकी उम्र भी 23 साल है। वह एक निजी कम्पनी में काम करती है। उसने एम बी ए कर रखी है। वो बहुत सुन्दर है। उसकी फ़िगर 32-28-32 और उसका कद 5’4″ है। उसके चुची गोल गोल और गोरी गोरी है। हमारी लव मैरिज हुई थी। पर हम दोनों काम के कारण दूर-दूर रहते हैं। उसे मुझसे चुदना बहुत पसन्द है। जब भी हम मिलते हैं तो वो रात भर चुदती है। मैं कई बार झड़ ज़ाता हूँ पर वो एक बार भी नहीं झड़ती। वो काफी गरम है।
यह उस समय की बात है जब मैं उससे मिलने गया। उसके फ़्लैट की एक चाबी मेरे पास रहती है। मैं घर के अन्दर चला गया। सुनयना वहां नहीं थी। मैं उसे सरप्राइज़ देना चाहता था। पर मुझे क्या पता था मुझे सरप्राइज़ मिलेगा। दोस्तों यह कहानी आप मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
वहाँ पर मैंने जो देखा उसे देख कर मैं दंग रह गया। वहाँ पर शराब की बोतलें थी हर जगह। जब मैंने उसकी अलमारी खोली तो वहाँ ब्लू फ़िल्म की सीडी और काफ़ी कन्डोम थे। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि यह सब सामान यहाँ क्यों है।
मैं सुनयना पर बड़ा विश्वास करता था। पर मुझे गड़बड़ लगी। मैं सुनयना का इन्तज़ार करने लगा। तभी बाहर गाड़ी की आवाज सुनाई दी। मैंने सोचा कि सुनयना आ गई। जब मैंने शीशे से बाहर देखा तो मुझे अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हुआ। उसके साथ काई आदमी था, 45 साल का होगा। मैं तुरंत परदे के पीछे छिप गया। तभी दोनों अन्दर आ गये।
सुनयना ने सफ़ेद रंग की कमीज़ और काले रंग की स्कर्ट पहनी थी। उसके बाल खुले थे। सुनयना और उसका बॉस दोनों बातें करने लगे। सुनयना 4 गिलास और शराब की बोतल ले आई। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करुँ। मैं सोचने लगा कि सुनयना ऐसा कैसे कर सकती है। सुनयना ने 4 ग्लास ड्रिन्क बना दिये। तभी बेल बजी, सुनयना ने दरवाज़ा खोला तो दो और आदमी अन्दर आ अये। सभी उसके बॉस लग रहे थे। एक ने अन्दर आते ही उसे चूम लिया और उसे उठा के ले आया। सभी ने ड्रिन्क उठा ली। उस समय मुझे इतना गुस्सा आ रहा था कि उसे मार दूँ। मेरे साथ इतना बड़ा धोखा किया मेरे प्यार ने।
तब उसके एक बॉस उसके पास जा के बैठ गया और उसके वक्ष पे हाथ फ़ेरने लगा। उसने सुनयना की शर्ट उतार दी, उसने काले रंग की ब्रा पहन रखी थी। तब सभी उसके पास आ गये और उसकी शरीर पे हाथ फ़ेरने लगे। वो अब गर्म होने लगी थी। एक बॉस ने उसकी स्कर्ट के अंदर हाथ डाल दिया और उसे उठा के बेड पे ले गए। उन्होंने उसकी स्कर्ट उतार दी, उसने काले रंग की पैन्टी पहनी थी। एक ने उसकी ब्रा उतार दी और पैन्टी भी। दोस्तों यह कहानी आप मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
वो अब बिल्कुल नंगी होकर एक रन्डी की तरह बेड पड़ी थी। एक बॉस उसके स्तन दबा रहा था और एक उसकी चूत में उन्गली डाल रहा था और एक उसको देख कर मुठ मार रहा था। वो इस सब का काफी मज़ा ले रही थी। मैंने देखा कि मेरा लन्ड भी खड़ा हो गया है। मैं भी उसे देख कर मुठ मारने लगा। तब एक ने सुनयना के मुँह में लण्ड डाल दिया। वह भी पूरा लण्ड मज़े से चूसने लगी। उसने कभी इस तरह मेरा लण्ड नहीं चूसा होगा। एक उसके स्तनों को जोर जोर से दबा रहा था, उसके मुँह से अहऽऽ अहऽ अहऽऽऽ की आवाज निकल रही थी। तभी एक ने उसकी चूत में पूरा लण्ड डाल दिया। वो पूरे मजे में चुद रही थी। तब एक ने उसकी गाण्ड में लण्ड डाल दिया। वो मेरे आँखों के सामने दो लण्ड ले रही थी और एक का लौड़ा अपने मुँह में ले रखा था। क्या दृश्य था ! मेरे सामने ब्लू फ़िल्म लगी थी जैसे।
फ़िर एक बॉस का पूरा लण्ड अपने मुँह में भर लिया और अन्दर-बाहर करते हुए अपने मुँह की चुदाई कराने लगी।
सर, मुझे लण्ड चूसने में मज़ा आ रहा है !
“आह…ये…या. यस…वाह…मेरी…जान…चूस…चूस ले..ले… और अन्दर … और अंदर ले … भोसड़ी … की.. और जोर .. से.. ले..और ले.. ले… वाह…” अब उसने सुनयना के मुँह में धक्के मारना चालू कर दिया था।
लेकिन अचानक बॉस ने सुनयना के मुँह में धक्कों की स्पीड बढ़ा दी और सर पकड़ कर पूरा लण्ड मुँह में अन्दर बाहर करते हुए ज़ोर से चिल्लाने लगा “आ…..ह…. .ह…. आ…ले… कॉम…ओं…न ….मेरी…जान…ले..पीले…पूरा.. पी..ले.. माँ..चोद. चूस.. चूस… पी…ले..पी..”
अचानक उसके मुँह में पिचकारी चल गई। एक बॉस सुनयना के मुँह में अपना पानी डाल चुका था और उसने उसका पूरा रस पी लिया। सुनयना ने उसका लण्ड चाट चाट कर साफ़ कर दिया, शायद उसके रस का स्वाद अच्छा था..
झड़ने के बाद उसने अपने लण्ड बाहर निकाल लिया और हंसने लगा। दोस्तों यह कहानी आप मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
उधर शायद दूसरा बॉस भी चूत चोद कर थक गया था इसलिए वो भी उठ कर खड़ा हो गया और सुनयना के मुँह के पास लण्ड ला कर बोला,”प्लीज़ जान मेरा भी तो चूसो..” आप पढ़ रहे है मेरी बीवी अपने बॉस से चुदी
उसने हँसते हुए उससे कहा,”तुम तीनों अगर मेरे मुँह में ही उलटी करके चले जाओगे तो मैं क्या करूंगी..!”
“नहीं मेरी जान, मैं तो तुम्हारी चूत में ही पानी डालूँगा चिंता मत करो !” एक बॉस ने जवाब दिया।
सुनयना ने एक बॉस का लण्ड मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया। थोड़ी देर तक उसका लण्ड चूसने के बाद उसने अपना लण्ड मेरे मुँह में से निकाल लिया और उससे बोला,”चल.. मेरी रानी.. अब कुतिया बन जा… आज तेरी चूत का बाजा बजाऊंगा !” उसने फ़ौरन उसका आदेश माना और उलटी होकर चूत को उसकी तरफ़ कर दिया। उसने भी आसन लगा कर चूत की छेद पर लण्ड लगाया और एक करारा धक्का दिया।
“आ.इ.ई.गई….आ..आ गया…आ. गया..मेरे राजा..पूरा..अन्दर..आ..गया..” सुनयना चिल्लाने लगी।
फिर तीनों ने उसे बारी बारी चोदा। कोई उसकी चूत मारता तो कोई गाण्ड तो कोई उसके स्तन चूसता। मैं अब भी पर्दे के पिछे छिपा था। अपनी सुनयना की इस चुदाई को देख मुझे रोना आ रहा था कि मेरे प्यार ने मुझे कहीं का नहीं छोड़ा। वो सब अब थक चुके थे अब वे सुनयना के स्तन और चूत को ही चूसे जा रहे थे।
तभी मैंने सुनयना को मोबाइल से संदेश भेजा कि वह क्या कर रही है।
मैं उसका उत्तर देखना चाहता था।
उसने लिखा- जान मैं नंगी हो कर बेड पे लेटी हूँ और तुम्हें सपने में प्यार कर रही हूँ।
वो सव साथ में सो गए। सुनयना रन्डी की तरह उनके बीच लेटी थी। उसका एक बॉस अभी भी उसकी चूत चूस रहा था और स्तन दबा रहा था। बाकी सब सो चुके थे और वो अभी भी उसे चूस रहा था।
उसके सभी बॉस उससे लगभग दस साल बड़े होंगे। तब मुझे लगा कि मैं उसे कभी सेक्स का मज़ा नहीं दे पाया। तब मुझे लगा कि प्यार से ज्यादा सेक्स की भूख होती है जो मैंने अपनी सुनयना में देखी।

बिजनेश के लिए क्लाइंट को चोद के खुश किया business ke liye client ko chod ke khus kiya

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हेल्लो इस सेक्स कहानी की वेबसाइट के सभी दर्शक गण को ,मेरा सलाम और प्रणाम. मेरा नाम गौतम हे और मैं जयपुर का हूँ लेकिन अभी दिल्ली में रहता हूँ. मैं 27 साल का हूँ और मेरी हाईट 6 फिट में बस एक ही इंच कम हे. मेरी बॉडी भी सही हे और दिखने में और स्टाइल में एकदम हेंडसम लौंडा हूँ. मेरे लंड का साइज़ पुरे 8 इंच हे और जब वो खड़ा हो तो किसी भी औरत की चूत को खुश और शांत कर सकता हे. मैं मसाज देने में भी एक्सपर्ट हूँ और तेल लगा के बॉडी को एकदम हल्का कर देता हूँ. अब आप को बोर किये बिना मैं सीधे कहानी के ऊपर आता हूँ.
बात उन दिनों की हे जबी मैं एक दोस्त के साथ मिल के इवेंट कम्पनी चलाता था. और हम नए थे तो हमें क्लाइंट भी उतनी जल्दी नहीं मिल रहे थे. हम लोग क्लाइंट की खोज में रहते थे. आये दिनों मीटिंग और नए नए चेलेंज मिलते थे. लेकिन एक क्लाइंट कनिका ने जो चेलेंज दिया था उसकी तो बात ही कुछ और थी.
दरअसल कनिका हमारे एक क्लाइंट की मार्केटिंग मेनेजर थी और वो सुपर फ्लर्ट किस्म की औरत थी. और वो हमें काम को ले के डरा रही थी की आप के रेट्स ज्यादा हे, आप के कम्पीटीटर हमें बढ़िया रेट दे रहे हे वगेरह वगेरह. मेरे दोस्त ने मुझे कहा की यार ये कनिका को कुछ और चाहिए ऐसे लगता हे मेरे को. मैंने कहा कुछ और मतलब? वो बोला की एक काम कर उसको वीकेंड पर डिनर के लिए इनवाट कर लेता हु और वहां पर तू उसे सब कुछ समझा देना.
मैंने भी हां कर दिया क्यूंकि कनिका के थ्रू ही बिजनेश मिलने वाला था. मैंने पुरे प्रेजेंटेशन पर और रेट्स पर दुबारा वर्क किया और होटल में कनिका से मिलने के लिए रेडी हो गया. मैं होटल पर पहुँचा तो कनिका को कॉल करने के लिए जब सेल निकाला ही था की उसने मुझे आवाज दी. वो अपनी गाडी में बैठे हुए ही मेरे को वेव कर रही थी. मैं अपनी कार से निकल के उसकी कार के पास पहुंचा तो उसने मुझे अंदर बैठने को कहा. मैं अन्दर बैठा और उसने उसी वक्त गाडी स्टार्ट कर दी. तो मैंने पूछा अरे नमन ने सीट्स रिजर्व की हे यहाँ पर हमारे लिए. वो मुस्कुराते हुए बोली, लेकिन यहाँ तुम मुझे अच्छी तरह से प्रेजेंटेशन नहीं दे पाओगे, बहुत नोईसी हे.
मैं चुपचाप बैठा रहा और वो गाडी ड्राइव कर के शहर के सब से पोश एरिया में बने एक अपार्टमेन्ट में ले गई. गाडी पार्किंग में लगा वो मुझे बोली, यहाँ मेरा फ्लेट हे सुकून से प्रेजेंटेशन भी दे देना और कुछ खाने के लिए ऑर्डर भी कर लेंगे.
हम दोनों कनिका के फ्लेट में पहुंचे जो काफी अमेजिंग था. और उसने काफी अच्छे से सजाया हुआ था उसको. कनिका ने मुझे काउच पर बैठने को कहा और खुद अंदर चली गई. जब कुछ देर के बाद वो बहार आई तो वो टाईट वाइट शॉर्ट्स में और ब्ल्यू स्लीवलेस टॉप में थी. वो एकदम डाम सेक्सी लग रही थी उन कपड़ो में.
उसने वही पर एक ट्रंक को खोला जिसके अन्दर शराब की बोतले थी. उसने कहा जो पीते हो वो उठा लो. मैंने कहा ये सब तो चलता रहेगा आप पहले प्रेजेंटेशन तो देख लो. वो स्माइल दे के बोली, ये लेने से प्रेजेंटेशन देने का कांफिडेंस बढेगा. और ये कह के उसने वोडका की एक ड्रिंक अपने लिए और मेरे लिए बनाई. मैंने भी हाथ में ले ही लिया जाम को.
हम दोनों ड्रिंक लेते हुए प्रेजेंटेशन देख रहे थे. तभी मैंने महसूस किया की कनिका मेरे काफी करीब आ चुकी थी. और लगभग मेरे कंधे के ऊपर टिक के प्रेजेंटेशन देख रही थी. उसकी साँसे मेरी गर्दन के ऊपर साफ महसूस हो रही थी. मैंने ग्लास रखने के लिए खुद को उस से दूर किया तो वो किसी बहाने से और करीब आ गई. अब हम लोग कास्टिंग के पेज पर पहुंचे ही थे की उसने मुझे कहा, तुम्हारी बस यही बात मुझे पसंद नहीं हे.
मैंने कहा लेकिन कास्टिंग तुम्हारे हिसाब से ही बनाई हे मैना. वो बोली तुम इतना काम क्यूँ करते हो. और ये कह कर उसने मेरे हाथ से लेपटोप ले कर टेबल पर रख दिया और खुद मेरी तरफ मुहं कर के मेरी गॉड में बैठ गई. ये सब एकदम अनएक्सपेक्टेड था और इतना जल्दी हुआ की मैं खुद को संभाल भी नहीं पाया.
कनिका के कंधो तक लहराते हुए बाल अब मेरे चहरे के ऊपर थे और उसके लिप्स मेरे लिस्प को छू रहे थे. मैंने सोचने समझने के होश में ही नहीं था. मैंने भी उसके रसीले होंठो को चुसना चालू कर दिया और कनिका भी बराबर मेरा साथ दे रही थी. वो मुझसे लिपट गई और उसके तने हुए चुचें मुझे महसूस होने लगे थे जिन्हें अब मैंने हलके हाथ से मसलना शरु कर दिया था. कनिका ने मेरे होंठो को चूमना जारी रखा और इस कद्र चूमा की होंठ तो होंठो मेरी दाढ़ी भी उसके थूंक से गीली हो गई थी. मैंने उसे पलटा दिया, अपने मुहं को साफ कर के मैंने उसका टॉप उतार दिया. मैंने नोटिस किया की उसने ब्रा नहीं पहनी थी. उसके भरे हुए सांवले चुचे मेरे मुहं में थे जिन्हें मैं मस्त चूसने लगा. मुझे उसके चुचें इतने अच्छे लग रहे थे की उनके आगे मैं सब कुछ भूल चूका था.
कनिका ने मेरे लंड को जींस के ऊपर से ही सहलाना शरु कर दिया और उसे मेरे लंड का साइज बहार से ही पता लग गया. वो बोली, बाप रे काफी बड़ा पेनिस हे तुम्हारा तो उसके साथ मजा आ जाएगा! मैंने स्माइल दे के कहा, फिर जल्दी से इसे ले लो.
कनिका ने मेरी जींस उतारी और अपने शॉर्ट्स को भी. और मुझे ओंधा लेटा के वो सीधे ही मेरे लंड के ऊपर सवार हो गई. उसकी चूत इतनी जल्दी वेट हो गई की मुझे ताजुब सा लगा. लेकिन एक बात गजब की थी की उसकी चूत अन्दर से काफी गरम थी और कनिका मेरे लंड की सवारी करते हुए अपनी गांड मटका रही थी. जिस से मेरा एक्साइटमेंट का लेवल और भी बढ़ गया था. कनिका को झड़ने में दो मिनिट भी नहीं लगे. लेकिन मैंने अपना भूखा लंड उसकी चूत से निकाले बिना ही उसको घोड़ी बना दिया. वो गांड हिला रही थी और मैं पीछे से उसकी चूत को चोद रहा था. कनिका की आवाजों से उसका फ्लेट गूंजने लगा था और इस बार हम दोनों एक साथ में ही झड़ गये.
हम दोनों ने बाथरूम में जा कर अपने अपने जेनाइटल को धो लिए. और फिर कनिका ने खाना ऑर्डर कर दिया. एक एक ड्रिंक फिर से बनाया उसने. कनिका एक ही सांस में अपना ड्रिंक गटक गई और मेरे लंड को पकड़ के उसे चूसने लगी. मैं अपनी ड्रिंक पीते हुए उसको अपना लंड चूसते हुए देख रहा था.
उसका मुहं मेरे लंड से पूरा भर गया था. और वो लंड को बड़े ही मजे से लिक और सक कर रही थी. कनिका ने मेरे लंड को बांसुरी की तरह अपने होंठो के ऊपर सजा रखा था. और वो मेरे लंड और बॉल्स पर अपने होंठो को रगड़ रही थी. अब कनिका एकदम से मेरे लंड को पूरा मुहं में ले गई तो मैं हैरान सा हो गया क्यूंकि ना तो उसकी साँस अटक रही थी ना ही उसे तकलीफ हो रही थी. वो लंड चूसने की पक्की खिलाड़ी लग रही थी. क्यूंकि 8 इंच का लंड पूरा मुहं में ले लेना हर किसी के बस की बात नहीं हे. उसने लंड को चूस चूस के उसका रस निकाल के सब का सब पी भी लिया. फिर उसने खड़े हो के एक रुमाल से अपने मुहं को साफ़ किया. उसके होंठो पर जो वीर्य के छींटे थे वो जबान से उसे भी अंदर ले गई.
तभी डोरबेल बजी. कनिका ने फट से कपडे पहने और वो खाना ले आई. फिर से वो नंगी हो गई. हम दोनों ने नंगे ही खाना खा लिया. खाने के बाद मैंने कनिका को बिस्तर में डाला और उसके ऊपर चढ़ के मैंने उसकी चूत और गांड को खूब लिक किया. वो मेरे मुह पर ही झड़ भी गई.
उस रात को हम दोनों ने पूरी रात एक दूसरे की बॉडी को एन्जॉय किया. हर तरह के दाव लगाए मैंने कनिका के साथ. उसकी चूत को 3 बार और गांड को 2 बार अपने लंड से भर दिया. वो भी खुश हो गई थी मोर्निंग तक.
सुबह वो नहाते हुए बोली, अच्छा प्रेजेंटेशन था. मुझे ऐसे ही प्रेजेंटेशन देते रहो और मैं तुम्हारे लिए क्लाइंट लाती रहूंगी.
मैंने कहा, जब चाहिए प्रेजेंटेशन तब मुझे बता देना!
दोस्तों मेरी और नमन की पार्टनरशिप डेढ़ साल तक चली. और कनिका को मैंने उस अरसे में पचासों बार चोदा. जैसे उसने कहा था वो धंधा ले के आती थी मेरे लंड के बदले में. एक बार तो मैंने और नमन ने एक साथ उसके साथ थ्रीसम भी किया था.
फिर नमन एक कार एक्सीडेंट में मर गया और मैंने भी कम्पनी वाइंड अप कर ली क्यूंकि मैं अकेले हेंडल नहीं कर पाता था. कनिका से मेरी भेट भी धीरे धीरे कम हो गई. लास्ट न्यूज ऐसी मिली थी की उसने अपने बॉस के साथ ही शादी कर ली थी और अब वो कनाडा चले गए हे!

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हाई दोस्तों आज की ये देसी कहानी मेरा पहला राइटिंग का अनुभव हे. मैं इस साईट की हिंदी सेक्स स्टोरी का मजा पिछले कुछ महीनो से ले रहा हूँ. और मैंने सोचा की मेरा अनुभव भी उसके ऊपर शेयर कर दूँ. मेरा नाम राहुल हे और मैं चेन्नई का हूँ. मेरी उम्र 24 साल हे और मैं सोफ्टवेर इंजीनियर हूँ. मैं अच्छी पर्सनालिटी का आदमी हूँ. और मेरी कंपनी में सभी लोग मुझे बहुत प्यार करते हे. जो मेरी इस सेक्स कहानी की अभिनेत्री हे वो एक शादीसुदा लेडी हे जिसकी उम्र 28 साल हे. और उसको एक बच्चा भी हे.
हम दोनों की पहली मुलाकात सोशियल मिडिया के थ्रू हुई थी. मैं ऐसे ही प्रोफाइल्स चेक कर रहा था तब वो मुझे मिली थी. दरअसल मैं अपने कोलेज के कुछ फ्रेंड्स को ढूंढ रहा था तब वो मुझे मिली थी. वो मेरी ही कोलेज की थी, मेरे से सीनियर. मैंने उसे रिक्वेस्ट भेजा तो उसने एड भी कर लिया. कुछ दिन हम दोनों के बिच में ऐसे ही बातचीत हुई. मैंने पहले उसको एकदम शालीनता से संभाला जिसकी वजह से वो मेरे ऊपर ट्रस्ट करने लगी. फिर उसने अपनी पर्सनल लाइफ के पत्ते मेरे सामने खोल दिए. उसने मुझे बताया की उसके पति का अफेयर उसकी एक्स-गर्लफ्रेंड के साथ में था और वो अक्सर रात को लेट घर पर आता था. और उसकी सेक्सुअल लाइफ में वो अकेली सी पड गई थी.
हम दोनों के बिच की वर्चुअल रिलेशन स्ट्रोंग होती जा रही थी. और फिर एक दिन हम दोनों कोफ़ी के लिए फेस टू फेस मिले थी. जब मैंने उसे प्रत्यक्ष देखा तो उसकी खूबसूरती को देख के चकित हो गया. सोशियल मिडिया के पिक्स से भी काफी सेक्सी लग रही थी वो रियल लाइफ में!
उसके पिक्स से वो काफी अलग ही थी रियल लाइफ में तो. उसका फिगर करीब  34 32 36 का था. उसकी गांड ऐसी बड़ी लग रही थी की किसी का भी लंड उसको देख के कड़ा हो जाए. मैंने उस वक्त ट्रेक स्यूट पहना हुआ था और बड़ी मुश्किल से मैं अपने लौड़े में आई हुई बहार को छिपा सका. उसने एक लो नेक टी शर्ट पहनी थी और उसके अन्दर उसका क्लीवेज एकदम साफ़ दिख रहा था. उसके स्किन के उपर के टेन को देख के तो खुद पर काबू करना मुश्किल हो रहा था. उसने भी मेरी बेताबी को सेंसं कर लिया था. कोफ़ी के बाद हम दोनों मेरी कार में सिटी के ही एक बिच पर गए जहा हम एक झाड के निचे बैठे. शाम के 7 बज रहे थे और अँधेरा बढ़ने लगा था.
मैंने उसके साथ बातें करते हुए अपनी पहली चाल को चल दिया. मैंने उसके हाथ को पकड़ के दबाया. वो कुछ नहीं बोली तो मुझे आगे बढ़ने का सिग्नल सा मिला. मैंने उसके करीब जा के उसके गले के ऊपर हलके से एक किस दे दी. वो सिहर उठी और एक लम्बी सांस ले ली उसने. उसने मेरी टी शर्ट को उठा के मेरी छाती के ऊपर चूम लिया. उसकी किस इतनी टाईट थी की मैं मोअन कर बैठा और छाती के ऊपर किस वाली जगह पर लाल निशान भी बन गया. फिर हम दोनों एक दुसरे के बालों में हाथ फेरते हुए किस करने लगे. हमारी किस 10 मिनिट तक चलती रही.
फिर मैंने उसके लिप्स को अपनी जबान से चाटा. उसके लिप्स एकदम ज्युसी थी. मेरे हाथ उसके बूब्स पर चल पड़े. बूब्स काफी टाईट और बड़े थे. उसके मुहं से मोअन निकल रही थी. उसने कहा, अह्ह्ह्ह राहुल प्लीज़ धीरे से बहुत दिनों के बाद कोई टच कर रहा हे वहां पर. उसे जोर से दबाना लेकिन पहले धीरे से प्लीज़.
मैंने उसके बूब्स को खूब मसले. मैं उसे वही पर नंगा कर देना चाहता था. लेकिन वो बोली नहीं यहाँ पर नहीं कर सकते हे. मेरा लंड खड़ा था. उसने कहा की मेरा हसबंड जब घर नहीं होगा तो मैं बुला लुंगी तुम्हे. मैंने उसे उसके घर के बहार ड्राप किया और घर पर आ के उसके नाम की मुठ मारी.
फिर दो दिन के बाद उसने कहा की आ जाओ घर. उसका पति जॉब पर था और उसका बेटा दादा जी के साथ पड़ोस के किसी गाँव में मंदिर के मेले में गया हुआ था. मैंने दो बोतल बियर की ली और उसके घर जा पहुंचा.
उसका घर अंदर से काफी मस्त था. उसने एक एक चीज को जैसे दिल से सजाया हुआ था. वो नाईट ड्रेस में ही थी. और उसने अपने हसबंड के नाईट में पहनने के कपडे मुझे दे दिया. हम दोनों सोफे के ऊपर बैठे हुए इंग्लिश गाने सुनते हुए बियर पिने लगे थे. उसको बियर की लत नहीं थी इसलिए एक में ही उसको चढ़ने लगी थी. मुझे तो 3 बियर के बाद ही लाईट नशा होता हे. उसने एकदम से मेरा मुहं पकड लिया और मुझे एकदम पेशन से किस करने लगी.
हम दोनों की जबाने एक दुसरे से लड़ने लगी थी. उसकी जबान मेरी जबान को जोर से दबा के उसको चूसन रही थी. हम दोनों के बदन गरम होने लगे थे. मैंने उसको अपनी गोदी में उठाया और ऐसे ही किस करते हुए उसको बेडरूम में ले गया. वहां पर उसने एसी को एकदम लो टेम्प्रेचर पर कर दिया. और ठंडी ठंडी हवा से मैं तो और भी हॉट हो रहा था. उसके निपल्स भी अकड रहे थे और उसकी नशिली आँखों में हवस साफ़ देखी जा सकती थी.
मैंने जल्दी से उसके कपडे उतार दिए. वो मेरे सामने ब्रा और पेंटी में थी. मैंने उसको बेड के ऊपर लिटा दिया और उसके पुरे बदन के ऊपर किस करने लगा. उसके कान को, गले को, होंठो को, पेट को, आर्मपिट को सब जगह को मैंने अपने होंठो से गिला कर दिया. फिर मैंने उसके बूब्स के ऊपर आ के रुक गया और वहां पर किस करते हुए उसके निपल्स को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा.
फिर मैंने उसकी ब्रा की स्ट्रिप को निकाला और उसके बूब्स को देख के मैं पगला गया. उसके बूब्स एकदम कडक और दूध से भरे हुए थे. उसकी निपल्स डार्क ब्राउन कलर की और एकदम बड़ी बड़ी थी. मैंने उसको लिक और सक किया और वो जोर जोर से मोअन कर रही थी. फिर मैंने अपनी ऊँगली को उसकी नाभि में डाला. उसकी नाभि का छेद भी काफी बड़ा था और वहां ऊँगली करने से वो और भी उत्तेजित होने लगी थी. फिर उसने मुझे धीरे से चूत चाटने के लिए कहा.
मैं निचे गया और अपने होंठो और दांतों की मदद से उसकी पेंटी को निचे कर दिया. उसकी चूत लव के ज्यूस से भरी हुई थी और उसके ऊपर दूर दूर तक कोई बाल नहीं था. शायद चुदवाने के लिए वो पूरी प्रिपरेशन कर के बैठी हुई थी. शायद सुबह ही उसकी चूत के बाल को हटाया गया था वहाँ से!
मैंने उसकी चूत को सुंघा और मुझे अलग ही फिलिंग हुई. मैंने एक छोटी सी किस उसकी चूत के ऊपर कर दी. उसको भी काफी मजा आया और उसने मेरे माथे को पीछे से पकड़ के चूत के ऊपर धकेल दिया. और उसने मुझे चूत को जोर जोर से चूसने के लिए कहा. मैंने अपनी जबान से चूत की फांको को खोला और फिर अंदर के दाने को अपनी जबान से उपर निचे कर के घिसा. वो एकदम चुदासी हो गई थी और उसकी चूत से और भी पानी बहार आने लगा था. मैंने उसकी चूत से निकलते हुए सब ज्यूस को चूस लिया और वो ऐसा करने से काफी खुश थी. उसने मुझे बताया की उसकी चूत को ऐसे खूबसूरती से पहले किसी ने नहीं चाटा था.
और फिर उसकी बार आई मुझे खुश करने की. उसने मेरी अंडरवेर को उतार दिया और मेरे पथ्थर जैसे कडक लंड को देख के खुश हो गई. मेरा लंड छत की तरफ देख रहा था और उसके अन्दर कम्पन भी हो रहे थे. उसने मेरे लंड को हाथ में पकड़ा और थोडा स्ट्रोक किया. फिर अपने मुहं को खोल के इस कडक लंड को अन्दर ले लिया और चूसने लगी. मेरी लाइफ का भी ये सब से सेक्सी ब्लोवजोब मिल रहा था मुझे. उसने लंड के डंडे के साथ साथ निचे के बॉल्स भी चुसे.
फिर मैंने उसके बाल पकडे और उसके मुहं को चोदा. मैंने मुहं में वीर्य नहीं छोड़ा क्यूंकि मुझे पता नहीं था की वो ऐसा करना पसंद करेगी या नहीं. फिर मैं उसके साथ 69 पोजीशन में आ गया. वो अब आउट ऑफ़ कंट्रोल हो गई थी. और उसने अब जल्दी से अपनी चूत में मुझे लंड डालने के लिए कहा.
हम दोनों मिशनरी पोज में थे. मैं उसके ऊपर था. उसने अपनी दोनों टांगो को खोला हुआ था. और मैंने फिर अपने लोडे को उसकी चूत की फांक के ऊपर लगाया. उसने लंड को एक हाथ में पकड़ के थोडा घिसा जिसकी वजह से मेरा सुपाड़ा एकदम गिला और चिकना हो गया. मैंने धीरे से एक धक्का दिया और लंड उसकी चूत में जा घुसा. उसको बहुत अच्छा लगा आधे से ज्यादा लंड का एक ही धक्के में अन्दर घुसना. उसके मुहं से आह निकला और वो मेरे से लिपट गई. हम दोनों के बदन दो से एक हो चुके थे. वो मेरे से लिपटी हुई थी और मैंने एक और धक्का दे दिया.
मेरा लंड अब पूरा उसकी चूत में था और उसके चारो तरफ चूत का चिकना पानी था. उसको भी खूब मजा आ रहा था और वो जोर जोर से मोअनिंग कर रही थी. मैंने अपनी कमर को हलके हलके से हिलाना चालू कर दिया. मेरा लंड उसकी चिकनी चूत में अंदर बहार हो रहा था और हर धक्के के ऊपर उसकी मोअन निकल रही थी.
मेरे चोदने से उसके बूब्स मस्त ऊपर निचे होते थे और हिलते हुए बूब्स को देख के मैं और भी होर्नी फिल कर रहा था. उसको भी मेरी ये सेक्स राइड पसंद आ रही थी. वो जोर जोर से मोअन करते हुए मुझे कस के चोदने के लिए रिक्वेस्ट वाले टोन में कह रही थी.
फिर हम दोनों ने पोजीशन स्वेप की. अब वो मेरे सामने अपनी ह्यूज एस को दिखाते हुए कुतिया बनी हुई थी. मैंने चूत को चोदने से पहले उसकी गांड को चाटा ताकि उसको एक अलग फिलिंग मिल सके. फिर मैंने अपनी बड़ी ऊँगली भी उसकी गांड में डाली और पहली ऊँगली को चूत में. एक ऊँगली से उसकी चूत को और दूसरी से उसकी गांड को चोदने लगा था मैं.
एक मिनिट में ही उसकी चूत में से पानी छुट गया. वो तृप्त सी हो गई थी. लेकिन मेरा तो अभी बाकी ही था.
मैंने उसे एनाल सेक्स के लिए कहा तो वो पहले ना कह रही थी लेकिन फिर मान ही गई. मैंने उसको लंड चुसाया और फिर उसकी गांड में डालने लगा. गांड बड़ी ही सख्त थी और लंड काफी मुश्किल से थोडा अंदर गया. मुझे मजा नहीं आया तो मैंने लंड को निकाल के वापस चूत में डाला.
वो जोर जोर से अपनी गांड को हिला रही थी और चुदवा रही थी. डौगी स्टाइल में सब से बड़ा फायदा ये होता हे की लंड एकदम डीप तक चूत में घुसता हे. वो भी इस डीप फकिंग को एन्जॉय कर रही थी और मैं भी. फिर मैंने उसके बूब्स को मसले. मेरा वीर्य लंड की धार तक आ चूका था.
मैंने उसको पूछा तो उसने कहा की बहुत दिनों से मेरी चूत में वीर्य नहीं निकला हे तो मैं चाहती हूँ की तुम अंदर ही निकालो ताकि मैं उसकी गर्मी को फिल कर सकूँ.
उसकी ये बात सुन के मैंने और भी जोर जोर से उसकी चुदाई चालु कर दी. पुरे कमरे में हम दोनों की चुदाई की आवाज आ रही थी और गूंज भी रही थी.
फिर एक जोरदार मोअन की मैंने और मेरे लंड का सब पानी निकल के उसकी चूत में बह गया. वो भी ख़ुशी से अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह कर रही थी. और उसने अपनी चूत को मेरे लंड के ऊपर ऐसे कस लिया था कैसे की एयर टाईट सिल लगाया हो. वो नहीं चाहती थी की मेरा वीर्य उसकी चूत से बहार आये!
हमने खड़े हो के एक दुसरे को क्लीन किया और साथ में ही बाथरूम में चले गए. वहां पर मैंने उसे खड़े खड़े चूत में लंड दिया और उसके बूब्स को साबुन लगा के चोदे.
उस दिन शाम तक मैं उसके घर पर ही था और उसको पूरा दिन चोदता ही रहा. उसके पति के आने से एक घंटे पहले मैं निकल गया उसके घर से.
आज भी जब उसे मौका मिलता हे तो मेरा लंड लेने के लिए वो मुझे अपने घर पर बुला लेती हे!

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ये बात आज से कुछ 3-4 साल पहले की हे. तब मैं पुणे में एक कम्पनी में हेड ऑफ़ ओपरेशन की पोस्ट पर था. वो एक एमएनसी थी. वहां पर एक आनिषा नाम की लडकी भी काम करती थी अनालिस्ट के तौर पर. और उसका रिपोर्टिंग डायरेक्ट मुझे होता था.
वो एक सेक्सी बेंगाली लड़की थी जिसे सब लोग आँखे सेकने तक देखते थे. वो कद में थोड़ी छोटी थी करीब 5 फिट 2 इंच के जितनी. लेकिन उसका ड्रेसिंग सेन्स बड़ा ही जबरदस्त था. उसके होंठ इंग्लिश मूवी की हिरोइन एंजेलिना जोली के जैसे थे, बड़े बड़े और रस से भरे हुए.
हमारी ऑफिस की अरेंजमेंट ऐसी थी की मैं अपनी जगह से सब लोगों को देख सकता था. मेरी केबिन के सामने एक बड़ा ग्लास वाल था. आनिषा की टेबल मेरे एकदम सामने और सब से करीब थी. मैंने ही उसे वहां रखवाया था ताकि मैं इस सेक्सी गर्ल को आँख भर के देखता रहूँ. मैं उसे देखता था और वो स्माइल करती रहती थी. दिन बदिन उसकी और मेरी नजदीकी बढती गई. कभी कभी हम साथ में लंच करने के लिए भी बाहर जाते थे. कभी कभी मैं पार्टी भी देता था सब स्टाफ को और आनिषा के लिए कभी कभी लंच हावर्स में छोटी सी पिज्जा पार्टी भी!
एक दिन शाम को जब मैं अपनी कार ले के ऑफिस से निकला तो मैंने आनिषा को पैदल बीएस स्टॉप की तरफ जाते हुए देखा. मैंने कार को उसके पास स्लो किया. उसने मुझे देखा. मैंने कहा आ जाओ मैं ड्राप कर दूंगा तुम्हे. वो मेरी कार में आ बैठी. बात बात में मुझे पता चला की उसका एक बॉयफ्रेंड था जिसके साथ वो कुछ समय में शादी करने को हे.
उसके बाद भी एकाद बार मैंने उसे पिक किया कार से और उसके घर की गली के सामने छोड़ के मैं निकल जाता था. उसने काफी बार कोफ़ी के लिए कहा लेकिन मैं नहीं गया घर पर. मुझे फेमली वालो से कुछ दुरी रखनी थी. मेरा टारगेट तो ये सेक्सी बेंगाली लड़की ही थी!
एक दिन मैंने उसे बताया की कम्पनी में एक अच्छे पोस्ट के लिए इंटरनल वेकेंसी निकली हे. वो कुछ कहती उसके पहले ही मैंने उसे कहा की मैंने तुम्हे रेकोमेंड कर दिया हे. वो बड़ी खुश हुई और उसने मुझे थेंक यु कहा. मैंने उसे कहा की मै तुम्हे पसंद करता हु इसलिए मैंने तुम्हारा नाम दिया हे. वो शर्मा के बलश करने लगी!
अगले दिन शाम को मैंने उसे पिक किया और हम लोग कार में ऐसे ही बातें कर रहे थे. मैंने उसे कहा, आनिषा क्या मैं तुम्हे हग कर सकता हूँ? वो कुछ नहीं बोली और एकदम चूप रही. मैंने उसकी ख़ामोशी को उसकी रजामंदी की तरह समझ के उसे जोर से हग दे दिया. और उसने भी मुझे अच्छा रिस्पोंस दिया. मैंने उसके गले के ऊपर हलके से एक चुम्मा कर लिया और उसने अपनी आँखे बंद कर दी. ट्राफिक बढ़ने लगा था साइड में. इसलिए फिर मैंने उसे छोड़ा और कार को चला दी. वो ऐसे एक्ट कर रही थी जैसे कुछ हुआ ही नहीं था लेकीन उसकी आँखे कुछ और ही कह रही थी.
सिग्नल क्रोस होने के बाद फ्लाईओवर आया और ट्राफिक हल्का हुआ. मेरी और आनिषा की निगाहें मिली. मैंने उसके होंठो को अपने होंठो में भर के फिर से उसे चूसा. उसके अंजेलिना जोली के जैसे होंठो को चूसने का अपना अलग ही मजा था. मैंने अपने हाथ से आनिषा के बूब्स को भी दबा लिया.
उतने में उसकी उतरने की जगह भी आ गई. मैंने उसे ड्राप किया. आज का दिन तो बड़ा ही हसीन गुजरा था और फिर ये हम दोनों का रूटीन हो गया. मैंने डेली उसके बूब्स मसलता था और उसके होंठो को चुस्ता था. एक शनिवार को मैंने उसे ड्राप किया और उस से कहा की काल मिलते हे संडे हे तो. वो बोली मैं घर जा के आप को कल का शेड्यूल बताती हूँ. उसने घर जा के कुछ ही देर में मुझे मोबाइल पर मेसेज किया की हम लोग एम जी रोड पर मिल सकते हे मोर्निंग में. मैंने एम जी रोड के करीब ही एक लोज बुक कर लिया. मुझे पता था की वहां उस लोज में उसे चोदने में मुश्किल नहीं होगी कुछ भी.
अगले दिन मोर्निंग में 10 बजे उसके मेसेज आया की वो कहा मिलेगी एम जी रोड पर. मैं उसके पास गया उसने ब्लेक ट्राउजर और पिंक टॉप पहना हुआ था. उसके बूब्स छाती से बहार आने को बेताब से लग रहे थे. और उसने आज मेकप भी कुछ अलग ही किया था.
हम लोग वहाँ से सीधे ही होटल पर चले गए. और मैंने हम दोनों के लिए कोल्ड ड्रिंक मंगवा ली. फिर मैंने उसे हग कर लिया और उसके बूब्स को दबाने लगा. वो हलके हलके आवाज में मोअन करने लगी थी. मैंने उसे बेड के ऊपर डाल के उसके टॉप को खोला और निकाल दिया. उसके बड़े दूध जैसे सफ़ेद बूब्स को देख के मजा ही आ गया मुझे तो. मैंने उसे अपने बदन से लगाया और उसके बदन की गर्मी का अहसास मुझे हुआ. मैंने उसे एक मस्त किस दे दिया और उसकी ब्रा को भी निकाल दिया. उसके सेक्सी बूब्स बहार आ गए जिन्हें मैं चूसने लगा. और वो मस्ती में मोअन करने लगी थी.
मैं उसके बूब्स को ऐसे जोर जोर से सक कर रहा था की वो कुछ ही पल में एकदम लाल हो चुके थे. मुझे डर सा लग रहा था की कही मैं उसको हर्ट तो नहीं कर रहा हूँ. लेकिन वो शांत थी और मेरे चूसने को एकदम मजे से एन्जॉय कर रही थी. मैंने अब आनिषा का ट्रोउसेर भी निकाल दिया और उसकी रंगबिरंगी पेंटी के ऊपर हल्का सा गिला पेच बना हुआ था. मुझे पता चल गया की वो चुदवाने के लिए बेताब थी. दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पे पढ़ रहे है।
मैंने उसकी पेंटी को निकाला और उसकी लव होल के उपर हलके से किस दे दिया. उसके बदन में जैसे कम्पन सा हुआ और उसने अपनी उंगलियाँ मेरे बालों में घुमा के मुझे अपनी तरफ खिंच सा लिया. मैंने उसकी चूत के शहद को जोर जोर से चाटने लगा था. और अपनी जबान को मैंने उसकी होल में घुसा दिया. वो कराह रही थी और उसकी चूत और भी गीली होने लगी थी. मैंने अपने माथे को और अन्दर किया और वो हलकी हो गई. उसकी चूत से रंगहीन गाढ़ा प्रवाहि निकल पड़ा मेरे होंठो के और उसकी जांघो के ऊपर. वो शांत हो चुकी थी.
मैंने खड़े हो के अपनी पेंट को निकाला और मेरा लंड एकदम कडक था. मैंने उसे लंड को मुहं में लेने के लिए कहा लेकिन उसने मना कर दिया. उसने आज से पहले कभी लंड नहीं चूसा था इसलिए उसे घिन आ रही थी. मैंने उसे फ़ोर्स नहीं किया. और मैं अपने लंड से अब आनिषा की चूत को घिसने लगा. और फिर एक झटके में आधे से ज्यादा लंड को मैंने उसकी चूत में घुसा दिया. उसकी तो जैसे सांस ही उखड़ गई थी. उसकी चूत बड़ी टाईट थी, हालांकि वो वर्जिन नहीं थी. शायद वो पहले मेरे से छोटे लंड से चुदी थी.
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